एमसीयू में एंकर एवं पत्रकार स्वर्गीय विकास शर्मा को दी गई श्रृद्धांजलि

एमसीयू में एंकर एवं पत्रकार स्वर्गीय विकास शर्मा को दी गई श्रृद्धांजलि

जमीन से जुड़े पत्रकार थे विकास प्रो. के.जी. सुरेश

भोपाल, 05 फरवरी, 2021: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में पूर्व छात्र एवं वरिष्ठ पत्रकार विकास शर्मा की याद में शोकसभा का आयोजन किया गया। मामा माणिकचन्द्र वाजपेयी सभागार में पूर्व छात्र संघ प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित श्रृद्धांजलि सभा में स्वर्गीय विकास शर्मा के परिजन एवं सहपाठी एवं नोएडा कैंपस के शिक्षक भी ऑनलाइन सम्मिलित हुए। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि कोरोनाकाल ने हमसे हमारे कई पत्रकार मित्र और साथियों को हमसे दूर कर दिया है, होनहार विद्यार्थी और एंकर विकास शर्मा को आज कोविड ने हमसे छीन लिया है। उन्होंने कहा कि जैसे माता-पिता के लिए सबसे बड़ा दुख बेटे के असमय दुनिया से चले जाने का होता है, वही दुख एक शिक्षक का अपने छात्र के इस दुनिया छोड़ देने से होता है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय विकास शर्मा बहुत मेहनती और अपने कर्तव्य के प्रति जुनूनी थे।

कुलपति प्रो. सुरेश ने सभी विद्यार्थियों, पत्रकारों से कहा कि वे ड्यूटी करें, लेकिन साथ ही अपने स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखें। प्रो. सुरेश ने स्वर्गीय विकास शर्मा को जमीनी पत्रकार बताते हुए उनकी याद में एमसीयू के समाचार पत्र ‘विकल्प’ का विशेषांक निकालने की बात कही। ऑनलाइन सम्मिलित हुए पूर्व विद्यार्थी एवं पत्रकार, एंकर सुश्री निशा, रवि एवं नोएडा कैंपस के शिक्षक श्री सूर्यप्रकाश ने भी स्वर्गीय विकास शर्मा के साथ अपने अनुभवों को साझा किया।  गौरतलब है कि स्वर्गीय श्री विकास शर्मा उत्तरप्रदेश के कानपुर के एक छोटे से गांव के रहने वाले थे लेकिन अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने टीवी पत्रकारिता की दुनिया में खूब नाम कमाया और अपनी एक अलग पहचान बनाई। उन्होंने विश्वविद्यालय के नोएडा कैंपस से एमएबीजे की डिग्री हासिल की थी। वर्तमान में वे टेलीविजन पत्रकारिता से जुड़े हुए थे और एंकर की भूमिका को बखूबी निभा रहे थे। स्वर्गीय विकास शर्मा के साथ ही विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के प्रो. श्रीकांत सिंह के बड़े भाई के निधन पर भी शोकसभा में सादर श्रृद्धांजलि अर्पित की गई। श्रृद्धाजंलि सभा में कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजपेयी, पूर्व छात्र संघ प्रकोष्ठ के संयोजक श्री परेश उपाध्याय, अंकित पांडे, सभी विभागाध्यक्ष, शिक्षक, विद्यार्थी, अधिकारी एवं कर्मचारी के साथ ही विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और पत्रकार सत्यविजय सिंह, संदीप ठाकुर, मकरन्द काले भी उपस्थित थे।

एमसीयू में एंकर एवं पत्रकार स्वर्गीय विकास शर्मा को दी गई श्रृद्धांजलि जमीन से जुड़े पत्रकार थे विकास – प्रो. के.जी. सुरेश भोपाल, 05 फरवरी, 2021: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में पूर्व छात्र एवं वरिष्ठ पत्रकार विकास शर्मा की याद में शोकसभा का आयोजन किया गया। मामा माणिकचन्द्र वाजपेयी सभागार में पूर्व…

ऑनलाइन शॉपिंग और ऑफर, बैंकिंग डेटा चोरी का प्रमुख कारण: श्री सोनी

ऑनलाइन शॉपिंग और ऑफरबैंकिंग डेटा चोरी का प्रमुख कारण: श्री सोनी

पत्रकारिता विश्वविद्यालय के आरबीआई की “बैंकिंग लोकपाल योजना 2006″ पर जागरूकता संवाद

