रतौना आंदोलन के सौ वर्ष पर सागर में व्याख्यान एक मार्च को

रतौना आंदोलन के सौ वर्ष पर सागर में व्‍याख्‍यान एक मार्च को

भोपाल, 29 फरवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्‍ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय, भोपाल द्वारा रतौना आंदोलन के सौ वर्ष पूर्ण होने पर दिनांक 01 मार्च 2020 को रवीन्‍द्र भवन सागर में व्‍याख्‍यान का आयोजन किया जा रहा है। इस व्‍याख्‍यान के मुख्‍य वक्‍ता दैनिक भास्‍कर के सेंट्रल सेटेलाइट एडिटर शिव कुमार विवेक होंगे। विशिष्‍ट अतिथि के रूप में वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता चतुर्भुज सिंह राजपूत एवं वरिष्‍ठ साहित्‍यकार प्रो. सुरेश आचार्य के साथ समाजसेवी अब्‍दुल रफीक गनी उपस्थित रहेंगे। समारोह की अध्‍यक्षता माखनलाल चतुर्वेदी राष्‍ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय, भोपाल के कुलपति दीपक तिवारी करेंगे।

इस मौके पर राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी के जीवन पर केंद्रित गांधी दर्शन एवं पोस्‍टर प्रदर्शिनी भी लगाई जाएगी। इंडियन नेशनल ट्रस्‍ट फॉर आर्ट एंड कल्‍चरल हेरीटेज, स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्‍तराधिकारी संगठन, श्‍यामलम कला संस्‍था तथा रंग के साथी संस्‍था इस आयोजन की सहयोगी संस्‍थान होंगे। कार्यक्रम स्‍थल रवीन्‍द्र भवन सागर में इन संस्‍थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा रतौना आंदोलन और गांधी जी पर केंद्रित पोस्‍टर निर्माण भी किए जाएंगे। समारोह में प्रबुद्धजनों से भागीदार होने का आग्रह है।

रतौना आंदोलन के सौ वर्ष पर सागर में व्‍याख्‍यान एक मार्च को भोपाल, 29 फरवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्‍ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय, भोपाल द्वारा रतौना आंदोलन के सौ वर्ष पूर्ण होने पर दिनांक 01 मार्च 2020 को रवीन्‍द्र भवन सागर में व्‍याख्‍यान का आयोजन किया जा रहा है। इस व्‍याख्‍यान के मुख्‍य वक्‍ता दैनिक…

फैसले जल्दबाजी में नहीं ठंडे दिमाग से लें- इरफान

फैसले जल्दबाजी में नहीं ठंडे दिमाग से लें- इरफान

समाज के बीच जाकर पत्रकारिता करें- कुलपति

एमसीयू में राज्यसभा टीवी के सीनियर प्रोड्यूसर एवं ‘गुफ्तगू’ के प्रस्तुतकर्ता सैय्यद मोहम्मद इरफान का विशेष व्याख्यान

भोपाल, 27 फरवरी, 2020: किसी साक्षात्कार को करने से पहले उस विषय पर शोध करें, और उसके बाद साक्षात्कार करें। इसके साथ ही बोलचाल की भाषा में ही साक्षात्कार करने की कोशिश करना चाहिए। ये विचार राज्यसभा टीवी के सीनियर प्रोड्यूसर एवं ‘गुफ्तगू’ के प्रस्तुतकर्ता श्री सैय्यद मोहम्मद इरफान ने व्यक्त किए। वे माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग द्वारा आयोजित विशेष व्याख्यान में बोल रहे थे। व्याख्यान से पूर्व विश्वविद्यालय के कुलपति श्री दीपक तिवारी ने शॉल, श्रीफल, सूत की माला एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर श्री इरफान का स्वागत किया। विवि. के सभागार में आयोजित इस व्याख्यान में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

