एमसीयू में तीन दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम आज से

एमसीयू में तीन दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम आज से

भोपाल, 06 दिसम्‍बर, 2021:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ओर से नवागत विद्यार्थियों के लिए तीन दिवसीय ‘उन्मुखीकरण’ कार्यक्रम का आयोजन 7, 8 और 9 दिसम्बर, 2021 को किया जा रहा है। संस्कृति मंत्रालय के सलाहकार प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री और कुलपति प्रो. केजी सुरेश मंगलवार को सुबह 10:30 बजे से कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों पद्धति से किया जा रहा है। रीवा, खंडवा और दतिया परिसर के विद्यार्थी एवं अन्य विद्यार्थी भी कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़ेंगे।

तीन दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम में मीडिया का संस्कार, डिजिटल मीडिया उद्यमिता, मीडिया की स्वर्णिम यात्रा, लोकतंत्र और नवीन मीडिया, टीवी पत्रकारिता का बदलता स्वरूप, कॉर्पोरेट संचार में अवसर, मीडिया, पत्रकारिता और साहित्य, मध्यप्रदेश की पत्रकारिता, आरटीआई और डाक्यूमेंट्री निर्माण कला जैसे विषयों पर विशेषज्ञों के व्याख्यान का आयोजन किया जायेगा। उन्मुखीकरण कार्यक्रम को डॉ. सच्चिदानंद जोशी, श्री अभिजीत मजूमदार, डॉ. शिरीष काशीकर, श्री विजयदत्त श्रीधर, श्री हर्षवर्धन त्रिपाठी, श्री सुशांत सिन्हा, श्री केएम प्रशांत, डॉ. विकास दवे, प्रो. उमेश आर्य, श्री शिवकुमार विवेक, श्री विजय एस. जोधा और श्री उदय माहुरकर सहित अन्य विद्वान विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करेंगे। कार्यक्रम का समन्वय पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी कर रही हैं।

एमसीयू में तीन दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम आज से भोपाल, 06 दिसम्‍बर, 2021:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ओर से नवागत विद्यार्थियों के लिए तीन दिवसीय ‘उन्मुखीकरण’ कार्यक्रम का आयोजन 7, 8 और 9 दिसम्बर, 2021 को किया जा रहा है। संस्कृति मंत्रालय के सलाहकार प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री और कुलपति प्रो. केजी…

फिल्म प्रमोशन से आगे निकल चुकी है फिल्म मार्केटिंग : कुलपति प्रो. केजी सुरेश

फिल्म प्रमोशन से आगे निकल चुकी है फिल्म मार्केटिंग : कुलपति प्रो. केजी सुरेश

विज्ञापन एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा फिल्म मार्केटिंग पर विशेष व्याख्यान का आयोजन

भोपाल, 06 दिसम्‍बर, 2021:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में ‘फिल्म मार्केटिंग’ पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन की प्रो. नंदिनी लक्ष्मीकांता उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम के दौरान कुलगुरु प्रो. केजी सुरेश ने फिल्म मार्केटिंग के महत्व पर कहा कि फिल्म मार्केटिंग अब केवल फिल्म प्रमोशन तक ही सीमित नहीं है बल्कि फिल्म डिस्ट्रीव्यूशन, सेटेलाइट राइट्स, फाइनेंस से आगे निकल चुकी है। फिल्म में सभी प्रकार का कंटेंट होना चाहिए ताकि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके इसके साथ ही उन्होंने फिल्म मार्केटिंग से जुड़े विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला।

वहीं, प्रो. नंदिनी लक्ष्मीकांता ने बताया कि आज की फिल्मों की मार्केटिंग पर ज्यादा पैसा खर्च किया जाता है। फिल्म मार्केटिंग तय करती है कि फिल्म चलेगी या नहीं। उन्होंने बताया कि आज भी हमारी फिल्म इंडस्ट्री पुरुष प्रधान है एवं महिलाओं को फील्ड पर कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय फिल्म इंडस्ट्री विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मनोरंजन उद्योग है जिसमें हिंदी सिनेमा के अलावा क्षेत्रीय भाषाएँ जैसे कन्नड, तेलुगु, तमिल, भोजपुरी आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय फिल्में अंग्रेजी के अलावा अन्य कई विदेशी भाषाओं में भी डब की जाती हैं एवं पसंद की जाती है। इससे भारतीय सिनेमा का बाजार तेजी से विकास कर रहा है।

