Orientation of PR officers from December 14 in MCU

Orientation of PR officers from December 14 in MCU

Commissioner, Public Relations, Dr Sudam Khade to be chief guest

Bhopal, 12th December, 2020: Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication will hold a two-day orientation of Public Relations Officers of MP Government on December 14-15, on various aspects of media and public relations.

The programme will begin at 10.30 am with the inaugural function, to be attended by Commissioner, Public Relations, Dr Sudam Khade, who will deliver a keynote address on ‘Public Relations: Why’. University Vice Chancellor Prof KG Suresh will chair the session.

Several prominent personalities of media and public Relations, including Editor and Business Head of TV-9 Network Shri Rakesh Khar, Editor of Bansal News, Shri Sharad Dwivedi, former DG, Doordarshan Smt Beena Jain, Founder and Director of GreyMatters Communications & Consulting Pvt Ltd, Shri Navneet Anand and faculty members of the university will address different sessions in the programme. The University has been organising such training programmes for different cadres.

Orientation of PR officers from December 14 in MCU Commissioner, Public Relations, Dr Sudam Khade to be chief guest Bhopal, 12th December, 2020: Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication will hold a two-day orientation of Public Relations Officers of MP Government on December 14-15, on various aspects of media and public relations. The programme…

एमसीयू और यूनिसेफ मिलकर प्रारंभ करेंगे ‘क्रिटिकल अप्रेजल स्किल’ प्रशिक्षण कार्यक्रम

एमसीयू और यूनिसेफ मिलकर प्रारंभ करेंगे ‘क्रिटिकल अप्रेजल स्किल’ प्रशिक्षण कार्यक्रम

कोविड वैक्सीन को लेकर जागरूकता पर केन्द्रित होगा प्रशिक्षण कार्यक्रम

भोपाल, 10 दिसम्बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल और यूनिसेफ मध्यप्रदेश में संयुक्त रुप से मीडिया शिक्षक, विद्यार्थियों और पत्रकारों के लिए जन स्वास्थ्य रिपोर्टिंग को लेकर ‘क्रिटिकल अप्रेजल स्किल’ प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ करेंगे। कोविड वैक्सीन को लेकर जागरूकता पर केन्द्रित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम नोएडा, भोपाल, खंडवा और रीवा के पत्रकारों, मीडिया विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए अलग-अलग चरणों में दिसम्बर में आयोजित किया जाएगा।

विश्वविद्यालय में आज कुलपति प्रो. केजी सुरेश की अध्यक्षता में आयोजित एक ऑनलाइन मीटिंग में इस बारे में निर्णय लिया गया। कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि महामारी के समय में कोविड-19 वैक्सीन को लेकर भ्रम पैदा किया जा रहा है। आज आवश्यकता इस बात की है कि जनस्वास्थ्य से जुड़े विषयों को लेकर पत्रकारों, मीडिया से जुड़े शिक्षकों और विद्यार्थियों को संवेदनशील बनाया जाए। स्वास्थ्य से जुड़ी ख़बरें आम व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करती हैं। वर्तमान समय की जरूरत को ध्यान में रखते हुए ‘क्रिटिकल अप्रेजल स्किल’ प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया गया। पूर्व में बनाए गए ट्रेनिंग मॉड्यूल को इस महामारी को देखते हुए कुछ परिवर्तित रूप में लागू किया जाएगा।

यूनिसेफ के स्वास्थ्य संचार विशेषज्ञ श्री अनिल कोटा गुलाटी ने कहा कि मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य संचार के दृष्टिकोण से चुनौतियां ज्यादा हैं। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि मीडियाकर्मियों को हेल्थ रिलेटेड इश्यूज पर कवर करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रमोद जोशी ने कहा कि छोटे स्थानों से जुड़े पत्रकारों को फैक्ट-चेकिंग के बारे में प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार श्री संजय अभिज्ञान ने वर्तमान में इस ट्रेनिंग की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि एक राज्य में एक प्रतिष्टित समाचार पत्र के साथ कोविड-19 वैक्सीन को लेकर भ्रामक पर्चे बांटे गए। श्री संजय देव ने कहा कि इस तरह की ट्रेनिंग अंशकालीन पत्रकारों के लिए आवश्यक है। स्वास्थ्य से जुड़ी खबरें कवर कर रहे पत्रकार श्री ज्ञानप्रकाश ने सुझाव दिया कि इस तरह की ट्रेनिंग में स्वास्थ्य विशेषज्ञों को भी आमंत्रित किया जाना चाहिए। श्री अजय कंचन ने कहा कि पत्रकारों को एविडेंस की गुणवत्ता जांचने का भी प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।

