प्राकृतिक आहार और सकारात्मक वातावरण से बढ़ती है इम्युनिटी : डॉ. एके गुप्ता

मानव कल्याण है प्रत्येक पैथी का उद्देश्य : प्रो. केजी सुरेश

एमसीयू में कोरोना महामारी जागरूकता गतिविधियों के अंतर्गत कोविड-19 एवं होमियोपैथी विषय पर जिज्ञासा-समाधान कार्यक्रम का आयोजन

भोपाल, 02 जून, 2021: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ओर से कोरोना महामारी के प्रति समाज में जागरूकता लाने के प्रयासों के अंतर्गत ‘कोविड-19 एवं होमियोपैथी’ विषय पर जिज्ञासा-समाधान सत्र का आयोजन किया गया। इसमें प्रख्यात होमियोपैथी चिकित्सक डॉ. एके गुप्ता ने कहा कि होमियोपैथी चिकित्सा ने अपने प्रारंभ में ही यह बात कही है कि मरीज को किसी भी बीमारी से लडऩा है तो उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना आवश्यक है। नकारात्मक वातावरण हमारी इम्युनिटी को कम करता है जबकि योग, सकारात्मक, प्राकृतिक आहार और अच्छे वातावरण से इम्युनिटी बढ़ती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि प्रत्येक पैथी का उद्देश्य मानव कल्याण और लोगों को बीमारियों से निजात दिलाना है। होमियोपैथी डॉक्टर संकेत गुप्ता ने भी अपने विचार रखे और जिज्ञासाओं का समाधान किया।

ऑनलाइन जिज्ञासा-समाधान करते हुए डॉ. एके गुप्ता ने बताया कि होमियोपैथी एक प्रभावी उपचार पद्धति है। डॉक्टर को अपने मरीज के रोग का इतिहास ठीक से पता होगा, तो वह उसका अच्छा इलाज कर सकेगा। होमियोपैथी में लगभग सभी बीमारियों का इलाज है। कोविड संक्रमित मरीजों का ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने में होमियोपैथी दवाएं बहुत कारगर रही हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी चिकित्सा पद्धति में मरीज को अपना उपचार स्वयं नहीं करना चाहिए। बल्कि चिकित्सक के परामर्श से ही दवाएं लेनी चाहिए।

प्रश्नों का उत्तर देते हुए होमियोपैथी चिकित्सक डॉ. संकेत गुप्ता ने पोस्ट कोविड परेशानियों को दूर करने में होमियोपैथी बहुत कारगर है। अब तो ब्लैक फंगस के उपचार में होमियोपैथी को अनुमति भी मिल गई है। उन्होंने बताया कि होमियोपैथी ने महामारियों से लडऩे में पूर्व में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डॉ. संकेत गुप्ता ने स्पष्ट किया कि यह एक भ्रम है कि होमियोपैथी दवा धीमी गति से असर करती है। यदि ठीक लक्षण पहचान करके दवा दी जाए, तो यह शीघ्र लाभ देती है।

अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि हम कोरोना संक्रमण को लेकर फैली भ्रामक जानकारियों के बीच समाज में जागरूकता लाने का एक प्रयास कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में हमने कोविड-19 के संबंध में अलग-अलग उपचार पद्धतियों को लेकर फैले भ्रम को दूर करने का प्रयास किया है। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक लालबहादुर ओझा ने किया और आभार ज्ञापन मीडिया प्रबंधन विभाग के अध्यक्ष प्रो. अविनाश वाजपेयी ने किया।