एमसीयू में प्रवेश के लिए CLC राउंड की अंतिम तिथि 14 अगस्त हुई

एमसीयू में प्रवेश के लिए CLC राउंड की अंतिम तिथि 14 अगस्त हुई

भोपाल, 30 जुलाई, 2025: माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, भोपाल परिसर के कुछ पाठ्यक्रमों के रिक्त स्थानों पर “पहले आओ पहले पाओ” (First Come-First Serve) (CLC राउंड) के आधार पर प्रवेश का अंतिम अवसर प्रदान कर रहा है। प्रवेश के लिए मध्यप्रदेश सरकार के पोर्टल एमपीऑनलाइन के माध्यम से दिनांक 14 अगस्त, 2025 रात्रि 12 बजे तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।

स्नातक स्तर के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, मल्टीमीडिया, ग्राफ़िक्स एंड एनीमेशन, फिल्म एंड कम्युनिकेशन स्टडीज और मीडिया रिसर्च में बी.एससी., प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग में बी.टेक., एडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशनस, जर्नलिज्म एंड क्रिएटिव राइटिंग, इंग्लिश जर्नलिज्म, हिंदी भाषा तकनीक एवं अनुवाद में बी.ए., बी.सी.ए., बी.बी.ए. (ई-कॉमर्स) और बी.कॉम.(मैनेजमेंट) आदि पाठ्यक्रमों में भी प्रवेश लिया जा सकता है। ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने इंजीनियरिंग की किसी भी विधा में डिप्लोमा किया हो, बी.टेक (प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग) में प्रवेश ले सकते हैं।

स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रमों में न्यू मीडिया तथा मीडिया रिसर्च में एम.एससी. तथा मीडिया बिज़नेस मैनेजमेंट में एम.बी.ए और एम.सी.ए. पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए भी आवेदन आमंत्रित हैं। लाइब्रेरी एवं इनफार्मेशन साइंस के स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में भी इच्छुक विद्यार्थी प्रवेश ले सकते हैं।

विस्तृत जानकारी के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.mcu.ac.in पर जाएँ। प्रवेश प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी के लिए एडमिशन 2025-26 पेज पर “आवेदन कैसे करें” पढ़ें।

एमसीयू में प्रवेश के लिए CLC राउंड की अंतिम तिथि 14 अगस्त हुई भोपाल, 30 जुलाई, 2025: माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, भोपाल परिसर के कुछ पाठ्यक्रमों के रिक्त स्थानों पर “पहले आओ पहले पाओ” (First Come-First Serve) (CLC राउंड) के आधार पर प्रवेश का अंतिम अवसर प्रदान कर रहा है। प्रवेश के लिए मध्यप्रदेश सरकार के…

पत्रकारिता विश्वविद्यालय के दो विद्यार्थियों को मिलेगी गांधी फैलोशिप

पत्रकारिता विश्वविद्यालय के
दो विद्यार्थियों को मिलेगी गांधी फैलोशिप

भोपाल, 25 जुलाई, 2025: देश की प्रतिष्ठित गांधी फैलोशिप के लिए माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के दो विद्यार्थियों का चयन हुआ है। यह फैलोशिप महात्मा गांधी जी के उस विचार पर केंद्रित है, जिसमें वे कहते थे कि “दुनिया में जो बदलाव आप देखना चाहते हैं ,वह खुद बनें” यह फैलोशिप इसी विचार को पल्लवित और पोषित करती है।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) मोनिका वर्मा ने बताया कि इस विभाग में  संचालित एम एस सी पाठ्यक्रम के विद्यार्थी जगदीश कुशवाहा और सुश्री वर्षा शुक्ला द्वारा गांधी फैलोशिप के लिए आवेदन किया था, उसके पश्चात साक्षात्कार समेत अन्य प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद पिरामल फाउंडेशन द्वारा संचालित गांधी फैलोशिप  में उनका चयन कर लिया गया है। इस फैलोशिप के अंतर्गत प्रत्येक विद्यार्थी को 24500 प्रति माह मानदेय प्राप्त होगा। यह 2 वर्ष का आवासीय शोधपूर्ण कार्यक्रम है। जिसके अंतर्गत युवाओं में नए जमाने की नेतृत्व क्षमताएं विकसित करने की विधियां बताई जाएगी।