यूनिसेफ की कम्युनिकेशन ऑफिसर श्रीमती सोनिया सरकार एवं डॉ वंदना भाटिया ने भी सुझाव दिए। यह सभी विशेषज्ञ और वरिष्ठ पत्रकार वर्ष 2014-15 में देश में प्रारंभ किए गए ‘क्रिटिकल अप्रेजल स्किल’ प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़े रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ लाल बहादुर ओझा ने किया। कुलसचिव डॉ अविनाश बाजपेयी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

एमसीयू और यूनिसेफ मिलकर प्रारंभ करेंगे ‘क्रिटिकल अप्रेजल स्किल’ प्रशिक्षण कार्यक्रम कोविड वैक्सीन को लेकर जागरूकता पर केन्द्रित होगा प्रशिक्षण कार्यक्रम भोपाल, 10 दिसम्बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल और यूनिसेफ मध्यप्रदेश में संयुक्त रुप से मीडिया शिक्षक, विद्यार्थियों और पत्रकारों के लिए जन स्वास्थ्य रिपोर्टिंग को लेकर ‘क्रिटिकल अप्रेजल स्किल’ प्रशिक्षण…

MCU and UNICEF to roll out Critical Appraisal Skill training programme for media educators, students and journalists in MP

MCU and UNICEF to roll out Critical Appraisal Skill training programme for media educators, students and journalists in MP

Training to focus on awareness on Covid-19 vaccine

Bhopal, 12th December, 2020: Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal and UNICEF will jointly launch ‘Critical Appraisal Skill’ training programme to sensitize media educators, students and journalists on reporting related with health issues, especially misinformation and disinformation being spread on Covid-19 vaccine. The training programme will be held in three phases for journalists of Noida, Bhopal, Khadwa and Rewa, media students and teachers for December, 2020 itself.

On Thursday, a joint online meeting, chaired by University Vice Chancellor Prof KG Suresh, decided to launch the CAS in Madhya Pradesh, considering it as the need of the hour. Prof Suresh said, fake content and disinformation related with Covid vaccine is spreading fast and it has become a challenge for the media persons to prevent it. The training will sensitize them in this regard. Training modules developed for public health reporting under the CAS will be reoriented and reframed for creating awareness particularly in this pandemic time.’

Health communication expert of UNICEF Shri Anil Gulati underlined the need at present to create awareness on reporting on health-related issues especially among media persons. Senior journalists Shri Pramod Joshi said basic skills for fact-checking should be imparted to media persons working at small towns. Senior journalist Sanjay Abhigyan pointed out relevance of the training today and quoted a case of a state, where pamphlets carrying misinformation about Covid vaccine were distributed with a newspaper. Shri Sanjay Dev said such training is required for stringers. Shri Gyan Prakash, a senior journalist covering health reporting in Delhi, suggested that health experts should also be invited in this training.  Shri Ajay Kanchan said journalists should be imparted training to check the quality of evidence.

Communication officer, UNICEF, Smt Sonia Sarkar and Dr Vandana Bhatia also made important suggestions. All experts and journalists have been associated with the CAS, implemented in the country in 2014-15. Senior Assistant Professor Dr Lal Bahadur Ojha conducted the online meeting. Registrar Dr Avinash Bajpayee proposed the vote of thanks.

MCU and UNICEF to roll out Critical Appraisal Skill training programme for media educators, students and journalists in MP Training to focus on awareness on Covid-19 vaccine Bhopal, 12th December, 2020: Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal and UNICEF will jointly launch ‘Critical Appraisal Skill’ training programme to sensitize media educators, students and…

एमसीयू में “महिला कर्मचारियों के अधिकार और दायित्व” विषय पर संवाद एवं परिचर्चा सम्पन्न

एमसीयू में “महिला कर्मचारियों के अधिकार और दायित्व” विषय पर संवाद एवं परिचर्चा सम्पन्न

