पत्रकारिता विश्वरविद्यालय में प्रवेश हेतु 11 राज्यों से आए विद्या‍र्थी

पत्रकारिता विश्‍वविद्यालय में प्रवेश हेतु 11 राज्‍यों से आए विद्या‍र्थी

देश के प्रख्‍यात पत्रकारों एवं विषय विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों का साक्षात्‍कार लिया

भोपाल, 24 जून, 2019: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में जुलाई, 2019 से प्रारंभ होने वाले शैक्षणिक सत्र के लिए प्रवेश परीक्षा को उत्‍तीर्ण कर आए विद्यार्थियों को साक्षात्‍कार हेतु आमंत्रित किया गया था। साक्षात्‍कार के पहले दिन में पत्रकारिता, जनसम्‍पर्क तथा जनसंचार के स्‍नातकोत्‍तर पाठ्यक्रमों के लिए लगभग 325 विद्यार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। देश के 11 प्रदेशों से आये इन विद्यार्थियों का साक्षात्‍कार देश के प्रख्‍यात पत्रकारों एवं विषय विशेषज्ञों ने लिया।

यह पहला मौका है, जब पत्रकारिता विश्‍वविद्यालय में प्रवेश हेतु लिखित परीक्षा के साथ-साथ ही साक्षात्‍कार का आयोजन किया गया। साक्षात्‍कार समिति में देश के प्रख्‍यात पत्रका‍र बी.बी.सी. में कार्यरत रहे पी.टी.आई. के पूर्व संपादक श्री मधुकर उपाध्‍याय, प्रख्‍यात टी.वी. एंकर एवं पत्रकार श्री पुण्‍य प्रसून वाजपेयी, वर्षों जनसत्‍ता में रहे गांधीवादी विचारक तथा अंतर्राष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय, वर्धा में प्रोफेसर श्री अरूण त्रिपाठी, एन.डी.टी.वी. के पूर्व पत्रकार तथा बांग्‍लादेश की पत्रकारिता के लिए जाने जानेवाले श्री संदीप भूषण, प्रसिद्ध टी.वी. संपादक डॉ. मुकेश कुमार, हिन्‍दुस्‍तान टाईम्‍स के पूर्व संपादक श्री राकेश दीक्षित, दैनिक जागरण से जुड़े रहे श्री रामप्रकाश त्रिपाठी, हिन्‍दू तथा अन्‍य अंग्रेजी अखबारों से जुड़े श्री ललित शास्‍त्री, दैनिक भास्‍कर के जयपुर संस्‍करण के प्रबंधक रहे श्री कमलेश पारे तथा मध्‍यप्रदेश जनसम्‍पर्क विभाग के पूर्व अधिकारी श्री रघुराज सिंह शामिल थे।

विषय विशेषज्ञों ने छात्रों से साक्षात्‍कार में विषय की जानकारी, भाषा, कौशल एवं प्रस्‍तुतिकरण तथा प्रश्‍न कौशल को जांचा-परखा। विद्यार्थियों ने यथासंभव इन प्रश्‍नों के उत्‍तर दिए। लिखित परीक्षा में प्राप्‍त अंक तथा साक्षात्‍कार में प्राप्‍त हुए प्राप्‍तांकों के आधार पर इन परीक्षार्थियों की अंतिम चयन सूची दिनांक 28 जून, 2019 को जारी की जाएगी।

25 जून, 2019 को एम.एस.सी. (इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया), एम.एस.सी. (न्‍यू मीडिया), एम.एस.सी. (फिल्‍म प्रोडक्‍शन) तथा एम.बी.ए. (मीडिया बिजनेस मैनेजमेंट) पाठ्यक्रमों के साक्षात्‍कार आयोजित होंगे। इन पाठ्यक्रमों के लिए भी लगभग 325 विद्यार्थियों को शार्टलिस्‍ट किया गया है।

पत्रकारिता विश्‍वविद्यालय में प्रवेश हेतु 11 राज्‍यों से आए विद्या‍र्थी देश के प्रख्‍यात पत्रकारों एवं विषय विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों का साक्षात्‍कार लिया भोपाल, 24 जून, 2019: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में जुलाई, 2019 से प्रारंभ होने वाले शैक्षणिक सत्र के लिए प्रवेश परीक्षा को उत्‍तीर्ण कर आए विद्यार्थियों को साक्षात्‍कार हेतु आमंत्रित…

योग से करें दिन का प्रारंभ

योग से करें दिन का प्रारंभ

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

भोपाल, 22 जून, 2019: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सामूहिक योग अभ्यास का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर कुलाधिसचिव डॉ. श्रीकांत सिंह ने कहा कि योग भारत की सबसे महत्वपूर्ण देन है। आज समूची दुनिया योग को मान रही है। मनुष्य के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग अत्यंत लाभकारी है। स्वस्थ रहने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने दिन की शुरुआत योग से करनी चाहिए। विश्वविद्यालय में संचालित डिप्लोमा पाठ्यक्रम ‘यौगिक हेल्थ मैनेजमेंट एण्ड स्प्रिचुअल कम्युनिकेशन के शिक्षक श्री देवेन्द्र शर्मा ने सबको योग अभ्यास कराया। इस कार्यक्रम में शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी सम्मिलित हुए।

