एमसीयू के छात्र रहे वैभव बंसल, आशीष विश्वकर्मा का भारतीय सूचना सेवा में हुआ चयन

एमसीयू के छात्र रहे वैभव बंसल, आशीष विश्वकर्मा का भारतीय सूचना सेवा में हुआ चयन

कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने दी बधाई

भोपाल, 14 जुलाई, 2025: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के विद्यार्थी रहे वैभव बंसल एवं आशीष विश्वकर्मा का चयन भारतीय सूचना सेवा में हुआ है। विश्वविद्यालय के कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने वैभव और आशीष के चयन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं हैं।

 

वैभव ने विश्वविद्यालय में आज कुलगुरु श्री तिवारी से भेंट कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। ग्वालियर के रहने वाले वैभव जनसंचार विभाग में (2018-2021) के छात्र रहे हैं जबकि विदिशा के एक छोटे से गांव बदनपुर में जन्मे आशीष विश्वकर्मा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में (2016-2019) के विद्यार्थी रहे हैं।

दोनों ही प्रतिभाशाली और होनहार छात्र सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के दिल्ली स्थित कार्यालय में कार्य करेंगे। विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाने वाले वैभव एवं आशीष ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, विश्वविद्यालय के गुरुजनों और मित्रों को दिया है।

 

 

 

 

 

एमसीयू के छात्र रहे वैभव बंसल, आशीष विश्वकर्मा का भारतीय सूचना सेवा में हुआ चयन कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने दी बधाई श्री वैभव बंसल ने कुलगुरु से मुलाकात की। श्री वैभव बंसल। भोपाल, 14 जुलाई, 2025: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के विद्यार्थी रहे वैभव बंसल एवं आशीष विश्वकर्मा का चयन भारतीय…

एमसीयू में एक पेड़ मां के नामः वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ

एमसीयू में एक पेड़ मां के नामः वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ

प्रधानमंत्री जी द्वारा आरंभ किया गया एक पेड़ मां के नाम अभियान,
भारत की महानतम परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य- उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार

वृक्ष में ही होते हैं वासुदेवः  कुलगुरू श्री विजय मनोहर तिवारी

भोपाल, 08 जुलाई, 2025: प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ किया गया एक पेड़ माँ के नाम अभियान भारत की महानतम परम्परा को आगे बढ़ाने का कार्य है। यह कार्यक्रम पूरी पृथ्वी की चिंता करते हुए समाज को वृक्षारोपण में सम्मिलित करने वाला एक ऐसा अभियान है जो पूरे विश्व में अनूठा है। यह विचार आज माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में आयोजित एक पेड़ माँ के नाम वृक्षारोपण कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने व्यक्त किए। पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा बिसनखेड़ी स्थित परिसर में 6000 वृक्षों को लगाए जाने का अभियान प्रारंभ किया गया है जिसके अन्तर्गत प्रथम चरण में आज 1111 पौधे लगाए गए। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि विधायक श्री भगवान दास सबनानी एवं विश्वविद्यालय के कुलगुरु श्री विजय मनोहर तिवारी उपस्थित थे।

अपने उद्बोधन में उच्च शिक्षा मंत्री श्री परमार ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने हमें प्रकृति के प्रति कृतज्ञ रहने के संस्कार दिए हैं। उन भावों और संस्कारों के साथ आज का भारत अपने पूर्वजों से प्रेरणा लेते हुए बहुत कुछ कर सकता है। उच्च शिक्षा मंत्री जी ने कार्यक्रम में वायु, जल और ऊर्जा के स्रोत वृक्ष, जल और सूर्य की अर्चना के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि हमें इनके प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए। इस अवसर पर श्री परमार ने कहा कि वृक्षों से प्रकृति में संतुलन बना रहता है। उन्होंने कहा कि आज विश्व की प्रमुख चुनौतियों का हल भारतीयता के मार्ग पर चल कर किया जा सकता है।

