हनुमान जी दुनिया के बेस्ट एंबेसडर : डॉ. नरेंद्र कौशिक

एमसीयू में कम्युनिकेशन लेशंस इन रामायण पर व्याख्यान

भोपाल, 13 मार्च, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय माखनपुरम में विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा कम्युनिकेशन लेशंस इन रामायण विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। भारत रत्न लता मंगेशकर सभागार में आयोजित इस व्याख्यान में स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन जेईसीआरसी युनिवर्सिटी जयपुर के डीन प्रो. डॉ. नरेंद्र कौशिक ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ. कौशिक ने भगवान राम एवं एवं हनुमान जी से संचार के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हनुमान जी बहुत ब्रीफ में बोलते थे और बहुत ही साफगोई से बात करते थे। उन्होंने कहा कि हनुमान जी जब बात करते थे तो सबसे अच्छे शब्दों का प्रयोग करते थे। वे न धीमा बोलते थे ना ज्यादा तेज बोलते थे। उन्होंने भगवान राम, सुग्रीव,बाली, तारा, रावण आदि से हनुमान जी के संवाद में संचार की कला के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि हनुमान जी जब लंका में गए तो उन्होंने युद्ध को टालने के लिए रावण से बहुत ही उपयुक्त शब्दों का प्रयोग किया, वहीं उन्होंने चेतावनी भी दी। डॉ. कौशिक ने हनुमान जी को पूरी दुनिया का बेस्ट एंबेसडर बताया।

भगवान श्रीराम को मृदुभाषी बताते हुए उन्होंने कहा कि उनके अंदर लीडरशिप क्वालिटी थी। उन्होंने कहा कि संचार कौशल में निपुण भगवान राम जब वनवास गए तो उन्होंने माता कैकेई के भी चरण वंदन किए। वनगमन में शबरी, सुग्रीव, सूर्पनखा, विभीषण, रावण आदि से संवाद के दौरान भगवान राम ने किस कुशलता के साथ संचार किया इस बारे में डॉ. कौशिक ने बहुत ही अच्छे तरीके से बताया। उन्होंने कहा कि गहरे पानी में बहुत गहराई होती है, वैसे ही भगवान राम के व्यक्तित्व में गहराई थी। डॉ. कौशिक ने कहा कि ज्ञान, पढ़ने से बढ़ता है और पढ़ने से आत्मविश्वास आता है। उन्होंने सभी को भगवान राम व भगवान बुद्ध को पढ़ने की बात कही। व्याख्यान में विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पवित्र श्रीवास्तव ने डॉ. कौशिक का स्वागत किया। वहीं डॉ.गजेंद्र सिंह अवास्या ने व्याख्यान का संचालन किया। व्याख्यान में विवि. के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।