योग से करें दिन का प्रारंभ माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भोपाल, 22 जून, 2019: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सामूहिक योग अभ्यास का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर कुलाधिसचिव डॉ. श्रीकांत सिंह ने कहा कि योग भारत…

पाखण्ड से लड़ने के लिए भाषा सबसे बड़ा हथियार

पाखण्ड से लड़ने के लिए भाषा सबसे बड़ा हथियार

संत कबीरदास की जयंती प्रसंग पर अतिथियों ने किया विश्वविद्यालय की ‘मनुज फीचर सर्विस’ का का शुभारंभ

भोपाल, 17 जून, 2019: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में संत कबीरदास की जयंती प्रसंग पर आयोजित विशेष व्याख्यान में प्रख्यात कवि एवं लेखक श्री ध्रुव शुक्ल ने कहा कि कबीर के समय में जो पाखण्ड था और आज के समय में हमारे सामने जो पाखण्ड है, उसके विरुद्ध सबसे बड़ा हथियार भाषा है। आज दुनिया में धर्म, राजनीति, नस्लवाद, बाजार जैसे अनेक पाखण्ड मौजूद हैं। इसलिए आज पूँजी निवेश से अधिक शब्द निवेश की आवश्यकता है। कबीरदास के दो मूल भाव थे- शब्द की साधना हो और समाधि सहज और भली हो। उन्होंने शब्द की सत्ता पर अधिक जोर दिया। इस अवसर पर ‘मनुज फीचर सर्विस’ का भी शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति श्री दीपक तिवारी ने की। कुलाधिसचिव डॉ. श्रीकांत सिंह भी मंच पर उपस्थित रहे।

मुख्य वक्ता श्री ध्रुव शुक्ल ने कहा कि शब्द, काल औ र योग, इन तीनों पर भारतीय मनीषा ने बहुत गहराई से चिंतन किया है। शब्द के बिना सृष्टि नहीं है। यदि हम शब्द को हटा दें तो सृष्टि नहीं रहेगी। शब्द को हमारे यहाँ ब्रह्म कहा गया है। जबकि आज हम उस समय में रह रहे हैं, जहाँ शब्द का सबसे अधिक दुरुपयोग हो रहा है। मनुष्य की प्रवृत्ति है कि वह अपने शब्द को ही सही सिद्ध करने का प्रयास करता है। उसी कारण आज धर्म और राजनीति में शब्द का बहुत अवमूल्यन किया जा रहा है।

श्री शुक्ल ने कहा कि संत कबीरदास ने अपनी कविता को कविता नहीं माना, बल्कि साखी और वाणी कहा है। साखी से अभिप्राय है, साक्षी होना। हमें शब्द का साक्षी होना चाहिए और उस शब्द में बसे संकल्प को निभाना चाहिए। कबीरदास जैसे साधक जानते थे कि तीन शब्द हैं, जिनका किसी भी शब्दकोश में सटीक अर्थ नहीं मिल सकता- सत्य, प्रेम और आनंद। यह तीनों शब्द अर्थहीन हैं। प्रत्येक व्यक्ति के लिए तीनों का अर्थ अलग-अलग हो सकता है। वह जानते थे कि शब्द कोई वस्तु नहीं है। शब्द हमारे मन, वचन और कर्म से ही पैदा होते हैं। इसलिए जैसा हमारा मन, वचन और कर्म होगा, वैसा ही शब्द हमारे माध्यम से अभिव्यक्त होगा।

कथनी-करनी का अंतर है पाखण्ड:

कुलपति श्री दीपक तिवारी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि कबीरदास जी ने अपने शब्दों से सदैव पाखण्ड पर चोट की। दरअसल, कथनी और करनी का जो अंतर है, वही पाखण्ड है। पाखण्ड के विरुद्ध कबीरदास जी से अधिक शायद ही किसी और ने बोला हो। उन्होंने बताया कि गुरु को बहुत अच्छे से कबीरदास जी ने अपने दोहों में परिभाषित किया है। सच्चा गुरु वह है, जो सहजता से ज्ञान दे। श्री तिवारी ने बताया कि दस-बारह वर्ष पहले बंद हुई ‘मनुज फीचर सर्विस’ को विश्वविद्यालय संत कबीरदास की जयंती प्रसंग पर फिर से प्रारंभ कर रहा है। जिस तरह कबीरदास के दोहे जनमानस को दिशा दिखाने का प्रयास करते हैं, उसी प्रकार मनुज फीचर सर्विस भी प्रमाणिक जानकारी और नवाचार के माध्यम से समाज को दिशा दिखाने का प्रयास करेगी। मनुज फीचर सर्विस के बारे में कुलपति ने बताया कि लेखकों, स्तम्भकारों, विद्वानों के विचारों को स्थान देने का प्रयास है, जिन्हें कई बार समाचार-पत्रों में स्थान नहीं मिल पाता है। यह पाठकों और विद्वानों के बीच सेतु बनाने का भी प्रयास है। उन्होंने कहा कि अज्ञान को ज्ञान मानने की समस्या समाज में बढ़ रही है। यह सर्विस इस समस्या पर कुठाराघात करेगी। समाज में बढ़ रहे पाखण्ड पर चोट करेगी। संविधान, विज्ञान, पर्यावरण, स्वतंत्रता आंदोलन, महापुरुषों के संबंध में अधिक से अधिक जानकारी पाठकों तक पहुँचाने का प्रयास मनुज फीचर सर्विस के माध्यम से किया जाएगा। विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थी भी इसमें लिख सकेंगे। कार्यक्रम का संचालन श्री विवेक सावरीकर ने किया।

