“क्लासरूम टु बोर्डरूम ” विषय पर एमसीयू के प्लेसमेंट एवं एंटरप्रन्योरशिप सेल द्वारा प्रेरक सत्र का आयोजन
“क्लासरूम टु बोर्डरूम ” विषय पर एमसीयू के प्लेसमेंट एवं एंटरप्रन्योरशिप सेल द्वारा प्रेरक सत्र का आयोजन
भोपाल, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) में आज ” क्लासरूम टु बोर्डरूम ” विषय पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ राजीव अग्रवाल, चेयरमैन, एसोसिएशन ऑफ ऑल इंडस्ट्रीज, मंडीदीप थे जिन्होंने छात्रों को बताया कि कैसे कक्षा में प्राप्त शिक्षा, व्यवहारिक अनुभव और सकारात्मक सोच उन्हें भविष्य में कॉरपोरेट जगत तथा उद्योग प्रबंधन में सफलता दिला सकती है। डॉ राजीव अग्रवाल ने उद्योग जगत के व्यावहारिक उदाहरण साझा करते हुए कहा कि बिजनेस में सही रणनीति, निरंतर सीख और मोटिवेशन सफलता की कुंजी है।
उन्होंने कहा कि हर विद्यार्थी को अपने कौशल, आत्मविश्वास और दृष्टिकोण पर लगातार काम करना चाहिए, ताकि कक्षा से निकलकर वे बोर्डरूम तक की यात्रा सफलतापूर्वक तय कर सकें। यह कार्यक्रम छात्रों को उद्योग जगत की वास्तविक चुनौतियों और अवसरों से अवगत कराने वाला था।
डॉ कंचन भाटिया, प्लेसमेंट समन्वयक ने छात्रों को करियर प्लानिंग और प्लेसमेंट से जुड़े उपयोगी सुझाव दिए। विश्वविद्यालय के माननीय कुलगुरु श्री विजय मनोहर तिवारी जी ने ऐसे आयोजन को छात्रों के लिये उपयोगी बताया। डॉ दीपशिखा हर्ष ने आभार व्यक्त किया।
विभागाध्यक्ष
विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग
“क्लासरूम टु बोर्डरूम ” विषय पर एमसीयू के प्लेसमेंट एवं एंटरप्रन्योरशिप सेल द्वारा प्रेरक सत्र का आयोजन भोपाल, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) में आज ” क्लासरूम टु बोर्डरूम ” विषय पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ राजीव अग्रवाल, चेयरमैन, एसोसिएशन…






की उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं ने एक स्वर से कही। हिंदी दिवस उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों द्वारा हिंदी भाषा के महत्व पर विचार प्रस्तुत करने से हुई। विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी कविताओं, लघु कथाओं और शोधपत्रों के माध्यम से हिंदी की संवेदनशीलता, विविधता और प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उत्सव के दौरान प्रस्तुत किए गए रचनात्मक योगदानों ने न केवल भाषा के सौंदर्य को उजागर किया बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक सरोकारों को भी सामने रखा। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा सृष्टि कुमारी का हिंदी पर विशेष शोध, जिसमें उन्होंने हिंदी भाषा की वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाओं पर सारगर्भित दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। वहीं सत्यम मिश्रा ने पाश्चात्यीकरण के संदर्भ में “सिंहासन खाली करो कि जनता आती है” पर आधारित अपनी कविता से श्रोताओं को गहराई से प्रभावित किया। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उद्यांश पाण्डेय ने हिंदी की सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक भूमिका पर विशेष उद्बोधन देते हुए विद्यार्थियों को मातृभाषा के महत्व से अवगत कराया। इस आयोजन में छात्रों की सक्रिय भागीदारी और प्रस्तुतियों ने यह सिद्ध कर दिया कि नई पीढ़ी हिंदी भाषा को न केवल आत्मसात कर रही है, बल्कि उसे और समृद्ध बनाने का भी संकल्प ले रही है। उत्सव का वातावरण पूरे समय उत्साह और सृजनात्मक ऊर्जा से भरा रहा। हिंदी दिवस का यह आयोजन विभाग के लिए एक यादगार क्षण साबित हुआ, जिसने विद्यार्थियों और शिक्षकों दोनों को भाषा की गरिमा और महत्व के प्रति पुनः प्रेरित किया।इस अवसर पर विभाग की अध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी, प्रोफेसर शिवकुमार विवेक सहित सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन और आयोजन विभाग के छात्र-छात्राओं सृष्टि कुमारी, उद्यांश पाण्डेय, अभिराज मिश्रा और कार्तिकेय पाण्डेय के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर पर क्विज प्रतियोगिता की विजेता छवि बाथम को पुरस्कृत किया गया

विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लिंक्डइन प्रोफाइल को केवल रिज़्यूमे के रूप में नहीं बल्कि स्वयं के ब्रांड के रूप में प्रस्तुत करना चाहिए।