एक्टिविस्ट नहीं, फैक्टिविस्ट बनें : कुलपति प्रो. सुरेश

एक्टिविस्ट नहीं, फैक्टिविस्ट बनें : कुलपति प्रो. सुरेश

एमसीयू के जनसंचार विभाग में कुलगुरु ने ली मास्टर क्लास

भोपाल, 01 मई, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में राजनीतिक पत्रकारिता पर कुलपति प्रो. डॉ.के.जी. सुरेश द्वारा मास्टर क्लास ली गई। विद्यार्थियों को उन्होंने बताया कि पॉलिटिकल रिपोर्टिंग करते समय आपको पूर्वांग्रह से प्रभावित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया में आपका पाठक वर्ग और श्रोता वर्ग हर धर्म, जाति, समुदाय एवं समाज का होता है। एक पत्रकार का काम उन्हें सही तथ्यों के साथ सजग नागरिक बनाने का होता है। प्रो. सुरेश ने खबर कवर करते समय सत्य और तथ्य के अंतर को स्पष्ट करते हुए तथ्य को रखते हुए पत्रकारिता करने पर बल दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि आप एक सफल पत्रकार बनना चाहते हैं तो आपके सोर्स बहुत जरूरी है। प्रो. सुरेश ने कहा कि एक पॉलिटिकल रिपोर्टर को सभी पार्टियों के इतिहास और विचारधारा की जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने लोकतंत्र के लिए राजनीतिक पत्रकारिता को जरूरी बताया। प्रो सुरेश ने देश-विदेश में की गई पत्रकारिता एवं उनके अनुभवों को विद्यार्थियों के मध्य साझा किया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. आरती सारंग, समन्वयक जनसंचार श्री प्रदीप डहेरिया, सहायक प्राध्यापक डॉ. लाल बहादुर ओझा, डॉ.उर्वशी परमार, डॉ. गरिमा पटेल,अतिथि शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

एक्टिविस्ट नहीं, फैक्टिविस्ट बनें : कुलपति प्रो. सुरेश एमसीयू के जनसंचार विभाग में कुलगुरु ने ली मास्टर क्लास भोपाल, 01 मई, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में राजनीतिक पत्रकारिता पर कुलपति प्रो. डॉ.के.जी. सुरेश द्वारा मास्टर क्लास ली गई। विद्यार्थियों को उन्होंने बताया कि पॉलिटिकल रिपोर्टिंग करते समय आपको…

एंकर को निष्पक्ष होना चाहिए : सुश्री मंजू मेहता

एंकर को निष्पक्ष होना चाहिए : सुश्री मंजू मेहता

रेडियो की स्क्रिप्ट सरल होना चाहिए : संजीव शर्मा

रेडियो कार्यक्रम निर्माण एवं स्क्रिप्ट लेखन” पर एमसीयू में कार्यशाला

भोपाल, 30 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग द्वारा “रेडियो कार्यक्रम निर्माण एवं स्क्रिप्ट लेखन” विषय पर आयोजित कार्यशाला के दूसरे दिन भोपाल दूरदर्शन की पहली महिला न्यूज़ रीडर सुश्री मंजू मेहता ने मुख्य वक्ता के रुप में विद्यार्थियों को संबोधित किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग की विभागाध्यक्ष  प्रो. डॉ. मोनिका वर्मा ने मुख्य वक्ता सुश्री मंजू मेहता को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका स्वागत किया।

अपने संबोधन में सुश्री मंजू ने कहा कि आकाशवाणी एवं दूरदर्शन ने आज भी अपनी शालीनता को बरकरार रखा है। प्राइवेट चैनल्स का ध्यान टीआरपी एवं सनसनी पर रहता है लेकिन आकाशवाणी एवं दूरदर्शन में आज भी कंटेंट पर ध्यान दिया जाता है। उन्होंने भाव एवं अभिव्यक्ति को जरुरी बताते हुए बॉडी लैंग्वेज पर भी विशेष ध्यान दिए जाने की बात कही। सुश्री मंजू ने कहा कि एंकर को निष्पक्ष होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस फील्ड में काम करते हुए आपके अंदर समझ एवं विवेक का होना बहुत जरुरी है। विद्यार्थियों से उन्होंने कहा कि न्यूज पेपर जरुर पढ़ें और आईने के सामने न्यूज रीडिंग और एंकरिंग की प्रैक्टिस करते रहें। सुश्री मंजू ने कहा कि एंकरिंग करते समय आपका पूरा फोकस अपने काम पर रहना चाहिए।