भोपाल, 8 दिसम्बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालया में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (उच्चतर शैक्षिक संस्थानों में महिला कर्मचारियों एवं छात्रों के लैंगिक उत्पीड़न के निराकरण, निषेध एवं सुधार) विनियम 2015 के तहत गठित आंतरिक शिकायत समिति द्वारा “महिला कर्मचारियों के अधिकार और दायित्व” विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई| जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड, भोपाल की सदस्य श्रीमती प्रतिभा पाण्डे ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की महिला कर्मचारियों के साथ संवाद किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो केजी सुरेश ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने अपने उद्बोधन में अधिकार के साथ दायित्व बोध की आवश्यकता पर जोर डाला। कुलपति प्रो. केजी सुरेश  ने कहा कि महिलाओं से संबंधित कानूनों पर जागरूकता पैदा करने की जरूरत है। महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराध छोटी घटनाओं से शुरू होते हैं जिन्हें आमतौर पर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। लैंगिक उत्पीड़न से जुड़े किसी भी मामले में विश्वविद्यालय द्वारा ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अपनाई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय के बिसनखेड़ी स्थित नये परिसर में स्टाफ़ के बच्चों के लिये शिशुगृह की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने आशा जताई की आईसीसी केवल शिकायतों के निराकरण तक ही सीमित न रहकर विश्वविद्यालय में व्यापक दृष्टिकोण के साथ कार्य करेगी।

श्रीमती प्रतिभा पाण्डे ने अपने उद्बोधन में कहा कि बेटियों को सुरक्षित माहौल देने के लिए यह आवश्यक है कि हम अपने बेटों को पढ़ाएं और बताएं। माता-पिता को अपने बेटों के साथ उनके व्यवहार के बारे में बात करनी चाहिए। श्रीमती पांडे ने कहा कि महिला सहकर्मियों के प्रति उनका रवैया वैसा ही होना चाहिए, जैसा कि उनके परिवार में महिला सदस्यों का है। उन्होंने कहा कि एक महिला जन्म से सम्मान पाने की हकदार है| हम कानूनों द्वारा महिला की गरिमा और सम्मान को सुनिश्चित नहीं कर सकते। समाज को अपनी मानसिकता बदलनी होगी। श्रीमती पांडे ने अधिनियम के प्रावधानों को विस्तृत रूप से साझा किया।

सहायक रजिस्ट्रार श्री विवेक सावरीकर ने कार्यक्रम का संचालन किया। कुलसचिव प्रो. अविनाश बाजपेयी ने स्वागत उद्बोधन दिया। आंतरिक शिकायत समिति की अध्यक्ष प्रो पी शशिकला ने कार्यक्रम के विषय से अवगत कराया और आंतरिक शिकायत समिति के सभी सदस्यों का परिचय कराया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की सभी महिला शिक्षक, महिला अधिकारी एवं महिला कर्मचारियों ने सहभागिता की।

कार्यक्रम के अंत में परिचर्चा में विश्वविद्यालय में कार्यरत महिलाओं ने अपनी बातें साझा की और इस विषय से जुड़े कुछ सुझाव भी दिए। कार्यक्रम के पूर्व प्रो. शशिकला की अध्यक्षता में समिति की पहली बैठक हुई जिसमे सभी सदस्यों डॉ उर्वशी परमार, राहुल खड़िया, विवेक सावरिकर, श्रीमती तृप्ति वाजपेयी एवं श्रीमती प्रतिभा पांडे ने सहभागिता की। इसके पश्चात समिति के सदस्यों ने कुलपति के साथ संवाद किया और आगामी कार्यक्रमों की रुपरेखा पर चर्चा की।

एमसीयू में “महिला कर्मचारियों के अधिकार और दायित्व” विषय पर संवाद एवं परिचर्चा सम्पन्न भोपाल, 8 दिसम्बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालया में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (उच्चतर शैक्षिक संस्थानों में महिला कर्मचारियों एवं छात्रों के लैंगिक उत्पीड़न के निराकरण, निषेध एवं सुधार) विनियम 2015 के तहत गठित आंतरिक शिकायत समिति द्वारा “महिला…

एमसीयू के पांच विद्यार्थियों ने यूजीसी-नेट परीक्षा उत्तीर्ण की

एमसीयू के पांच विद्यार्थियों ने यूजीसी-नेट परीक्षा उत्तीर्ण की

भोपाल, 8 दिसम्बर, 2020:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के 5 विद्यार्थियों ने इस वर्ष यूजीसी-नेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाया। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने हाल ही में यूजीसी-नेट का परीक्षा परिणाम जारी किया है। इस परिणाम में विश्वविद्यालय के तीन पूर्व विद्यार्थी अंकिता त्रिपाठी, संचार शोध विभाग, रश्मि कुमारी और भरत कुमार, विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग और अंशुमान सिंह, भरत कुमार विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग, अंशुमान सिंह और संजू कुमारी, मीडिया प्रबंधन विभाग, ने यूजीसी-नेट की परीक्षा उत्तीर्ण की। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने इन विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी और उनके उज्जवल भविष्य कामना की।