ज्ञातव्य है कि पिरामल स्कूल ऑफ लीडरशिप द्वारा 2008 में गांधी फैलोशिप शुरू की गई। इसके संस्थापक उज्जवल कुमार सिंह थे। इस फैलोशिप के अंतर्गत संपूर्ण भारत के युवाओं को सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए शोध कार्य करने के लिए वित्तीय मदद दी जाती है।संस्था का लक्ष्य 2025 के अंत तक 10 लाख लोगों के जीवन को बदलने का है।

 पत्रकारिता विश्वविद्यालय ने गांधी फैलोशिप के लिए चयनित विद्यार्थियों को बधाई दी है और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय के दो विद्यार्थियों को मिलेगी गांधी फैलोशिप भोपाल, 25 जुलाई, 2025: देश की प्रतिष्ठित गांधी फैलोशिप के लिए माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के दो विद्यार्थियों का चयन हुआ है। यह फैलोशिप महात्मा गांधी जी के उस विचार पर केंद्रित है, जिसमें वे कहते थे कि “दुनिया में जो बदलाव आप…

वृक्षारोपण पवित्र भावनात्मक संकल्प है: उपमुख्यमंत्री

वृक्षारोपण पवित्र भावनात्मक संकल्प है: उपमुख्यमंत्री

रीवा में पर्यावरण उत्सव की नई मिसाल: उपमुख्यमंत्री सहित
गणमान्य अतिथियों ने किया पौधारोपण

भोपाल, 25 जुलाई, 2025: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, रीवा परिसर में ‘हरियाली महोत्सव– एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम अंतर्गत भव्य पौधारोपण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस पर्यावरणीय उत्सव में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलगुरु प्रो. विजय मनोहर तिवारी ने की। विशिष्ट अतिथियों में भाजपा जिला अध्यक्ष श्री वीरेंद्र गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल, रीवा संभाग आयुक्त, कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल, नगर निगम आयुक्त श्री सौरभ सोनवाने, नगर निगम अध्यक्ष श्री व्यंकटेश पाण्डेय, सैनिक स्कूल के प्राचार्य कर्नल अविनाश रावल, रेडक्रॉस सोसायटी अध्यक्ष श्री प्रभाकर चतुर्वेदी, वरिष्ठ साहित्यकार श्री चंद्रिका प्रसाद चंद्र, समाजसेवी  जयंत खन्ना, वन विभाग  से जिला वनमण्डल अधिकारी, पुलिस विभाग के पदाधिकारी सहित सामाजिक सांस्कृतिक क्षेत्र के प्रमुख व्यक्ति भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जनमानस में चेतना जागृत करना और प्राकृतिक संसाधनों के प्रति सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को सुदृढ़ करना था।

मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल का संदेश

“वृक्षारोपण केवल एक आयोजन नहीं बल्कि भावनात्मक संकल्प है,” उपमुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने आगे कहा कि  “वृक्षों को भारतीय परंपरा में देवतुल्य स्थान मिला है क्योंकि वे हमें निःस्वार्थ प्राणवायु देते हैं। रीवा में दो लाख पौधे लगाने का जो लक्ष्य हमने लिया है, वह केवल संख्या नहीं, बल्कि एक हरित भविष्य की नींव है। हमें चाहिए कि इन पौधों की रक्षा उसी तरह करें जैसे अपने बच्चों की करते हैं। जब तक समाज, प्रशासन और नागरिक मिलकर प्रकृति का संरक्षण नहीं करेंगे, तब तक सतत विकास संभव नहीं।” यह पवित्र शुरुआत माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के रीवा परिसर से हो रही यह और भी महत्वपूर्ण बात है। इस आयोजन हेतु मैं विश्वविद्यालय के कुलगुरु विजय मनोहर जी को, परिसर के निदेशक सत्येंद्र डेहरिया जी, जयराम शुक्ल जी, तथा उप कुलसचिव विवेक शाक्य सहित पूरी आयोजन समिति को बधाई तथा शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं। इसी प्रकार विद्यार्थियों के भविष्य को अध्ययन तथा समाजिक जिम्मेदारी पूर्ण माहौल में संवारते रहिए।

विश्वविद्यालय कुलगुरु प्रो. विजय मनोहर तिवारी

“रीवा परिसर की नींव और विस्तार में उपमुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र  शुक्ल जी का योगदान अमूल्य है। हम यहां केवल पत्रकारिता नहीं पढ़ाते, बल्कि प्रकृति, संस्कृति और समाज से जुड़ाव भी सिखाते हैं। माखनलाल विश्वविद्यालय के विद्यार्थी देशभर में कार्यरत हैं और यही हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है।” हम रीवा परिसर को सभी मानक में श्रेष्ठ बनाने हेतु संकल्पित हैं, आप सभी उपस्थित अतिथि भी अपना आशीष परिसर तथा विद्यार्थियों को समय समय पर देते रहे यही आग्रह है।

