जनसंपर्क चौबीस घंटे, सातों दिन का काम : कुलपति प्रो. केजी सुरेश
जनसंपर्क चौबीस घंटे, सातों दिन का काम : कुलपति प्रो. केजी सुरेश
फिल्में भी जनसंपर्क का काम करती हैं – लाजपत आहूजा
जनसंपर्क में सिनेमा की भूमिका पर विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग का आयोजन
भोपाल, 21 अप्रैल, 2023: जनसंपर्क दस से छह की नौकरी नहीं है बल्कि चौबीस घंटे, सातों दिन का काम है। ये कहना है माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ केजी सुरेश का। विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित सेमीनार में उन्होंने विद्यार्थियों को जनसंपर्क के टिप्स दिए। जनसंपर्क में सिनेमा की भूमिका विषय पर जनसंपर्क विभाग के पूर्व संचालक एवं विश्वविद्यालय के पूर्व कुलाधिसचिव श्री लालपत आहूजा ने मुख्य वक्ता के रुप में कहा कि फिल्में जनसंपर्क का भी काम करती हैं। फिल्मी पर्दे पर अभिनेताओं के अभिनय जनसंपर्क का ही काम करते हैं। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों के जरिए बताया कि फिल्मों से किस तरह से सकारात्मक एवं नकारात्मक छबि पेश की जाती है और आम जन के मन में इसका प्रभाव पड़ता है। श्री आहूजा ने मंथन, संतोषी मां, आदि बहुत सी फिल्मों का उदाहरण देते हुए जनसंपर्क में सिनेमा की भूमिका पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर विभाग द्वारा एक जनरल जेपीआरे के तृतीय अंक का विमोचन किया गया। साथ ही इसके आईआईएसएल नंबर का सर्टिफिकेट भी विश्वविद्यालय को प्राप्त हुआ है। कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी, विभागाध्यक्ष डॉ. पवित्र श्रीवास्तव विभाग के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित हुए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अरुण खोबरे द्वारा किया गया।


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