सिनेमा, जनसंचार का अभिन्न अंग : कुलगुरु प्रो. सुरेश

सिनेमा, जनसंचार का अभिन्न अंग : कुलगुरु प्रो. सुरेश

रंगमंच ने मेरी दुनिया बदल दी : अभिनेत्री कामना पाठक

एक्टर एंड एक्टिंग विषय पर विशेष व्याख्यान

भोपाल, 07 अगस्त, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में एक्टर एंड एक्टिंग विषय पर सिनेमा अध्ययन विभाग द्वारा विवेकानंद सभागार में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान की मुख्य वक्ता प्रसिद्ध टीवी सीरियल हप्पू की उल्टन पलटन की अभिनेत्री सुश्री कामना पाठक थीं। सत्र की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. (डॉ.) के.जी. सुरेश ने की। इस अवसर पर कुलगुरु प्रो. सुरेश ने कहा कि सिनेमा, जनसंचार का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में सिनेमा अध्ययन विभाग की स्थापना की गई है, ताकि विद्यार्थी इस विधा में भी पारंगत हो सकें।

अभिनेत्री सुश्री कामना पाठक ने कहा कि आज मैं जो कुछ भी हूं रंगमंच की वजह से ही हूं। उन्होंने कहा कि रंगमंच ने उनकी दुनिया को बदल दी है। रज्जो के किरदार से घर घर में अपनी पहचान बना चुकी कामना ने कहा कि यदि विद्यार्थी एक्टिंग की फील्ड में आना चाहते हैं तो उन्हें रंगमंच जरुर करना चाहिए। कॉमेडी पर उन्होंने कहा इसमें टाइमिंग का बहुत महत्व है। उन्होंने कहा किसी को हंसाना बहुत मुश्किल है। चुनौतियां को पसंद करने की बात कहते हुए कामना ने कहा कि अपनी बात को लोगों तक पहुंचाना ही अभिनेता का काम होता है। इस विशेष व्याख्यान का संयोजन सिनेमा अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) पवित्र श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. गजेंद्र सिंह अवासिया ने किया। व्याख्यान में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।

सिनेमा, जनसंचार का अभिन्न अंग : कुलगुरु प्रो. सुरेश रंगमंच ने मेरी दुनिया बदल दी : अभिनेत्री कामना पाठक एक्टर एंड एक्टिंग विषय पर विशेष व्याख्यान भोपाल, 07 अगस्त, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में एक्टर एंड एक्टिंग विषय पर सिनेमा अध्ययन विभाग द्वारा विवेकानंद सभागार में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन…

पब्लिक रिलेशन को पर्सनल रिलेशन के तौर पर प्रयोग करना चाहिए – प्रो. के.जी. सुरेश

पब्लिक रिलेशन को पर्सनल रिलेशन के तौर पर प्रयोग करना चाहिए – प्रो. के.जी. सुरेश

जनसंपर्क में अपार संभावनाएं :  प्रो. चटर्जी

भोपाल, 06 अगस्त, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के विज्ञापन एवं जनसपंर्क विभाग द्वारा ‘पीआर एज्युकेशन डे‘ के अवसर पर न्यू ट्रेंड्स इन पीआर एज्युकेशन विषय पर विशिष्ठ व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो. मृणाल चटर्जी, भारतीय जनसंचार संस्थान थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो. (डॉ.) के.जी. सुरेश द्वारा की गई। प्रो. सुरेश ने अध्यक्षीय उदबोधन में पत्रकार एवं जनसंपर्क अधिकारी के बीच में अंतर बताते हुए जनसंपर्क अधिकारी को किसी भी कंपनी, सरकार या व्यक्ति के लिए अति महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कई उदाहरणों से बड़ी सरलता एवं सहजता से विद्यार्थियों को पब्लिक रिलेशन डे की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। प्रो. चटर्जी द्वारा जनसंपर्क के महत्वों के बारे में विद्यार्थियों से चर्चा की गई। साथ ही उन्होंने बताया कि इस विषय में अपार संभावनायें है। प्रो. चटर्जी द्वारा कार्पोरेट हाउस एवं बिजनेश हाउस में अंतर समझाया गया। उन्होंने पब्लिक रिलेशन अधिकारी में क्या-क्या गुण होने चाहिए एवं उसे हमेशा संस्था एवं समाज के बीच समन्वय बिठाकर चलना चाहिए। उन्होंने बताया कि अब पब्लिक रिलेशन ऑफिसर केवल प्रेस रीलिज लिखना एवं व्यवहार तक समिति नहीं हैं, बल्कि उसमें अच्छे प्रबंधक के गुण भी होने चाहिए। उन्होंने समय के साथ चलते हुए नई तकनीकें जैसे एआई का प्रयोग करने पर जोर देते हुए बताया कि हमें पूरी तरह उस पर निर्भर नहीं होना चाहिए अपितु उससे केवल केंटेंट का अवश्यकता अनुसार उपयोग करना चाहिए। कार्यक्रम का समन्वय विज्ञापन एवं जनसपंर्क विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) पवित्र श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. जया सुरजानी द्वारा किया गया। आभार प्रदर्शन डॉ. गजेंद्र सिंह अवास्या, सहायक प्राध्यापक द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षकों, विद्यार्थियों ने सहभागिता की।

पब्लिक रिलेशन को पर्सनल रिलेशन के तौर पर प्रयोग करना चाहिए – प्रो. के.जी. सुरेश जनसंपर्क में अपार संभावनाएं :  प्रो. चटर्जी भोपाल, 06 अगस्त, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के विज्ञापन एवं जनसपंर्क विभाग द्वारा ‘पीआर एज्युकेशन डे‘ के अवसर पर न्यू ट्रेंड्स इन पीआर एज्युकेशन विषय पर विशिष्ठ व्याख्यान का…