प्रोफेशनल, ऑफिशियल लाइफ अलग है – कुलपति प्रो.केजी सुरेश

प्रोफेशनल, ऑफिशियल लाइफ अलग है – कुलपति प्रो.केजी सुरेश

हर स्कूल,कॉलेज में ऐसे आयोजन होना चाहिए – एस.के. राउत

एमसीयू को मिला स्वस्थ भारत उत्कृष्टता सम्मान 2023

एमसीयू में स्वास्थ्य संसद 2023 सम्पन्न

भोपाल, 30 अप्रैल, 2023: प्रोफेशनल एवं ऑफिशियल लाइफ दोनों अलग-अलग है। दोनों में बेलेंस बनाकर रखना जरुरी है। ये कहना है माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो(डॉ)केजी सुरेश का। विश्वविद्यालय में आयोजित स्वास्थ्य संसद 2023 के समापन समारोह में सभापति के रुप में अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि पर्सनल लाइफ में अपने शरीर एवं अपने परिवार दोनों को भी समय देना चाहिए । उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि पत्रकारिता साक्ष्यों, सबूतों के आधार पर ही करें।

पूर्व डीजीपी एवं उपसभापति एस.के. राउत ने तीन दिनों की स्वास्थ्य संसद की सराहना एवं प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन हर स्कूल एवं कॉलेज में किए जाने चाहिए। समापन समारोह में वरिष्ठ सामाजिक चिंतक मोहन ढकोनिया ने देश की आजादी एवं उस दौर की पत्रकारिता की बात करते हुए कहा कि पत्रकारों को गांव एवं कस्बे तक की खबरें भी जरुर करना चाहिए । जीएसटी के संयुक्त आयुक्त श्री सचिन कुमार सिंह ने जन औषधि योजना के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि मीडिया को संवाद सेतु के रुप में सहभागिता के साथ कार्य करना चाहिए। अपने वक्तव्य में उन्होंने रिसर्च बेस्ड पत्रकारिता करने की बात भी कही। भारतीय विश्वविद्यालय संघ के संयुक्त सचिव डॉ. आलोक मिश्र ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने शरीर के लिए कम से कम एक घंटा जरुर देना चाहिए। उन्होंने ध्यान, योग आदि करने की बात करते हुए कहा कि एकाग्र मन से ही सब कुछ पाया जा सकता है।

इससे पहले प्रथम सत्र में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने देश के विभिन्न राज्यों की स्वास्थ्य स्थिति पर पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन दिया। इस सत्र में भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद् की वरिष्ठ फेलो डॉ. अलका सिंह एवं पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. मधुबाला मुंद्रा ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। सत्र की अध्यक्षता डालॉग इंडिया के संपादक एवं मौलिक भारत के संस्थापक अनुज अग्रवाल ने की। संचालन डॉ. अरुण खोबरे द्वारा किया गया।

समारोह के अंत में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय को कोरोना के दौरान स्वास्थ्य में उल्लेखनीय कार्य एवं योगदान के लिए स्वस्थ भारत उत्कृष्टता सम्मान 2023 प्रदान किया गया। विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी ने यह सम्मान ग्रहण किया। डॉ. वाजपेयी ने इस उपलब्धि का श्रेय विवि. के कुलपति प्रो. केजी सुरेश के नवाचारों और उनके प्रयासों को देते हुए कहा कि कोरोना काल में हमारे विद्यार्थियों ने दो दिन में 200 से ज्यादा  जागरुकता के वीडियो बनाकर इस संबंध में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इस अवसर पर न्यास द्वारा विभिन्न संस्थाओं एवं उनके प्रतिनिधियों को स्वस्थ भारत सारथी सम्मान एवं महिलाओं को स्वस्थ भारत नारी सम्मान प्रदान किया गया।

समापन समारोह का संचालन कार्यक्रम की संयोजक एवं विभागाध्यक्ष पत्रकारिता डॉ. राखी तिवारी द्वारा किया गया। समारोह में स्वस्थ भारत न्यास के अध्यक्ष डॉ आशुतोष कुमार सिंह,  कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी,  विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, शिक्षक एवं विद्यार्थी एवं स्वस्थ भारत न्यास के सदस्य उपस्थित रहे।