राज्यसभा टीवी के अपने खास कार्यक्रम ‘गुफ्तगू’ में देश की कई प्रसिद्ध हस्तियों का साक्षात्कार ले चुके श्री इरफान ने भाषा को समृद्ध करने की बात कहते हुए शब्द भंडार को बढ़ाए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एक पत्रकार के तौर पर भाषा के बुनियादी अनुशासन के प्रति आपको सजग होना चाहिए। उन्होंने कहा एक पत्रकार को जानकारी के साथ ही, उस विषय एवं काम में रुचि भी होनी चाहिए। दर्शकों के ज्ञान एवं समझ पर उन्होंने कहा कि एक पत्रकार एवं एंकर को कभी भी दर्शक को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए, यदि आपने ऐसा किया तो वहीं से आपमें गिरावट आना शुरु हो जाएगी। टीवी पर एंकर दिखने एवं चमकने की होड़ पर उन्होंने कहा कि एंकर को खुद को ज्यादा दिखाने की प्रवृत्ति से बचना चाहिए, इसकी जगह उसे अपने अतिथि पर ज्यादा फोकस रखना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप पत्रकारिता के विद्यार्थी हैं और एक ऐसे कैरियर को अपनाने जा रहे हैं, जिससे सभी प्रभावित होते हैं, इसलिए आपकी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।

श्री इरफान ने जीवन मूल्यों पर जोर देते हुए समय के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने मान्यताओं पर भी बात की, वहीं उन्होंने समावेशी चिंतन पर भी अपने विचार व्यक्त किए। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी फैसले जल्दबाजी में मत लीजिए। दिमाग को ठंडा रखिए और पहले थोड़ा सोचिए। उन्होंने विद्यार्थियों को गुरु मंत्र के तीन शब्द बताए। ध्यान से सुनिए, ध्यान से सुनिए, ध्यान से सुनिए।

विश्वविद्यालय के कुलपति श्री दीपक तिवारी ने कहा कि पत्रकारिता आप उनके लिए करते हैं, जिनकी बात उन तक नहीं पहुंच पाती, जिन तक पहुंचना चाहिए। श्री तिवारी ने कहा कि इसलिए एक पत्रकार के तौर आपको उनके बारे में जानना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि पत्रकार के तौर पर आप जो बोलते हैं, उसका बहुत असर होता है। पत्रकारिता के छात्रों से उन्होंने समाज के बीच में जाकर पत्रकारिता करने की बात कही। श्री तिवारी ने वसुधैव कुटुम्बकम एवं भारतीय दर्शन पर भी अपने विचार रखे।

फैसले जल्दबाजी में नहीं ठंडे दिमाग से लें- इरफान समाज के बीच जाकर पत्रकारिता करें- कुलपति एमसीयू में राज्यसभा टीवी के सीनियर प्रोड्यूसर एवं ‘गुफ्तगू’ के प्रस्तुतकर्ता सैय्यद मोहम्मद इरफान का विशेष व्याख्यान भोपाल, 27 फरवरी, 2020: किसी साक्षात्कार को करने से पहले उस विषय पर शोध करें, और उसके बाद साक्षात्कार करें। इसके साथ…

परिस्थितियों से परिचित कराते हैं कार्टून- कार्टूनिस्ट इरफान

परिस्थितियों से परिचित कराते हैं कार्टून- कार्टूनिस्ट इरफान

भोपाल, 25 फरवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में आज जनसत्ता अख़बार के  प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट इरफान छात्रों से रूबरू हुए। अपनी बात शुरू करते हुए इरफान  ने कहा कि कार्टून एक ऐसा माध्यम है जिससे लोगों को परिस्थितियों से परिचित कराया जाता है।

कार्टून बनने की स्थिति को व्यक्त करते हुए उन्होंने बताया कि यदि कोई ऐसा कार्य हो जाय जो नहीं होना चाहिए तो उस पर कार्टून बनता है। कार्टून बनाने के लिए मुख्यत: पांच बातों का ज्ञान होना आवश्यक है, पहला कार्टूनिस्ट एक अच्छा चित्रकार हो , उसे स्थिति की समझ के साथ समाचार की परख हो, हास्यवृत्ति का उचित प्रयोग करते हुए संदर्भ का ज्ञान हो।  वर्तमान समय में व्यंग सब से आगे है लेकिन आज के लोग व्यंग और उपहास में अंतर करना नहीं जानते हैं।

