The Result of the Examination December, 2020-January, 2021
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निविदा तिथि संशोधन सूचना: प्री एवं पोस्ट परीक्षा डाटा इन्ट्री और प्रोसेसिंग कार्य निविदा की तिथि में वृद्धि कर अंतिम तिथि 17 मई, 2021 निर्धारित करने बाबत्।
भोपाल, 04 मई, 2021: एम्स भोपाल के निदेशक डॉ. सरमन सिंह ने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए वैक्सीन और सोशल वैक्सीन यानी मास्क बहुत आवश्यक है। इन दोनों तरीकों से हम अपने परिवार और दुनिया को बचा सकते हैं। कोरोना से निपटने के लिए यही हथियार है। उन्होंने कहा कि मास्क कोरोना वायरस के नए रूप को भी रोक सकेगा। आमजन स्वयं इलाज न करें, डॉक्टरों के अनुसार चलें। वहीं, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने आव्हान किया कि लोग सेल्फ लाकडाउन में रहें और फेक कंटेंट से बचें। इसे शेयर न करें। आज इस परिस्थिति में जागरूकता ही सबसे महत्वपूर्ण है और एसएमएस यानी कि सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करें।
एमसीयू और यूनिसेफ की ओर से ‘युवा और कोविड-19’ विषय पर आयोजित विशेष व्याख्यान में एम्स भोपाल के निदेशक डॉ. सिंह ने कहा कि कोरोना के कारण स्वास्थ्य सेवाएं भारी दबाव में हैं। हमारे हेल्थ केयर वर्कर्स बहुत तनाव का सामना कर रहे हैं और बीमार पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर मानव रचित है, इसे मानव ही रोक सकते हैं। पहले दौर में हम मान रहे थे कि युवा इससे प्रभावित नहीं होंगे और उस दौरान अधिक उम्र वाले व्यक्ति कोरोना से ज्यादा प्रभावित हुए और मृत्यु भी उन्हीं लोगों की ज्यादा हुई। इस बीच इकोनामी को सुधारने के लिए हमने कई तरह की छूट दी और उसके बाद युवा वर्ग ही सबसे पहले बाहर आया। आज युवा सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि वायरस का इनफेक्टिव डोज 25 परसेंट हो गया है, जिसमें अब कम संख्या में वायरस से भी लोग संक्रमित हो रहे हैं। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले और दूसरे वैक्सीन के बीच में 6 से 8 सप्ताह का अंतराल रखना चाहिए।
कार्यक्रम में यूनिसेफ की चीफ मार्गरेट ग्वाडा ने कहा कि युवा मध्यप्रदेश में परिवर्तन के उत्प्रेरक हैं और वे कोविड को लेकर सही जानकारी को फ़ैलाने में मददगार हो सकते हैं। सभी के लिए कोरोना से लड़ाई का तरीका है- कोविड अनुरूप व्यवहार, टीकाकरण, और फेस्मास्क का उपयोग। यह सभी को करने की आवश्यकता है। उन्होंने आव्हान किया कि युवा खुद भी वैक्सीन लगाएं और अपने रिश्तेदारों को भी लगवाने के लिए प्रेरित करें। तभी यह चेन टूट सकेगी।
कार्यक्रम में यूनिसेफ के कम्युनिकेशन विशेषज्ञ अनिल गुलाटी ने कहा कि युवाओं को यह जानकारी होना चाहिए कि टीकाकरण से क्या लाभ होगा। मीडिया से जुड़े विद्यार्थी अपनी क्रिएटिव स्किल्स का उपयोग करके इस बारे में जानकारी समाज में संप्रेषित कर सकते हैं। यूनिसेफ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ रविंद्र बगल ने युवाओं से आह्वान किया कि वे अधिकारिक सूचना स्त्रोतों पर ही भरोसा करें और उनके द्वारा दी गई जानकारी ही सोशल मीडिया पर शेयर करें। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक लालबहादुर ओझा ने किया। आभार प्रभारी रजिस्ट्रार डॉ पवित्र श्रीवास्तव ने माना।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की पूर्व संकाय सदस्य डॉ. दविंदर कौर उप्पल और शिक्षक श्रीमती संगीता जैन, कर्मचारी भरत हरतालकर के प्रति शोक व्यक्त किया। कुलपति प्रो. केजी सुरेश, कुलसचिव एवं विश्वविद्यालय के सदस्यों ने उनके योगदान को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।