प्रोफेशनल, ऑफिशियल लाइफ अलग है – कुलपति प्रो.केजी सुरेश हर स्कूल,कॉलेज में ऐसे आयोजन होना चाहिए – एस.के. राउत एमसीयू को मिला स्वस्थ भारत उत्कृष्टता सम्मान 2023 एमसीयू में स्वास्थ्य संसद 2023 सम्पन्न भोपाल, 30 अप्रैल, 2023: प्रोफेशनल एवं ऑफिशियल लाइफ दोनों अलग-अलग है। दोनों में बेलेंस बनाकर रखना जरुरी है। ये कहना है माखनलाल…

तथ्यों को जांचे, परखें फिर छापें – कुलपति प्रो. केजी सुरेश

तथ्यों को जांचेपरखें फिर छापें – कुलपति प्रो. केजी सुरेश 

2050 तक एजुकेशन सिस्टम में बहुत होगा बदलाव – डॉ हितेश जानी 

हेल्थ और मेडिकल दोनों अलग-अलग विषय – डॉ अशोक कुमार वार्ष्णेय 

अस्सी प्रतिशत टेस्ट एवं आपरेशन अनावश्यक – अनुज अग्रवाल 

स्वास्थ्य सबका विषय है – सुश्री आयुषी केतकर 

स्वास्थ्य पत्रकारिता गंभीर विषय – सुधीर दीक्षित 

एमसीयू में स्वास्थ्य संसद 2023 का दूसरा दिन

भोपाल, 29 अप्रैल, 2023: स्वास्थ्य पत्रकारिता में खबरों को जनता के बीच पहुंचाने से पूर्व पहले जांचना चाहिए, परखना चाहिए फिर छापना चाहिए। यह कहना है माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश का। स्वास्थ्य संसद 2023 अमृतकाल में भारत का स्वास्थ्य और मीडिया की भूमिका विषय पर दूसरे दिन वे अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। प्रो. सुरेश ने कोरोना में विश्वविद्यालय की एनएसएस टीम द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों के साथ ही डब्ल्यूएचओ एवं विभिन्न उदाहरणों के जरिए स्वास्थ्य से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों को रखा। द्वितीय दिवस के कार्यक्रम की रुपरेखा स्वस्थ भारत न्यास के अध्यक्ष आशुतोष कुमार सिंह द्वारा रखी गई।

आयोग्य भारती के राष्ट्रीय सचिव डॉ अशोक कुमार वार्ष्णेय ने कहा कि हेल्थ और मेडिकल दोनों अलग-अलग विषय है लेकिन लोग एक ही समझते हैं। उन्होंने कहा चिकित्सा रोगी के लिए है। डॉ अशोक ने वेलनेस एवं हैप्पीनेस की बात की। गुजरात से इस कार्यक्रम में विशेष रुप से आए आयुर्वेदाचार्य डॉ. हितेश जानी ने लाइफ स्टाइल को लेकर बहुत ही महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य ऐसा विषय है कि आने वाले 2050 तक एजुकेशन सिस्टम में बहुत बदलाव होगा। भारत के सदियों से अमृतकाल में रहे होने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में पारम्परिक तरीके और अन्य माध्यमों से लोगों ने अपना ईलाज किया।