इस अवसर पर मै यह पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आगामी 10 वर्ष मीडिया जगत के लिए इस क्षेत्र के विद्यार्थी के लिए निर्णायक सिद्ध होने वाले हैं। रीवा परिसर भले ही भोपाल से ज्यादा दूर है लेकिन हम यहां की सुविधा और गुणवत्ता में कोई कसर नहीं रखेंगे। आज के कार्यक्रम में हमारे मुख्य अतिथि  राजेंद्र शुक्ला जी है इस लिए यह और विशेष बन जाता इसका कारण यह भी है कि रीवा परिसर की नींव और निर्माण के इनकी बड़ी भूमिका रही है। आपके सतत् मार्गदर्शन तथा देख– रेख में परिसर नित नई ऊंचाईयों को छू रहा है। इस अवसर में मुझे बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय के विद्यार्थी देश के सभी प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान में कार्यरत हैं। कोई भी क्षेत्र या  संस्थान ऐसी नहीं जहां मीडिया क्षेत्र के विशेषज्ञ की आवश्यकता हो और माखनलाल जी की बगिया के फूल सुगंधित न हो रहे हों। मैं स्वयं इसी विश्वविद्यालय के द्वितीय बैच का छात्र रहा हूं। सभी को इस महत्वपूर्ण आयोजन में आने हेतु साधुवाद देता हूं।

एक पेंड माँ के नाम कार्यक्रम में नगर निगम आयुक्त श्री सौरभ सोनवाने ने कहा, “हमारे नगर को हरा-भरा बनाने की दिशा में व्यापक अभियान चलाए जा रहे हैं और हमें जनसहयोग मिल रहा है। रीवा को हरित नगर के रूप में पहचान दिलाना हमारा लक्ष्य है।”  इस प्रकार वृक्षारोपण के माध्यम से हम  हरियाली के साथ  भावनात्मक तथा सांस्कृतिक समृद्धि भी स्थापित करने जा  रहे हैं।

इस दौरान कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा, “रीवा के जनप्रतिनिधि पर्यावरण के प्रति अत्यंत संवेदनशील हैं। हम पूरी प्रशासनिक टीम के साथ यह सुनिश्चित करेंगे कि पौधों की रक्षा और पोषण बेहतर ढंग से किया जाए। इस कार्य में महिला तथा पुरुष की संयुक्त भागीदारी इस हरियाली अभियान को जनांदोलन बनाएगी ” इस पूरे अभियान में हमें पूरा जन सहयोग मिलेगा यही आशा और विश्ववास है।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में वरिष्ठ पत्रकार एवं कार्यक्रम संयोजक जयराम शुक्ल ने सभी अतिथियों का भावभीना स्वागत करते हुए कहा कि– “वृक्ष केवल प्रकृति की शोभा नहीं हैं, वे मानव हेतु जीवनदायिनी संजीवनी  हैं। जैसे एक माँ अपने बच्चे को जीवन देती है, उसी प्रकार वृक्ष हमें प्राणवायु प्रदान करते हैं। हमारा   प्रयास यह है कि पौधारोपण के साथ भावी पीढ़ियों के लिए  जीवनदायिनी व्यवस्था की नींव भी सुदृढ़ हो।”

इस सन्दर्भ में  ‘रामायण’ की कुछ प्रसिद्ध चौपाई का उल्लेख करते हुए इन्होने कहा-

“बर बट पाकर अंब जंबू। सरस बिसेष कहत कोऊ कंबू।।” ‘‘छितिज देखि भरि जलद जमुना। तरु बिसाल लता बहु चितवन।।’’

जैसे श्रीराम ने भी अपने वनवास में वृक्षों की छाया और महिमा का वर्णन किया, वैसे ही हमें भी वृक्षों को केवल संसाधन नहीं, साधना मानना चाहिए। प्रकृति के साथ तादात्म्य हमारी सांस्कृतिक परंपरा और नीति का अनिवार्य अंग है। यही हमारी सामाजिक जिम्मेदारी और आस्थावान रीति भी है।” हमारे कार्यक्रम में आए सभी सम्मानित अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के द्वितीय सत्र की शुरुआत करते हैं।

