पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हिन्दवी स्वराज्य पुस्तक का विमोचन

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हिन्दवी स्वराज्य पुस्तक का विमोचन

गागर में सागर भरने का प्रयास है हिन्दवी स्वराज्य : कुलपति प्रो. के.जी.सुरेश

छत्रपति शिवाजी एक व्यक्ति नहीं, विचार थे : डॉ. राजेश सेठी

मृत्युंजय राष्ट्र है भारत : डॉ. विकास दवे

भोपाल, 11 अक्टूबर, 2023:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में लेखक गिरीश जोशी की पुस्तक हिन्दवी स्वराज्य का विमोचन कुलपति प्रो. (डॉ.) के.जी.सुरेश, मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे, प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश सेठी, मीडिया प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अविनाश वाजपेयी द्वारा किया गया। इस अवसर पर मीडिया प्रबंधन विभाग के विद्यार्थियों द्वारा निकाले गए दो समाचार पत्रों का विमोचन भी किया गया। विश्वविद्यालय में हिन्दवी स्वराज्य की अवधारणा एवं वर्तमान प्रांसगिकता विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के सभागार में किया गया। छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा स्थापित हिन्दवी स्वराज्य की स्थापना के 350 वें वर्ष के प्रसंग पर अपने वक्तव्य में लेखक गिरीश जोशी ने शिवाजी महाराज की राजमुद्रा, संस्कृत, स्वदेशी भाषा, छत्रपति शिवाजी महाराज के लोक कल्याण विजन के बारे में बताया।

मीडिया प्रबंधन विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में कुलपति प्रो (डॉ.) के. जी. सुरेश ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि यह पुस्तक गागर में सागर भरने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा कि पुस्तिका में हमारी जीवन शैली, धर्म, संस्कृति के बारे में बताया गया है। प्रो.सुरेश ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में कई लोगों को ज्ञात हुआ उनके आसपास कई योद्धा हैं, जिनके बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी। लेकिन आजादी के अमृत महोत्सव के कारण उन्हें ऐसे वीर योद्धाओं की जानकारी मिल सकी। उन्होंने कहा कि  विजय की कहानियों के बारे में बताया जाना चाहिए, पढ़ाया जाना चाहिए। प्रो. सुरेश ने कहा कि विजयादशमी के पर्व पर रावण को हर साल जलाया जाता है, क्योंकि कहीं लोग विस्मित ना कर दें, कहीं भुला ना दें। उन्होंने कहा कि हमें अपना इतिहास पता होना चाहिए,  हमारी पहचान क्या है, इसका हमें इतिहास बोध बहुत आवश्यक है। कुलपति प्रो (डॉ.) सुरेश ने कहा कि शिवाजी जीजाबाई की वजह से छत्रपति शिवाजी महाराज बने।

विशिष्ट अतिथि एवं प्रसिद्ध ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉ राजेश सेठी ने राष्ट्र प्रेम, राष्ट्रीय चेतना के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी एक व्यक्ति नहीं थे बल्कि एक विचार थे। उन्होंने कहा कि देश एवं देशप्रेम की भावना हम सबके के अंदर स्वत: होना चाहिए। मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक विकास दवे ने छत्रपति शिवाजी के व्यक्तित्व, कृतित्व के बारे में बहुत महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने भारत को मृत्युंजय राष्ट्र बताते हुए कहा कि भारत की कोई जन्म तिथि नहीं है। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक लोकेंद्र सिंह राजपूत एवं आभार प्रदर्शन मीडिया प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अविनाश वाजपेयी द्वारा किया गया।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हिन्दवी स्वराज्य पुस्तक का विमोचन गागर में सागर भरने का प्रयास है हिन्दवी स्वराज्य : कुलपति प्रो. के.जी.सुरेश छत्रपति शिवाजी एक व्यक्ति नहीं, विचार थे : डॉ. राजेश सेठी मृत्युंजय राष्ट्र है भारत : डॉ. विकास दवे भोपाल, 11 अक्टूबर, 2023:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में लेखक गिरीश जोशी…

वंडर बुक ऑफ रिकार्ड इंटरनेशनल लंदन से सम्मानित हुए डॉ. अरुण खोबरे

वंडर बुक ऑफ रिकार्ड इंटरनेशनल लंदन से सम्मानित हुए डॉ. अरुण खोबरे

कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने शील्ड, सर्टिफिकेट,मेडल देकर किया सम्मानित