डालॉग इंडिया के संपादक अनुज अग्रवाल ने कहा कि अस्सी प्रतिशत टेस्ट एवं आपरेशन अनावश्यक होते हैं, क्योंकि लोग जागरुक ही नहीं है। उन्होंने कहा कि मैदानी चीजों को समझना होगा और सिस्टम को ठीक करना होगा। श्री अनुज ने युवा पत्रकारों से इस विषय में लेखन करने को कहा। श्री अग्रवाल ने कहा कि पारंपरिक नौकरी के पीछे मत भागिए बल्कि यदि आप अच्छा लिखते हैं तो अपना यूट्यूब चैनल बनाकर भी अच्छा कमा सकते हैं। सुश्री आयुषी केतकर ने कहा कि स्वास्थ्य केवल किसी व्यक्ति विशेष का विषय नहीं है बल्कि सभी का है। कोरोना एवं कैंसर की जंग जीतकर पूरी ऊर्जा के साथ अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने विभिन्न उदाहरणों के जरिए अपनी बात को बखूबी रखा। वरिष्ठ पत्रकार सुधीर दीक्षित ने कहा कि पत्रकार बनने के लिए जिज्ञासु होना सबसे पहली शर्त है। उन्होंने स्वास्थ्य पत्रकारिता गंभीर होकर करने की बात कही। श्री दीक्षित ने कहा कि यह विषय आमजन से सीधा जुड़ा हुआ है इसलिए इस विषय पर विशेषज्ञों से बात करके ही लिखना चाहिए। मेवाड़ विश्वविद्यालय से आए डॉ शशांक द्विवेदी ने कहा कि इस देश को आगे बढ़ाने के लिए सस्ती शिक्षा और सस्ते स्वास्थ्य की जरूरत है। कुंदन सिंह ने कहा प्रधानमंत्री जनऔषधि परियोजना के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने महिलाओं के लिए सेनेटरी नैपकिन को लेकर भी अपने महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। डॉ अलका सिंह ने मानसिक स्वास्थ्य पर कहा कि डिप्रेशन के फेज को समझना बहुत ही जरूरी है। सुरेंद्र सिंह ने कहा कि आध्यात्मिक होकर किस तरह से मानसिक रोग से लड़ा जा सकता है। कार्यक्रम में सभापति कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने एवं उप सभापति पूर्व डीजीपी एस के राउत विशेष रूप से उपस्थित रहे। शाम को कला एवं साहित्य में स्वास्थ्य चेतना पैनल डिस्कशन हुआ। जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मलय जैन, लेखिका कांता राय, व्यंग्यकार, विजी श्रीवास्तव, विवेक रंजन श्रीवास्तव, डॉ अबरार मुल्तानी, मॉडरेटर डॉ अलका अग्रवाल ने लिया। इसके पश्चात् कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें सभी कवियों ने अपनी शानदार रचनाओं से सबको मंत्र मुग्धकर दिया।

तथ्यों को जांचे, परखें फिर छापें – कुलपति प्रो. केजी सुरेश  2050 तक एजुकेशन सिस्टम में बहुत होगा बदलाव – डॉ हितेश जानी  हेल्थ और मेडिकल दोनों अलग-अलग विषय – डॉ अशोक कुमार वार्ष्णेय  अस्सी प्रतिशत टेस्ट एवं आपरेशन अनावश्यक – अनुज अग्रवाल  स्वास्थ्य सबका विषय है – सुश्री आयुषी केतकर  स्वास्थ्य पत्रकारिता गंभीर विषय – सुधीर…

स्वास्थ्य में कैरियर के अवसर बढ़े हैं – कुलपति प्रो. केजी सुरेश

स्वास्थ्य में कैरियर के अवसर बढ़े हैं – कुलपति प्रो. केजी सुरेश

राष्ट्रीय सुरक्षा का महत्वपूर्ण अंग है स्वास्थ्य – एस के राउत

जिनोम सिक्वेनसिंक के माध्यम से लोग जान रहे हैं, भविष्य की बीमारियां – गौरव श्रीवास्तव

मीडिया मीमांसा के मन की बात एवं विकल्प के स्वास्थ्य विशेषांक का हुआ विमोचन

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य संसद 2023 की हुई शुरुआत

भोपाल, 28 अप्रैल, 2023: स्वास्थ्य को लेकर अब लोग गंभीर हो रहे हैं, और स्वास्थ्य में कैरियर के अवसर बढ़ गए हैं। ये कहना है माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ) केजी सुरेश का। विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर में आयोजित तीन दिवसीय स्वास्थ्य संसद 2023 के उद्घाटन अवसर पर  सभापति के रुप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज इस क्षेत्र में विशेषज्ञों की बहुत जरुरत है। वर्तमान में स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर कम लिखे जाने पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि इस पर ज्यादा लिखे जाने की जरुरत है। गणेश शंकर सभागार में आयोजित हुए कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय की शोध पत्रिका मीडिया मीमांसा के मन की बात विशेषांक एवं पत्रकारिता विभाग द्वारा स्वास्थ्य पर आधारित विकल्प विशेषांक का विमोचन भी  किया गया।