भोपाल, 4 फरवरी, 2021: आनलाइन शापिंग और आफर के लालच में आकर लापरवाही बरतना बैंकिंग डेटा चोरी होने का प्रमुख कारण होता है। यह बात आरबीआई के बैंकिंग लोकपाल श्री हेमन्त कुमार सोनी ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में आयोजित “बैंकिंग लोकपाल योजना 2006” पर आयोजित जागरूकता संवाद में कहीं।  

उन्होंने कहा कि लोग लालच में आकर कोई भी ऐप्स अपने मोबाइल में इंस्टाल कर लेते हैं। अपना ओटीपी किसी के भी साथ शेयर कर लेते हैं। जिससे उनके साथ फ्रॉड होने की संभावना बढ जाती है। इसीलिए हमें सावधान रहना चाहिए।  

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि वर्तमान समय में सतर्कता ही बचाव हैं, इसीलिए हमें जागरूक रहना आवश्यक है। आप सभी अपने पासवार्ड मजबूत बनाए।

कार्यक्रम का संचालन सहायक कुलसचिव विवेक सावरिकर ने किया। आभार प्रदर्शन सहायक कुलसचिव अशोक पांडे द्वारा किया गया। ‌कार्यक्रम में आरबीआई उपमहाप्रबंधक एवं सचिव सुश्री रंजीता चौधरी एवम आरबीआई प्रबंधक चेतन चौहान, कुलसचिव प्रों. अविनाश बाजपेयी सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक, छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

ऑनलाइन शॉपिंग और ऑफर, बैंकिंग डेटा चोरी का प्रमुख कारण: श्री सोनी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के आरबीआई की “बैंकिंग लोकपाल योजना 2006” पर जागरूकता संवाद भोपाल, 4 फरवरी, 2021: आनलाइन शापिंग और आफर के लालच में आकर लापरवाही बरतना बैंकिंग डेटा चोरी होने का प्रमुख कारण होता है। यह बात आरबीआई के बैंकिंग लोकपाल श्री हेमन्त कुमार सोनी ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता…

महात्मा गांधी एवं माखनलाल चतुर्वेदी ने उन मूल्यों का अवलंबन किया, जो नर से नारायण बनाते हैं : प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी

महात्मा गांधी एवं माखनलाल चतुर्वेदी ने उन मूल्यों का अवलंबन किया, जो नर से नारायण बनाते हैं : प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी

माखनलाल जी की पत्रकारिता का मूल उद्देश्य राष्ट्रभक्ति था : श्री राजेन्द्र शर्मा

हमारे कण-कण में बसे हैं दादा माखनलाल : प्रो. केजी सुरेश

एमसीयू में माखनलाल चतुर्वेदी एवं महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर विशेष व्याख्यान का आयोजन

भोपाल, 30 जनवरी, 2021: दादा माखनलाल चतुर्वेदी ने पत्रकारिता के मूल्यों के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। मनुष्य तो आता-जाता है, लेकिन यदि वह प्रासंगिक है तो वह अमर बन जाता है और ऐसा ही पंडित माखनलाल चतुर्वेदी कर गए हैं। दादा माखनलाल चतुर्वेदी और महात्मा गांधी का जीवन चिर-प्रेरणादायी है। दोनों महापुरुषों ने मूल्य आधारित जीवन जिया है। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में यह विचार हरियाणा एवं त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने व्यक्त किये। प्रखर संपादक एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित माखनलाल चतुर्वेदी और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर पत्रकारिता विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेन्द्र शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने की।