समापन सत्र के मुख्य वक्ता आकाशवाणी भोपाल के समाचार संपादक श्री संजीव शर्मा ने कहा कि रेडियो में एक-एक सेकेंड का बहुत महत्व रहता है। उन्होंने कहा कि रेडियो की स्क्रिप्ट सरल होना चाहिए, साथ ही भाषा भी सरल होना चाहिए। श्री शर्मा ने कहा कि रेडियो की स्क्रिप्ट में उच्चारण करते हुए कठिन शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। सत्र की अध्यक्षता प्रो. मनोज कुमार, श्री मुकेश चौरासे, श्री राहुल खड़िया, डॉ. रामदीन त्यागी ने की। वहीं सत्र का संचालन विद्यार्थी अभिषेक सोनी, श्रेया भोंषले, ओमकार अवस्थी एवं रुबी कुमारी सिंह ने किया। वीडियो एवं फोटोग्राफी का समन्वय डॉ. मनोज पटेल, सुश्री प्रियंका सोनकर ने किया। गौरतलब है कि स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित इस दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ विवि. के कुलपति प्रो. डॉ. केजी सुरेश ने सोमवार को किया था। कार्यशाला में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के विद्यार्थी, अतिथि शिक्षक उपस्थित थे।

एंकर को निष्पक्ष होना चाहिए : सुश्री मंजू मेहता रेडियो की स्क्रिप्ट सरल होना चाहिए : संजीव शर्मा रेडियो कार्यक्रम निर्माण एवं स्क्रिप्ट लेखन” पर एमसीयू में कार्यशाला भोपाल, 30 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग द्वारा “रेडियो कार्यक्रम निर्माण एवं स्क्रिप्ट लेखन” विषय पर आयोजित कार्यशाला के…

विकास पत्रकारिता का प्रतीक है रेडियो : कुलपति प्रो. सुरेश

“रेडियो कार्यक्रम निर्माण एवं स्क्रिप्ट लेखन” पर एमसीयू में कार्यशाला

विकास पत्रकारिता का प्रतीक है रेडियो :  कुलपति प्रो. सुरेश

रेडियो का सेलिब्रिटी म्यूजिक है : आरजे अनादि

रेडियो में रचनात्मक गुणों का होना आवश्यक : राजेश भट्ट

भोपाल, 29 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग द्वारा “रेडियो कार्यक्रम निर्माण एवं स्क्रिप्ट लेखन” विषय पर स्वामी विवेकानंद सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. के.जी. सुरेश ने दीप प्रज्ज्वलित कर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यशाला के प्रथम दिवस मुख्य वक्ता आरजे अनादि एवं आकाशवाणी भोपाल के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी श्री राजेश भट्ट ने रेडियो प्रोग्राम बनाने से लेकर अच्छी स्क्रिप्ट लिखने के गुण विद्यार्थियों को बताए। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. मोनिका वर्मा ने कुलपति प्रो. सुरेश एवं दोनों मुख्य वक्ताओं का स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि रेडियो आज भी विकास की पत्रकारिता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि लोगों के बीच रेडियो पत्रकारिता का प्रतीक बन गया है और जागरुकता पैदा कर रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों को रेडियो सुनते रहने को कहा साथ ही इसके सुनने से होने वाले लाभ के बारे में भी बताया। प्रो. सुरेश ने कहा कि आजादी में एवं देश के विकास में रेडियो का बहुत बड़ा योगदान रहा है। रेडियो द्वारा कला को बचाए रखने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि रेडियो में प्रायोगिक ज्ञान बहुत जरुरी है। प्रोफेसर सुरेश ने कहा कि एक मजबूत इमारत के लिए नींव का मजबूत होना आवश्यक है, इसी तरह प्रायोगिक ज्ञान के साथ ही सैद्धांतिक ज्ञान का होना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में एक सेंट्रल स्टूडियो बनाया जाएगा, इसके साथ उन्होंने कहा कि रेडियो के लिए नए उपकरण भी जल्दी लाए जाएंगे जिससे विद्यार्थियों को प्रायोगिक ज्ञान प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि देश में बहुत कम विश्वविद्यालय हैं जिनके अपने स्वयं के रेडियो स्टेशन है। हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास अपना खुद का सामुदायिक रेडियो स्टेशन, रेडियो कर्मवीर है।

