“नो मोर पाकिस्तान”: एमसीयू भोपाल में राष्ट्रीय सुरक्षा पर विशेष व्याख्यान का आयोजन
भोपाल, 29 नवम्बर । माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल में शनिवार को “नो मोर पाकिस्तान” विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित हुआ। इस व्याख्यान का आयोजन राष्ट्रीय सुरक्षा मंच, द्वारा किया गया, जिसका उद्देश्य भारत के समक्ष मौजूद सुरक्षा चुनौतियों और क्षेत्रीय भू-राजनीतिक परिस्थितियों पर जागरूक एवं सूचित चर्चा को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री गोलोक बिहारी राय, राष्ट्रीय संचालन समिति के सदस्य, उपस्थित रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में राष्ट्रीय सुरक्षा के बदलते आयामों पर प्रकाश डाला और कहा कि वर्तमान समय में नागरिकों, विशेषकर युवाओं को सुरक्षा से जुड़े मुद्दों, क्षेत्रीय तनावों और भारत की सामरिक स्थिरता को प्रभावित करने वाले कारकों की समझ विकसित करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने जिम्मेदार संवाद, संतुलित मीडिया रिपोर्टिंग और सजग नागरिक समाज की भूमिका पर भी ज़ोर दिया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री विक्रमादित्य सिंह, संगठन के राष्ट्रीय महासचिव, रहे। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में राष्ट्रीय सुरक्षा जागरूकता पर होने वाली चर्चाएँ अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि युवा पत्रकार एवं मीडिया छात्र देश के मुद्दों पर तथ्यों को संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ प्रस्तुत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे जनमत और राष्ट्रीय विमर्श प्रभावित होता है।
इस व्याख्यान की अध्यक्षता श्री एस. के. राउत, आईपीएस (सेवानिवृत्त), अध्यक्ष FANS भोपाल चैप्टर, ने की। उन्होंने कहा कि ऐसे सेमिनारों का उद्देश्य विद्यार्थियों में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों की समझ विकसित करना है, ताकि वे देश के समकालीन मसलों को व्यापक दृष्टि से समझें और राष्ट्रहित में रचनात्मक योगदान दे सकें। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलगुरू श्री विजय मनोहर तिवारी भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के छात्रों और संकाय सदस्यों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। इंटरैक्टिव सत्र के दौरान विद्यार्थियों ने मीडिया की जिम्मेदारी, राष्ट्रीय मुद्दों में युवाओं की भागीदारी और भारत की भविष्य की क्षेत्रीय नीतियों से जुड़े कई प्रश्न पूछे, जिन पर वक्ताओं ने विस्तार से चर्चा की।



