अरुणाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय तथा एमसीयू के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय वेब सिम्पोजियम का आयोजन

भोपाल, 24 जून, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल तथा राजीव गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय, ईटा नगर, अरुणाचल प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 24 से 26 जून, 2020 को अंतरराष्ट्रीय वेब सिम्पोजियम का आयोजन किया जा रहा है। वैश्विक महामारी के दौर में हिंदी मीडिया’विषयक यह तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेब सिम्पोजियम 24 से 26 जून, 2020 आयोजित होगी। 24 जून, 2020 को इस सिम्पोजियम का उद्घाटन सम्पन्न हुआ। उद्घाटन सत्र में राजीव गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय, ईटा नगर, अरुणाचल प्रदेश के कुलपति प्रो. साकेत कुशवाहा, पूर्वोत्तर के वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री श्री येशे दौर्जी, पूर्वोत्तर टाइम्स के संपादक श्री रवि शंकर सिंह, एमसीयू से डीन अकादमिक डा. पवित्र श्रीवास्तव, सहित विश्वविद्यालय के संकाय अध्यक्ष, प्राध्यापक उपस्थित थे। उद्घाटन सत्र में एमसीयू के मीडिया शिक्षा में उल्लेखनीय योगदान को रेखांकित किया गया।

इस वेब सिम्पोजियम का आयोजन अरुणाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के द्वारा किया जा रहा है। पूर्वोत्तर राज्यों से अनेक छात्र-छात्रायें प्रतिवर्ष विभिन्न मीडिया पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेते हैं। विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों एवं शोध कार्यों का प्रचार-प्रसार पूर्वोत्तर के राज्यों में अधिकाधिक हो, इसी दृष्टि से इस सिम्पोजियम में एमसीयू द्वारा भागीदारी की गई है। इस सिम्पोजियम का समापन 26 जून, 2020 को दोपहर 3.30 बजे होगा। समापन सत्र के मुख्य वक्ता एवं मुख्य अतिथि एमसीयू के कुलपति प्रो. संजय द्विवेदी होंगे।

इस सिम्पोजियम में देश-विदेश के अनेक विद्वान प्रतिभागिता कर रहे हैं। बुल्गारिया से वान्या गान्चेवा, बेल्जियम से श्री कपिल कुमार इस सिम्पोजियम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहेंगे। वरिष्ठ पत्रकार श्री अकु श्रीवास्तव, श्रीमती अमृता मौर्य, डा. किशोर वाधवानी तथा एमसीयू के श्री संदीप भट्ट इस सिम्पोजियम में अपने विचार रखेंगे।

पूर्वोत्तर से मीडिया शिक्षा में रुचि रखने वाले छात्र-छात्राओं के लिए एमसीयू सदैव ही आकर्षण का केन्द्र रहा है। असम, मेघालय, सिक्किम तथा मणिपुर आदि से प्रतिवर्ष अनेक छात्र-छात्रायें विश्वविद्यालय के मीडिया पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेते हैं। पूर्वोत्तर के विद्यार्थियों का प्रवेश सुलभ बनाने की दृष्टि से विश्वविद्यालय द्वारा कलकत्ता एवं गुवहाटी में प्रवेश परीक्षा केन्द्र भी बनाए जाते रहे हैं। पूर्वोत्तर के राज्यों में विश्वविद्यालय की पहचान को और ज्यादा प्रभावी बनाने की दृष्टि से इस तरह के परिसंवादों का आयोजन किया जा रहा है।