माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के बीच एमओयू

देश का एक मात्र विश्वविद्यालय बना एमसीयू

देश के सबसे बड़े मीडिया विश्वविद्यालय के लिए गौरव का क्षण : प्रो केजी सुरेश

यूएनएफपीए का उद्देश्य भारत के भीतर मौजूद शक्ति को खोजना :  एंड्रिया वोजनार

भोपाल, 05 मई, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) के बीच महत्वपूर्ण एमओयू (अनुबंध) हुआ। इस अनुबंध के साथ पत्रकारिता विश्वविद्यालय और यूएनएफपीए जनसंख्या की गतिशीलता, किशोर विकास कल्याण और लिंग संबंधी विषयों पर मिलकर काम करेंगे। विश्वविद्यालय के विशनखेड़ी स्थित कैंपस में हुए इस एमओयू में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. के जी सुरेश एवं यूएनएफपीए से रिप्रेजेंटेटिव भारत एवं भूटान एवं कंट्री डायरेक्टर एंड्रिया वोजनार ने अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर किए।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. के.जी. सुरेश ने प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए बहुत गर्व और सम्मान का क्षण है। उन्होंने कहा कि इससे छात्रों और संकाय सदस्यों को जनसंख्या और लैंगिक मुद्दों पर अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन तक पहुंच प्राप्त होगी।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेशन डॉक्टर के जी सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय के सतत और दीर्घकालिक विकास के क्षेत्र में यह एक मील का पत्थर साबित होगा। इसका मुख्य उद्देश्य पत्रकारिता और संचार के युवा छात्रों को उन्मुख और संवेदनशील बनाने के साथ विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में जनसंख्या की गतिशीलता, किशोर विकास और कल्याण और लिंग संबंधी चिंताओं को संस्थागत और एकीकृत करने में मदद मिलेगी। अनुबंध का मुख्य उद्देश्य इन मुद्दों को प्रभावी ढंग से रिपोर्ट करना और संप्रेषित करना है।

आपको बता दें कि माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय यूएनएफपीए द्वारा चुना गया एकमात्र विश्वविद्यालय है, जो शोधार्थियों के साथ-साथ पत्रकार एवं छात्रों, संकाय सदस्यों को प्रशिक्षित करने के लिए उनके साथ सहयोग करता है।

कंट्री डायरेक्टर यूएनएफपीए एंड्रिया वोजनर ने कहा कि पुरुष और महिलाएं समान जिम्मेदारियों और अवसरों को साझा करते हैं और नीति और संस्थागत स्तर पर एक वास्तविक स्थायी परिवर्तन व्यक्तियों के दृष्टिकोण और व्यवहार में बदलाव लाएगा। उन्होंने 8 बिलियन लाइव्स, इनफिनिट पॉसिबिलिटीज की केवल पांच प्रतियों में से एक प्रति प्रो. सुरेश को सौंपी। इस अवसर पर यूएनएफपीए के श्रीराम हरिदास (डिप्टी रिप्रेजेंटेटिव इंडिया), सुनील थॉमस जेकब (स्टेट हेड, मध्यप्रदेश), अनुराग सोनवलकर (स्टेट प्रोग्राम एनालिटिस्ट), विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी, डीन अकादमिक डॉ. पी. शशिकला विभागाध्यक्ष और संकाय सदस्य भी उपस्थित थे।