लीडर वही है जो आगे के दृश्य को देखे – दीपक तिवारी

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में प्रो.बी.एस.निगम का भावुक विदाई समारोह

भोपाल 31 जनवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में वरिष्ठ प्राध्यापक एवं नोएडा कैंपस के डायरेक्टर प्रो. बी.एस. निगम के सेवानिवृत होने पर विदाई समारोह का आयोजन हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक तिवारी ने प्रो. निगम की सेवानिवृति को जीवन की एक पारी का खत्म होना बताया। उन्होंने कामना की कि इसके बाद भी वे जीवन की दूसरी पारी भी इसी तरह पूरी ऊर्जा के साथ खेलते रहें । श्री तिवारी ने कहा कि लीडर वही है, जो आगे के दृश्य को देख सके। निगम साहब ने विश्वविद्यालय के आगे के दृश्य को देखा और उसे बनाने में अपना योगदान दिया। उन्होंने कहा कि व्यक्तियों से मिलकर ही संस्था बनती है और निगम साहब शुरुआती दिनों से विश्वविद्यालय के साथ रहे हैं। उन्होंने प्रो. निगम के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।

          विश्वविद्यालय के कुलाधिसचिव प्रो. श्रीकांत सिंह ने प्रो. निगम के रचनात्मकता की बात की। उन्होंने कहा कि वे रचनात्मकता में विश्वास रखते हैं। विश्वविद्यालय के वार्षिक सांस्कृतिक,खेलकूद आयोजन को उन्होंने निगम साहब द्वारा शुरू किए जाने की बात कही । श्री सिंह ने कहा कि निगम साहब ने भोपाल परिसर के अलावा नोएडा परिसर में भी बहुत अच्छा कार्य किया है । उन्हें जो भी कार्य सौंपा गया, उन्होंने पूरी लगन और जिम्मेदारी के साथ उसे पूरा किया । कुलसचिव दीपेन्द्र सिंह बघेल ने कहा कि श्री निगम ने डाक्यूमेंटेशन को वैज्ञानिक तरीके से किया । पुस्तकालय में शुरुआती दौर में न्यूज कटिंग्स एवं लेखों को संजोकर रखना आसान नहीं था, लेकिन प्रो. निगम ने इसे आसान बना दिया।

          प्रो. बी.एस. निगम ने अपने सेवानिवृति के अवसर पर कहा कि वे विश्वविद्यालय में एक तपस्वी की तरह आए थे। उन्होंने कहा आज वे जो कुछ भी हैं, इस विश्वविद्यालय के कारण ही हैं। प्रो. निगम ने कहा कि उन्हें पूरे देश में जो भी मान-सम्मान और पहचान मिली है वो विश्वविद्यालय की ही देन है। प्रो. निगम ने कहा कि बिना वजह उन्होंने कभी भी छुट्टी नहीं ली और पूरी ईमानदारी के साथ अपने कार्य को किया। प्रो. सीपी.अग्रवाल, प्रो. अनुराग सीठा, डॉ. मणिकंठन नायर, समेत अन्य शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी सेवानिवृत प्रो. निगम के बारे में अपने अनुभव साक्षा किए। विदाई समारोह कार्यक्रम का संचालन सहायक कुलसचिव विवेक सावरीकर ने किया।