भोपाल की प्रख्यात राज आरजे अनादि ने रेडियो प्रोग्राम किस तरह से बनाए जाते हैं रेडियो जॉकी क्या होता है, उसके क्या कार्य होते हैं, रेडियो जॉकी को अपना काम करते हुए किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इन सब महत्वपूर्ण विषयों पर उन्होंने विद्यार्थियों को बहुत महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान दी। उन्होंने कहा कि रेडियो का सेलिब्रिटी, म्यूजिक है। रेडियो को मनोरंजन का बहुत अच्छा साधन बताते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने को कहा। उन्होंने कहा कि अनुशासन के साथ पूरी लगन से यदि आप काम करते हैं तो रेडियो के क्षेत्र में सफलता जरुर मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे इंटर्नशिप जरूर करें, ताकि प्रैक्टिकल नॉलेज मिल सके।

आकाशवाणी भोपाल के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी श्री राजेश भट्ट स्क्रिप्ट लेखन के लिए आवश्यक तत्वों, स्क्रिप्ट लेखन के प्रकार, स्क्रिप्ट लेखन की शैली किस प्रकार होनी चाहिए इस बारे मे बताया। इसके साथ ही उन्होंने कार्यकम निर्माण के लिए आवश्यक तत्वों पर भी विद्यार्थियों के साथ चर्चा की। श्री भट्ट ने साउंड इफ़ेक्ट, बैकग्राउंड एवं वॉइस मॉडुलेशन की महत्ता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों को स्क्रिप्ट लेखन मे “क्रिएटिविटी” यानी रचनात्मक गुणों का होना कितना आवश्यक है, इस बारे में बताया।

“रेडियो कार्यक्रम निर्माण एवं स्क्रिप्ट लेखन” पर एमसीयू में कार्यशाला विकास पत्रकारिता का प्रतीक है रेडियो :  कुलपति प्रो. सुरेश रेडियो का सेलिब्रिटी म्यूजिक है : आरजे अनादि रेडियो में रचनात्मक गुणों का होना आवश्यक : राजेश भट्ट भोपाल, 29 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग द्वारा “रेडियो…

प्राप्त अंकों की मैरिट सूची एवं ऑनलाइन साक्षात्कार से होगा एडमिशन : कुलपति प्रो. सुरेश

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ

प्राप्त अंकों की मैरिट सूची एवं ऑनलाइन साक्षात्कार से होगा एडमिशन : कुलपति प्रो. सुरेश

एमपी ऑनलाइन के माध्यम से फॉर्म भर सकते हैं विद्यार्थी

दो नए पाठयक्रम बीएससी : (मीडिया रिसर्च), बीए: हिन्दी भाषा, (प्रौद्योगिकी एवं अनुवाद) भी इस साल होंगे शुरु

भोपाल, 29 अप्रैल, 2024:  पत्रकारिता, जनसंचार, मीडिया, प्रबंधन, कम्प्यूटर, सिनेमा, विज्ञापन एवं जनसंपर्क में रुचि रखने वाले युवाओं के लिए एक अच्छी खबर है। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. के. जी. सुरेश ने बताया कि विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर माखनपुरम के विभिन्न विभागों एवं रीवा, खंडवा, दतिया परिसर में प्राप्त अंकों की तैयार मैरिट सूची एवं ऑनलाइन साक्षात्कार के आधार पर एडमिशन होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय पहली बार स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए सीयूईटी-यूजी में शामिल हुआ है। प्रो. सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय का पचास एकड़ का हराभरा आवासीय परिसर है, जहां एमपी ऑनलाइन के माध्यम से फार्म भरकर विद्यार्थी प्रवेश ले सकते हैं।उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय इस सत्र से दो नए पाठ्यक्रम प्रारंभ कर रहा है। शोध के प्रति विद्यार्थियों को आकर्षित करने और उनकी समझ विकसित करने के लिए बीएससी: मीडिया रिसर्च एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप भारतीय भाषा विभाग के अन्तर्गत, बीए: हिन्दी भाषा, प्रौद्योगिकी एवं अनुवाद का पाठ्यक्रम संचालित किया जाएगा। इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने पिछले साल सेल्फ फाइनेंस मोड में बीए: इंग्लिश जर्नलिज्म का पाठ्यक्रम प्रारंभ किया था, जिसमें विद्यार्थियों का खासा रुझान देखने को मिल रहा है एवं इस कोर्स के प्रति उनका आकर्षण एवं उत्साह बढ़ा है। प्रो सुरेश ने कहा कि जो भी युवा मीडिया, जनसंचार, कम्प्यूटर, सिनेमा आदि क्षेत्रों में रुचि रखते हैं, एवं जिनमें कुछ खास करने एवं आगे बढ़ने की ललक है वे 31 मई है तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