भोपाल, 07 अक्टूयबर, 2023:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के असि. प्रोफेसर डॉ. अरुण खोबरे (अरुण अज्ञानी) को वंडर बुक ऑफ रिकार्ड लंदन (यूके) द्वारा विश्व की सबसे बड़ी श्रीरामचरित मानस लिखने पर कुलपति प्रो. (डॉ.) केजी सुरेश ने लंदन द्वारा प्राप्त शील्ड, सर्टिफिकेट एवं मेडल देकर सम्मानित किया। विश्वविद्यालय के गणेश शंकर विद्यार्थी सभागार में कराओके वर्ल्ड चैम्पियनशिप इंडिया 2023 के मंच पर आयोजित इस कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी, लंदन (यूके) से श्रीमती दीप्ती भट्टाचार्य, मास्टर ऑफ साउंड से सुदीप मुखर्ची, राजकमल चतुर्वेदी विशेष रुप से उपस्थित थे।। इस इस बड़ी उपलब्धि पर कुलपति प्रो. सुरेश ने डॉ. अरुण खोबरे को बधाई दीं। साथ ही ऐसे ही उपलब्धियां करते रहने के लिए उन्होंने शुभकामनाएं भी प्रेषित कीं। अवसर पर डॉ. अरुण अज्ञानी ने कहा कि पितृपक्ष चल रहे हैं, और वे इस सम्मान को अपने पितरों, पुरुखों एवं अपने पिता स्व. श्री मुल्ल सिंह को समर्पित करते हैं। विश्व की सबसे बड़ी श्रीरामचरित मानस के लिए उन्होंने विशेष रुप से अपनी मां श्रामती मिथिला खोबरे, बड़े भाई कृष्ण कुमार, नंदकिशोर, इंद्रकुमार, बहन अंजना,वंदना, पत्नि संध्या, बेटे ग्रंथ व भावेश का आभार व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि डॉ. खोबरे का नाम भारत वर्ल्ड रिकार्ड, ओएमजी बुक ऑफ रिकार्ड, रॉयल सक्सेस बुक ऑफ रिकार्ड (इंटरनेशनल),ग्लोबल गोल्ड टेलेंट बुक ऑफ रिकार्ड आदि अन्य बुक में दर्ज हो चुका है। साथ ही गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में भी नाम दर्ज है। डॉ. खोबरे को इंडियन आईकॉन अवार्ड 2022 समेत देश-विदेश में लगभग तीन दर्जन से ज्यादा सम्मान, पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। डॉ. खोबरे वर्तमान में एमसीयू में प्राध्यापक के साथ ही जनसंपर्क अधिकारी, विशेष अधिकारी का भी दायित्व निभा रहे हैं।

वंडर बुक ऑफ रिकार्ड इंटरनेशनल लंदन से सम्मानित हुए डॉ. अरुण खोबरे कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने शील्ड, सर्टिफिकेट,मेडल देकर किया सम्मानित भोपाल, 07 अक्टूयबर, 2023:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के असि. प्रोफेसर डॉ. अरुण खोबरे (अरुण अज्ञानी) को वंडर बुक ऑफ रिकार्ड लंदन (यूके) द्वारा विश्व की सबसे बड़ी श्रीरामचरित मानस…

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में कराओके वर्ल्ड चैम्पियनशिप इंडिया 2023 सम्पन्न

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में कराओके वर्ल्ड चैम्पियनशिप इंडिया 2023 सम्पन्न

हम कला के सम्मान के लिए प्रतिबद्ध : कुलपति प्रो. केजी सुरेश

रुबन सहाय रहे विजेता, पनामा में करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व

भोपाल, 05 अक्‍टूबर, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय एवं मास्टर ऑफ साउंड के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को कराओके वर्ल्ड चैम्पियनशिप इंडिया 2023 का आयोजन माखनपुरम में किया गया। गणेश शंकर विद्यार्थी सभागार में आयोजित प्रतियोगिता में पश्चिम बंगाल के रुबन सहाय विजेता बने। श्री सहाय भारत की ओर से पनामा में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.(डॉ.) केजी सुरेश ने कहा कि हम कला के सम्मान के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसीलिए हर साल ‘प्रतिभा’ का आयोजन विश्वविद्यालय में किया जाता है। इसके अलावा भी समय-समय पर कई कार्यक्रम भी कराए जाते हैं। प्रतिभागियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि मंच हमेशा आपके कुदरती तत्व को उभारता है। प्रतियोगिता का प्रसारण फिनलैंड से भी किया गया था। सर्वोच्च अंकों के साथ रुबन सहाय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। मुस्कान मिश्रा ने द्वितीय एवं कुलदीप गोलानी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर मास्टर ऑफ साउंड्स के निदेशक सुदीप चटर्जी, राजकमल चतुर्वेदी, सुश्री दीप्ति भट्टाचार्य, कुलसचिव प्रो. (डॉ.) अविनाश वाजपेयी, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव गुप्ता, सांस्कृतिक समन्वयक डॉ. उर्वशी परमार, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष अन्य शिक्षक,अधिकारी,कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सांस्कृतिक समन्वयक डॉ. अरुण कुमार खोबरे ने किया। सभी प्रतियोगियों ने एक से बढ़कर एक गीतों को सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में कराओके वर्ल्ड चैम्पियनशिप इंडिया 2023 सम्पन्न हम कला के सम्मान के लिए प्रतिबद्ध : कुलपति प्रो. केजी सुरेश रुबन सहाय रहे विजेता, पनामा में करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व भोपाल, 05 अक्‍टूबर, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय एवं मास्टर ऑफ साउंड के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को कराओके वर्ल्ड चैम्पियनशिप…