एक पेड़ मां के नाम, वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती, भारत माता तथा दादा माखनलाल चतुर्वेदी जी के चित्रों पर माल्यापर्ण कर हुआ। इस अभियान के अंर्तगत विश्वविद्यालय के परिसर में 6000 पौधे लगाए जा रहे हैं। इसके बाद कुलगुरू श्री विजय मनोहर तिवारी द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। अतिथि स्वागत के पश्चात कार्यक्रम की संकल्पना को प्रस्तुत करते हुए विश्वविद्यालय के कुलगुरू श्री विजय मनोहर तिवारी ने कहा कि परिसर में वृहद पैमाने पर वृक्षारोपण का यह कार्यक्रम गुरु पूर्णिमा से पूर्व एक यादगार दिन है। उन्होंने गुजरात के भरूच में श्री पांडुरंग शास्त्री आठवले जी द्वारा आरंभ किए गए वृक्ष मंदिर के प्रसंग को साझा करते हुए कहा कि किस तरह किसी एक व्यक्ति द्वारा शुरू किया गया वृक्षारोपण अभियान हजारों, लाखों लोगों के लिए प्रेरणादायी हो सकता है। इस अवसर पर कुलगुरू श्री तिवारी ने कहा कि गीता के अध्यायों, प्रवचनों को जमीन पर उतारने का  प्रयोग है वृक्ष मंदिर। कुलगुरू ने स्वयं के गांव में उनके द्वारा स्थापित एक वृक्ष मंदिर के संस्मरण को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि देशभर के वानिकी विशेषज्ञों के सहायता से परिसर की लैंड मैपिंग करवाने के बाद परिसर में 6 हजार पौधों को लगाने की क्षमता के अनुसार यह वृक्षारोपण किया जा रहा है।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि भोपाल (दक्षिण-पश्चिम) के विधायक श्री भगवानदास सबनानी ने वृक्षारोपण कार्यक्रम को आरंभ करने के लिए एमसीयू विश्वविद्यालय को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्राणवायु के महत्व को कोविड काल के दौरान पूरे विश्व ने समझा है। प्रधानमंत्री जी द्वारा आरंभ किए इस महाअभियान के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि यह वृक्षारोपण कार्यक्रम  प्रकृति को धन्यवाद स्वरूप कृतज्ञता व्यक्त करने का अभियान है।

इस अवसर पर अतिथियों, विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा परिसर में पौधे लगाए गए। इसके अगले चरण में परिसर में चीकू अनार, नीम, आंवले, आम की विविध प्रजातियों , कदम्ब, पीपल सहित बांस आदि की अनेक प्रजातियों सहित फल एवं छायादार पौधे लगाए जाने की योजना है। एमसीयू मध्य प्रदेश में पहला विश्वविद्यालय है  जिसने पर्यावरण को बेहतर बनाने की दिशा में इस तरह की अनूठी पहल की है।  अपने कार्बन क्रेडिट  की इस योजना से  विश्वविद्यालय पारिस्थितिक संतुलन की दिशा में और पर्यावरण को बेहतर बनाने की योजना पर  काम कर रहा है। इस कार्यक्रम में परिसर में पर्यावरण संरक्षण और पारिस्थितिकी संतुलन की दृष्टि से फलदार, छायादार और औषधीय महत्व की विविध प्रजातियों के पौधे लगाए गए।

कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर डॉ. अविनाश वाजपेई द्वारा ने किया। इस कार्यक्रम में  विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक, अधिकारी और  कर्मचारी उपस्थित थे।

एमसीयू में एक पेड़ मां के नामः वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानमंत्री जी द्वारा आरंभ किया गया एक पेड़ मां के नाम अभियान, भारत की महानतम परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य- उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार वृक्ष में ही होते हैं वासुदेवः  कुलगुरू श्री विजय मनोहर तिवारी भोपाल, 08 जुलाई, 2025: प्रधानमंत्री…

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में साइबर और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर केंद्रित पाठ्यक्रम आरंभ किए जाएं: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में
साइबर और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर
केंद्रित पाठ्यक्रम आरंभ किए जाएं: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

एक वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम आरंभ होंगे

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विश्वविद्यालय महापरिषद की बैठक में दिए निर्देश

