एमसीयू में एआई कंटेंट प्रोडक्शन और पब्लिशिंग में बदलतें परिदृश्य विषय पर सेमिनार

भोपाल 26 नवंबर 2025  स्पष्ट उद्देश्य और सही एआई टूल, साथ ही विस्तृत प्रॉम्प्ट—आई प्रदर्शन की कुंजी हैं।” यह विचार उद्योग विशेषज्ञों ने 25 नवम्बर 2025 को माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू), भोपाल के न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित सेमिनार “एआई: कंटेंट प्रोडक्शन और पब्लिशिंग में बदलता परिदृश्य” में व्यक्त किए।  इस आयोजन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल मीडिया, साइबर सुरक्षा तथा न्यूज़रूम इनोवेशन से जुड़े अनुभवी विशेषज्ञों ने भाग लेकर छात्रों के साथ आधुनिक कंटेंट इकोसिस्टम में एआई की तेजी से बदलती भूमिका पर चर्चा की।

मुख्य वक्ताओं में शामिल श्री विजय अमरनाथ, प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस, करियर डिज़ाइन स्कूल, भोपाल, ने डिज़ाइन, एनीमेशन और विज़ुअल स्टोरीटेलिंग पर एआई के परिवर्तनकारी प्रभाव को रेखांकित किया।  उन्होंने वास्तविक उदाहरणों के माध्यम से बताया कि एआई टूल्स कैसे वर्कफ़्लो को तेज़ करते हैं, क्रिएटिव दक्षता बढ़ाते हैं और प्रोडक्शन पाइपलाइन को पुनर्परिभाषित करते हैं।

श्री आदित्य दुबे, सीनियर एआई/एमएल इंजीनियर, OCRAD, नोएडा, ने रिसर्च ऑटोमेशन, इंटेलिजेंट लेआउट जनरेशन और कंटेंट प्लानिंग में एआई के बढ़ते उपयोग पर प्रकाश डाला। उन्होंने Loveable, Higgsfield AI और Imagine.art जैसे उन्नत जेनरेटिव एआई टूल्स की मदद से वेबसाइट निर्माण का लाइव प्रदर्शन भी किया।

न्यूज़रूम में एआई के एकीकरण पर बोलते हुए श्री कमलेश महेश्वरी, सीनियर एग्ज़ीक्यूटिव एडिटर, दैनिक भास्कर डिजिटल, भोपाल, ने डिजिटल पत्रकारिता में विश्वसनीयता बनाए रखने के  लिए नैतिक मानकों, संपादकीय ईमानदारी और एआई के जिम्मेदार उपयोग की महत्ता पर विशेष जोर दिया।

प्रौद्योगिकी एवं सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर श्री हेमराज सिंह चौहान, आईटी कंसल्टेंट एवं साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ, ITE Infotech Pvt. Ltd., भोपाल, ने एक रोचक सत्र प्रस्तुत किया। उन्होंने एआई एथिक्स, डेटा प्राइवेसी और साइबर हाइजीन पर चर्चा करते हुए डेटा चोरी से बचाव के उपाय, मजबूत नीतिगत ढांचे की आवश्यकता और आज के डिजिटल परिवेश में  साइबर कानूनों के महत्व को व्यावहारिक उदाहरणों से समझाया।

सेमिनार के दौरान “सोशल मीडिया 2.0: पावर्ड बाय एआई” शीर्षक पुस्तक का विमोचन माननीय कुलपति श्री विजय मनोहर तिवारी की उपस्थिति में किया गया। यह पुस्तक प्रो. (डॉ.)  प्रो. पी. शशिकला एवं श्री बेनी माथुर द्वारा सह-लिखित है।  मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग के सभी विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों की सहभागिता ने इस सेमिनार को संवादात्मक और ज्ञानवर्धक बनाया। यह आयोजन विभाग की इस प्रतिबद्धता को पुनः स्थापित करता है कि वह विद्यार्थियों को मीडिया, संचार और डिजिटल कंटेंट प्रोडक्शन के एआई– संचालित भविष्य के लिए सक्षम रूप से तैयार कर रहा है।