MCU features among the country’s seven top colleges for Mass Communication

MCU features among the country’s seven top colleges for Mass Communication

I dedicate this achievement to the hardworking faculty, staff and students: Vice Chancellor Prof. K.G. Suresh

TimesNow released the list

Bhopal, 19th February, 2024: Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication has been selected among the seven  best colleges of the country by the famous news channel Times Now. Journalism University is ranked third among the seven major mass communication institutions of India. On this achievement, Vice Chancellor of MCU Prof. (Dr.) K.G. Suresh   dedicated this achievement to the hard work put in by the teachers, employees & students.  He said that the university is establishing new benchmarks every day due to the constant and consistent efforts of the university fraternity. After implementing the National Education Policy 2020, we are now fast moving towards obtaining NAAC Accreditation. Our objective is to become India’s top media institution in the coming years. Our aim is to become the best media educational institution in the country in the coming days. Expressing happiness over this achievement, Vice Chancellor Prof. Suresh said that our university has made its place in the top ten list of prestigious magazines like India Today and The Week in the past and  it is a matter of great pride that many renowned institutions of the country have honored MCU for its invaluable contribution in the field of media.There is joy among the teachers, officers, employees and students of the entire university after being selected among the seven best colleges of the country by Times Now. 2020, we are now fast moving towards obtaining NAAC Accreditation. Our objective is to become India’s top media institution in the coming years.Our aim is to become the best media educational institution in the country in the coming days. Expressing happiness over this achievement, Vice Chancellor Prof. Suresh said that our university has made its place in the top ten list of prestigious magazines like India Today and The Week in the past and  it is a matter of great pride that many renowned institutions of the country have honored MCU for its invaluable contribution in the field of media.There is joy among the teachers, officers, employees and students of the entire university after being selected among the seven best colleges of the country by Times Now.

MCU features among the country’s seven top colleges for Mass Communication I dedicate this achievement to the hardworking faculty, staff and students: Vice Chancellor Prof. K.G. Suresh TimesNow released the list Bhopal, 19th February, 2024: Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication has been selected among the seven  best colleges of the country by…

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में बसंतोत्सव का आयोजन

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में बसंतोत्सव का आयोजन

अपने ज्ञान के आधार पर विश्व गुरु बनेगा भारत : प्रो.के.जी. सुरेश

बड़े लक्ष्य पर नजर रखें – राजीव अग्रवाल

नोवल फाउंडेशन के संस्थापक संजीव दुबे ने जीवन कथा पर डाला प्रकाश

भोपाल, 14 फरवरी, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में बसंत पंचमी के अवसर पर बंसतोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.के.जी. सुरेश ने सर्वप्रथम पुस्तकालय विभाग में सरस्वती पूजा की एवं निराला जयंती पर उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित किए। इसके पश्चात न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग के स्वामी विवेकानंद सभागार में “जीवन कथा” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो.सुरेश ने की। जबकि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अध्यक्ष, एसो. ऑफ ऑल इंडंष्ट्रीज मंडीदीप श्री राजीव अग्रवाल एवं मुख्य वक्ता नोवल फाउंडेशन के संस्थापक श्री संजीव दुबे थे। कार्यक्रम में बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं।

इस अवसर पर कुलपति प्रो.के.जी.सुरेश ने कहा कि आम जीवन पर भी डॉक्यूमेंटेशन होना चाहिए। उन पर भी डॉक्यूमेंट तैयार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इतिहास में पहले ऐसा नहीं किया गया, लेकिन अब ऐसा होने लगा है और जीवन कथा संस्था एक अच्छा प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत अपने ज्ञान के आधार पर विश्व गुरु बनेगा। प्रो.सुरेश ने कहा कि हम लगातार अकादमिक उन्नयन की दिशा में काम कर रहे हैं। स्टोरी टेलिंग पर उन्होंने कहा कि ये आना पत्रकारिता में बहुत ही जरूरी है।

नोवल फाउंडेशन के संस्थापक श्री संजीव दुबे ने जीवन कथा संस्था एवं इसके कार्य एवं जीवन कथा के कन्सेप्ट पर प्रकाश डाला। एसो. ऑफ ऑल इंडंष्ट्रीज मंडीदीप के अध्यक्ष एवं श्री मोटिवेशनल स्पीकर श्री राजीव अग्रवाल ने कहा कि बड़े लक्ष्य पर नजर रखें, धैर्य रखें और साथ ही एक एकाग्रता बनाए रखें तो निश्चित तौर पर सफलता जरुर मिलेगी। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी, सभी विभागों के विभाग अध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