*कार्टूनिस्ट विशुद्ध रूप से पत्रकार होता है- इरफान

कार्टूनिस्ट की सबसे बड़ी विशेषता यह होती है कि वह विशुद्ध रूप से पत्रकार होता है जो आड़ी तिरक्षी रेखाओं के माध्यम से बात को कहता है और इसके साथ ही वह उन मुद्दों को रेखांकित करता है जो समाज के लिए आवश्यक होते हैं। इन सब के अलावा पढ़ना भी अति आवश्यक है।

एक कार्टूनिस्ट की चुनौती को रेखांकित करते हुए उन्होंने बताया कि कानूनी सीमाओं को ध्यान में रखते हुए स्वतंत्र रूप से कार्टून बनाना आवश्यक होता है। यदि किसी प्रकार की लगाम लगाई जाती है तो कार्य करना कठिन हो जाता है।

भीड़ से अलग होने के लिए बने रचनात्मक – इरफान

छात्रों द्वारा किए गए प्रश्नों का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि  आज का समय बदल गया है आज कोई भी कार्टूनिस्ट पहले की अपेक्षा ज्यादा कार्य कर रहा है उसे समाचारों की रफ्तार से कदम ताल करना है। यद्यपि आज तकनीकी आ गई है लेकिन बेसिक कार्य जैसे स्केच बनाना तो आप को आना ही चाहिए।

आप को कई विकल्प रखने चाहिए आप एक ही जगह पर अपने मन का सब कुछ नहीं कर सकते।

*अगर अपने ठान लिया है कि आपको कहां जाना है तो रास्ता खुद ब खुद बन जाएगा।

आप जो भी कार्य कर रहे हैं उसे पूरी ईमानदारी से और सशक्त रूप से जरिए।

अपनी सीमाओं का हमेशा ध्यान रखते हुए कार्य करें।

अधिक से अधिक पढ़े और जिस विषय पर कार्टून बना रहे हैं, उसके बारे में पूरी जानकारी रखें।आपका प्रयास ये होना चाहिए कि आज के समय में आप लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरे।

समाज में खिले फूल की तरह हैं कार्टूनिस्ट -प्रो. अरुण त्रिपाठी

कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रो. अरुण त्रिपाठी ने कहा कि ये मायने नहीं रखता कि आपने जंग कितनी जीती है सवाल ये है कि आपने कभी हार नहीं मानी और ये बात इरफान जी के लिए सटीक बैठती है।वर्तमान समय में कार्टूनिस्ट हमारे समाज में खिले हुए फूल की तरह होता है।

कार्यक्रम का संचालन प्राध्यापक डॉ विष्णु राजगढ़िया ने किया और प्राध्यापक डॉ रंजन ने विभाग की ओर से पुस्तक भेंट की।

परिस्थितियों से परिचित कराते हैं कार्टून- कार्टूनिस्ट इरफान भोपाल, 25 फरवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में आज जनसत्ता अख़बार के  प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट इरफान छात्रों से रूबरू हुए। अपनी बात शुरू करते हुए इरफान  ने कहा कि कार्टून एक ऐसा माध्यम है जिससे लोगों को परिस्थितियों से परिचित कराया जाता है। कार्टून बनने…

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में “मीडिया इंडस्ट्री रिक्वायरमेंट” विषय पर विशेष व्याख्यान

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में “मीडिया इंडस्ट्री रिक्वायरमेंट” विषय पर विशेष व्याख्यान

भोपालमंगलवार, 25 फरवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में “मीडिया इंडस्ट्री रिक्वायरमेंट” विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन हुआ। इस अवसर पर ज़ी मीडिया समूह के सीईओ दिलीप तिवारी ने मीडिया विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया में खबरें लेफ्ट राइट नहीं बल्कि टाइट होनी चाहिए। उन्होने कहा कि इस प्रोफेशन में राशन नहीं पैशन ज़रूरी होता है। टीवी मीडिया में एंकर बनने से पहले आपको एक पत्रकार और रिपोर्टर बनना जरूरी है।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति श्री दीपक तिवारी ने कहा कि देशभर में हमारे पत्रकारिता विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं, वे मीडिया संस्थानों में अच्छे कंटेंट क्रिएटर का भी काम कर रहे हैं।