भोपाल, 08 जुलाई, 2025: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में वर्तमान आवश्यकताओं के अनुसार साइबर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर केंद्रित पाठ्यक्रम आरंभ किए जाएं साथ ही विश्वविद्यालय, मीडिया के क्षेत्र में एडवांस्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट के रूप में अपनी पहचान बनाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राज्य शासन द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं के संप्रेषण और उनकी प्रभावशीलता के सर्वेक्षण संबंधी गतिविधियां भी विश्वविद्यालय में आरंभ करने की आवश्यकता बताई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में विश्वविद्यालय की महापरिषद की बैठक में यह निर्देश दिए। बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार, इंदौर सांसद श्री शंकर लालवानी, विश्वविद्यालय के कुलगुरू श्री विजय मनोहर तिवारी, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री मनीष रस्तोगी, सचिव एवं आयुक्त जनसम्पर्क डॉ. सुदाम खाड़े सहित महापरिषद के सदस्यगण उपस्थित थे। महापरिषद की बैठक में उपस्थित सदस्‍यों की सूची।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विश्वविद्यालय के रीवा और खंडवा परिसरों में रोजगार परक पाठ्यक्रम संचालित करने संबंधी कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत एक वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम आरंभ करने को स्वीकृति प्रदान की गई। स्वीकृति के बाद एम.ए. (जर्नलिज्म एंड क्रिएटिव एंड राइटिंग), एम.ए. (मास कम्युनिकेशन), एम.ए.( एडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशंस), एम.एससी (इलेक्ट्रॉनिक मीडिया) और एम.एसी.ए. के एक वर्षीय पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय द्वारा संचालित किए जाएंगे। बैठक में विश्वविद्यालय के पी.एचडी. अधिनियम को यू.जी.सी. पीएचडी अधिनियम 2022 के अनुसार अद्यतन कर इस आधार पर पी. एचडी पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया आरंभ करने की स्वीकृति भी प्रदान की गई।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रीवा परिसर के सभागार का नाम लाल बलदेव सिंह सभागार रखने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की। महापरिषद ने वित्त विभाग के 14 अगस्त 2023 के आदेश अनुसार चतुर्थ समयमान उच्चतर वेतन मान को विश्वविद्यालय में लागू करने के प्रस्ताव को स्वीकृत किया। विश्वविद्यालय में फेस डिटेक्शन मशीन के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था पर भी सहमति प्रदान की गई। विश्वविद्यालय के नवीन मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग में अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग विषय का व्यवसायिक प्रशिक्षण देने के लिए प्रिंटिंग प्रेस व लैब तथा पैकेजिंग लैब की स्थापना का प्रस्ताव भी स्वीकृत हुआ। बैठक में अन्य कार्यालयीन तथा प्रबंधकीय विषयों पर भी निर्णय लिए गए।

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में साइबर और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर केंद्रित पाठ्यक्रम आरंभ किए जाएं: मुख्यमंत्री डॉ. यादव एक वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम आरंभ होंगे मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विश्वविद्यालय महापरिषद की बैठक में दिए निर्देश भोपाल, 08 जुलाई, 2025: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय…

एमसीयू में सोशल मीडिया दक्षता एवं प्रबन्धन कौशल विकास विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न

एमसीयू में सोशल मीडिया दक्षता एवं
प्रबन्धन कौशल विकास विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न

सोशल मीडिया पर दूरगामी विषयों पर काम करें विद्यार्थी : कुलगुरु श्री विजय मनोहर तिवारी

भारत जैसे देश में कंटेंट क्रिएशन की अपार संभावनाएं :  कुलगुरु श्री विजय मनोहर तिवारी

भोपाल, 05 जुलाई, 2025:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल और पब्लिक मीडिया टेक फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में सोशल मीडिया के उपयोगकर्ताओं के लिए विश्वविद्यालय परिसर में सोशल मीडिया में दक्षता एवं प्रबन्धन कौशल विकास विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन प्रतिभागियों के लिए अनेक विषयों पर महत्वपूर्ण सत्रों का संचालन हुआ। आज के इस अवसर पर पहले सत्र में सोशल मीडिया और मार्केटिंग की विशेषज्ञ सुश्री मनोज्ञा तिवारी ने क्रिएटिव कंटेंट कैसे तैयार करें और कैसे उसे सोशल मीडिया पर सफल बनाएं, इन विषयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि दरअसल सोशल मीडिया पर कंटेंट क्रिएशन केवल इन्फ्लुएंस करना ही नहीं है। एक सफल क्रिएटर बनने के लिए स्पष्ट दृष्टिकोण होना आवश्यक है। अच्छी स्क्रिप्ट लिखने जैसे बिंदुओं पर भी उन्होंने चर्चा की।

इसके बाद वरिष्ठ पत्रकार शुभी विश्वकर्मा ने ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिए बुनियादी विषयों की जानकारी प्रतिभागियों को दीं। उन्होंने कहा कि फील्ड पर जाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और अपनी स्टोरी को तथ्यों के साथ कैसे और रोचक बनाया जा सकता है। एक सत्र में सोशल मीडिया विशेषज्ञ और कार्यशाला के विशिष्ट वक्ता बतौर श्री शलभ उपाध्याय ने बताया कि सोशल मीडिया पर कंटेंट क्रिएट कर किस तरह से कोई जीवन यापन कर सकता है।