विश्व रेडियो दिवस पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में हुआ कार्यक्रम

इससे पूर्व विवि.के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में विश्व रेडियो दिवस पर विभाग में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव गुप्ता ने कहा कि रेडियो में कैरियर के बहुत अवसर हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को ऑडियो, वीडियो का महत्व भी बताया। इस अवसर पर डॉ. अरुण खोबरे, ले. मुकेश चौरासे, डॉ. रामदीन त्यागी, श्री मनोज कुमार एवं प्रो. महापात्रा ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम से श्री राहुल खड़िया के निर्देशन में विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई वीडियो फिल्म भी दिखाई गई। कार्यक्रम का संचालन बीएससी के विद्यार्थी ओमकार अवस्थी ने किया।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में बसंतोत्सव का आयोजन अपने ज्ञान के आधार पर विश्व गुरु बनेगा भारत : प्रो.के.जी. सुरेश बड़े लक्ष्य पर नजर रखें – राजीव अग्रवाल नोवल फाउंडेशन के संस्थापक संजीव दुबे ने जीवन कथा पर डाला प्रकाश भोपाल, 14 फरवरी, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में बसंत पंचमी के अवसर पर…

भारत-यू.एस. लोकतंत्र, बहुलवाद और विविधता के अपने साझा मूल्यों की रक्षा के लिए मिलकर काम करेंगे : कुलपति प्रो. (डॉ.) के.जी. सुरेश

भारत-यू.एस. लोकतंत्र, बहुलवाद और विविधता के अपने साझा मूल्यों की रक्षा के लिए मिलकर काम करेंगे : कुलपति प्रो. (डॉ.) के.जी. सुरेश

खबरों की तह तक जाएं; आकर्षक सुर्खियों के पीछे न भागें : माइक हैंकीस, यूएस कौंसल जनरल

भारत-यू.एस. एक रक्षा तंत्र बनाने में सहयोग कर सकते हैं, जो सामाजिक कल्याण से समझौता किए बिना एआई की परिवर्तनकारी शक्ति का उपयोग करता है : माइक हैंकीस, यूएस कौंसल जनरल

भोपाल, 12 फरवरी, 2024: अमेरिकी काउंसिल जनरल, श्री माइक हैंकीस ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय का दौरा किया और विश्वविद्यालय की नेतृत्व टीम के साथ छात्र और संकाय विनिमय कार्यक्रमों, अनुसंधान सहयोग और उच्च शिक्षा के अवसरों सहित कई पहलुओं पर बातचीत की। यूएस कौंसल जनरल ने एआई जनित मीडिया के जोखिमों, उन चुनौतियों के बारे में भी बात की जिनका समाधान करने की आवश्यकता है और कैसे भारत-यू.एस. एक रक्षा तंत्र बनाने में सहयोग कर सकते हैं जो सामाजिक कल्याण से समझौता किए बिना एआई की परिवर्तनकारी शक्ति का उपयोग करता है। उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि इस तकनीक में उपयोगी अनुप्रयोग हैं, लेकिन जब इसका उपयोग दुष्प्रचार अभियानों और अन्य दुर्भावनापूर्ण उद्देश्यों के लिए और गलत आख्यानों और हेरफेर की गई सामग्री को फैलाने के लिए किया जाता है, जिसके नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं, तो यह चिंता भी पैदा करती है।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. के.जी. सुरेश ने कहा कि भारत अमेरिका के रणनीतिक संबंध लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय प्रणाली को बनाए रखने सहित साझा मूल्यों पर आधारित हैं और दोनों देशों के व्यापार, निवेश और कनेक्टिविटी के माध्यम से वैश्विक सुरक्षा, स्थिरता और आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देने में साझा हित हैं। उन्होंने भारत और अमेरिका दोनों में मीडिया से मतभेदों की तुलना में इन साझा मूल्यों पर अधिक ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।

