एक्टिविस्ट नहीं फेक्टिविस्ट बनें : कुलगुरु प्रो. सुरेश

एक्टिविस्ट नहीं फेक्टिविस्ट बनें : कुलगुरु प्रो. सुरेश

एमसीयू में रोल ऑफ मीडिया इन नेशन बिल्डिंग विषय पर ट्रेनिंग प्रोग्राम

भोपाल, 30 जुलाई, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में रोल ऑफ मीडिया इन नेशन बिल्डिंग विषय पर पत्रकारों के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया। स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कुलगुरु प्रो. (डॉ.) के.जी. सुरेश ने कहा कि पत्रकारिता में सोच में परिवर्तन की आवश्यकता है। उन्होंने पत्रकारिता में जनहित की बात किए जाने पर बल दिया। प्रो. सुरेश ने पत्रकारों से कहा कि राष्ट्रहित से बढ़कर कोई हित नहीं है। दादा माखनलाल को प्रेरणापुंज बताते हुए प्रो.सुरेश ने कहा कि ये दादा की पुण्याई है कि आज विश्वविद्यालय की ख्याति चारों ओर है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि उन्हें एक्टिविस्ट नहीं फेक्टिविस्ट बनने की जरुरत है। इससे पहले ट्रेनिंग प्रोग्राम में मीडिया प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष एवं कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेजी, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो.डॉ. मोनिका वर्मा, प्राध्यापक डॉ. लाल बहादुर ओझा ने भी अपने_अपने विषय पर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में प्रदेश मीडिया प्रभारी बीजेपी आशीष अग्रवाल, मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राघवेंद्र शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार एस. एन. मालवीय, एडिटर इन चीफ उमेश गुप्ता ने भी पत्रकारों को संबोधित किया। इस अवसर पर निदेशक प्रशिक्षण डॉ. जया सुरजानी, डीन अकादमिक प्रो. डॉ. पी. शशिकला, विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. पवित्र श्रीवास्तव एवं जनसंपर्क अधिकारी डॉ. अरुण कुमार खोबरे भी उपस्थित थे।

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पत्रकारिता विश्वविद्यालय 16 अगस्त को मनाएगा अपना स्थापना दिवस : प्रो. केजी सुरेश

पत्रकारिता विश्वविद्यालय 16 अगस्त को मनाएगा अपना स्थापना दिवस : प्रो. केजी सुरेश

सबसे बड़ा गुरु है संवाद : प्रो. संजीव शर्मा

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में गुरु पूर्णिमा उत्सव के प्रसंग पर विशेष व्याख्यान का आयोजन

भोपाल, 23 जुलाई, 2024: संवाद सबसे बड़ा गुरु है। कक्षा के बाहर शिष्य के साथ किया गया संवाद भी उसे शिक्षा देता है। शिक्षकों के आचरण से भी उनके विद्यार्थी सीखते हैं। इसलिए शिक्षकों को हर क्षण अपने आचरण पर ध्यान देना चाहिए। यह विचार महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के पूर्व कुलपति प्रो. संजीव शर्मा ने व्यक्त किए। गुरु पूर्णिमा उत्सव के प्रसंग पर आयोजित विशेष व्याख्यान की अध्यक्षता कुलगुरु प्रो. केजी सुरेश ने की। इस अवसर पर कुलगुरु प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि इस वर्ष से हम प्रतिवर्ष 16 अगस्त को माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस मनाएंगे। विश्वविद्यालय एक लंबी यात्रा तय कर चुका है।

‘नई शिक्षा नीति में गुरु की भूमिका’ विषय पर मुख्य अतिथि प्रो. संजीव शर्मा ने कहा कि जिसे पहले एक्स्ट्रा करिकुलम कहा गया था, वह विद्यार्थी के व्यक्तित्व विकास का अभिन्न अंग है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने इस ‘एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटी’ को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाकर सार्थक पहल की है। हमारे समाज में ऐसे अनेक लोग हैं, जिन्हें विश्वविद्यालयों में होना चाहिए। वे प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से हमें बहुत कुछ सिखाते हैं। इसलिए उन्हें भी हमें गुरु के रूप में ही देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में गुरु का ईश्वर के समान सम्मान है। गुरु का अर्थ है, जो हम हैं उससे अधिक। गुरु का अर्थ है, भारी, बड़ा और देने वाला। हमारी परंपरा में जिससे हम सीखते हैं वह गुरु है। जिसने एक अक्षर भी नया सिखा दिया, वह गुरु है। उन्होंने कहा कि आदिगुरु शंकराचार्य अपने शिष्य मंडन मिश्र से कहते हैं कि जो मैंने लिखा है, उसे अच्छे से देख लो और जो मुझसे छूट गया है, उसे खोज लो। यह है गुरु की महानता, जो स्वीकार करते हैं कि उनसे भी बहुत कुछ छूट गया होगा। स्मरण रखें कि शंकराचार्य ने 8 वर्ष की आयु में ही चारों वेदों का भाष्य कर दिया था।