कोरोना की दूसरी लहर मानव रचित : डॉ सरमन सिंह अफवाहों से बचें और सेल्फ लाकडाउन में रहे लोग : प्रो. केजी सुरेश वैक्सीन से ही टूट सकेगी चेन: मार्गरेट ग्वाडा एमसीयू में ‘युवा और कोविड-19’ विषय पर विशेष व्याख्यान भोपाल, 04 मई, 2021: एम्स भोपाल के निदेशक डॉ. सरमन सिंह ने कहा कि कोरोना…
Bhopal, 4th May, 2021: Director of AIIMS Bhopal Dr Sarman Singh said that vaccine and social vaccine that is mask are very necessary for preventing Covid -19. These are only tools to curb the disease and save your family and others. Mask can prevent even mutated virus. Vice Chancellor Prof KG Suresh, on the occasion, called upon people to be in self-lockdown and avoid fake content. It should not be shared. Awareness is the key in present situation and SMS that is social distancing, mask and senitiser should be used.
Dr Singh was addressing a special awareness programme ‘Youth and Covid-19’ today, organised by Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, as keynote speaker. He said health services are under intense pressure due to Corona and health workers are under stress. Second wave of Covid-19 is man-made. In the first phase, we believed that it won’t infect youths and it seemed true when elderly people were infected and many of them succumbed to the infection. The government relaxed the restrictions, but infection rate in youths is higher at present because they were out after the first phase. Infection doze has been reduced to 25 percent today and small number of virus is causing infection. There should be six to eight week gap between first and second vaccine, he said.
Chief of UNICEF, MP Margaret Gwada said, youths are the catalysts of change in Madhya Pradesh and they can take on the driver’s seat to spread correct and verified information in regard to Covid. They can break the chain. It is affecting all of us regardless of age and gender and the only way to fight this virus, is through vaccination, and adoption of COVID-19 appropriate behaviours including use of facemask, handwashing with soap, and maintaining physical distance. It is not one or either, we need to do all.
Communication expert of UNICEF Anil Gulati said, youth should be aware of benefit of vaccination. Media students should use their creative skills to spread information about vaccination. Health expert Dr Ravindra Bagal said youths should follow only authentic information sources and share them. Senior Assistant Professor Lalbahadur Ojha conducted the programme and In-Charge Registrar Dr Pavitra Shrivastava proposed the vote of thanks. Participants were from all the campuses Bhopal, Rewa, Noida and Khandwa. All Associated Study Centres were participated via Facebook live page of university.
At the end, tributes were paid to former faculty member Dr Davinder Kaur Uppal, tutor Smt Sangeeta Jain and employee Bharat Hartalkar who died of Covind 19. Vice Chancellor Prof Suresh and others recalled their contribution.




Second wave of Covid-19 is man-made: Dr Sarman Singh People should be in self-lockdown: Prof KG Suresh Vaccine can break chain: Margaret Gwada Special awareness programme on ‘Youth and Covid-19’ in MCU Bhopal, 4th May, 2021: Director of AIIMS Bhopal Dr Sarman Singh said that vaccine and social vaccine that is mask are very necessary…
भोपाल, 03 मई, 2021: पत्रकारों को फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स मानकर प्राथमिकता के साथ टीका लगवाना चाहिए। एडिटर्स गिल्ड भी यह माँग कर रहा है। अजरबेजान जैसे छोटे देश ने अपने यहाँ 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी पत्रकारों को अनिवार्य रूप से नि:शुल्क टीका लगाने का निर्णय लिया है। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ओर से विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित विशेष व्याख्यान में यह बात वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रकाश दुबे ने कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने की।
‘कोविड-19 महामारी में पत्रकारों की भूमिका’ विषय पर आयोजित व्याख्यान में मुख्य वक्ता श्री प्रकाश दुबे ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पत्रकारों के उपचार की पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं की गईं। पत्रकार लगातार फील्ड रिपोर्टिंग कर रहे हैं, ऐसे में उनके लिए कोविड जाँच की सुविधा नि:शुल्क या न्यूनतम दरों पर होनी चाहिए। श्री दुबे ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय एजेंसी के अनुसार 76 देशों में 1184 पत्रकार कोरोना के शिकार हुए हैं, जबकि भारत में अब तक 56 पत्रकार अपना काम करते हुए कोरोना से संक्रमित होकर अपनी जान दे चुके हैं। वहीं, पत्रकार कोटा नीलिमा की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 1 अप्रैल 2020 से 28 अप्रैल 2021 के बीच 101 से अधिक पत्रकारों की मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि यह जानबूझकर भ्रम फैलाया गया कि समाचारपत्रों से वायरस फैलता है। जबकि सच यह है कि समाचारपत्र के माध्यम से कोविड का वायरस नहीं फैलता है। दुनिया में ऐसा कोई मामला नहीं है, जिससे यह पता चलता हो कि कोई व्यक्ति समाचारपत्र पढऩे से संक्रमित हुआ हो। श्री दुबे ने कहा कि पत्रकार को जनता के प्रति जवाबदेह होना चाहिए। जब उसे लगे कि सरकारों से कहीं चूक हो रही है, तब पत्रकारों का दायित्व बन जाता है कि वे सरकारों को आईना दिखाएं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि हम (पत्रकार) जितनी आत्मालोचन करते हैं, उतना अपना मूल्यांकन किसी दूसरे पेशे के लोग नहीं कर पाते हैं। अन्य क्षेत्र के लोग भी अपना मूल्यांकन करें, तब देश की तस्वीर बदल सकती है। नयी पीढ़ी को यह कतई नहीं सोचना चाहिए कि समूची पत्रकारिता बिक गई है। हमें अपने पेशे की प्रतिष्ठा स्वयं ही बनानी होगी। अपने पेशे के प्रति नकारात्मक सोच रखना ठीक नहीं है। कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि सरकार की आलोचना करने के साथ ही समाज को आत्मालोकन के लिए मजबूर करना भी मीडिया का काम है। समाज को उसकी जिम्मेदारी का अहसास कराना भी हमारा दायित्व है। लॉकडाउन सिर्फ सरकार ही क्यों करे, हमें आत्मानुशासन का पालन क्यों नहीं करना चाहिए? उन्होंने बताया कि सरकार के साथ संवाद करते हुए उन्होंने भी पत्रकारों को प्राथमिकता के साथ वैक्सीन लगाने की माँग की थी।
इससे पूर्व विषय प्रवर्तन करते हुए डॉ. श्रीकांत सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण के विरुद्ध रणभूमि में भारतीय पत्रकारों ने फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स की भूमिका निभाते हुए अपना बलिदान तक दिया है। पत्रकारों ने अपने जीवन की चिंता न करते हुए आम लोगों तक जरूरी और आवश्यक सूचनाएं पहुँचाई हैं। कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी ने किया और आभार ज्ञापन प्रभारी कुलसचिव प्रो. पवित्र श्रीवास्तव ने किया।
यूनिसेफ के सहयोग के युवाओं के लिए ऑनलाइन कार्यक्रम आज:
एमसीयू में 4 मई को सुबह 11:00 बजे से युवाओं में कोविड-19 के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में यूनिसेफ मध्यप्रदेश की प्रमुख और एम्स भोपाल के निदेशक सहित अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल होंगे।