इस कार्यक्रम में ज़ी मीडिया की एचआर हेड सुश्री रुचिरा श्रीवास्तव, एचआर मैनेजर श्री कमल शर्मा, विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अविनाश वाजपेयी समेत शिक्षकगण एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में “मीडिया इंडस्ट्री रिक्वायरमेंट” विषय पर विशेष व्याख्यान भोपाल, मंगलवार, 25 फरवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में “मीडिया इंडस्ट्री रिक्वायरमेंट” विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन हुआ। इस अवसर पर ज़ी मीडिया समूह के सीईओ दिलीप तिवारी ने मीडिया विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया में खबरें लेफ्ट…

देश की पत्रकारिता में बढ़ रहे वैक्यूम की भरपाई जरूरी है- पूण्य प्रसून बाजपेयी

देश की पत्रकारिता में बढ़ रहे वैक्यूम की भरपाई जरूरी है- पूण्य प्रसून बाजपेयी

जनसरोकारी पत्रकारिता को ध्येय बनाएं पत्रकारिता विद्यार्थी

भोपाल, सोमवार, 24 फरवरी, 2020: देश के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेयी ने कहा है कि इस समय देश में जनसरोकारी पत्रकारिता दम तोड़ रही है, जिसे जिंदा रखने की बहुत आवश्यकता है। देश के विकास और उसे दिशा देने में पत्रकारों की अहम भूमिका है, उन्हे निष्पक्ष रूप से अपना काम करते हुए अपनी पेशेवर गरीमा को बनाए रखना चाहिए। सोमवार को माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में आयोजित विशेष व्याख्यान में पुण्य प्रसून वाजपेयी ने कहा कि इस समय देश की पत्रकारिता में वैक्यूम बढ़ रहा है जिसकी भरपाई नए और उर्जावान पत्रकारों से की जा सकती है। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने कहा कि आप भविष्य के पत्रकार हैं आपके अंदर हमेशा सवाल होने चाहिए क्यों कि आज देश को पत्रकारों की आवश्यकता हैं।

विशेष व्याख्यान के माध्यम से मीडिया विद्यार्थियों को वर्तमान पत्रकारिता की चुनौतियां और उनसे निपटने के मंत्र देने के बाद श्री वाजपेयी एक घंटे विद्यर्थियों के बीच खुला संवाद किया। इस संवाद में उन्होंने खबरों के चयन, उनको तैयार करने एवं इसके लिए जरूरी रिसर्च पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया और प्रभावी समाचारों के लिए सूत्र दिए।

कार्यक्रम की शुरुआत में मीडिया प्रबंधन के विभागाध्यक्ष डॉ: अविनाश वाजपेयी ने पुस्तक तथा शॉल श्रीफल देकर पुण्य प्रसून वाजपेयी का स्वागत किया। विश्वविद्यालय के प्रोफेसर श्री विष्णु राजगढ़िया ने कार्यक्रम का संचालन किया।

देश की पत्रकारिता में बढ़ रहे वैक्यूम की भरपाई जरूरी है- पूण्य प्रसून बाजपेयी जनसरोकारी पत्रकारिता को ध्येय बनाएं पत्रकारिता विद्यार्थी भोपाल, सोमवार, 24 फरवरी, 2020: देश के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेयी ने कहा है कि इस समय देश में जनसरोकारी पत्रकारिता दम तोड़ रही है, जिसे जिंदा रखने की बहुत आवश्यकता है। देश…

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में ज़ी मीडिया का कैम्पस प्लेसमेंट शुरू

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में ज़ी मीडिया का कैम्पस प्लेसमेंट शुरू