प्रवेश निदेशक श्री शलभ श्रीवास्तव ने बताया कि स्नातक पाठ्यक्रम में 12 वीं के प्राप्त अंक का 70 प्रतिशत एवं साक्षात्कार का 30 प्रतिशत वैटेज दिया जाएगा। इसी तरह स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में भी स्नातक के प्राप्त अंक का 70 प्रतिशत एवं साक्षात्कार का 30 प्रतिशत वैटेज दिया जाएगा। भोपाल कैंपस में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों जिसमें पत्रकारिता, जनसंचार, विज्ञापन एवं जनसंपर्क,प्रसारण पत्रकारिता, डिजिटल जर्नलिज्म, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, मीडिया रिसर्च, फिल्म प्रोडक्शन, न्यू मीडिया, मीडिया बिजनेस मैनेजमेंट, एमसीए, एम.लिस में स्नातक परीक्षा में निर्धारित योग्यताधारी विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। वहीं बीबीए ई-कामर्स, बीएससी ग्राफिक्स एनिमेशन,बीटेक प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग, बी.लिस पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान में भी 12 वीं परीक्षा में निर्धारित योग्यताधारी विद्यार्थी फार्म भर सकते हैं।

कुलपति प्रो. सुरेश ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम तीन साल पहले से ही शुरु किए जा चुके हैं। जिनमें बीए एमसी, बीएजेसीडब्ल्यू, बीए एपीआर, बीए इंग्लिश जर्नलिज्म, बीएससी मीडिया शोध, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, फिल्म एंड कम्युनिकेशन स्टडीज, मल्टी मीडिया, बीकॉम मैंनेजमेंट एवं बीसीए कम्प्यूटर एप्लीकेशन ऑनर्स शामिल हैं, इन पाठ्यक्रमों के लिए विद्यार्थी एमपी ऑनलाइन के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं।

कुलपति प्रो. सुरेश ने बताया विश्वविद्यालय के भोपाल स्थित माखनपुरम परिसर के साथ ही विवि. के स्वयं के तीन परिसर रीवा,खंडवा एवं दतिया में भी संचालित है। उन्होंने कहा कि रीवा परिसर में विद्यार्थी एमए जर्नलिज्म, एमए जनसंचार, एमएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, बीए एमसी ऑनर्स, बीएससी ईएम ऑनर्स, बीसीए कम्प्यूटर एप्लीकेशन ऑनर्स, पीजीडीआरजे ग्रामीण पत्रकारिता, पीजीडीसीए  डीसीए पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन फार्म भर सकते हैं। इसके अलावा खंडवा परिसर में एमए पत्रकारिता, बीए एमसी ऑनर्स, पीजीडीसीए, डीसीए पाठ्यक्रम एवं दतिया परिसर से एमए जनसंचार, बीए जनसंचार,बीबीए ई-कामर्स, पीजीडीसीए एवं डीसीए पाठ्यक्रमों में विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। कुलपति प्रो. डॉ. केजी सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय में स्वयं का सामुदायिक रेडियो स्टेशन, रेडियो कर्मवीर है, जो भोपाल एवं आसपास के गांवों में बड़े चाव से सुना जा रहा है, इसके कार्यक्रमों के निर्माण एवं प्रोग्राम के संचालन में विद्यार्थियों का बहुत बड़ा योगदान है। वहीं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में एमसीयू दर्शन टीवी स्टुडियो भी है, जहां विद्यार्थी प्रायोगिक रुप से एंकरिंग, न्यूज रीडिंग, प्रोग्राम, इंटरव्यू आदि का अभ्यास करते हैं। प्रो. सुरेश ने कहा कि विद्यार्थियों के रहने के लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम बालक छात्रावास एवं मां नर्मदा बालिका छात्रावास की सुविधा भी परिसर में ही उपलब्ध है, जिसमें अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित सर्वसुविधायुक्त जिम भी है। जनसंपर्क अधिकारी डॉ. अरुण खोबरे ने बताया कि विद्यार्थी अधिक जानकारी के लिए पत्रकारिता विश्वविद्यालय की अधिकृत वेबसाइट mcu.ac.in को देख सकते हैं।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ प्राप्त अंकों की मैरिट सूची एवं ऑनलाइन साक्षात्कार से होगा एडमिशन : कुलपति प्रो. सुरेश एमपी ऑनलाइन के माध्यम से फॉर्म भर सकते हैं विद्यार्थी दो नए पाठयक्रम बीएससी : (मीडिया रिसर्च), बीए: हिन्दी भाषा, (प्रौद्योगिकी एवं अनुवाद) भी इस साल होंगे शुरु भोपाल, 29 अप्रैल, 2024:  पत्रकारिता, जनसंचार,…