अमेरिकी कौंसल जनरल का “आख्यान को आकार देना- भारत अमेरिकी संबंधों में मीडिया की भूमिका” विषय पर छात्रों के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र भी आयोजित किया गया। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हालांकि दोनों देशों के संविधान की शब्दावली अलग-अलग है, लेकिन इसका बुनियादी ढांचा भी एक जैसा है। मीडिया की भूमिका पर जोर देते हुए उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि मीडिया की जिम्मेदारी नेताओं को जवाबदेह बनाना और लोगों की मदद करना, सवाल पूछना और लोगों को विभिन्न दृष्टिकोणों से अवगत कराना है।

उन्होंने इस तथ्य को भी रेखांकित किया कि मतभेद आवश्यक है और यह कुछ ऐसा है जो हमारे व्यक्तित्व को आकार देता है और इस बात पर जोर दिया कि आज हमारे पास एक ऐसे मंच की कमी है जहां हर कोई एक साथ आ सके। मीडिया छात्रों को सलाह देते हुए उन्होंने गहन शोध कर तथ्यों की गहराई में जाने का आग्रह किया। उन्होंने उनसे आकर्षक सुर्खियों के पीछे न भागने बल्कि अपनी कहानियों के लिए व्यापक जांच करने का भी अनुरोध किया। उन्होंने अपने संबोधन में भारतीय प्रवासियों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला और इसे देश के लोगों की तरह विविधतापूर्ण बताया।

रजिस्ट्रार डॉ. अविनाश वाजपेयी, डीन अकादमिक प्रो. पी. शशिकला, डीन छात्र कल्याण प्रो. मनीष माहेश्वरी, निदेशक मौसम केंद्र रवि मोहन शर्मा, विभागाध्यक्ष, कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. गरिमा पटेल, डॉ. जया सुरजानी, निदेशक रेडियो कर्मवीर और सत्र में वरिष्ठ संकाय सदस्य और छात्र भी उपस्थित थे।

भारत-यू.एस. लोकतंत्र, बहुलवाद और विविधता के अपने साझा मूल्यों की रक्षा के लिए मिलकर काम करेंगे : कुलपति प्रो. (डॉ.) के.जी. सुरेश खबरों की तह तक जाएं; आकर्षक सुर्खियों के पीछे न भागें : माइक हैंकीस, यूएस कौंसल जनरल भारत-यू.एस. एक रक्षा तंत्र बनाने में सहयोग कर सकते हैं, जो सामाजिक कल्याण से समझौता किए…

Bharat–U.S. will work together to protect their shared values of Democracy, Pluralism and Diversity: Prof. Dr. K.G. Suresh

Bharat–U.S. will work together to protect their shared values of Democracy, Pluralism and Diversity: Prof. Dr. K.G. Suresh

Dive deeper; don’t run after catchy headlines: Mike Hankey, U.S. Consul General

Bharat –U.S. can collaborate to build a defense mechanism that harnesses the transformative power of AI without compromising societal well-being: Mike Hankey, U.S. Consul General

Bhopal, 12th February, 2024: The U.S. Counsel General, Mr. Mike Hankey visited Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication and interacted with the leadership team of the university on a wide range of initiatives including opportunities for student and faculty exchange programs, research collaboration and avenues for higher education in the US. The U.S. Consul also spoke about the risks of AI generated media , the challenges that need to be addressed and how Bharat –U.S. can collaborate to build a defense mechanism that harnesses the transformative power of AI without compromising societal well-being. He also said that while this technology has useful applications, it also raises concerns when used in disinformation campaigns and for other malicious purposes and for spreading false narratives and manipulated content that can have negative implications. The Vice Chancellor of the University Prof. Dr. K.G. Suresh said that the Bharat U.S. strategic relationship is founded on shared values including a commitment to democracy and upholding the rules-based international system and both the countries have shared interests in promoting global security, stability and economic prosperity through trade, investment and connectivity. He urged media both in India and U.S. focuses more on these shared values than on the differences.

The U.S. Counsel General also had an interactive session with the students on the theme “Shaping the narrative- the role of media in Bharat U.S. relations”. While addressing the students he said that though the constitution of both the countries differ in terminologies but it also shares the basic structure. Stressing on the role of media he highlighted that media has a responsibility of holding leaders accountable and also in helping people, asking questions and making people aware of the different perspectives.

He also underlined the fact that difference of opinion is necessary and this is something that shapes our individuality and asserted that what we lack today is a single platform where everyone can come together. Advising the media students he urged them to dive deeper into the facts by doing thorough research. He also requested them to not run after catchy headlines but to go after broader investigations for their stories. He also highlighted role of the Indian Diaspora in his address by calling it as diverse as the people of the country.

