सबसे विश्वसनीय माध्यम है समाचार पत्र – प्रो.केजी सुरेश

डिजिटल मीडिया में अवसर की अपार संभावनाएं – अनुराग उपाध्याय

हिंदी मीडिया का भविष्य बहुत उज्जवल है – संजय मिश्रा

जो भी करें, सौ फीसदी करें – डॉ. राजीव अग्रवाल

सामाजिक सरोकार दूरदर्शन की प्रथम प्राथमिकता- पूजा वर्धन

भोपाल, 29 नवम्बर, 2022: आम जनता का सबसे विश्वनीय माध्यम समाचार पत्र है। ये कहना है माखनलाल  चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.केजी सुरेश का। उन्होंने ये विचार विश्वविद्यालय के उन्मुखीकरण कार्यक्रम 2022 के दूसरे दिन द्वितीय सत्र में व्यक्त किए।  वरिष्ठ पत्रकार अनुराग उपाध्याय, संजय मिश्रा, मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. राजीव अग्रवाल, एवं भारतीय सूचना सेवा की अधिकारी सुश्री पूजा वर्धन ने विद्यार्थियों को कैरियर एवं जीवन से संबंधित महत्वपूर्ण टिप्स दिए।

कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि प्रिंट मीडया आज भी बहुत तेजी से बढ़ रहा है और लोगों की आवाज बनकर ऊभर रहा है। उन्होंने हिंदी माध्यम की मीडिया की चुनौतियों के संबंध में कही जाने वाली बातों का जिक्र करते हुए कहा कि हिंदी मीडिया को कोई खतरा नहीं है। कुलपति प्रो सुरेश ने कहा कि हिंदी अखबारों की स्वीकार्यता आज लगातार बढ़ रही है। हिंदी मीडिया की भाषा सौम्यता की भाषा है। उन्होंने कहा कि अच्छी तरह से जांच परखकर ही समाचार पत्र में खबरों को छापा जाता है।

डिजिटल मीडिया : अवसर एवं चुनौतियां विषय पर बात करते हुए वरिष्ठ पत्रकार एवं दखल न्यूज के मुख्य संपादक अनुराग उपाध्याय ने कहा कि इसमें अवसर की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल माध्यम पैसा कमाने का सबसे आसान माध्यम है। श्री अनुराग ने कहा कि अगर आपके पास कन्टेंट है, कुछ हटके करने,सोचने की शक्ति है, कुछ करने का जुनून है तो डिजिटल मीडिया में आप सफलता प्राप्त कर सकते हैं। सत्र की अध्यक्षता न्यू मीडिया टैक्नोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष एवं डीन डॉ. पी. शशिकला ने की, वहीं सत्र का संचालन सहा. प्राध्यापक श्री मनोज धुर्वे ने किया।

हिंदी मीडिया का भविष्य विषय पर वरिष्ठ पत्रकार श्री संजय मिश्रा ने कहा कि हिंदी मीडिया का भविष्य बहुत उज्जवल है। उन्होंने कहा कि आज सूचना एवं वैरायटी जिसके पास है वही अच्छा पत्रकार है। साथ ही उन्होंने कहा प्रिंट मीडिया ज्ञान का भंडार है। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि यदि आप हिंदी में लिखते हैं और पढ़ते हैं तो अपनी भाषा को लेकर आत्मसम्मान का भाव रखें। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदी मीडिया के आने वाले भविष्य आप हैं। सत्र की अध्यक्षता पत्रकारिता विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी ने की, वहीं सत्र का संचालन डॉ. अरुण कुमार खोबरे द्वारा किया गया।

उद्मिता और युवा विषय पर मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. राजीव अग्रवाल ने कहा कि यदि आपको जीवन में आगे बढ़ना है, कुछ करना है तो एक वाक्य को भूलना होगा, वह है सबसे बड़ा रोग, क्या कहेंगे लोग। उन्होंने कहा कि रोने से कुछ नहीं होगा आपको स्वयं जिम्मेदारी लेनी होगी।  डॉ. राजीव ने कहा कि जीवन में शिकायतें करना बंद करो और चुनौतियों के साथ  लड़ना सीखो। उन्होंने कहा कि यदि आपने ने जीवन में मुश्किल रास्ता चुन लिया तो आपको राजा बनने से कोई रोक नहीं रोक सकता। उन्होंने अच्छे सकारात्मक एवं अच्छे दोस्त बनाने की सलाह देते हुए कहा कि जो भी करें उसे सौ फीसदी करें। सत्र की अध्यक्षता मीडिया प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष एवं कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी ने की, वहीं सत्र का संचालन सहा. प्राध्यापक डॉ. मणिकंठन नायर द्वारा किया गया।

दूसरे दिन का अंतिम सत्र प्रसार भारती में कैरियर विषय पर आयोजित किया गया। जिसमें भारतीय सूचना सेवा की अधिकारी एवं दूरदर्शन की संयुक्त निदेशक सुश्री पूजा वर्धन ने कहा कि प्रसार भारती में अगिनत अवसर हैं। उन्होंने कहा कि आप दूरदर्शन में रिपोर्टर, स्ट्रींगर, एंकर, समाचार वाचक, प्रोड्यूसर, कैमरामेन बन सकते हैं। प्रसार भारती के विभिन्न क्षेत्रों में अवसरों के बारे में बताने के साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप आईआरएस अधिकारी भी बन सकते हैं। सुश्री पूजा ने कहा दूरदर्शन सनसनीखेज पत्रकारिता नहीं करता है। उन्होंने कहा कि सामाजिक सरोकार दूरदर्शन की प्रथम प्राथमिकता होती है। सत्र की अध्यक्षता निदेशक प्रोडक्शन डॉ. आशीष जोशी ने की, वहीं सत्र का संचालन सहा. प्राध्यापक राहुल खड़िया द्वारा किया गया। उन्मुखीकरण कार्यक्रम में समस्त विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं नवप्रवेशित विद्यार्थी उपस्थित हुए।

तीसरे व अंतिम दिवस चार व्याख्यान होंगे

उन्मुखीकरण कार्यक्रम 2022 के तृतीय दिवस 30 नवंबर को श्री मनोज द्विवेदी, श्री डॉ. दिवाकर शुक्ला, श्री विजय मनोहर तिवारी, श्री देवेंद्र दीपक का व्याख्यान होगा।