एमसीयू में पुस्तक “सुन रही हो न तुम” का विमोचन

एमसीयू में पुस्तक “सुन रही हो न तुम” का विमोचन

पूर्व विद्यार्थी व साहित्कार सुदर्शन व्यास की है काव्यकृति

रचनात्मकता हमेशा बनी रहनी चाहिए : कुलपति प्रो. केजी सुरेश

काव्य संग्रह युवाओं के लिए उपयोगी होगा : मनोज श्रीवास्तव

कविताएं प्रेम को सकारात्मक ढंग से लेने का माध्यम है : पंकज शुक्ल

भोपाल, 03 अक्‍टूबर, 2023:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में मंगलवार को पूर्व विद्यार्थी, युवा साहित्यकार व पत्रकार श्री सुदर्शन व्यास की पुस्तक “सुन रही हो न तुम” का विमोचन कुलपति प्रो. डॉ. केजी सुरेश, साहित्यकार एवं पूर्व प्रशासनिक अधिकारी श्री मनोज श्रीवास्तव एवं वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार श्री पंकज शुक्ल द्वारा किया गया। पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ द्वारा सृजन श्रृंखला के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि जीवन में हॉबी होना चाहिए और रचनात्मकता हमेशा बनी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं को मंच मिलना बहुत जरुरी है, ताकि वे आगे आ सकें और अपनी प्रतिभा दिखा सकें। विश्वविद्यालय प्रतिभाओं को हमेशा मंच देता है, जिससे वे आगे बढ़कर जीवन में नाम रोशन कर सकें। उन्होंने सुदर्शन की पुस्तक की प्रशंसा करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।

इस अवसर पर  मुख्य अतिथि, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी एवं साहित्यकार श्री मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि कृष्ण-राधा, कृष्ण-मीरा प्रेम की कहानियां हमने सुनी है। प्रेम का आध्यात्मिक पक्ष सुदर्शन व्यास के काव्य संग्रह में दिखाई देता है। प्रकोष्ठ के सृजन श्रृंखला के माध्यम से युवाओं की रचनात्मकता को सामने लाने के लिए इस आयोजन की उन्होंने सराहना करते हुए बधाई दी। उन्होंने कहा कि ये काव्य संग्रह युवाओं को एक नई दिशा प्रदान करने में उपयोगी होगा।

इस अवसर पर विशेष अतिथि एवं वरिष्ठ पत्रकार पंकज शुक्ल ने कहा कि प्रेम केवल मृत्यु नहीं जीवन का परिचायक है। कविताएं भी यही संदेश देती है। कविताएं प्रेम को सकारात्मक ढंग से लेने का माध्यम है।

काव्य संग्रह के लेखक, पूर्व विद्यार्थी, साहित्कार एवं पत्रकार श्री सुदर्शन व्यास ने इस अवसर पर काव्य संग्रह का श्रेय परिवार एवं गुरुओं को देते हुए कहा कि उनका यह संग्रह युवाओं की भावनाओं को ध्यान में रखकर लिखा गया है।

माखनपुरम परिसर के विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम का संचालन अभिलाष ठाकुर एवं आभार प्रदर्शन पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ के समन्वयक परेश उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर पुस्तक के लेखक सुदर्शन व्यास के माता-पिता, परिजन, मित्र, विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. (डॉ.) अविनाश वाजपेयी सहित शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

एमसीयू में पुस्तक “सुन रही हो न तुम” का विमोचन पूर्व विद्यार्थी व साहित्कार सुदर्शन व्यास की है काव्यकृति रचनात्मकता हमेशा बनी रहनी चाहिए : कुलपति प्रो. केजी सुरेश काव्य संग्रह युवाओं के लिए उपयोगी होगा : मनोज श्रीवास्तव कविताएं प्रेम को सकारात्मक ढंग से लेने का माध्यम है : पंकज शुक्ल भोपाल, 03 अक्‍टूबर,…