पाखण्ड से लड़ने के लिए भाषा सबसे बड़ा हथियार संत कबीरदास की जयंती प्रसंग पर अतिथियों ने किया विश्वविद्यालय की ‘मनुज फीचर सर्विस’ का का शुभारंभ भोपाल, 17 जून, 2019: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में संत कबीरदास की जयंती प्रसंग पर आयोजित विशेष व्याख्यान में प्रख्यात कवि एवं लेखक श्री ध्रुव शुक्ल…

कबीर जयंती पर प्रो. पुरुषोत्तम अग्रवाल का व्याख्यान 17 जून को, मनुज फीचर सर्विस का भी होगा शुभारंभ

कबीर जयंती पर प्रो. पुरुषोत्तम अग्रवाल का व्याख्यान 17 जून को, मनुज फीचर सर्विस का भी होगा शुभारंभ

भोपाल, 15 जून, 2019: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में कबीर जयंती के अवसर पर 17 जून को अपराह्न 4:00 बजे प्रख्यात चिंतक एवं कथाकार प्रो. पुरुषोत्तम अग्रवाल का विशेष व्याख्यान आयोजित है। प्रो. अग्रवाल की विशेष पहचान कबीर पर पुस्तकें एवं आलेख लेखन को लेकर है। उनकी पुस्तक ‘अथक कहानी प्रेम की : कबीर की कविता और उनका समय’ अत्यधिक चर्चित रही है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा संचालित ‘मनुज फीचर सर्विस’ का शुभारंभ भी किया जाएगा। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि कवि एवं लेखक श्री ध्रुव शुक्ल उपस्थित रहेंगे और अध्यक्षता कुलपति श्री दीपक तिवारी करेंगे।

विश्वविद्यालय ‘मनुज फीचर सर्विस’ को फिर से प्रारंभ कर रहा है। इस फीचर सर्विस में विभिन्न विषयों पर विद्वानों के आलेख आमंत्रित किए जाएंगे। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के विद्यार्थी भी इसके लिए लिख सकेंगे। यह सेवा एक तरह से विद्यार्थियों के लिए प्रयोगशाला की तरह होगी, जहाँ विद्यार्थियों को लिखने का अवसर प्राप्त होगा।

कबीर जयंती पर प्रो. पुरुषोत्तम अग्रवाल का व्याख्यान 17 जून को, मनुज फीचर सर्विस का भी होगा शुभारंभ भोपाल, 15 जून, 2019: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में कबीर जयंती के अवसर पर 17 जून को अपराह्न 4:00 बजे प्रख्यात चिंतक एवं कथाकार प्रो. पुरुषोत्तम अग्रवाल का विशेष व्याख्यान आयोजित है। प्रो. अग्रवाल…

डॉ. सिंह को कुलाधिसचिव का प्रभार

डॉ. सिंह को कुलाधिसचिव का प्रभार

भोपाल, 4 जून 2019: माखनलाल चतुर्वेदी राष्‍ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय में डॉ. श्रीकांत सिंह को कुलाधिसचिव (रेक्‍टर) का अतिरिक्‍त प्रभार सौंपा गया है।

वर्तमान में श्री सिंह विश्‍वविद्यालय के इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया विभाग के प्रोफेसर और विभागाध्‍यक्ष हैं। डॉ. श्रीकांत सिंह विश्‍वविद्यालय के वरिष्‍ठतम मीडिया शिक्षक‍ हैं और पिछले ढाई दशकों से विश्‍वविद्यालय में सेवाएं दे रहे हैं।

डॉ. सिंह को कुलाधिसचिव का प्रभार भोपाल, 4 जून 2019: माखनलाल चतुर्वेदी राष्‍ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय में डॉ. श्रीकांत सिंह को कुलाधिसचिव (रेक्‍टर) का अतिरिक्‍त प्रभार सौंपा गया है। वर्तमान में श्री सिंह विश्‍वविद्यालय के इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया विभाग के प्रोफेसर और विभागाध्‍यक्ष हैं। डॉ. श्रीकांत सिंह विश्‍वविद्यालय के वरिष्‍ठतम मीडिया शिक्षक‍ हैं और पिछले ढाई दशकों…