‘आज के सन्दर्भ में महात्मा गांधी एवं माखनलाल चतुर्वेदी की पत्रकारिता की प्रासंगिकता’ विषय पर आयोजित विशेष व्याख्यान के मुख्य अतिथि प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि दादा माखनलाल और महात्मा गाँधी कहीं झुके नहीं और दोनों ने उत्तम गुणों एवं जीवनमूल्यों का अवलंबन करके नाम कमाया। पत्रकारिता के विद्यार्थियों को नर से नारायण बनने की प्रेरणादायी बात कहते हुए उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी और माखनलाल जी का अनुसरण करके आप भी प्रांसगिक हो सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से इच्छाओं पर नियंत्रण की बात करते हुए कहा कि यदि आपको स्वतंत्रता चाहिए तो अपनी इच्छाओं से आजादी पाइए। उन्होंने कहा कि यदि आप 21वीं शताब्दी में श्रेष्ठ योगदान करना चाहते हैं तो आपको इन दोनों विभूतियों के जीवन से सीख लेना चाहिए। प्रो.सोलंकी ने पत्रकारिता के धर्म को समझाते हुए कहा कि सामाजिक उत्तरदायित्व में ही यह निहित है, यदि जिम्मेदारी पूर्ण पत्रकारिता नहीं की गई तो समाज का बहुत नुकसान होगा। उन्होंने विश्वविद्यालय के नाम में राष्ट्रीय शब्द जुड़े होने की महत्ता बताते हुए कहा कि यहां की पत्रकारिता, राष्ट्र को समर्पित होती है, इसलिए विश्वविद्यालय का नाम राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय है।

मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि माखनलाल जी की पत्रकारिता को बलिपथ की पत्रकारिता कहा जाता है। उन्होंने देश के निर्माण की पत्रकारिता की। उनकी पत्रकारिता देश के लिए समर्पण की पत्रकारिता थी। श्री शर्मा ने पत्रकारिता के विद्यार्थियों से कहा कि आजीवन विनम्रता के साथ पत्रकारिता करने की सीख यदि किसी से लेना है तो दादा माखनलाल से लेना चाहिए। उन्होंने महात्मा गांधी की पत्रकारिता के बारे में कहा कि उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य भारत को स्वतंत्र करना था। पत्रकारिता उनके लिए ऐसा वज्र था, जिससे आजादी मिल सके। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता विशेष महत्व की जिम्मेदारी है। महात्मा गांधी एवं दादा माखनलाल जी की पत्रकारिता का मूल उद्देश्य राष्ट्रभक्ति था।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय के सभागार का नाम मामाजी माणिकचन्द्र वाजपेयी के नाम पर इसलिए किया गया है ताकि विद्यार्थी उनके बताए मार्ग पर चल सकें। माखनलाल चतुर्वेदी की पत्रकारिता के महत्वपूर्ण प्रसंगों एवं पत्रकारिता पर उनके विचारों का उल्लेख करते हुए कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि दादा माखनलाल जी हमारे कण-कण में बसे हैं। उन्होंने कहा कि आज पत्रकारिता का सबसे बड़ा संकट विश्वसनीयता का है। यदि विद्यार्थी और पत्रकार विश्वसनीयता लौटाना चाहते हैं तो उन्हें गांधीजी और दादा माखनलाल जी के विचारों पर चलना होगा। उन्होंने कहा कि हम अखबारों को मुफ्त और पत्रकारों को सस्ता मानने लगे हैं। यह सोच ठीक नहीं है। इस स्थिति को बदलना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमें समाचारपत्रों और समूची पत्रकारिता को समाजपोषित बनाने की दिशा में प्रयास करने चाहिए। कुलपति ने कहा कि स्वतंत्रता की एक कीमत देनी होती है, क्या हम उसके लिए तैयार हैं। उल्लेखनीय है कि इस अवसर पर विश्वविद्यालय के एक सभागार का नाम मध्यप्रदेश के यशस्वी पत्रकार एवं लेखक माणिकचन्द्र वाजपेयी के नाम पर किया गया है। 

कार्यक्रम के अंत में स्वामी विवेकानंद की जयंती (राष्ट्रीय युवा दिवस) के अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में आयोजित हुई प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेता विद्यार्थियों को अतिथियों के द्वारा पुरुस्कृत किया गया। विशेष व्याख्यान में विषय प्रवर्तन वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. पवन सिंह मलिक ने किया। आभार प्रदर्शन कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी द्वारा किया गया और कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक श्री लोकेन्द्र सिंह राजपूत ने किया। इस अवसर पर गणमान्य नागरिक, पत्रकार, विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी-कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

महात्मा गांधी एवं माखनलाल चतुर्वेदी ने उन मूल्यों का अवलंबन किया, जो नर से नारायण बनाते हैं : प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी माखनलाल जी की पत्रकारिता का मूल उद्देश्य राष्ट्रभक्ति था : श्री राजेन्द्र शर्मा हमारे कण-कण में बसे हैं दादा माखनलाल : प्रो. केजी सुरेश एमसीयू में माखनलाल चतुर्वेदी एवं महात्मा गांधी की पुण्यतिथि…