भोपाल, सोमवार, 24 फरवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में ज़ी मीडिया की ओर से कैम्पस प्लेसमेंट प्रारंभ हो गया है। सोमवार को ज़ी मीडिया समूह के सीईओ श्री दिलीप तिवारी, एचआर हेड सुश्री रुचिका एवं एचआर मैनेजर श्री कमल शर्मा ने अपनी टीम के साथ मीडिया विद्यार्थियों के लिए प्लेसमेंट प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस पलेसमेंट प्रक्रिया में परिसर में विश्वविद्यालय के सभी विभागों के 225 विद्यर्थियों को सम्मिलित किया गया है, पहले दिन समूह चर्चा और दूसरे दिन व्यक्तिगत इंटरव्यू के माध्यम से जी मीडिया कंपनी विद्यार्थियों का चयन करेगी। तीन दिन चलने वाले इस कैम्पस प्लेसमेंट के माध्यम से ज़ी मीडिया समूह विश्वविद्यालय के मीडिया विद्यार्थियों का चयन अपने विभिन्न टीवी चैनलों के लिए कर रहा है।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में ज़ी मीडिया का कैम्पस प्लेसमेंट शुरू भोपाल, सोमवार, 24 फरवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में ज़ी मीडिया की ओर से कैम्पस प्लेसमेंट प्रारंभ हो गया है। सोमवार को ज़ी मीडिया समूह के सीईओ श्री दिलीप तिवारी, एचआर हेड सुश्री रुचिका एवं एचआर मैनेजर श्री कमल शर्मा ने अपनी टीम के…

वरिष्ठ शिक्षक श्री सुरेंद्र पाल के निधन पर शोक सभा

वरिष्ठ शिक्षक श्री सुरेंद्र पाल के निधन पर शोक सभा

भोपाल, 22 फरवरी 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक श्री सुरेंद्र पाल के निधन पर विश्वविद्यालय परिवार ने एक शोक सभा में उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। विश्वविद्यालय के नोएडा परिसर में सहायक प्राध्यापक पद पर कार्यरत श्री पाल लंबे समय से गंभीर बीमारी से पीड़ित थे, शनिवार सुबह उनका निधन हो गया था।

विश्वविद्यालय के कुलपति श्री दीपक तिवारी ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है। शोक सभा में विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षक अधिकारी एवं कर्मचारी गण भी उपस्थित थे।

श्री पाल के दुखद निधन पर शनिवार को विश्वविद्यालय के सभी परिसरों में दोपहर बाद अवकाश भी घोषित किया गया।

वरिष्ठ शिक्षक श्री सुरेंद्र पाल के निधन पर शोक सभा भोपाल, 22 फरवरी 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक श्री सुरेंद्र पाल के निधन पर विश्वविद्यालय परिवार ने एक शोक सभा में उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। विश्वविद्यालय के नोएडा परिसर में सहायक प्राध्यापक पद पर कार्यरत…

पूर्व आईएएस रमेश चन्द्र भंडारी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के नए कुलाधिसचिव

पूर्व आईएएस रमेश चन्द्र भंडारी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के नए कुलाधिसचिव

 कार्यभार ग्रहण किया

भोपाल, 19 फरवरी 2020: श्री रमेश चन्द्र भंडारी ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में कुलाधिसचिव के रुप में बुधवार को कार्यभार ग्रहण किया। कुलाधिसचिव (रेक्टर) के रुप में नियुक्त श्री भंडारी 2007 बैच के सेवानिवृत आईएएस अफसर हैं। श्री भंडारी अध्यापन कार्य से भी जुड़े रहे हैं।

पूर्व आईएएस रमेश चन्द्र भंडारी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के नए कुलाधिसचिव  कार्यभार ग्रहण किया भोपाल, 19 फरवरी 2020: श्री रमेश चन्द्र भंडारी ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में कुलाधिसचिव के रुप में बुधवार को कार्यभार ग्रहण किया। कुलाधिसचिव (रेक्टर) के रुप में नियुक्त श्री भंडारी 2007 बैच के सेवानिवृत आईएएस अफसर हैं। श्री भंडारी अध्यापन कार्य…

गांधी के विचार आज ज्यादा प्रासंगिकः कुलपति दीपक तिवारी

गांधी के विचार आज ज्यादा प्रासंगिकः कुलपति दीपक तिवारी

जबलपुर, 15 फरवरी, 2020: भारत  दुनिया का अनूठा देश है जहाँ भाषा, धर्म, रंग, नस्ल में इतनी विविधता के बावजूद सांप्रदायिक एकता और सौहार्द की भावना बनी है।इस देश को एकता और धर्मनिरपेक्षता  के सूत्र में पिरोने में महात्मा गांधी की विचारधारा और संविधान का महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए आज महात्मा गांधी के विचार ज्यादा प्रासंगिक हो गये हैं।नौजवानों को गांधी के विचार पढ़ना आवश्यक है।ताकि वे संविधान में बताए अनुसार भारत का निर्माण करने में सफल हों सकें।

ये बात आज यहाँ माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय ,भोपाल के कुलपति श्री दीपक तिवारी ने कही।वे समदडिया मॉल में “गांधी दर्शन” प्रदर्शनी सह व्याख्यान कार्यक्रम में बोल रहे थे।गांधीजी के जीवन से जुड़े अविस्मरणीय प्रसंगों पर एकाग्र 115 अभिनव पोस्टर्स की इस प्रदर्शनी का आयोजन विश्वविद्यालय द्वारा अपने संबद्ध अध्ययन संस्थाओं के विद्यार्थियों को गांधीजी के जीवन दर्शन से परिचित कराने के उद्देश्य से किया गया था।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में जानेमाने पत्रकार, गांधीवादी विचारक और वर्तमान में विश्वविद्यालय के एडजंक्ट प्रोफेसर श्री अरुण त्रिपाठी ने महात्मा गांधी के जीवन से जुड़े अनेक अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि गांधीजी के बारे में अक्सर दुष्प्रचार होता है कि उन्होंने वल्लभभाई पटेल को तवज्जो न देकर पंडित नेहरूजी को प्रधानमंत्री बनाया।लेकिन हकीकत ये थी कि वल्लभभाई पटेल नेहरु से उम्र में दस वर्ष बड़े और वयोवृद्ध थे। अतःदेश को एक युवा नेतृत्व देने की भावना से ही उन्होंने नेहरू जी का नाम आगे बढ़ाया। श्री त्रिपाठी ने बहुत रोचक ढंग से उन परिस्थितियों का भी वर्णन किया झ

जिनमें कस्तूरबा गांधी सत्याग्रह के आंदोलन में  जुड़ीं। विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव विवेक सावरीकर ने कार्यक्रम का उत्कृष्ट संचालन किया। इससे पूर्व राजीव गांधी इंस्टीट्यूट (9035), जबलपुर के संचालक श्री राजेश वर्मा और एकेडमी ऑफ कम्प्यूटर साईंस एंड टेक्नोलॉजी (9027) के संचालक श्री प्रशांत कर्मवीर और श्री राजकुमार पटेल ने कुलपतिजी और मुख्य वक्ता श्री अरुण त्रिपाठी का समस्त संचालकों की ओर से प्रातिनिधिक रूप से पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया।

कार्यक्रम के प्रथम चरण में जबलपुर, कटनी, मंडला और नरसिंहपुर के संचालकों के साथ एक बैठक भी हुई जिसे निदेशक (संबद्ध अध्ययन संस्थाएं) डॉक्टर मनीष माहैश्वरी, परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजेश पाठक, निदेशक, प्रशिक्षण डॉ अनुराग सीठा ने संबोधित किया और संचालकों के प्रश्नों और जिज्ञासाओं का समाधान किया।

गांधी के विचार आज ज्यादा प्रासंगिकः कुलपति दीपक तिवारी जबलपुर, 15 फरवरी, 2020: भारत  दुनिया का अनूठा देश है जहाँ भाषा, धर्म, रंग, नस्ल में इतनी विविधता के बावजूद सांप्रदायिक एकता और सौहार्द की भावना बनी है।इस देश को एकता और धर्मनिरपेक्षता  के सूत्र में पिरोने में महात्मा गांधी की विचारधारा और संविधान का महत्वपूर्ण…