कार्यक्रम में विज्ञापन एवं जनसम्पर्क विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. पवित्र श्रीवास्तव जी ने बताया कि सिनेमा मनोरंजन के लिए बनता है। फिर आप उससे कितना सीखते हैं यह आपके ऊपर निर्भर करता है। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता का परिचय डॉ. जया सुरजानी ने किया, संचालन डॉ. गजेन्द्र सिंह अवास्या ने और आभार प्रदर्शन सुश्री अनिता सोनी ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

फिल्म प्रमोशन से आगे निकल चुकी है फिल्म मार्केटिंग : कुलपति प्रो. केजी सुरेश विज्ञापन एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा फिल्म मार्केटिंग पर विशेष व्याख्यान का आयोजन भोपाल, 06 दिसम्‍बर, 2021:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में ‘फिल्म मार्केटिंग’ पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर मणिपाल…

‘उच्च शिक्षण संस्थानों में जेंडर सेंसिटाइजेशन की आवश्यकता’ पर विशेष व्याख्यान

‘उच्च शिक्षण संस्थानों में जेंडर सेंसिटाइजेशन की आवश्यकता’ पर विशेष व्याख्यान

भोपाल, 06 दिसम्‍बर, 2021:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) की ओर 06 दिसंबर, 2021 को ‘उच्च शिक्षण संस्थानों में जेंडर सेंसिटाइजेशन की आवश्यकता’ विषय पर विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। इस अवसर पर मणिपाल अकेडमी ऑफ़ हायर एजुकेशन कर्नाटक की प्रो. नंदिनी लक्ष्मीकांत ने जेंडर सेंसिटाइजेशन की बारीकियों पर बात की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने की।

मुख्य वक्ता प्रो. नंदिनी लक्ष्मीकांत ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से पुरुष और स्त्री, दोनों के नज़रिए से जेंडर से जुड़े क़ानून और उनके उपयोग को बताया। उन्होंने शाब्दिक, अशाब्दिक, शारीरिक भाषा, भाव-भंगिमा और छूने के तौर-तरीकों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कार्यस्थल पर हमें प्रोफेशनल्स आचार-व्यवहार का पालन करना चाहिए। लैंगिक भेद-भाव और लैंगिक शोषण के प्रति स्वयं भी जागरूक रहें और दूसरों को भी जागरूक करें। प्रेजेंटेशन के बाद उन्होंने जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि पत्रकारिता के विद्यार्थियों की यह अतिरिक्त जिम्मेदारी है कि वे जेंडर सेंसिटाइजेशन के प्रति जागरूकता लायें। उन्होंने कहा कि सभी संस्थानों में विशाखा दिशा-निर्देशों के अनुसार आंतरिक शिकायत समिति का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय ने इस तरह की समिति का गठन करके एक पहल की है। विश्वविद्यालय की यह समिति जेंडर सेंसिटाइजेशन की दिशा में भी महत्वपूर्ण कार्य कर रही है।

इस अवसर पर समिति की अध्यक्ष प्रो. पी. शशिकला ने विषय की प्रस्तावना रखी। कार्यक्रम का संचालन समिति के सदस्य एवं सहायक कुलसचिव श्री विवेक सावरिकर ने किया।

‘उच्च शिक्षण संस्थानों में जेंडर सेंसिटाइजेशन की आवश्यकता’ पर विशेष व्याख्यान भोपाल, 06 दिसम्‍बर, 2021:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) की ओर 06 दिसंबर, 2021 को ‘उच्च शिक्षण संस्थानों में जेंडर सेंसिटाइजेशन की आवश्यकता’ विषय पर विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। इस अवसर पर मणिपाल अकेडमी ऑफ़ हायर…

Special lecture on ‘Need for Gender Sensitization in Higher Educational Institutions’

Special lecture on ‘Need for Gender Sensitization in Higher Educational Institutions’

Bhopal, 06th December, 2021: A special lecture was organized by the Internal Complaints Committee (ICC) of Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication on December 06, 2021 on the topic ‘Need for Gender Sensitization in Higher Educational Institutions’. The chief guest ,Prof. Nandini Laxmikant of Manipal Academy of Higher Education, Karnataka spoke on the nuances of gender sensitization. The program was presided over by the Vice Chancellor, Prof. KG Suresh.