सर्वप्रथम कार्यक्रम में स्वस्थ भारत न्यास के अध्यक्ष आशुतोष कुमार सिंह ने स्वास्थ्य संसद 2023 की संपूर्ण परिकल्पना एवं वर्तमान समय में यह आयोजन क्यों महत्वपूर्ण है, इसके बारे में बताया। मध्यप्रदेश के पूर्व डीजीपी एवं कार्यक्रम के उपसभापति एस के राउत ने कहा कि स्वास्थ्य बहुत ही गंभीर विषय है, जिस पर मीडिया में चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने इस विषय पर कहा कि स्वास्थ्य, राष्ट्रीय सुरक्षा का महत्वपूर्ण अंग है। हेस्टैक एनालिटिक्स के को-फाउंडर एवं सीओओ गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि जिनोम सिक्वेनसिंक के माध्यम से लोग जान रहे हैं कि भविष्य में क्या बीमारियां हो सकती है। उन्होंने इस विषय पर बहुत ही तथ्यपरक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। हॉस्पिस जबलपुर की संस्थापिका, स्वामी ज्ञानेश्वरी दीदी ने कहा कि वे कई वर्षों से इस अभियान की साक्षी रही हैं। उन्होंने मीडिया की भूमिका पर विशेष बल दिया और कहा कि मीडिया को किसानों को इस विषय पर जागरुक करना चाहिए। प्रसिद्ध विज्ञान संचारक एवं आउटरीच संयोजक सी-20 (समाजशाला) डॉ. मनोज पटेरिया ने भी अपने महत्वपूर्ण विचार इस विषय पर व्यक्त करते हुए कहा कि आज मेडिकल टेररिज्म भी समाज के लिए एक बड़ा खतरा है और इस पर लोगों को जागरुक करने की आवश्यकता है। इससे पूर्व स्वस्थ भारत न्यास के संरक्षक एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र नई दिल्ली के अध्यक्ष पद्श्री राम बहादुर राय के द्वारा दिया गया संदेश सभागार में चलाया गया। इसके साथ ही राज्यसभा के उप सभापति श्री हरिवंश ने अपने संदेश में कहा कि भारत में स्वास्थ्य जागरुकता की दिशा में यह आयोजन सार्थक एवं सराहनीय है। आयोजन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी, विश्वविद्यालय में इस कार्यक्रम की संयोजक एवं पत्रकारिता विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी एवं सहायक कुलसचिव विवेक सावरीकर ने किया।

शाम के सत्र में म.प्र. साहित्य अकादमी के उप निदेशक डॉ. सुरेंद्र सिंह विरहे एवं सामाजिक चिंतक मोहन ढकोनिया का सानिध्य का प्राप्त हुआ। इसके पश्चात प्रसिद्ध गायक एवं संगीतकार सरोज सुमन, प्रसिद्ध क्लासिकल गायिका सुमीता दत्ता, बॉलीवुड गायिका सुश्री कृतिका श्रीवास्तव के अपने गायन की प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। इस सत्र का संचालन शाहजहांपुर के कवि एवं गीतकार अमित त्यागी ने किया।

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आज से एमसीयू में स्वास्थ्य संसद 2023