पत्रकारों को फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स माने, वैक्सीन लगाने में दें प्राथमिकता : श्री प्रकाश दुबे समाज को सोचने पर मजबूर करना भी मीडिया का काम : प्रो. केजी सुरेश एमसीयू में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर ‘कोविड-19 महामारी में पत्रकारों की भूमिका’ विशेष व्याख्यान का आयोजन भोपाल, 03 मई, 2021: पत्रकारों को फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स…
भोपाल, 03 मई, 2021: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ओर से विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 3 मई, सोमवार को अपराह्न 3:00 बजे विशेष व्याख्यान का आयोजन किया जा रहा है। ऑनलाइन आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रकाश दुबे होंगे और कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. केजी सुरेश करेंगे। कार्यक्रम में ‘कोविड-19 महामारी में पत्रकारों की भूमिका’ विषय पर चर्चा की जाएगी। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण विश्वविद्यालय के फेसबुक पेज पर भी किया जाएगा।

एमसीयू में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर विशेष व्याख्यान का आयोजन भोपाल, 03 मई, 2021: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ओर से विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 3 मई, सोमवार को अपराह्न 3:00 बजे विशेष व्याख्यान का आयोजन किया जा रहा है। ऑनलाइन आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वरिष्ठ…
भोपाल, 16 अप्रैल, 2021: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, कोविड रिस्पांस टीम के गठन के बाद अब विद्यार्थियों, शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए नि:शुल्क मनोवैज्ञानिक परामर्श सेवा शुरू करेगा। कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि यह परामर्श सेवा कोरोना के चलते लोगों में आ रहे मानसिक अवसाद और तनाव को दूर करने में मदद करेगी।
इसके तहत एकेजी अविहम्स मेडिकल सेंटर के कार्तिक गुप्ता और धारित्री दत्ता गुप्ता टेलीफोन पर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों को मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रदान करेंगे। कार्तिक गुप्ता सोमवार और शुक्रवार को शाम 6:00 से 7:00 बजे के बीच और धारित्री दत्ता गुप्ता बुधवार शाम 6:00 से 7:00 के बीच टेलीफोन पर परामर्श के लिए उपलब्ध रहेंगे। महिला कर्मचारी और छात्राएं धारित्री दत्ता गुप्ता से संपर्क कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय ने इसके पूर्व कोरोना से प्रभावित विद्यार्थियों, शिक्षकों और कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए कोविड रिस्पांस टीम गठित की थी, जो उन्हें दवाई, मेडिकल सुविधा और अन्य आवश्यक चीजें उपलब्ध करा रही है।
एमसीयू में शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग सेवा होगी शुरू भोपाल, 16 अप्रैल, 2021: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, कोविड रिस्पांस टीम के गठन के बाद अब विद्यार्थियों, शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए नि:शुल्क मनोवैज्ञानिक परामर्श सेवा शुरू करेगा। कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि यह परामर्श सेवा…
Bhopal, 16th April, 2021: Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal will launch free counseling service of clinical psychologists for its students and staff members during Covid-19 period, following setting up of Covid Response Team (CRT), on the initiative by Vice Chancellor Prof KG Suresh.
Kaartik Gupta, Clinical Psychologist at AKGs OVIHAMS Medical Centre and Dharitri Dutta Gupta, Clinical Psychologist will provide their services on telephone. Kaartik Gupta will available on Monday and Friday from 6pm – 7pm and Dharitri Dutta Gupta will be on available for telephonic consultations on Wednesdays from 6-7 pm. Women employees and girl students can contact Dharitri Dutta Gupta for their counseling. Vice Chancellor Prof Suresh said: “This is to provide counseling services to those stressed due to Covid 19 prevailing situation, as all are getting adverse information through various media.”
MCU to launch free counselling service for students, staff members Bhopal, 16th April, 2021: Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal will launch free counseling service of clinical psychologists for its students and staff members during Covid-19 period, following setting up of Covid Response Team (CRT), on the initiative by Vice Chancellor Prof…