बाबा साहब की पत्रकारिता पर शोध होना चाहिए : कुलपति प्रो सुरेश

युगदृष्टा और युगपुरुष थे बाबा साहब :  हेमंत मुक्तिबोध

“बहुआयामी बाबा साहब” पर एमसीयू में विशेष व्याख्यान

भोपाल, 15 अप्रैल, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में “बहुआयामी बाबा साहब” विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित इस विशेष व्याख्यान की अध्यक्षता कुलपति प्रो. डॉ.के.जी. सुरेश ने की, वहीं मुख्य वक्ता लेखक, विचारक, चिंतक एवं समाज सेवक हेमंत मुक्तिबोध थे।

कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी अपनी कर्मठता की वजह से इस मुकाम तक पहुंचे हैं। वे सभी को स्वायत, स्वतंत्र और स्वाबलंबी बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब एक शिक्षाविद और पत्रकार भी थे। प्रो. सुरेश ने कहा कि बाबा साहब का शिक्षा को सबसे ज्यादा महत्व देते थे और शिक्षित होना उनका मूलमंत्र था। उन्होंने कहा कि व्यापक राष्ट्रहित में बाबा साहब ने पूना पैक्ट पर हस्ताक्षर किए। इसके साथ ही प्रो. सुरेश ने कहा कि बाबा साहब पत्रकार भी थे और उन्होंने अखबार भी निकाले हैं, इसलिए उनकी पत्रकारिता पर   भी शोध भी होना चाहिए।

मुख्य वक्ता लेखक, विचारक, चिंतक एवं समाज सेवक हेमंत मुक्तिबोध ने कहा कि बाबा साहब समकालीन भारत के महापुरुष थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब अनेक लोगों को प्रकाशित करने वाला व्यक्तित्व था। श्री मुक्तिबोध ने कहा कि बाबा साहब युगदृष्टा और युगपुरुष थे। इस अवसर पर शॉर्ट फिल्म और विभिन्न क्षेत्रों में विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया।

विशेष व्याख्यान का संयोजन डॉ. बबिता अग्रवाल ने किया, जबकि विषय की प्रस्तावना प्रो शिवकुमार विवेक ने रखी। कुलसचिव प्रो डॉ अविनाश वाजपेयी ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।