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ

प्राप्त अंकों की मैरिट सूची एवं ऑनलाइन साक्षात्कार से होगा एडमिशन : कुलपति प्रो. सुरेश

एमपी ऑनलाइन के माध्यम से फॉर्म भर सकते हैं विद्यार्थी

भोपाल, 27 अप्रैल, 2024: पत्रकारिता, जनसंचार, मीडिया, प्रबंधन, कम्प्यूटर, सिनेमा, विज्ञापन एवं जनसंपर्क में रुचि रखने वाले युवाओं के लिए एक अच्छी खबर है। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. के. जी. सुरेश ने बताया कि विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर माखनपुरम के विभिन्न विभागों एवं रीवा, खंडवा, दतिया परिसर में प्राप्त अंकों की तैयार मैरिट सूची एवं ऑनलाइन साक्षात्कार के आधार पर होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय पहली बार स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए सीयूईटी-यूजी में शामिल हुआ है। प्रो. सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय का पचास एकड़ का हराभरा आवासीय परिसर है, जहां एमपी ऑनलाइन के माध्यम से फार्म भरकर विद्यार्थी प्रवेश ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी युवा मीडिया, जनसंचार, कम्प्यूटर, सिनेमा आदि क्षेत्रों में रुचि रखते हैं, एवं जिनमें कुछ खास करने एवं आगे बढ़ने की ललक है वे 31 मई है तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

प्रवेश निदेशक श्री शलभ श्रीवास्तव ने बताया कि स्नातक पाठ्यक्रम में 12 वीं के प्राप्त अंक का 70 प्रतिशत एवं साक्षात्कार का 30 प्रतिशत वैटेज दिया जाएगा। इसी तरह स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में भी स्नातक के प्राप्त अंक का 70 प्रतिशत एवं साक्षात्कार का 30 प्रतिशत वैटेज दिया जाएगा। भोपाल कैंपस में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों जिसमें पत्रकारिता, जनसंचार, विज्ञापन एवं जनसंपर्क,प्रसारण पत्रकारिता, डिजिटल जर्नलिज्म, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, मीडिया रिसर्च, फिल्म प्रोडक्शन, न्यू मीडिया, मीडिया बिजनेस मैनेजमेंट, एमसीए, एम.लिस में स्नातक परीक्षा में निर्धारित योग्यताधारी विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। वहीं बीबीए ई-कामर्स, बीएससी ग्राफिक्स एनिमेशन,बीटेक प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग, बी.लिस पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान में भी 12 वीं परीक्षा में निर्धारित योग्यताधारी विद्यार्थी फार्म भर सकते हैं।

कुलपति प्रो. सुरेश ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम तीन साल पहले से ही शुरु किए जा चुके हैं। जिनमें बीए एमसी, बीएजेसीडब्ल्यू, बीए एपीआर, बीए इंग्लिश जर्नलिज्म, बीएससी मीडिया शोध, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, फिल्म एंड कम्युनिकेशन स्टडीज, मल्टी मीडिया, बीकॉम मैंनेजमेंट एवं बीसीए कम्प्यूटर एप्लीकेशन ऑनर्स शामिल हैं, इन पाठ्यक्रमों के लिए विद्यार्थी एमपी ऑनलाइन के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं।

