एमसीयू की प्रदर्शनी बनी संचार एवं विचार का केंद्र

विश्वविद्यालय की शोध पत्रिका ‘मीडिया मीमांसा’ का विमोचन

सार्थक एजुविज़न-2021 में पत्रकारिता विश्वविद्यालय के विद्यार्थी कर रहे हैं समाचार पत्र का प्रकाशन और प्रमुख व्यक्तियों का साक्षात्कार

भोपाल, 17 मार्च, 2021: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार एवं एक्सपो ‘सार्थक एजुविज़न-2021’ में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय ने प्रदर्शनी लगाई है। यह प्रदर्शनी मीडिया संबंधी गतिविधियों के कारण आकर्षण का केंद्र बन गयी है। पत्रकारिता के विद्यार्थी यहां सेमिनार में आने वाले विद्वानों के साक्षात्कार कर रहे हैं और एक समाचार पत्र ‘सार्थक एजुविज़न न्यूज़’ का प्रकाशन कर रहे हैं। इसके साथ ही पत्रकारिता एवं संचार पर केंद्रित विश्वविद्यालय का प्रकाशन भी यह उपलब्ध है।

प्रशासन अकादमी में संचालित ‘सार्थक एजुविज़न-2021’ में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की प्रदर्शनी पर मीडिया संबंधी पाठ्यक्रमों की जानकारी भी प्रदर्शित की गई है, जिसकी जानकारी लेने के लिए विद्यार्थी, अभिभावक एवं अन्य संस्थान के प्रमुख लोग आ रहे हैं।

आकर्षण का केंद्र बने रिपोर्टिंग और इंटरव्यू लेते विद्यार्थी:

रिपोर्टिंग, एडिटिंग और इंटरव्यू लेते विद्यार्थी सबको आकर्षित कर रहे हैं। विद्यार्थियों द्वारा तैयार वीडियो डेलीगेट्स के साथ ही सोशल मीडिया पर भी शेयर किए जा रहे हैं। उनके द्वारा प्रकाशित समाचार पत्र सेमिनार में हो रहे अकादमिक सत्रों, सांस्कृतिक गतिविधियों और एक्सपो की प्रदर्शनियों की जानकारी सब तक पहुंचा रहे हैं। विद्यार्थी वीडियो ब्लॉग भी बना रहे हैं और फोटोग्राफी का अभ्यास भी कर रहे हैं।

दादा माखनलाल जी के साथ सेल्फी का क्रेज:

‘एक भारतीय आत्मा’ के नाम से प्रसिद्ध महान स्वतंत्रता सेनानी पं. माखनलाल चतुर्वेदी की आदमकद प्रतिमा भी युवाओं के मध्य प्रेरणा का स्रोत बन गयी है। युवा दादा माखनलाल जी प्रतिमा के साथ सेल्फी ले रहे हैं।

शोध पत्रिका ‘मीडिया मीमांसा’ का विमोचन:

‘सार्थक एजुविज़न-2021’ के चर्चा सत्र में कुलपति प्रो. केजी सुरेश, एनबीए के सदस्य सचिव डॉ. अनिल कुमार नासा और प्रवेश एवं शुल्क नियंत्रण समिति के अध्यक्ष डॉ. रविन्द्र कान्हेरे ने एमसीयू की ब्लाइंड पीयर रिव्यु शोध पत्रिका ‘मीडिया मीमांसा’ का विमोचन भी किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजपेयी, आरएफआरएफ के नोडल अधिकारी डॉ. पवन सिंह मलिक, संपादक डॉ. राखी तिवारी, सह-संपादक लोकेन्द्र सिंह, डॉ. रामदीन त्यागी, डॉ. उर्वशी परमार और मनीष वर्मा उपस्थित रहीं।

विश्वविद्यालय की शोध पत्रिका ‘मीडिया मीमांसा’ में पत्रकारिता, संचार, प्रबंधन, कंप्यूटर, विज्ञापन, जनसंपर्क एवं फ़िल्म सहित अन्य क्षेत्रों में नवोन्मेषी, समाजोपयोगी एवं गुणवत्तापूर्ण शोध पत्रों को प्रकाशित किया जाता है। कुलपति और पत्रिका के मुख्य संपादक प्रो. केजी सुरेश ने बताया, राष्ट्रीय शिक्षा नीति की अपेक्षा है कि विश्वविद्यालय शोध संस्कृति को बढ़ावा दें। नये ज्ञान की रचना करें। नवोन्मेषी और लोकहित के शोध कार्यों को बढ़ावा दें। हमारा संकल्प है कि हम संचार के क्षेत्र में शोध कार्य संबंधी राष्ट्रीय शिक्षा नीति की आकांक्षा को पूरा करेंगे। मीडिया मीमांसा से हमने देशभर से संचार एवं शोध विशेषज्ञों को सलाहकार मंडल में शामिल किया है। इसके साथ ही शोध पत्रों के ब्लाइंड रिव्यु के लिए देशभर से विभिन्न विषयों के अध्येताओं एवं प्राध्यापकों को जोड़ा है।