आभार प्रदर्शन– विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव श्री विवेक शाक्य ने सभी अतिथियों, संस्थानों, प्रशासनिक अधिकारियों, मीडिया कर्मियों और कार्यक्रम से जुड़ी पूरी टीम का आभार प्रकट करते हुए कहा– “आप सभी के समर्थन से यह आयोजन समारोह  के साथ-साथ  एक संदेश भी बन गया है – प्रकृति से प्रेम और भविष्य की जिम्मेदारी।” हम सभी को मिलकर निभानी है और इस संदेश को सार्थक करना है। और अंत में वि. वि. रीवा परिसर से आयोजन में  सहयोग कर रहे, बृजेंद्र शुक्ला जी, रवि शाहू जी, कैलाश चौधरी जी, धीरेंद्र जी, शर्मा जी एवं सभी सहकर्मी साथियों का भी आभार व्यक्त करता हूं। आशा है की आप सभी का सहयोग भविष्य में भी मिलता रहेगा l

वृक्षारोपण पवित्र भावनात्मक संकल्प है: उपमुख्यमंत्री रीवा में पर्यावरण उत्सव की नई मिसाल: उपमुख्यमंत्री सहित गणमान्य अतिथियों ने किया पौधारोपण भोपाल, 25 जुलाई, 2025: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, रीवा परिसर में ‘हरियाली महोत्सव– एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम अंतर्गत भव्य पौधारोपण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस पर्यावरणीय उत्सव में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री…

एमसीयू के चलचित्र विभाग ने अजित राय जी को दी श्रद्धांजली

एमसीयू के चलचित्र विभाग ने अजित राय जी को दी श्रद्धांजली

भोपाल, 25 जुलाई, 2025: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के चलचित्र विभाग में सुप्रसिद्ध फिल्म समीक्षक, पत्रकार और लेखक अजित राय जी के आकस्मिक देहावसान पर श्रद्धांजली कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस अवसर पर विभाग में उनके व्यक्तित्व, कार्य और लेखन को याद किया गया। विभागाध्यक्ष डॉ. पवित्र श्रीवास्तव ने कहा कि दुनिया भर के सिनेमा मंचों पर अजित राय जी ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। डॉ. पवित्र श्रीवास्तव ने कहा  कि अजित राय को कान समारोह ने विश्व के सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म समीक्षकों में शामिल किया है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय श्री राय  ने देश के तमाम प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में सांस्कृतिक समीक्षाएं लिखी। अपने भोपाल प्रवास के दौरान अक्सर श्री राय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के सिनेमा अध्ययन विभाग में आकर विद्यार्थियों से फिल्म और कला जगत से जुड़े विषयों पर संवाद करते थे। उन्होंने कहा कि अजित राय जी का असामयिक निधन सिनेमा, रंगमंच, साहित्य और कला की दुनिया में एक बड़ी क्षति है।

इस अवसर पर विभाग की एडजंक्ट प्रोफेसर स्मृति जोशी ने अजित राय जी की लेखनी को याद करते हुए कहा कि उनकी समीक्षाओं को पढ़ते हुए बहुत बड़ा पाठक वर्ग तैयार हुआ। उन्होंने कहा किइसी पाठक वर्ग की रूचि श्री राय के सिनेमा लेखन को पढ़ने के बाद सिनेमा और कला में विकसित हुई। कार्यक्रम में चलचित्र विभाग के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. गजेंद्र अवास्या ने कहा कि श्री अजित राय की भारतीय फिल्म इंडस्ट्री पर गहरी पकड़ थी। उन्होंने कहा कि विश्व सिनेमा के मंच पर वे भारतीय सिनेमा को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत करने वाले समीक्षक थे। इस अवसर पर श्री अजित राय जी के लिए दो मिनट का मौन रख कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में विभाग के समस्त शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।

इस अवसर पर श्री अजित राय जी की स्मृति में पौधारोपण भी किया गया।

एमसीयू के चलचित्र विभाग ने अजित राय जी को दी श्रद्धांजली भोपाल, 25 जुलाई, 2025: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के चलचित्र विभाग में सुप्रसिद्ध फिल्म समीक्षक, पत्रकार और लेखक अजित राय जी के आकस्मिक देहावसान पर श्रद्धांजली कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस अवसर पर विभाग में उनके व्यक्तित्व, कार्य और लेखन को…