Registrar Dr. Avinash Bajpai, Dean Academics Professor P Sasikala, Dean Student Welfare Professor Manish Maheshwari, Director Weather Station, Ravi Mohan Sharma, Coordinator of the event Dr. Garima Patel, Dr. Jaya Surjani, Head of the departments, Director Radio Karamveer and senior faculty members and students were also present in the session.

Bharat–U.S. will work together to protect their shared values of Democracy, Pluralism and Diversity: Prof. Dr. K.G. Suresh Dive deeper; don’t run after catchy headlines: Mike Hankey, U.S. Consul General Bharat –U.S. can collaborate to build a defense mechanism that harnesses the transformative power of AI without compromising societal well-being: Mike Hankey, U.S. Consul General…

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में दो दिवसीय कौशल उन्नयन कार्यशाला का शुभारंभ

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में दो दिवसीय कौशल उन्नयन कार्यशाला का शुभारंभ

भोपाल, 12 फरवरी, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में सेवारत पत्रकारों के लिए कौशल उन्नयन कार्यशाला का आयोजन किया गया। दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी एवं अध्यक्ष, स्टेट प्रेस क्लब इंदौर श्री प्रवीण कुमार खारीवाल ने किया। विश्वविद्यालय के माखनपुरम बिशनखेड़ी स्थित स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी ने विश्वविद्यालय के सभी विभागों एवं पत्रकारिता से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, डिजिटल मीडिया, कम्प्यूटर के साथ ही मीडिया में शोध कार्य भी होता है।  स्टेट प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री प्रवीण कुमार खारीवाल ने पूर्व एवं वर्तमान दौर की पत्रकारिता की बात की। उन्होंने कहा कि आज पत्रकारों को स्वयं को अपग्रेड करना जरुरी है।  श्री खारीवाल ने कार्यशाला में आए पत्रकारों से कहा कि वे इस दो दिवसीय वर्कशॉप से बहुत कुछ सीखकर जाएं। उन्होंने कहा कि यदि पत्रकार ये सोचते हैं कि उन्हें सब कुछ आता है तो ये यथार्थ नहीं है। श्री खारीवाल ने कहा कि हम सदा सीखते रहते हैं।प्रथम दिन चार तकनीकी सत्र हुए, जिसमें सोशल मीडिया: जर्निलिस्टिक एप्रोज विषय पर श्री प्रभातेश त्रिपाठी, फैक्स चैकिंग : न्यूज एंड स्टोरीज विषय पर डीन अकादमिक डॉ. पी. शशिकला, एआई फॉर जर्नलिस्ट विषय पर श्री आशीष साहू, एवं कम्युनिटी रेडियो में अवसर विषय पर निदेशक रेडियो कर्मवीर डॉ. आशीष जोशी ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन प्रभारी निदेशक प्रशिक्षण डॉ. जया सुरजानी ने किया।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में दो दिवसीय कौशल उन्नयन कार्यशाला का शुभारंभ भोपाल, 12 फरवरी, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में सेवारत पत्रकारों के लिए कौशल उन्नयन कार्यशाला का आयोजन किया गया। दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी एवं अध्यक्ष, स्टेट प्रेस क्लब इंदौर श्री प्रवीण कुमार खारीवाल ने…

एआई की अपनी सीमा है वह इंसानी दिमाग का मुकाबला नहीं कर सकता – प्रो.के.जी. सुरेश

एआई की अपनी सीमा है वह इंसानी दिमाग का मुकाबला नहीं कर सकता – प्रो.के.जी. सुरेश

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से मीडिया को फायदा भी है और नुकसान भी

पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला में राष्ट्रीय संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने की सहभागिता

भोपाल/इंदौर, 09 फरवरी, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. के. जी. सुरेश ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की अपनी सीमा है। वह इंसान के दिमाग का मुकाबला नहीं कर सकता है। इस इंटेलिजेंस के कारण सुविधा भी मिलेगी तो चुनौतियां भी आएगी। संवेदनाएं केवल इंसानी दिमाग से ही प्रकट हो सकेगी। वे देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला में नए दौर के मीडिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इस संगोष्ठी का आयोजन अध्ययनशाला एवं शोध पत्रिका समागम द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस कार्यक्रम में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. रेनू जैन एवं कुलसचिव अजय वर्मा भी उपस्थित थे।  इस अवसर पर उल्लेखनीय योगदान के लिए डा. विधाशंकर विभूति , डा. सविता यादव, परेश उपाध्याय का सम्मान भी किया गया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में अध्ययनशाला की विभागाध्यक्ष डॉ. सोनाली नरगुंदे ने कहा कि आने वाले कल में पत्रकार के रुप में मैदान में आने वाले विद्यार्थियों को तकनीक के उजाले और काले पक्ष से रुबरु कराने के लिए इस तरह के आयोजन किए जाते हैं। इस आयोजन के माध्यम से एक तरफ जहां विद्यार्थियों का ज्ञान बढ़ता है तो वहीं दूसरी तरफ विद्यार्थी अपनी योग्यता को तकनीक के माध्यम से विस्तार दे पाते हैं।

प्रो.केजी सुरेश ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शब्द 1956 में इजाद हुआ था। आज यह हमारी जिंदगी का अंग बनता हुआ प्रतीत हो रहा है। हमें इसे स्वीकार करना चाहिए। इसके साथ ही जागरुक रहना चाहिए। जब हमारे देश में कंप्यूटर आया था, तो उस समय कहा गया था कि इस कंप्यूटर के कारण लोगों की नौकरी जाएगी। बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो जाएंगे। आज इसी कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर तैयार करने में पूरे विश्व में भारत का नाम है। हम सभी के हाथ में मौजूद मोबाइल हमारी आकांक्षा का प्रतीक बन गया है। आज रिक्शा चलाने वाले से लेकर हर व्यक्ति मोबाइल का उपयोग कर रहा है। जब मोबाइल हाथ में लिया था तब हमने कहा था कि दुनिया हमारी मुट्ठी में है लेकिन अब लग रहा है कि हम मोबाइल की मुट्ठी में है। उन्होंने कहा कि हर तकनीक और व्यक्ति में अच्छाई और बुराई दोनों होती है। अच्छाई से व्यक्ति राम बन जाता है और बुराई से रावण। ऐसी ही स्थिति तकनीक में भी बनती है व एक तरफ जहां आग हरदा में भीषण हादसे का कारण बन गई तो वही आग घर में रोटी पकाने का काम करती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में तीन अच्छाइयां है। यह अच्छाइयां हैं -सुविधाजनक होना, हमारी पसंद को पकड़ना और हमारे काम करने की क्षमता को बढ़ाना। इसके साथ ही इसमें जो बुराई है वह यह है कि इसे आपकी पुरी जानकारी है। आज मोबाइल हम चला रहे हैं लेकिन हकीकत यह है कि मोबाइल हमे चला रहा है। आज विश्व के कई देशों में मोबाइल व्रत शुरु हो गया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस दौर में हमें अपनी आदत में बदलाव लाना होगा। कोई भी तकनीक ऐसी नहीं है जो की मनुष्य के रिश्ते को समझें। तकनीक की अपनी सीमा है। ए आइ के कारण डीप फेंक का खूब उपयोग किया जाएगा। अब तो हूबहू  आवाज भी बन रही है। इस तकनीक के खतरे ज्यादा है। ऐसे में यह जरूरी है कि हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आंख मूंदकर भरोसा ना करें।

विषय की प्रस्तावना करते हुए डॉ. लखन रघुवंशी ने कहा कि हिंदी में शोध के क्षेत्र में समागम में एक नई नींव रखी है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का लाभ है और नुकसान भी है। चैट जीपीटी उतना ही बताता है जितना उसे इन पुट दिया गया है। इसका लाभ क्या है गलत खबर है तो उसकी जानकारी निकाल सकते हैं। इसमें रचनात्मकता की कमी है। इसका उपयोग करते हुए हमें कापी राइट से बचना है। इसके इंटेलिजेंस से दिक्कत है , यह इतना इंटेलिजेंट नहीं है। इस मशीन में मानव दिमाग की तरह क्षमता नहीं है।

इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने कहा कि यह एक ऐसा विषय है जिसे सीखना होगा। एआइ वरदान है लेकिन इसके साथ ही जरूरी है कि इसका उपयोग सोचकर करें। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से चाहे जितना काम किया जा सकता हो लेकिन खबर आपको ही पैदा करना होगी। उस खबर में वैल्यू एडिशन जोड़ने में हम मदद लें। लोगों का भरोसा मीडिया पर है इस भरोसे को कायम रखना भी मीडिया की ही जिम्मेदारी है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस भरोसे को कभी हासिल नहीं कर सकता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विशेषज्ञ राजकुमार जैन ने कहा कि बौद्धिकता कभी भी कृत्रिम नहीं हो सकती है। ऐसे में इसका भरोसा शुरुआत से ही संदिग्ध हो जाता है। हम एआइ की मदद आर्टिकल तैयार करने में ले सकते हैं। इसमें भी हमें यह ध्यान रखना होगा कि वह पुरानी जानकारी ही हमें देगा। ऐसे में हमें अपने काम के टूल्स का उपयोग करना चाहिए। यह चिंता मत कीजिए कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कारण नौकरी जाएगी। बल्कि मैं तो कहता हूं इस तकनीक के आने के बाद तकनीक को समझने वालों को नई नौकरी मिलेगी।

कार्यक्रम के प्रारंभ में समागम के संपादक मनोज कुमार ने कहा कि एक शोध पत्रिका का 23 वर्ष का सफर अपने आप में चुनौतीपूर्ण है। हम हमेशा नए और ज्वलंत मुद्दे को चर्चा के लिए लेकर आते हैं। इसी कड़ी में आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर चर्चा की जा रही है। इस चर्चा के साथ ही इस पर आधारित समागम का नया अंक भी लोकार्पित किया गया।

कार्यक्रम में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अजय वर्मा ने कहा कि तकनीक उपयोग के लिए होती है। हमें तकनीक की कमी और अच्छाई को समझना होगा और उसी के हिसाब से काम करना होगा। इस कार्यक्रम में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ रेनू जैन विद्यार्थियों को तकनीक के इस दौर में अपनी क्षमता के निर्माण के लिए शुभकामनाएं दीं।

एआई की अपनी सीमा है वह इंसानी दिमाग का मुकाबला नहीं कर सकता – प्रो.के.जी. सुरेश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से मीडिया को फायदा भी है और नुकसान भी पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला में राष्ट्रीय संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने की सहभागिता भोपाल/इंदौर, 09 फरवरी, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. के.…

ये तकनीक का युग है, अपडेट रहें : कुलपति प्रो.केजी सुरेश

ये तकनीक का युग है, अपडेट रहें : कुलपति प्रो.केजी सुरेश

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन

भोपाल, 08 फरवरी, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय माखनपुरम परिसर बिशनखेड़ी में “कैपेसिटी बिल्डिंगऑफ फैकेल्टी ऑन पापुलेशन जेंडर एंड मीडिया इश्यूज” विषय पर आयोजित वर्कशॉप का गुरुवार को समापन हुआ। तीन दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो (डॉ.) केजी सुरेश, यूएनएफपीए के एमपी स्टेट हेड श्री सुनील थॉमस जैकब एवं कम्युनिकेशन एंड मीडिया स्पेशलिस्ट यूएनएफपीए इंडिया सुश्री पिंकी प्रधान, राज्य कार्यक्रम अधिकारी अनुराग सोनवलकर, विशेषज्ञ डॉ. नीलेश देशपांडे विशेष रुप से उपस्थित थे। यूनाइटेड नेशंस पापुलेशन फंड एवं विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कार्यशाला के अंतिम दिन समापन सत्र में कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि कार्यशाला में हमने जो कुछ भी सीखा है, उसे क्लासरुम तक लेकर जाना हैं। उन्होंने इन बातों को समाज में भी ले जाने की बात कहते हुए कहा कि आज प्रैक्टिकल का जमाना है। एथिक्स के साथ हमें इस बारे में भी विद्यार्थियों को पढ़ाना और बताना जरुरी है। प्रो. सुरेश ने भारतीय संस्कृति की विविधताओं,खूबियों, तकनीक, कंटेंट आदि विषयों पर भी महत्वपू्र्ण बात की। उन्होंने कहा कि आज तकनीक का युग इसलिए अपडेट रहना जरुरी है। उन्होंने कंटेंट की महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यशाला की समाप्ति पर सभी प्रतिभागियों को कुलपति प्रो. सुरेश ने प्रमाण-पत्र प्रदान किए। समापन सत्र का संचालन डॉ. लाल बहादुर ओझा एवं आभार प्रदर्शन संयोजक डॉ.मणि नायर ने किया। कार्यशाला में कुलसचिव डॉ अविनाश वाजपेयी, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