एमसीयू के पांच विद्यार्थियों ने यूजीसी-नेट परीक्षा उत्तीर्ण की भोपाल, 8 दिसम्बर, 2020:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के 5 विद्यार्थियों ने इस वर्ष यूजीसी-नेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाया। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने हाल ही में यूजीसी-नेट का परीक्षा परिणाम जारी किया है। इस परिणाम में विश्वविद्यालय के…

‘ऑनलाइन शिक्षा : दशा और दिशा’ पर छात्रहित में मंथन

‘ऑनलाइन शिक्षा : दशा और दिशा’ पर छात्रहित में मंथन

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में सभी संकाय सदस्यों ने किया विमर्श एवं मूल्यांकन

भोपाल, 04 दिसम्‍बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के सभी संकाय सदस्यों ने 4 दिसंबर को ‘ऑनलाइन शिक्षा : दशा और दिशा’ विषय पर मंथन किया। इसमें विश्वविद्यालय के नोएडा, रीवा और खंडवा परिसर के संकाय सदस्य भी शामिल रहे। कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण अध्ययन-अध्यापन ऑनलाइन मोड में है। यह नवाचार है। समय-समय पर इसकी समीक्षा आवश्यक है। ऑनलाइन शिक्षा का अधिकतम लाभ विद्यार्थियों को मिले, इसके लिए निरंतर मूल्यांकन और नवाचार आवश्यक है। कुलपति ने कहा कि जल्द ही शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा और ऑनलाइन प्लेटफार्म का उपयोग करने की प्रक्रिया पर ई-बुक प्रकाशित की जाएगी।

विश्वविद्यालय में आयोजित ऑनलाइन शिक्षा पर मंथन में शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किए। शिक्षकों ने बताया कि उन्हें क्या कठिनाई आ रही थी, जिनका समाधान उन्होंने किस तरह किया। इस विमर्श में शिक्षकों ने अपनी ओर से किये जा रहे नवाचारों को साझा किया। शिक्षकों ने बताया कि वे नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी, मूक, स्वयं, स्वयंप्रभा जैसे भारत सरकार के डिजिटल नवाचारों का उपयोग कर रहे हैं। शिक्षक विद्यार्थियों को ई-कंटेंट के रूप में वीडियो सामग्री, टेक्स्ट, पीडीएफ और नोट्स उपलब्ध करा रहे हैं। विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम से संबंधित संदर्भ सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है।

शिक्षक ऑनलाइन क्लास के लिए गूगल मीट, गूगल क्लास रूम, गूगल वेबसाइट, गूगल फॉर्म, मूडल इत्यादि प्लेटफार्म का उपयोग कर रहे हैं। प्रैक्टिकल गतिविधियों में विद्यार्थियों को ऑनलाइन असाइनमेंट दिए जा रहे हैं। विद्यार्थियों ने इस बीच में ई-न्यूज़ पेपर, न्यूज़ प्रोग्राम, लघु फ़िल्म सहित अन्य अभ्यास कार्य किये हैं। इस अवसर पर शिक्षकों ने ऑनलाइन शिक्षा में आ रही समस्याओं को भी बताया। इस पर कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने समस्याओं के समाधान भी सुझाये हैं। तकनीकी बाधाएं दूर करने की बात भी उन्होंने कही। कुलपति ने कहा कि हम जल्द ही विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय, अन्य संस्थाओं और प्राध्यापकों के सहयोग से ऑनलाइन कंटेंट की व्यवस्था भी बनाएंगे।

‘ऑनलाइन शिक्षा : दशा और दिशा’ पर छात्रहित में मंथन माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में सभी संकाय सदस्यों ने किया विमर्श एवं मूल्यांकन भोपाल, 04 दिसम्‍बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के सभी संकाय सदस्यों ने 4 दिसंबर को ‘ऑनलाइन शिक्षा : दशा और दिशा’ विषय पर मंथन किया।…