इसके बाद इलेक्ट्रानिक मीडिया विभाग की प्रमुख प्रोफेसर मोनिका वर्मा ने सोशल मीडिया कंटेंट एनालिसिस, मीट्रिक्स आदि विषयों पर उद्बोधन दिया। डॉ. वर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की रीच, इंगेजमेंट रेट, डेटा एनालिसिस आदि तकनीकों पर प्रतिभागियों से विस्तार से चर्चा की।

इस कार्यशाला में विश्वविद्यालय की डीन अकादमिक प्रोफेसर पी. शशिकला ने भी फैक्ट चैकिंग पर अपना उद्बोधन दिया। गलत सूचनाओं को कैसे पहचानें, तथ्य परक सूचनाओं का सही प्रसार कैसे करें इन तमाम विषयों पर उन्होंने विस्तार से प्रतिभागियों को समझाया। उन्होंने रिसर्च और डेटा एनालिटिक्स की बारीकियों से विद्यार्थियों को रू-ब-रू करवाया।

कार्यशाला के समापन सत्र में कार्यक्रम के समापन सत्र में श्री शलभ उपाध्याय ने दो दिनों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके बाद विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर बी. के. कुठियाला ने कहा कि सोशल मीडिया प्रोफेशनल्स का उद्देश्य बिल्कुल स्पष्ट होना चाहिए। क्रिएटर्स को सोशल मीडिया की मर्यादाओं को ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि सवांद और संचार में सत्य की पूर्णता सोशल मीडिया के जरिये करने का प्रयास करना चाहिए।

इस सत्र में विशेष वक्ता बतौर वरिष्ठ पत्रकार एवं संपादक पंकज मुकाती थे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया, पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया हर किसी का अपना एक खास डोमेन और विशेषज्ञता का क्षेत्र है। पत्रकारिता का एल्गोरिद्म सोशल मीडिया के एल्गोरिद्म से अलग है। श्री मुकाती ने कहा कि पत्रकारिता के विद्यार्थियों को समझना होगा कि डिजिटल के दौर में रियल टाइम स्टोरी की हड़बड़ी में खबर की रियलिटी न खोने पाए।

इस सत्र को  कुलगुरू श्री विजय मनोहर तिवारी ने ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी रुचियों के अनुसार सोशल मीडिया के कंटेंट क्रिएशन के लिए विषयों का चयन करना चाहिए। कुलगुरू श्री तिवारी ने कहा कि विद्यार्थी दूरगामी महत्व के विषयों पर इन प्लेटफॉर्म्स पर काम करें। तकनीक अगर हमारे हाथों में है तो हम अगले दो दशकों के लिए योजनाओं के अनुसार इसके साथ कार्य करें। एक ही तरह के विषय से कैसे कई क्रिएटिव कंटेंट तैयार किए जा सकते है इस पर उन्होंने महर्षि वाल्मीकि को अपने समय का महत्वपूर्ण कंटेंट क्रिएटर बताया और कहा कि वाल्मीकि जी की रामायण पर ही शताब्दियों बाद तुलसीदास जी ने रामचरित मानस की रचना की। दोनों ही कृतियां कालजयी हैं। कुलगुरू जी ने कहा कि भारत जैसे देश में कंटेंट क्रिएशन की अपार संभावनाएं हैं।

कार्यशाला का संयोजन एवं इस सत्र का संचालन पत्रकारिता विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री लोकेंद्र सिंह ने किया। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन डीन अकादमिक प्रोफेसर डॉ. पी. शशिकला ने किया।

कार्यक्रम में कुलसचिव प्रोफेसर, अविनाश वाजपेयी सहित समस्त विभागाध्यक्ष एवं प्राध्यापक एवं विभागों के विद्यार्थी मौजूद थे।

एमसीयू में सोशल मीडिया दक्षता एवं प्रबन्धन कौशल विकास विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न सोशल मीडिया पर दूरगामी विषयों पर काम करें विद्यार्थी : कुलगुरु श्री विजय मनोहर तिवारी भारत जैसे देश में कंटेंट क्रिएशन की अपार संभावनाएं :  कुलगुरु श्री विजय मनोहर तिवारी भोपाल, 05 जुलाई, 2025:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार…