एमसीयू ने मीडिया में गलत सूचनाओं से निपटने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया

एमसीयू ने मीडिया में गलत सूचनाओं से निपटने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया

शिक्षक हमारे युवाओं को डिजिटल युग की चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार करने में सबसे महत्वपूर्ण हैं – प्रो. के.जी. सुरेश

भोपाल, 18 अगस्त, 2024: मीडिया में गलत सूचनाओं के प्रसार से निपटने के लिए माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय एवं अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने संयुक्त रूप से शिक्षकों के लिए दो दिवसीय मीडिया साक्षरता कार्यशाला का आयोजन किया। विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में पूरे भारत से प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक के 60 से अधिक शिक्षक एकत्रित हुए।विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. के.जी. सुरेश ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में गलत सूचनाओं के प्रसार का मुकाबला करने और आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि “शिक्षक हमारे युवाओं को डिजिटल युग की चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार करने में सबसे आगे होना चाहिए।” यह कार्यशाला उन्हें मीडिया साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संगठन सचिव महेंद्र कपूर ने अपने संबोधन में संगठन की उपलब्धियों को साझा करते हुए कहा कि यह भारत में सबसे बड़ा शिक्षक संगठन है, जिसके 12 लाख से अधिक सदस्य हैं। कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को मीडिया परिदृश्य की व्यापक समझ प्रदान करना था, जिससे वे डिजिटल युग की जटिलताओं को समझने में समाज का प्रभावी ढंग से मार्गदर्शन कर सकें। स्वागत द्बोधन में विश्वविद्यालय की प्रशिक्षण निदेशक प्रो. जया सुरजानी ने शिक्षकों को आधुनिक मीडिया की जटिलताओं को समझने और लोगों को इस ज्ञान को प्रभावी ढंग से पहुंचाने के लिए तैयार करने के महत्व पर जोर दिया। दो दिन के विभिन्न सत्रों में मीडिया की समझ, मीडिया प्रबंधन के लिए उपकरण और तकनीक, गलत सूचना और भ्रामक सूचनाओं को समझने और मीडिया उपभोग के नैतिक मुद्दे सहित कई विषयों को शामिल किया गया। श्री दीपक शर्मा, डॉ. रामदीन त्यागी, श्री गिरीश उपाध्याय, डॉ. मनोज पटेल, श्री आशुतोष सिंह ठाकुर, डॉ. पी. शशिकला और दर्शन कुमार सहित विशेषज्ञों के एक पैनल ने मीडिया साक्षरता एवं जागरूकता पर अपनी अंतर्दृष्टि और विशेषज्ञता से देशबर सा आए शिक्षकों को मार्गदर्शन दिया, जिससे प्रतिभागियों के लिए मूल्यवान दृष्टिकोण और व्यावहारिक मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

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डिजिटल युग में तकनीक का सदुपयोग करें : कुलगुरु प्रो. सुरेश

डिजिटल युग में तकनीक का सदुपयोग करें : कुलगुरु प्रो. सुरेश

स्टोरी टेलिंग कहानी है, कथानक गढ़ा जाता है : दीपक शर्मा

एमसीयू में मीडिया वर्कशॉप फॉर टीचर्स विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ

भोपाल, 17 अगस्त, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के माखनपुरम परिसर में “मीडिया वर्कशॉप फॉर टीचर्स” विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। स्वामी विवेकानन्द सभागार में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो.(डॉ.) के. जी. सुरेश ने की। प्रथम दिवस शुभारंभ सत्र की अध्यक्षता करते हुए कुलगुरु प्रो.सुरेश ने कहा कि आज सोशल मीडिया, डिजिटल मीडिया ने क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है। लेकिन इसमें कोई नियमन (रेगुलेशन) नहीं है। उन्होंने सिटीजन जर्नलिज्म के पश्चिमी सिद्धांत को नकारते हुए कहा कि नागरिक संचारक हो सकता है, लेकिन नागरिक पत्रकार नहीं हो सकता है। जैसे डॉक्टर और वकील बनने के लिए कुछ जरुरी योग्यताएं एवं डिग्री आवश्यक है, वैसे ही पत्रकारिता के लिए भी कुछ जरुरी मानक हैं। प्रो. सुरेश ने कहा कि आज नकारात्मक आख्यान (नेरेटिव) बहुत बढ़ते जा रहा है,जिसे सकारात्मक आख्यान से काउंटर किया जाना चाहिए। उन्होंने मिस इन्फॉर्मेशन डिस इन्फॉर्मेशन को समझाते हुए कहा कि अज्ञानतावश सूचना को फॉरवर्ड करना मिस इन्फॉर्मेशन है, जबकि जानबूझकर गलत सूचना को आगे भेजना डिस इन्फॉर्मेशन है। उन्होंने कहा कि हमारे सामने आज चुनौतियां क्या है ? अवसर क्या है ? इसे देखते हुए तकनीक का सदुपयोग जरुर करना चाहिए।

विषय विशेषज्ञ श्री दीपक शर्मा ने नेरेटिव और स्टोरी टेलिंग को समझाते हुए कहा कि स्टोरी टेलिंग कहानी है और कथानक वह है, जो गढ़ा जाता है। उन्होंने आज के विद्यार्थियों में अख़बार कम पढ़ने और नहीं पढ़ने पर चिंता जताई। उन्होंने बौद्धिकता पर कहा कि जो भी अपनी बुद्धि का उपयोग करता है वह बौद्धिक है। वर्कशॉप में विश्वविद्यालय के राजभाषा अधिकारी तथा प्रोड्यूसर डॉ. रामदीन त्यागी ने “मीडिया सहभागिता के लिए उपकरण और तकनीकें : विभिन्न मीडिया प्लेटफार्म का अवलोकन” विषय केन्द्रित तकनीकी सत्र में शिक्षकों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया टूल्स जहां एक ओर सूचनाओं के आदान-प्रदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सामाजिक दूरियों का कारण भी बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को सोशल मीडिया टूल्स का उपयोग समझ और राष्ट्र हित में करने की जरूरत है।  एडजंक्ड प्रोफेसर श्री गिरीश उपाध्याय एवं प्रोड्यूसर डॉ. मनोज पटेल ने “हैंड्स ऑन प्रैक्टिस विथ मीडिया टूल्स” के उपयोग पर प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए शिक्षाविद् तथा अध्यापक श्री महेंद्र कपूर, प्रोफेसर नारायण लाल गुप्ता, डॉ. दर्शन भारती, डॉ योगेश गुप्ता एवं श्री बसंत जिंदल आदि भी मार्गदर्शन के लिए उपस्थित रहे। कार्यशाला का संयोजन, कार्यक्रम संयोजक श्री दीपक चौकसे ने किया एवं संचालन निदेशक प्रशिक्षण डॉ. जया सुरजानी द्वारा किया गया।

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एमसीयू ने धूमधाम से मनाया अपना स्थापना दिवस

एमसीयू ने धूमधाम से मनाया अपना स्थापना दिवस

34 वर्ष संघर्ष की यात्रा रही है : कुलगुरु प्रो. डॉ. के.जी.सुरेश

माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय मेरा मायका है : डॉ. सच्चिदानंद जोशी

भोपाल, 16 अगस्त 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के माखनपुरम परिसस बिशनखेड़ी में विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रथम स्थापना दिवस समारोह में विशेष रुप से विश्वविद्यालय की स्थापना के प्रथम कुलसचिव रहे एवं वर्तमान में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र नई दिल्ली संस्कृति विभाग भारत सरकार के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। समारोह की अध्यक्षता कुलगुरु प्रो. डॉ. के.जी.सुरेश ने की। इस अवसर पर पौधारोपण किया गया एवं कम्प्यूटर अनुप्रयोग विभाग के सभागार श्रीनिवास रामानुजन का शुभारंभ भी किया गया।इसके साथ ही गणेश शंकर विद्यार्थी सभागार में विकल्प, मीडिया मीमांसा, एवं एपीआर के जर्नल का विमोचन भी कुलगुरु प्रो.सुरेश एवं डॉ. जोशी द्वारा किया गया। इसके पूर्व भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर ट्रॉजिट हॉस्टल में बाबा साहेब के छायाचित्र का अनावरण भी किया गया।

गणेश शंकर विद्यार्थी सभागार में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में कुलगुरु प्रो. सुरेश ने कहा कि 34 वर्ष की यह यात्रा, संघर्ष की यात्रा रही है। उन्होंने कहा कि जब 1990 में विश्वविद्यालय की स्थापना हुई, तब मात्र दो कमरे थे लेकिन हमारे प्रेरणापुंज दादा माखनलाल की पुण्ययाई से आज विश्वविद्यालय का स्वयं का पचास एकड़ का भव्य माखनपुरम परिसर है। प्रो. सुरेश ने कहा कि हर व्यक्ति का जन्मदिवस होता है, और हमारे विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने 16 अगस्त 1990 में विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता दी थी, इसलिए आज 16 अगस्त को हम अपना स्थापना दिवस मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज विश्वविद्यालय के 1600 अध्ययन केंद्र और पांच परिसरों में डेढ़ लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। कंप्यूटर शिक्षा को गांव गांव तक पहुंचाने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने अपने दम पर कई नवाचार किए हैं।

मुख्य अतिथि डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने कहा कि यह भावनात्मक अवसर है। उन्होंने कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय से उनका संबंध नाभि-नाल जैसा है और यह विश्वविद्यालय उनका मायका है। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर आज तक के अपने कई खट्टे-मीठे अनुभवों को साझा किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के समय पर परीक्षा एवं समय पर परिणाम की प्रशंषा की। डॉ.जोशी ने विद्यार्थियों से कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास को अब आपको आगे लेकर जाना है। डॉ सच्चिदानंद जोशी ने विकसित भारत 2047: उत्तर सत्य और मीडिया की भूमिका पर भी सारगर्भित व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा की मीडिया के नाम पर बढ़ा चढ़ाकर अनर्गल आख्यान पैदा कर देश में माहौल खराब करने के कुछ लोग प्रयास कर रहे हैं और समाज को इन तत्वों से सावधान रहना चाहिए। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति हुई, जिसने सभी का मन मोह लिया। इस अवसर पर बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. एस. के. जैन, फीस विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. रविंद्र कण्हेरे, बाबा साहब अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ, के पूर्व कुलाधिपति डॉ.बरतुनिया तथा समाजसेवी श्री हेमंत मुक्तिबोध विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

एमसीयू ने धूमधाम से मनाया अपना स्थापना दिवस 34 वर्ष संघर्ष की यात्रा रही है : कुलगुरु प्रो. डॉ. के.जी.सुरेश माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय मेरा मायका है : डॉ. सच्चिदानंद जोशी भोपाल, 16 अगस्त 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के माखनपुरम परिसस बिशनखेड़ी में विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।…

कार्यशालाएँ सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक दृष्टिकोण देती हैं : कुलगुरु प्रो. सुरेश

कार्यशालाएँ सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक दृष्टिकोण देती हैं : कुलगुरु प्रो. सुरेश

जनमाध्यमों की प्रकृति के अनुकूल ही उनकी भाषा होती है :  प्रोफेसर मृणाल चटर्जी

एमसीयू के न्यू मीडिया टैक्नोलॉजी, जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में व्याख्यान का आयोजन

भोपाल, 08 अगस्त, 2024: जनसंचार के हरेक माध्यम की विशेष प्रकृति और चुनौतियां होती हैं। उनमें लिखने के लिए उनको समझना जरूरी है, यह कहना है प्रो. (डॉ) मृणाल चटर्जी का। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन के ढेकनाल (ओडीसा) परिसर के निदेशक प्रोफेसर चटर्जी जनसंचार माध्यमों के लिए लेखन विषय पर माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु (प्रो) डॉ. के.जी. सुरेश ने की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलगुरु प्रो. सुरेश ने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएँ न केवल छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान प्रदान करती हैं, बल्कि उन्हें व्यावहारिक दृष्टिकोण भी देती हैं। इसके पूर्व जनसंचार विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. आरती सारंग ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन विभाग के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. लाल बहादुर ओझा ने एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. उर्वशी परमार ने किया। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी, जनसंचार विभाग के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

नवीन मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग के विक्रमशिला स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में एआई इन मीडिया एजुकेशन विषय पर विशेष व्याख्यान में प्रो. मृणाल चटर्जी ने कहा कि एआई एक महान प्रशिक्षक एवं मददकर्ता है। उन्होंने कहा कि एआई मानव पर शासन नहीं कर सकता, मानव एआई पर शासन करेगा। व्याख्यान की अध्यक्षता करते हुए कुलगुरु प्रोफेसर डॉक्टर के. जी. सुरेश ने एआई के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों को अपडेट रहने की सलाह दी। व्याख्यान का संयोजन डीन एवं विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. पी. शशिकला ने किया। संचालन सहायक प्राध्यापक मनोज कुमार धुर्वे द्वारा किया गया।

पत्रकारिता विभाग में ‘राष्ट्र निर्माण में अंग्रेजी पत्रकारिता की भूमिका’ विषय पर विशेष व्याख्यान में प्रो. चटर्जी ने कहा कि भारत की अंग्रेजी पत्रकारिता के दो हिस्से रहे हैं, एक, अंग्रेजों की समर्थक पत्रकारिता, दूसरा स्वतंत्रता आंदोलन में राष्ट्रीयता को बढ़ावा देने वाली पत्रकारिता। भारतीय नायकों ने अंग्रेजी पत्रकारिता के माध्यम से ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध राष्ट्रीय आंदोलन को धार दी। व्याख्यान की अध्यक्षता और विषय प्रवर्तन विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव गुप्ता ने किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यार्थी नमन अटोलिया ने और आभार प्रदर्शन सहायक प्राध्यापक लोकेन्द्र सिंह राजपूत ने किया।

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सिनेमा, जनसंचार का अभिन्न अंग : कुलगुरु प्रो. सुरेश

सिनेमा, जनसंचार का अभिन्न अंग : कुलगुरु प्रो. सुरेश

रंगमंच ने मेरी दुनिया बदल दी : अभिनेत्री कामना पाठक

एक्टर एंड एक्टिंग विषय पर विशेष व्याख्यान

भोपाल, 07 अगस्त, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में एक्टर एंड एक्टिंग विषय पर सिनेमा अध्ययन विभाग द्वारा विवेकानंद सभागार में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान की मुख्य वक्ता प्रसिद्ध टीवी सीरियल हप्पू की उल्टन पलटन की अभिनेत्री सुश्री कामना पाठक थीं। सत्र की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. (डॉ.) के.जी. सुरेश ने की। इस अवसर पर कुलगुरु प्रो. सुरेश ने कहा कि सिनेमा, जनसंचार का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में सिनेमा अध्ययन विभाग की स्थापना की गई है, ताकि विद्यार्थी इस विधा में भी पारंगत हो सकें।

अभिनेत्री सुश्री कामना पाठक ने कहा कि आज मैं जो कुछ भी हूं रंगमंच की वजह से ही हूं। उन्होंने कहा कि रंगमंच ने उनकी दुनिया को बदल दी है। रज्जो के किरदार से घर घर में अपनी पहचान बना चुकी कामना ने कहा कि यदि विद्यार्थी एक्टिंग की फील्ड में आना चाहते हैं तो उन्हें रंगमंच जरुर करना चाहिए। कॉमेडी पर उन्होंने कहा इसमें टाइमिंग का बहुत महत्व है। उन्होंने कहा किसी को हंसाना बहुत मुश्किल है। चुनौतियां को पसंद करने की बात कहते हुए कामना ने कहा कि अपनी बात को लोगों तक पहुंचाना ही अभिनेता का काम होता है। इस विशेष व्याख्यान का संयोजन सिनेमा अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) पवित्र श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. गजेंद्र सिंह अवासिया ने किया। व्याख्यान में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।

सिनेमा, जनसंचार का अभिन्न अंग : कुलगुरु प्रो. सुरेश रंगमंच ने मेरी दुनिया बदल दी : अभिनेत्री कामना पाठक एक्टर एंड एक्टिंग विषय पर विशेष व्याख्यान भोपाल, 07 अगस्त, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में एक्टर एंड एक्टिंग विषय पर सिनेमा अध्ययन विभाग द्वारा विवेकानंद सभागार में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन…