संबद्ध अध्ययन संस्थाओं का गुणात्मक विकास हमारा लक्ष्य: दीपक तिवारी, कुलपति, एमसीयू

भोपाल, 16 सितम्‍बर, 2019: सोमवार को प्रदेश के विभिन्न संभागों एवं जिलों से संबद्ध अध्ययन संस्थाओं के लगभग 100 से अधिक संचालकों/प्रतिनिधियों ने विश्‍वविद्यालय के भोपाल परिसर में आकर कुलपति श्री दीपक तिवारी एवं निदेशक, संबद्ध अध्ययन संस्थाएं विभाग डॉ. मनीष माहेश्‍वरी से सौजन्य भेंट की। यह प्रतिनिधि मंडल विशेषरूप से संबद्ध अध्ययन संस्थाओं के संचालन में आ रही समस्याओं के निराकरण की दिशा में शुरू किए गये सकारात्मक प्रयासों हेतु विश्‍वविद्यालय प्रशासन के प्रति धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित करने यहाँ पहुंचा था।

अपने संबोधन में कुलपति श्री दीपक तिवारी ने कहा कि अपनी संबद्ध संस्थाओं का गुणात्मक विकास करना हमारा प्रमुख लक्ष्य है। इस हेतु प्रदेश भर में संचालित संस्थाओं में से रेग्यूलेशन 18/2008 के मापदंडों के आधार पर श्रेष्ठ संस्थाओं को चिन्हित किया जाएगा तथा उन्हें भारत में संचार क्रांति के पुरोधा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी आदर्श संस्था के रूप में सम्मानित किया जाएगा। श्री तिवारी ने कहा कि संबद्धता नियमों का उल्लंघन करने वाली एवं विश्‍वविद्यालय की छवि को धूमिल करने वाली संस्थाओं के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुए जुलाई-2019 सत्र में 200 से अधिक संस्थाओं को ‘‘नो एडमिशन केटेगरी’’ में शामिल किया गया है। भविष्य में भी शिकायत सही पाए जाने पर दोषी संस्थाओं पर उचित पर कार्यवाही की जाती रहेगी। कुलपति श्री तिवारी ने आश्‍वस्‍त किया कि विश्‍वविद्यालय अपनी समस्त संबद्ध संस्थाओं को शैक्षणिक गुणवत्ता के कार्य में सदैव पूरा सहयोग देगा।

संबद्ध अध्ययन संस्थाएं विभाग के निदेशक डॉ. मनीष माहेश्‍वरी ने संस्थाओं में अध्यापनरत शिक्षकों के तकनीकी ज्ञान को अद्यतन करने के लिए अध्यापन विकास कार्यक्रम (Faculty Development Programme) शीघ्र प्रारंभ किए जाने की जानकारी दी। सहायक कुलसचिव श्री विवेक सावरीकर ने इस अनौपचारिक सत्र का प्रभावी संचालन किया। इस अवसर पर संस्थाओं की ओर से श्री पंकज बावस्कर, सिवनी, डॉ. निलेश माहुलिकर, खंडवा, श्री सुधीष नायर, सागर, श्री नंदन जोशी, धार एवं सुश्री कृष्णा रिछारिया, बीजावर (छतरपुर) ने कुलपति श्री दीपक तिवारी व कुलाधिसचिव डॉ. श्रीकांत सिंह को पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका स्वागत किया।