एमसीयू में  वेटलैंड सरंक्षण के लिए जागरूकता कार्यशाला

भोपाल 21 फरवरी, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय  के जनसंचार विभाग और सेंटर फॉर मीडिया स्टडीस नई दिल्ली के तत्वावधान में  मीडिया के विद्यार्थियों के लिए वेटलैंड संरक्षण पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। वेटलैंड और जैविक विविधिता को संरक्षित करने के लिए क्षमता वर्धन कार्यशालाओं की श्रृंखला में पहली दो दिवसीय कार्यशाला 22-23 फरवरी को विश्वविद्याल परिसर में आयोजित की जा रही है।

दो दिन की कार्यशाला का उद्देश्य मीडिया छात्रों को वेटलैंड संरक्षण और पर्यावरण पत्रकारिता में व्यापक ज्ञान और व्यावहारिक कौशल प्रदान करना है। कार्यशाला में पर्यावरण संबंधित विषयों पर लेखन और संवाद  के प्रभावी तकनीकों की जानकारी भी दी जायेगी। इस दौरान प्रतिभागी फील्ड विजिट पर भी जायेंगे ताकि वे वेटलैंड की पारिस्थितिक महत्व को प्रत्यक्ष रूप से समझ सकें।

उद्घाटन सत्र में राज्य वेटलैंड प्राधिकरण के अधिकारी लोकेन्द्र ठक्कर, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालयके प्रोफेसर (डॉ.) केजी सुरेश विशेष रूप से संबोधित करेंगे।

सेंटर फॉर मीडिया स्टडीस (सी एम एस) की प्रोग्राम निदेशक सुश्री अन्नू आनंद  ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य आकांक्षी पत्रकारों और मीडिया छात्रों को वेट लैंड,उनके पारिस्थितिक महत्व और संरक्षण की वकालत करने में मीडिया की भूमिका के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान करना है। शहरीकरण, प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरों के कारण वेटलैंड के नष्ट  होने के खतरे बढ़ रहे हैं, मीडिया के लिए जागरूकता बढ़ाने और सकारात्मक बदलाव लाने में सक्रिय भूमिका निभाना जरूरी है।“

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग की प्रमुख डॉ. आरती सारंग ने कहा, “मीडिया छात्रों को वेटलैंड (आर्द्रभूमि) संरक्षण और पर्यावरण पत्रकारिता के प्रति संवेदनशील बनाने और सीखने में यह कार्यशाला एक अनूठा अवसर प्रदान करेगी। कार्यशाला के अंत में, छात्र “वेटलैंड  मित्र” बनने और वेटलैंड संरक्षण को बढ़ावा देने की शपथ लेंगे। वे भोज वेटलैंड का भी दौरा करेंगे जिसे अगस्त 2002 से रामसर कन्वेन्शन के तहत अंतर्राष्ट्रीय महत्व का वेटलैंड नामित किया गया है।