मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया एमसीयू के रीवा परिसर का लोकार्पण

जनसंपर्क मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने किया कन्या छात्रावास का भूमिपूजन

पत्रकारिता विश्वविद्यालय अन्य संस्थाओं के लिए बनेगा रोल मॉडल : कुलपति प्रो. के.जी.‌ सुरेश

रीवा/भोपाल, 20 सितम्बर, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के रीवा परिसर के नवीन भवन का लोकार्पण माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, माननीय जनसंपर्क मंत्री राजेंद्र शुक्ल एवं कुलपति प्रो. डॉ. केजी सुरेश द्वारा किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रुप में पूर्व मंत्री श्री पुष्पराज सिंह, नगर निगम रीवा के अध्यक्ष श्री व्यंकटेश पाण्डेय, कलेक्टर रीवा प्रतिभा पाल, कुलसचिव डॉ.अविनाश वाजपेयी, कैंपस मेंटर डॉ. मणि नायर, रीवा परिसर प्रभारी डॉ. सूर्यप्रकाश विशेष रुप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस कार्यक्रम में वर्चुअली रूप से जुड़े। अपने वर्चुअल संबोधन में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रीवा परिसर के सर्वसुविधायुक्त भवन के लोकार्पण करने से मैं बहुत खुश हूं। पत्रकारिता को लोकतंत्र का आधार स्तम्भ बताते हुए उन्होंने कहा कि गर्व है कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ख्याति देश ही नहीं, पूरी दुनिया में है। उन्होंने विश्वविद्यालय के रीवा परिसर के निर्माण पर विद्यार्थियों एवं प्रदेश को शुभकामनायें प्रेषित की। अतिथिगणों का स्वागत विश्वविद्यालय परिसर में बैगा जनजाति के ढोल-बाजे के साथ मनमोहक एवं भव्य रुप में किया गया।

माननीय जनसंपर्क मंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने अपने मुख्य उद्बोधन में कहा कि रीवा परिसर का लोकार्पण विंध्य में शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर सावित होगा। उन्होंने डिग्री कॉलेज, मेडिकल, पॉलिटेक्निक जैसे संस्थानों के विकास की कड़ी में रीवा परिसर को एक और बड़ी उपलब्धि बताया। बिल्डिंग के आर्किटेक्चर की सराहना करते हुए बिल्डिंग निर्माण के संघर्ष को भी स्मरण किया। श्री शुक्ल ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय को शिक्षा और समाज निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण बताते हुए विश्वविद्यालय से और व्यापक भूमिका का आह्वान किया। जनसंपर्क मंत्री ने तत्काल प्रभाव से परिसर में बालिका छात्रावास एवं शिक्षक आवास के निर्माण की भी घोषणा करते हुए परिसर में भूमि पूजन भी किया गया। जनसंपर्क मंत्री ने परिसर के नवनिर्मित टीवी स्टूडियो “एमसीयू दर्शन” का भी उद्घघाटन कर शिक्षक कपिल देव प्रजापति के नेतृत्व में एमए-जनसंचार की विद्यार्थी प्राची पाण्डेय को साक्षात्कार देकर टीवी स्टूडियो का आरंभ किया। इस अवसर पर परिसर में पौधारोपण भी किया गया।

कुलगुरु प्रो. डॉ. के.जी. सुरेश ने अपने संबोधन की शुरुआत में माननीय मुख्यमंत्री एवं विशिष्ट अतिथिगणों का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने यह भी बताया कि इंडिया टुडे की रैंकिंग में माखनलाल विश्वविद्यालय टॉप 10 में आता है और यह हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने रीवा परिसर के निर्माण की तेजी को सराहते हुए परिसर की प्रशंसा की और आने वाले दिनों में परिसर को अधिक व्यापक और भव्य रूप देने की बात कही। उन्होंने कहा कि भोपाल एवं रीवा परिसर में ग्रामीण पत्रकारिता एक अहम भूमिका निभा रही है।‌माखनलाल विश्वविद्यालय के महत्व को बताते हुए कहा कि प्रदेश के गांव-गांव तक माखनलाल विश्वविद्यालय ने कंप्यूटर की शिक्षा को पहुंचाया है। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय केंद्र और राज्य शासन से अनुदान दिए बगैर अपने बलबूते पर कर्मचारियों का वेतन भी देता है और परिश्रम का निर्माण भी करता है। यह पूरे देश के विश्वविद्यालयों के लिए स्वायत्तता के दृष्टि से एक रोल मॉडल है।

विश्वविद्यालय अकादमिक मेंटर डॉ. मणिकंठन नायर ने विश्वविद्यालय की अब तक की विकास यात्रा के बारे में बताया जबकि रीवा परिसर के अकादमिक प्रभारी डॉ. सूर्य प्रकाश ने रीवा परिसर का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। पूर्व मंत्री एवं रीवा महाराज मंत्री पुष्पराज सिंह, नगर निगम अध्यक्ष वेंकटेश्वर पांडे और कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने भी कार्यक्रम में अपना उद्बोधन दिया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी विशिष्ट अतिथियों को कुलपति प्रो.( डॉ) के.जी. सुरेश द्वारा स्मृति चिन्ह देकर आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में डॉ सूर्य प्रकाश द्वारा रचित पुस्तक “मैं कवि नहीं” का भी विमोचन किया गया। इस लोकार्पण समारोह में रीवा संभाग के अनेक प्रबुद्ध नागरिक एवं विश्वविद्यालय के छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन रीवा परिसर के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. बृजेन्द्र शुक्ल ने किया, जबकि आभार विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में उपकुलसचिव दीपेन्द्र बघेल, सहायक प्राध्यापक संदीप भट्ट, रवि साहू, सहित शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।