साहित्य और कविताएं युवाओं की वास्तविक मार्गदर्शक – प्रो केजी सुरेश

साहित्य और कविताएं युवाओं की वास्तविक मार्गदर्शक – प्रो केजी सुरेश

साहित्य में भी कैरियर के अवसर हैं – डॉ. इंदिरा दांगी

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में शिवाली श्रीवास्तव की पुस्तक ‘उलझन’ का हुआ विमोचन

भोपाल, 25 अप्रैल, 2023: साहित्य और कविताएं ही युवाओं की सच्ची मार्गदर्शक होती है, यह बात माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) के. जी. सुरेश ने पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित उलझन पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान कही। पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ के द्वारा सृजन श्रृंखला कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित सुश्री शिवाली श्रीवास्तव की पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. सुरेश ने कहा कि कविताएं युवाओं को सोच की ओर ले जाती हैं, साथ ही उनके आत्मबल को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण योगदान निभाती है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता लेखिका डॉ. इंदिरा दांगी ने उलझन पुस्तक की रचनाओं को समाज का प्रतिबिंब बताते हुए कहा कि आप जो हो आपको वही बनने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही इसके लिए कड़ी मेहनत करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि साहित्य के क्षेत्र में महिलाओं को भी पर्याप्त मौके हैं इसलिए उन्हें आगे बढ़कर मौके हासिल करने चाहिए। इस मौके पर कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी ने प्रकोष्ठ द्वारा युवाओं की रचनात्मकता को मंच देने की इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा कि इसके माध्यम से मीडिया और लेखन की प्रतिभाओं को मंच मिल सकेगा। कार्यक्रम एवं पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ के समन्वयक श्री परेश उपाध्याय ने कुलपति प्रो. केजी सुरेश द्वारा शुरू किए गए सीनियर से संवाद और सृजन श्रृंखला को मीडिया के विद्यार्थियों के लिए एक उत्कृष्ट पहल बताते हुए उनका आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर पुस्तक उलझन की लेखिका सुश्री शिवाली श्रीवास्तव ने शिक्षकों को अपनी पुस्तक समर्पित करते हुए अपनी कविताओं का पाठ किया। इस अवसर पर विद्यार्थी सुश्री श्रृष्टि श्रीवास्तव ने कविता आधारित नृत्य प्रस्तुति भी दी। कार्यक्रम में विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पवित्र श्रीवास्तव, प्रकोष्ठ के सह-समन्वयक श्री अंकित पांडे, सहित विभिन्न शिक्षक एवं बड़ी संख्या में मीडिया शिक्षक उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन डॉ अरुण खोबरे द्वारा किया गया।

साहित्य और कविताएं युवाओं की वास्तविक मार्गदर्शक – प्रो केजी सुरेश साहित्य में भी कैरियर के अवसर हैं – डॉ. इंदिरा दांगी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में शिवाली श्रीवास्तव की पुस्तक ‘उलझन’ का हुआ विमोचन भोपाल, 25 अप्रैल, 2023: साहित्य और कविताएं ही युवाओं की सच्ची मार्गदर्शक होती है, यह बात माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) के.…

शब्दों को सहेजना उनको बरतना हमारा दायित्व : अशोक श्रीवास्तव

एमसीयू में सोशल मीडिया हैण्डलर प्रशिक्षण का आठवाँ दिन

शब्दों को सहेजना उनको बरतना हमारा दायित्व : अशोक श्रीवास्तव

पीएम, सीएम लिखने से बचें, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री लिखें

भोपाल, 25 अप्रैल, 2023: सोशल मीडिया पर लाघव शब्दों और अंग्रेजी शब्दों का चलन बढ़ा है। यह भाषा की सेहत के लिए अच्छा नहीं है। लेखकों-पत्रकारों का दायित्व है कि वे शब्दों को सहेजें, उनको बरतें। यह कहना है राष्ट्रीय चैनल डीडी न्यूज के वरिष्ठ सलाहकार संपादक अशोक श्रीवास्तव का। वे सोशल मीडिया हैंण्डलर्स को यूट्यूब और ट्विटर के लिए संदेश लेखन पर संबोधित कर रहे थे। मालूम हो कि सोशल मीडिया हैण्डलर्स का यह दस दिवसीय प्रशिक्षण ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये संचालित किया जा रहा है।

श्री अशोक श्रीवास्तव ने राज्य के विभिन्न जिलों के ट्विटर हैण्डल पर किये गये हालिया ट्विट का संदर्भ रखते हुए, संदेश लेखन की बारीकियों पर प्रतिभागियों के साथ चर्चा की। उनको बेहतर ढंग से प्रस्तुत करने के सुझाव दिये। उन्होंने कहा कि शासन के ट्विटर हैंडल की पहुँच प्रधान शासनाध्यक्षों से लेकर आम लोगों तक होती है। इसलिए उसकी भाषा और प्रस्तुति को लेकर सतर्कता बरतनी चाहिए। भाषा में सहजता रहनी चाहिए। अनावश्यक विस्तार से परहेज करना चाहिए और बेजान या सपाट वाक्यों से बचना चाहिए।
श्री अशोक ने कहा कि हम किसी सोशल मीडिया हैंडल पर लिखें या फिर बड़े मीडिया संस्थान के पन्ने पर पत्रकार भाषा के प्रहरी हैं। उन्होंने ध्यान दिलाया क बहुत सारे शब्द हैं जो हमारे व्यवहार से बाहर हो रहे हैंक्योंकि उनका उपयोग नहीं कर रहे हैं। भाषा के अतिरिक्त ट्विटर और यूट्यूब पर आने वाली तकनीकी कठिनाइयों को लेकर प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर उन्होंने दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि सोशल मीडिया हैंडल पर शासकीय सूचनाओं के साथ ही स्थानीय साहित्य, संस्कृति आदि को शामिल करने से उनकी पहुँच ज्यादा लोगों तक हो सकेगी।

विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण विभाग के निदेशक लाल बहादुर ओझा ने बताया कि 18 अप्रैल से-27 अप्रैल, 2023 तक चलने वाले इस प्रशिक्षण का आयोजन माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल और जनसंपर्क संचालनालय, भोपाल की ओर से संयुक्त रूप से किया जा रहा है। कल बुधवार, 26 अप्रैल को प्रशिक्षण के नौवें दिन सोशल मीडिया हैंडल कू और पब्लिक ऐप पर चर्चा होगी।

एमसीयू में सोशल मीडिया हैण्डलर प्रशिक्षण का आठवाँ दिन शब्दों को सहेजना उनको बरतना हमारा दायित्व : अशोक श्रीवास्तव पीएम, सीएम लिखने से बचें, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री लिखें भोपाल, 25 अप्रैल, 2023: सोशल मीडिया पर लाघव शब्दों और अंग्रेजी शब्दों का चलन बढ़ा है। यह भाषा की सेहत के लिए अच्छा नहीं है। लेखकों-पत्रकारों का…