एमसीयू और महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मध्य शैक्षणिक एमओयू

पत्रकारिता एवं संचार के क्षेत्र में शोध, पाठ्यक्रम निर्माण, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के विकास के लिए मिलकर काम करेंगे दोनों संस्थान

भोपाल, 16 मार्च, 2021: पत्रकारिता एवं संचार के क्षेत्र में शोध, पाठ्यक्रम निर्माण, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के विकास के लिए माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल और महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी (बिहार) के मध्य एमओयू हुआ। एमसीयू के कुलपति प्रो. केजी सुरेश और एमजीसीयू के कुलपति प्रो. संजीव शर्मा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। यह एमओयू रिसर्च फॉर रिसर्जेंस फाउंडेशन (आरएफआरएफ) के अंतर्गत किया गया है। इस मौके पर भारती शिक्षण मंडल के संगठन मंत्री श्री मुकुल कानिटकर, महामंत्री श्री उमाशंकर पचौरी, अध्यक्ष डॉ. सच्चिदानंद जोशी और भोज मुक्त विश्विद्यालय के कुलपति डॉ. जयंत सोनवलकर उपस्थित थे।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन का रोडमैप बनाने एवं अकादमिक विमर्श के उद्देश्य से आयोजित तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस एवं नेशनल एक्सपो ‘सार्थक एजुविज़न-2021’ में दोनों विश्वविद्यालयों ने शैक्षणिक एमओयू को स्वीकार किया। इस एमओयू के अनुसार दोनों संस्थान पत्रकारिता एवं संचार के क्षेत्र में अकादमिक सहयोग करेंगे, जिसमें नए पाठ्यक्रम निर्माण, पाठ्यक्रम अद्यतन करना, फैकल्टी एक्सचेंज एवं ट्रेनिंग प्रोग्राम, विद्यार्थियों का शैक्षणिक भ्रमण के साथ ही संयुक्त रूप में सेमिनार एवं कार्यशालाओं का आयोजन किया जायेगा। इसके साथ की संस्थागत विकास में परामर्श देने की सहमति भी बनी है।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि इस एमओयू के माध्यम से महात्मा गाँधी की कर्मभूमि चंपारण में हमारे छात्रों और शोधार्थियों को विकास पत्रकारिता समझने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि दोनों विश्वविद्यालय संचार के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शोधकार्य को बढ़ावा देंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में विश्वविद्यालयों से अपेक्षा है कि वे नवोन्मेषी एवं समाजोपयोगी शोधकार्य को बढ़ावा दें। इस संकल्पना को लेकर दोनों विश्वविद्यालय काम करने वाले हैं। शोधार्थियों के अध्ययन एवं शोध कार्य हेतु दोनों संस्थाओं के मध्य रिसर्च स्कॉलर एक्सचेंज प्रोग्राम पर भी सहमति बनी है। महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के कुलपति प्रो.संजीव शर्मा ने एमसीयू के साथ एमओयू होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस एमओयू से दोनों संस्थाओं के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को लाभ होगा। इस एमओयू के माध्यम से दोनों विश्वविद्यालय अपने सामाजिक दायित्व को भी पूरा करेंगे।