ये तकनीक का युग है, अपडेट रहें : कुलपति प्रो.केजी सुरेश पत्रकारिता विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन भोपाल, 08 फरवरी, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय माखनपुरम परिसर बिशनखेड़ी में “कैपेसिटी बिल्डिंगऑफ फैकेल्टी ऑन पापुलेशन जेंडर एंड मीडिया इश्यूज” विषय पर आयोजित वर्कशॉप का गुरुवार को समापन हुआ। तीन दिवसीय कार्यशाला…

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को समझने की आवश्यकता : कुलपति प्रो.केजी. सुरेश

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में संगोष्ठी एवं राष्ट्र गौरव सम्मान सम्पन्न

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को समझने की आवश्यकता : कुलपति प्रो.केजी. सुरेश

पत्रकारिता के जरिए समाज एवं राष्ट्र की सेवा करें : राजेंद्र शर्मा

हमारा संविधान, हमारी संस्कृति को रिफ्लेक्ट करता है : शरद द्विवेदी

एमसीयू में आजाद भारत सनातन संघ एवं यूथ कैंपस का आयोजन

विकल्प का हुआ विमोचन

भोपाल, 07 फरवरी, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के माखनपुरम बिशनखेड़ी परिसर में बुधवार को आजाद भारत सनातन संघ (आभास) एवं यूथ कैंपस के संयुक्त तत्वाधान में विश्वविद्यालय में एक संगोष्ठी एवं राष्ट्र गौरव सम्मान का आयोजन किया गया। गणेश शंकर विद्यार्थी सभागार में संविधान, अभिव्यक्ति व आजादी विषय पर आयोजित संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेंद्र शर्मा थे। जबकि मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार श्री शरद द्विवेदी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विवि. के कुलपति प्रो. डॉ. के. जी. सुरेश ने की। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार, समाजसेवी एवं विभिन्न क्षेत्रों में नाम रोशन करने वाली हस्तियों जिनमें श्री गोपाल जैन, श्री राकेश विदुवा, श्री राममोहन चौकसे, सुश्री आरती शर्मा, सुश्री रुबी सरकार, श्री योगेश साहू, डॉ. अरुण खोबरे को “राष्ट्र गौरव सम्मान” से सम्मानित किया गया। पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय,अनुकरणीय एवं उत्कृष्ट कार्य के लिए आभास संस्था द्वारा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय को विशेष सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान संस्था के अध्यक्ष श्री धनराज गिरि ने कुलपति प्रो. डॉ. के. जी. सुरेश को सौंपा। इस अवसर पर पत्रकारिता विभाग द्वारा प्रकाशित समाचार पत्र विकल्प का भी विमोचन किया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो केजी सुरेश ने संविधान, अभिव्यक्ति व आजादी विषय पर कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को समझने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, समाज और राष्ट्र से बड़ी नहीं है। प्रो. सुरेश ने कहा कि बोलना तो सभी को आता है, लेकिन कब कहां बोलना है और नहीं बोलना है ये आना बहुत जरुरी है। उन्होंने वर्तमान दौर की भाषा पर चिंता प्रकट करते हुए एमसीयू में भाषा प्रयोगशाला की स्थापना करने की बात कही।

मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेंद्र शर्मा ने कहा कि मेरा इस विश्वविद्यालय की स्थापना से ही नाता रहा है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का क्षेत्र अन्य क्षेत्रों से भिन्न होता है क्योंकि पत्रकारिता से समाज एवं राष्ट्र की सेवा की जाती है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता अन्याय के विरुद्ध लड़ाई लड़ने के लिए है। श्री शर्मा ने कहा कि हमारा जन्म लेना तब सार्थक हो जाता है, जब हम पत्रकारिता के जरिए समाज एवं राष्ट्र की सेवा करें। उन्होंने वर्तमान समय की हिंदी पत्रकारिता में भाषा पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यदि आज के युवा पत्रकार इन सब बातों का ध्यान रखकर पत्रकारिता करेंगे तो सही मायनों में यही दादा माखनलाल जी को सच्ची श्रृद्धांजली होगी।

