बदलाव के लिए मुहूर्त की प्रतीक्षा न करें – कुलपति केजी सुरेश

ज्ञान एवं योग से भी बढ़कर है भक्तियोग – मां शिवांगी

जो भी करें, पूरे भाव से करें – संगीत वर्मा

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में लाइफ स्किल एंड स्ट्रेस मैनेजमेंट पर एफडीपी

भोपाल, 17 नवम्‍बर, 2021: बदलाव के लिए मुहूर्त की प्रतीक्षा न करें। अटल जीवन महोत्सव के अंतर्गत लाइफ स्किल एंड स्ट्रेश मैनेजमेंट पर आयोजित फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में ये विचार माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने व्यक्त किए। कोरोनाकाल के बाद जिंदगी विषय एवं अपने अब तक के अनुभवों पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि हर परिस्थिति, समस्या, चुनौतियों का सामना करते हुए एवं उनसे कुछ सीखते हुए जीवन को सकारात्मकता एवं खुशी के साथ जीना चाहिए।

कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि यदि जीवन में आगे बढ़कर सफलता हासिल करना है तो हमें बीते हुए कल को भुलाकर, उन गलतियों से सबक लेकर अपने आज को बेहतर बनाने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने जीवन में बदलाव पर बोलते हुए कहा कि यदि जिंदगी को बेहतर बनाना है तो व्यक्ति को बदलाव कल और आज नहीं बल्कि अभी से ही कर देना चाहिए। यदि ऐसा कर देंगे तो जीवन खुशियों से भर जाएगा।

पांच दिवसीय एफडीपी प्रोग्राम के तीसरे दिन के प्रथम सत्र में स्ट्रेस फ्री लाइफ बाय भक्ति योग पर देवी मां शिवांगी नंद गिरि ने कहा कि ज्ञान एवं योग से भी बढ़कर भक्तियोग है। उन्होंने कहा कि भक्ति योग से जीवन की दशा और दिशा बदल सकती है। शिवांगी जी ने जीवन में संस्कार का महत्व बताते हुए कहा कि संस्कार का होना बहुत जरुरी है यदि संस्कार नहीं है तो व्यक्ति का जीवन पूर्ण नहीं है। उन्होंने श्रीरामचरित मानस के अरण्य कांड में माता सबरी और भगवान राम के बीच भक्ति पर हुए अद्भुत सत्संग नवधा भक्ति के नौ प्रकारों पर भी प्रकाश डाला।

मोटिवेशनल स्पीकर श्री संगीत वर्मा ने अपने उद्वबोधन में कहा कि जो भी करें, आनंद के साथ आनंदचित होकर करें, आपको हर कार्य में आनंद आएगा। उन्होंने कहा कि सभी को अपने मन का विस्तार करना चाहिए। यदि इसका विस्तार कर लिया गया तो व्यक्ति अपने अंदर छिपी हुई अनंत शक्तियों से परिचित हो सकता है। इसके साथ श्री वर्मा ने कहा कि व्यक्ति जो भी कार्य करे उसे पूरे भाव से करना चाहिए। कार्यक्रम के संयोजक प्रो. सीपी अग्रवाल ने बताया कि इस कार्यक्रम में देशभर से 200 शिक्षक एवं बढ़ी संख्या में विद्यार्थी ऑनलाइन जुड़कर अपनी चेतना का विस्तार कर रहे हैं।

ऑनलाइन आयोजित एआईसीटीई के अटल फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजपेयी, कार्यक्रम के संयोजक प्रो. सीपी अग्रवाल, प्रो. मनीष माहेश्वरी, प्रो. श्रीकांत सिंह, डॉ. राखी तिवारी, डॉ. सुनीता द्विवेदी, डॉ.मनोज पचारिया, डॉ. रविमोहन शर्मा, डॉ. आरती सारंग विवि के शिक्षक एवं स्कालर भी जुड़े हुए थे।