Keynote speaker Prof. Nandini Laxmikant, explained the gender related laws and their use from the point of view of both men and women. She explained verbal and nonverbal communication, body language, gestures and good and bad touch. She urged everyone to follow professional ethics at the workplace and create awareness for gender discrimination and sexual exploitation. The presentation was followed by a question answer session. On this occasion , the Vice Chancellor of Makhanlal Chaturvedi University, Prof. KG Suresh said that it is the additional responsibility of the students of journalism to bring awareness about gender sensitization. He advocated that an Internal Complaints Committee should be constituted in all the institutions as per the Vishaka guidelines and informed that Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication has taken an initiative by constituting a committee which is working in the direction of gender sensitization. The chairman of the committee, Prof. P. Sasikala introduced the topic. The program was conducted by Shri Vivek Savrikar, a member of the committee and assistant registrar.

Special lecture on ‘Need for Gender Sensitization in Higher Educational Institutions’ Bhopal, 06th December, 2021: A special lecture was organized by the Internal Complaints Committee (ICC) of Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication on December 06, 2021 on the topic ‘Need for Gender Sensitization in Higher Educational Institutions’. The chief guest ,Prof. Nandini…

विकसित देशों में भी साइबर अपराध का खतरा : प्रो. विनय कपूर मेहरा

विकसित देशों में भी साइबर अपराध का खतरा : प्रो. विनय कपूर मेहरा

भोपाल, 06 दिसम्‍बर, 2021: अधिकांश विकसित देशों में भी साइबर अपराध का खतरा है। इसलिए साइबर अपराधों का सामना करने के लिए सभी देशों को एक साथ आना होगा। यह कहना है डॉ. बीआर अम्बेडकर नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. विनय कपूर मेहरा का। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में साइबर सिक्युरिटी पर आयोजित पाँच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि ऑनलाइन संबोधित किया। इस एफडीपी का आयोजन विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान एवं अनुप्रयोग विभाग के ओर से अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ट्रेनिंग एंड लर्निंग के सहयोग से किया जा रहा है। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने की।

प्रो. विनय कपूर मेहरा ने कहा कि भारत में साइबर सुरक्षा नीति वर्ष 2013 में सरकार द्वारा तैयार की गई। भारत में हमारे पास मुश्किल से 536 साइबर सुरक्षा केंद्र हैं जबकि चीन में यह 1 लाख से अधिक हैं। आज जबकि ऑनलाइन गतिविधि और अपराध बढ़ रहे हैं तब साइबर सुरक्षा केन्द्रों की संख्या बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों को रोकने के लिए वैश्विक नीति भी बनाये जाने की जरूरी है। सभी देशों को मिलकर इस दिशा में प्रयास करना चाहिए।

उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि साइबर अपराध से निपटने के लिए साइबर साक्षरता बहुत महत्वपूर्ण है। साइबर अपराध के प्रति लोगों को सचेत करना पत्रकारिता से जुड़े लोगों का काम है। देश में ऐसे लोगों की संख्या अधिक है जो डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग तो करते हैं लेकिन इनके सम्बन्ध में अधिक जानकारी नहीं। इसलिए साइबर सुरक्षा के विषय में आमजन के बीच जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किये जाने चाहिए। एफडीपी में पहले दिन प्रख्यात साइबर लॉ विशेषज्ञ श्री पवन दुग्गल का भी व्याख्यान हुआ। इस अवसर पर कंप्यूटर विज्ञान एवं अनुप्रयोग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सीपी अग्रवाल मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन एफडीपी की समन्वयक डॉ. सुनीता द्विवेदी ने किया और डॉ. रविमोहन शर्मा ने आभार प्रदर्शन किया।

विकसित देशों में भी साइबर अपराध का खतरा : प्रो. विनय कपूर मेहरा भोपाल, 06 दिसम्‍बर, 2021: अधिकांश विकसित देशों में भी साइबर अपराध का खतरा है। इसलिए साइबर अपराधों का सामना करने के लिए सभी देशों को एक साथ आना होगा। यह कहना है डॉ. बीआर अम्बेडकर नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. विनय…