वरिष्ठ पत्रकार श्री शरद द्विवेदी ने कहा कि हमारा संविधान अद्भुत है। उन्होंने कहा कि  संविधान की शिक्षा प्राथमिक स्कूल से लेकर कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर तक दी जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान, हमारी संस्कृति को रिफ्लेक्ट करता है। श्री द्विवेदी ने कहा कि भारत का संविधान मूल्यों एवं परंपराओं पर टिका है। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान स्वतंत्रता, समानता, और बंधुता की बात करता है इसलिए हमें यह समझने आवश्यकता है। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक श्री लोकेंद्र सिंह राजपूत एवं आभार प्रदर्शन प्रो.शिवकुमार विवेक ने किया। कार्यक्रम में कुलपति प्रो. सुरेश ने वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेंद्र शर्मा एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री शरद द्विवेदी को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर विवि.के कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी, गणमान्य नागरिक, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में संगोष्ठी एवं राष्ट्र गौरव सम्मान सम्पन्न अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को समझने की आवश्यकता : कुलपति प्रो.केजी. सुरेश पत्रकारिता के जरिए समाज एवं राष्ट्र की सेवा करें : राजेंद्र शर्मा हमारा संविधान, हमारी संस्कृति को रिफ्लेक्ट करता है : शरद द्विवेदी एमसीयू में आजाद भारत सनातन संघ एवं यूथ कैंपस का आयोजन विकल्प…

देश भर में रोल मॉडल बने एमसीयू का पाठ्यक्रम : कुलपति प्रो. केजी सुरेश

देश भर में रोल मॉडल बने एमसीयू का पाठ्यक्रम  : कुलपति प्रो. केजी सुरेश

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय कार्यशाला प्रारंभ

भोपाल, 06 फरवरी, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय माखनपुरम परिसर बिशनखेड़ी में “कैपेसिटी बिल्डिंगऑफ फैकेल्टी ऑन पापुलेशन जेंडर एंड मीडिया इश्यूज” विषय पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ केजी सुरेश, यूएनएफपीए के एमपी स्टेट हेड श्री सुनील थॉमस जैकब एवं कम्युनिकेशन एंड मीडिया स्पेशलिस्ट यूएनएफपीए इंडिया सुश्री पिंकी प्रधान ने किया। यूनाइटेड नेशंस पापुलेशन फंड के साथ विश्वविद्यालय द्वारा मिलकर आयोजित इस कार्यशाला में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। कुलपति प्रो डॉ केजी सुरेश ने बिहेवियर चेंज एवं माइंड चेंज के बारे में बताया। वहीं उन्होंने मीडिया लिटरेसी के बारे में कहा कि इस बारे में स्कूल के बच्चों को पता होना चाहिए। प्रो सुरेश ने वर्तमान समय में साइबर सुरक्षा को एक बड़ा मुद्दा बताया। उन्होंने मीडिया एजुकेशन टेक्नोलॉजी, जेंडर, पापुलेशन, साइंस एवं कंटेंट के बारे में भी बात की।  प्रो सुरेश ने कंटेंट को जरुरी बताते हुए कहा कि जब यह मजबूत होगा तब जाकर अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने तथ्य आधारित पत्रकारिता की बात की। प्रो सुरेश ने कहा कि हमें ऐसा पाठ्यक्रम बनाना है जो सिर्फ एमसीयू के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए रोल मॉडल हो। इस अवसर पर सुश्री पिंकी प्रधान, श्री सुनील थॉमस जैकब, सुश्री शोभना बोयले, डॉ संजय कुमार, श्री सुरेश तोमर आदि विशेषज्ञों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यशाला के उदघाटन सत्र का संचालन डीन अकादमिक डॉ पी शशिकला ने एवं आभार प्रदर्शन संयोजक डॉ.मणि नायर ने किया। कार्यशाला में वरिष्ठ पत्रकार अजय बोकिल, कुलसचिव डॉ अविनाश वाजपेयी, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

देश भर में रोल मॉडल बने एमसीयू का पाठ्यक्रम  : कुलपति प्रो. केजी सुरेश पत्रकारिता विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय कार्यशाला प्रारंभ भोपाल, 06 फरवरी, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय माखनपुरम परिसर बिशनखेड़ी में “कैपेसिटी बिल्डिंगऑफ फैकेल्टी ऑन पापुलेशन जेंडर एंड मीडिया इश्यूज” विषय पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। तीन दिवसीय कार्यशाला…