कुलपति प्रो. सुरेश ने बताया विश्वविद्यालय के भोपाल स्थित माखनपुरम परिसर के साथ ही विवि. के स्वयं के तीन परिसर रीवा,खंडवा एवं दतिया में भी संचालित है। उन्होंने कहा कि रीवा परिसर में विद्यार्थी एमए जर्नलिस्म, एमए जनसंचार, एमएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, बीए एमसी ऑनर्स, बीएससी ईएम ऑनर्स, बीसीए कम्प्यूटर एप्लीकेशन ऑनर्स, पीजीडीआरजे ग्रामीण पत्रकारिता, पीजीडीसीए  डीसीए पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन फार्म भर सकते हैं। इसके अलावा खंडवा परिसर में एमए पत्रकारिता, बीए एमसी ऑनर्स, पीजीडीसीए, डीसीए पाठ्यक्रम एवं दतिया परिसर से एमए जनसंचार, बीए जनसंचार,बीबीए ई-कामर्स, पीजीडीसीए एवं डीसीए पाठ्यक्रमों में विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। कुलपकि प्रो. डॉ. केजी सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय में स्वयं का सामुदायिक रेडियो स्टेशन, रेडियो कर्मवीर है, जो भोपाल एवं आसपास के गांवों में बड़े चाव से सुना जा रहा है, इसके कार्यक्रमों के निर्माण एवं प्रोग्राम के संचालन में विद्यार्थियों का बहुत बड़ा योगदान है। वहीं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में एमसीयू दर्शन टीवी स्टुडियो भी है, जहां विद्यार्थी प्रायोगिक रुप से एंकरिंग, न्यूज रीडिंग, प्रोग्राम, इंटरव्यू आदि का अभ्यास करते हैं। जनसंपर्क अधिकारी डॉ. अरुण खोबरे ने बताया विद्यार्थियों के लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम बालक छात्रावास एवं मां नर्मदा बालिका छात्रावास की सुविधा भी परिसर में ही उपलब्ध है, जिसमें अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित सर्वसुविधायुक्त जिम भी है। अधिक जानकारी के लिए पत्रकारिता विश्वविद्यालय की अधिकृत वेबसाइट mcu.ac.in को देखा जा सकता है।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ प्राप्त अंकों की मैरिट सूची एवं ऑनलाइन साक्षात्कार से होगा एडमिशन : कुलपति प्रो. सुरेश एमपी ऑनलाइन के माध्यम से फॉर्म भर सकते हैं विद्यार्थी भोपाल, 27 अप्रैल, 2024: पत्रकारिता, जनसंचार, मीडिया, प्रबंधन, कम्प्यूटर, सिनेमा, विज्ञापन एवं जनसंपर्क में रुचि रखने वाले युवाओं के लिए एक अच्छी खबर है।…

सशक्त लोकतंत्र के लिए जागरुक पत्रकार अनिवार्य : कुलपति प्रो. सुरेश

सशक्त लोकतंत्र के लिए जागरुक पत्रकार अनिवार्य : कुलपति प्रो. सुरेश

पत्रकारों के लिए डिजिटल मीडिया पर कौशल उन्नयन कार्यशाला सम्पन्न

भोपाल, 26 अप्रैल, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के नवीन परिसर माखनपुरम बिशनखेड़ी में पत्रकारों के लिए डिजिटल मीडिया पर कौशल उन्नयन कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.डॉ. के.जी. सुरेश ने की। विक्रमशिला स्थित स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित इस कार्यशाला में छिंदवाड़ा, सिवनी एवं बालाघाट जिलों के लगभग 60 पत्रकारों, मीडियाकर्मियों ने भाग लिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार गयाप्रसाद सोनी, कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी, डीन अकादमिक प्रो. डॉ. पी. शशिकला,  प्रभारी निदेशक प्रशिक्षण डॉ. जया सुरजानी, विषय विशेषज्ञ डॉ. अनीता सोनी, श्री बापू बाघ, जनसंपर्क अधिकारी डॉ. अरुण खोबरे एवं अन्य संकाय सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे।

अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो.डॉ. के.जी. सुरेश ने कहा कि सशक्त लोकतंत्र के लिए जागरुक पत्रकार अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि जब पत्रकार मजबूत होता है तो, लोकतंत्र मजबूत होता है। प्रो. सुरेश ने कहा कि मैं आज भी अपने आपको मीडिया का एक विद्यार्थी मानता हूं और रोज सीखता हूं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वे विद्यार्थी भाव से सीखने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि पारंपरिक पत्रकारिता एवं वर्तमान पत्रकारिता में काफी बदलाव आ गया है। आज मोजो मोबाइल जर्नलिस्म ,ड्रोन पत्रकारिता के साथ ही एआई जैसी नई तकनीकें आ गई है, जिसने मीडिया को बहुत बदल दिया है। प्रो. सुरेश ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन ने पत्रकारिता विश्वविद्यालय को पत्रकारों के प्रशिक्षण का दायित्व सौंपा है। मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार गयाप्रसाद सोनी ने कहा कि वे और उनके पत्रकार मित्र पत्रकारिता के साथ ही सामाजिक क्षेत्र में भी बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं। उनके क्षेत्र के पत्रकारों के लिए आयोजित कार्यशाला के लिए उन्होंने कुलपति प्रो.सुरेश का आभार जताया।

एक दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी ने किया, वहीं समापन कुलपति प्रो.डॉ. के.जी. सुरेश द्वारा किया गया। तकनीकि सत्रों में विषय विशेषज्ञ, प्रो. डॉ. पी. शशिकला, डॉ. अनीता सोनी, श्री बापू बाघ ने पत्रकारों को विषय से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं। समापन सत्र में कार्यशाला में उपस्थित सभी पत्रकारों को कुलपति प्रो. सुरेश ने प्रमाण पत्र प्रदान किए। कार्यशाला का संचालन अतिथि अध्यापक सुश्री अंकिता त्रिपाठी ने एवं प्रभारी निदेशक प्रशिक्षण डॉ. जया सुरजानी ने आभार व्यक्त किया।

सशक्त लोकतंत्र के लिए जागरुक पत्रकार अनिवार्य : कुलपति प्रो. सुरेश पत्रकारों के लिए डिजिटल मीडिया पर कौशल उन्नयन कार्यशाला सम्पन्न भोपाल, 26 अप्रैल, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के नवीन परिसर माखनपुरम बिशनखेड़ी में पत्रकारों के लिए डिजिटल मीडिया पर कौशल उन्नयन कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय कार्यशाला…

न्यू मीडिया टैक्नोलॉजी विभाग में स्थापित होगी डिजिटल मीडिया लैब : कुलपति प्रो. सुरेश

न्यू मीडिया टैक्नोलॉजी विभाग में स्थापित होगी डिजिटल मीडिया लैब : कुलपति प्रो. सुरेश

मीडिया लिटरेसी पर कुलपति प्रो. सुरेश ने ली मास्टर क्लास

भोपाल, 25 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग में मीडिया लिटरेसी पर मास्टर क्लास का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ.के. जी. सुरेश ने मास्टर क्लास में विद्यार्थियों से स्वयं संवाद किया एवं उन्हें सफलता के टिप्स भी दिए। स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित मास्टर क्लास में एनएमटी की विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. पी. शशिकला ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया।

कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग में डिजिटल मीडिया लैब स्थापित की जाएगी। विद्यार्थियों के साथ मास्टर क्लास में उन्होंने मीडिया साक्षरता और मीडिया शिक्षा के बीच अंतर समझाया। उन्होंने विभाग के विद्यार्थियों को कहा कि मीडिया साक्षरता के लिए एक गांव को गोद लेना चाहिए और वहां जाकर उन्हें इस विषय में शिक्षित करना चाहिेए। साथ ही उन्होंने फेक न्यूज, दुष्प्रचार एवं गलत सूचनाओं के बीच अंतर को उदाहरणों के साथ समझाया। प्रो. सुरेश ने एनएमटी में ड्रोन पत्रकारिता को भी शामिल किए जाने की बात कही। इसके साथ प्रो. सुरेश ने भविष्य में फेक कंटेंट आईडेंटीफिकेशन युनिट (नकली सामग्री पहचान इकाई) स्थापित किए जाने की भी बात कही, जिसमें सामाजिक, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि मुद्दों से संबंधित नकली सामग्री के विषय में बताया जाएगा।

न्यू मीडिया टैक्नोलॉजी विभाग में स्थापित होगी डिजिटल मीडिया लैब : कुलपति प्रो. सुरेश मीडिया लिटरेसी पर कुलपति प्रो. सुरेश ने ली मास्टर क्लास भोपाल, 25 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग में मीडिया लिटरेसी पर मास्टर क्लास का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ.के.…