उन्होंने कहा कि आधुनिक विश्वविद्यालय की व्यवस्था नहीं आयी थी, तब भी भारत में अनेक गुरुकुल संचालित थे, जिनके प्रमुख आचार्य को कुलपति कहा जाता था। हमारे शास्त्रों में कुलपति की व्याख्या की गई है। आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति कहती है कि विद्यार्थी को बहु-विषय और कौशल सीखने चाहिए। हमारे गुरुकुलों में यह व्यवस्था थी, जहां शिष्य सभी प्रकार की शिक्षा और कौशल सीखते थे। उन्होंने महाभारत से शंख और लिखित की कहानी सुनाई, जो गुरुकुल संचालित करते थे। इस कथा के माध्यम से उन्होंने व्यवस्था, दायित्व और अनुशासन का बोध कराया। उन्होंने कहा कि भारत की परंपरा में गुरु मार्ग दिखाने वाले हैं। वेदों के ज्ञान को समाज तक सरल पद्धति में पहुंचाने के लिए उपनिषदों की रचना की। उपनिषद का अर्थ ही है, गुरु के समीप बैठकर सीखना। 

राष्ट्रीय शिक्षा नीति में गुरु का महत्वपूर्ण स्थान:

कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय ने मध्यप्रदेश में सबसे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अपनाया था। कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षा में गुरु की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। नए परिवेश में शिक्षकों को अधिकतम समय अपने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में देना है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को बदलाव को स्वीकार करना होगा और नई तकनीक को सीखकर उसका उपयोग करना चाहिए। कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि शिक्षकों को शोध की दिशा में भी अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि गुरु का दर्जा कहने से नहीं मिलता, यह अपने आचरण एवं ज्ञान से प्राप्त करना होता है। कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय की भारतीय ज्ञान परंपरा समिति के सदस्य एवं प्राध्यापक शिवकुमार विवेक ने किया और आभार ज्ञापन प्रो. संजय द्विवेदी ने किया।

दतिया परिसर में आयोजित होगा ऑनलाइन सेमिनार:

दतिया परिसर के प्रभारी डॉ. कपिल चंदौरिया ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय के दतिया परिसर में 23-24 अगस्त को ‘डिजिटल मीडिया: अ रोडमैप टू विकसित भारत 2047’ विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। इस सेमिनार हेतु शोध पत्र भेजने की अंतिम दिनांक 21 अगस्त है।

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एमसीयू दर्शन टीवी स्टूडियो के न्यूज रुम एवं बैकड्राप का कुलगुरु प्रो. सुरेश ने किया लोकार्पण

एमसीयू दर्शन टीवी स्टूडियो के न्यूज रुम एवं बैकड्राप का कुलगुरु प्रो. सुरेश ने किया लोकार्पण

सराहनीय कार्य के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) मोनिका वर्मा को दी बधाई

भोपाल, 22 जुलाई, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में एमसीयू दर्शन टीवी स्टूडियो के न्यूज रुम एवं बैकड्राप का लोकार्पण कुलगुरु प्रो. (डॉ.) के.जी. सुरेश ने किया। इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) मोनिका वर्मा, कुलसचिव प्रो. (डॉ.) अविनाश वाजपेयी एवं विश्वविद्यालय के समस्त विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।

इस अवसर पर कुलगुरु प्रो. के.जी.सुरेश ने स्टुडियो के बैकड्राप की प्रशंसा की और कहा कि यह बहुत सुंदर और आकर्षक लग रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी यहां आकर एंकरिंग, न्यूज रीडिंग और प्रोडक्शन की प्रायोगिक गतिविधियों में दक्षता हासिल कर सकते हैं। प्रो. सुरेश ने कहा कि विद्यार्थी यहां लाइव का भी अभ्यास कर सकते हैं। उन्होंने स्टुडियो की सराहना करते हुए विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ) मोनिका वर्मा को बधाई दी। प्रो. सुरेश ने कहा कि एमसीयू दर्शन टीवी स्टूडियो में एक वीकली न्यूज बुलेटिन भी हर सप्ताह बनाया जाए। जिसमें विश्वविद्यालय की खबरों एवं यूजीसी की खबरों की गतिविधियों को शामिल किया जाए। बैकड्रॉप की शुरुआत कुलगुरु प्रो. सुरेश के टॉक शो से शुरु हुई। उन्होंने कहा कि इस टॉक शो को आगे भी जारी रखा जाए। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) मोनिका वर्मा ने आभार जताते हुए कहा कि स्टुडियो के जरिए विद्यार्थियों को प्रायोगिक ज्ञान प्रदान किया जाएगा, जो उन्हें फील्ड में काम आएगा,  जो उनकी जिंदगी में मील का पत्थर साबित होगा। इस अवसर पर विभाग के प्राध्यापक श्री राहुल खड़िया, श्री मुकेश चौरासे, डॉ.रामदीन त्यागी, डॉ. मनोज पटेल, डॉ. परेश उपाध्याय, सुश्री प्रियंका सोनकर, जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. अरुण खोबरे आदि उपस्थित थे।

एमसीयू दर्शन टीवी स्टूडियो के न्यूज रुम एवं बैकड्राप का कुलगुरु प्रो. सुरेश ने किया लोकार्पण सराहनीय कार्य के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) मोनिका वर्मा को दी बधाई भोपाल, 22 जुलाई, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में एमसीयू दर्शन टीवी स्टूडियो के न्यूज रुम…