आज से एमसीयू में स्वास्थ्य संसद 2023

तीन दिन तक देश के कई चिकित्साविद् व मीडिया विशेषज्ञ जुटेंगे

भोपाल, 27 अप्रैल, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के बिशनखेडी स्थित परिसर में कल 28 अप्रैल से स्वास्थ्य संसद 2023 होने जा रही है। इस तीन‌ दिवसीय आयोजन में देश‌ के सुप्रसिद्ध चिकित्साविद, मीडिया विशेषज्ञ व समाजचिंतक शामिल होंगे। स्वस्थ भारत न्यास के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम के संयोजक आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि ‘अमृतकाल में भारत का स्वास्थ्य  और मीडिया की भूमिका’ विषय पर होने वाले इस कार्यक्रम में प्रथम दिवस संस्थागत चर्चा एवं परिचय सत्र दोपहर 2 से 3 बजे तक होगा, इसके पश्चात दोपहर 3 से 5 बजे तक उद्घाटन सत्र होगा, जिसके सभापति माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो (डॉ.) केजी सुरेश होंगे, वही उपसभापति प्रदेश के पूर्व डीजीपी एसके राउत होंगे। पत्रकारिता विभाग की विभागाध्यक्ष एवं इस आयोजन में विश्वविद्यालय की संयोजक डॉ. राखी तिवारी ने बताया कि उद्घाटन सत्र में स्वस्थ भारत न्यास के संरक्षक एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र नई दिल्ली के अध्यक्ष पद्मश्री राम बहादुर राय, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मेवाड़ विश्वविद्यालय राजस्थान के कुलाधिपति डॉ अशोक गदिया, आध्यात्मिक गुरु प्रो. पवन सिन्हा, हॉस्पिस जबलपुर की संस्थापिका स्वामी ज्ञानेश्वरी दीदी, प्रसिद्ध विज्ञान संचारक एवं आउटरीच संयोजक सी 20 समाजशाला मनोज पटेरिया, हेस्टैक एनालिटिक्स के को फाउंडर एवं सीओओ गौरव श्रीवास्तव शामिल होंगे। सत्र का संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी एवं उद्घोषक श्री विवेक सावरीकार द्वारा किया जाएगा। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अविनाश वाजपेयी ने बताया कि शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के उपनिदेशक डॉ सुरेंद्र सिंह एवं सामाजिक चिंतक मोहन ढकोनिया का सान्निध्य प्राप्त होगा। इसके पश्चात प्रसिद्ध गायक एवं संगीतकार सरोज सुमन, प्रसिद्ध क्लासिकल गायिका सुमिता दत्ता, बॉलीवुड गायिका सुश्री कृतिका श्रीवास्तव के गायन की प्रस्तुति होगी। सत्र का संचालन शाहजहांपुर के कवि एवं गीतकार अमित त्यागी करेंगे।

आमंत्रण: स्‍वास्‍थ्‍य संसद-2023

आज से एमसीयू में स्वास्थ्य संसद 2023 तीन दिन तक देश के कई चिकित्साविद् व मीडिया विशेषज्ञ जुटेंगे भोपाल, 27 अप्रैल, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के बिशनखेडी स्थित परिसर में कल 28 अप्रैल से स्वास्थ्य संसद 2023 होने जा रही है। इस तीन‌ दिवसीय आयोजन में देश‌ के सुप्रसिद्ध चिकित्साविद, मीडिया…

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में होगा स्वास्थ्य संसद 2023 का आयोजन

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में होगा स्वास्थ्य संसद 2023 का आयोजन

28, 29 एवं 30 अप्रैल को बिशनखेड़ी के नवीन परिसर में होगा तीन दिवसीय कार्यक्रम

भोपाल, 26 अप्रैल, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित नए परिसर में 28, 29 एवं 30 अप्रैल को स्वास्थ्य संसद 2023 का आयोजन होने जा रहा है। आयोजन के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन विश्वविद्यालय परिसर में किया गया। स्वस्थ भारत न्यास के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक आशुतोष कुमार सिंह ने  बताया कि स्वस्थ भारत न्यास के आठवें स्थापना दिवस के अवसर पर यह आयोजन होने जा रहा है, जिसका नाम स्वास्थ्य संसद 2023 है। उन्होंने स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता की बात करते हुए कहा कि इसका विषय अमृतकाल में भारत का स्वास्थ्य एवं मीडिया की भूमिका होगा। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह बड़ा आयोजन होगा जिसमें स्वास्थ्य एवं अपने-अपने क्षेत्रों के जाने माने विषय विशेषज्ञ भाग लेंगे। विश्वविद्यालय की ओर से कार्यक्रम की संयोजक एवं पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी ने कार्यक्रम की रुपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रथम दिवस कार्यक्रम के सभापति माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) के. जी. सुरेश होंगे, वहीं उप सभापति मध्यप्रदेश के सेवानिवृत डीजीपी एसके राउत होंगे। डॉ. तिवारी ने बताया कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग एवं संस्कृति व पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर भी शामिल होंगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उद्घाटन सत्र में संस्थागत चर्चा एवं परिचय सत्र होगा। वहीं शाम 6 बजे द्वितीय सत्र सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा। दूसरे दिन मुख्य विषय के साथ ही साहित्य एवं कला सत्र के साथ ही कला एवं साहित्य में स्वास्थ्य चेतना होगा जिसके पश्चात शाम 6 से कवि सम्मेलन का आयोजन गणेश शंकर विद्यार्थी सभागार में किया जाएगा, जिसमें देश एवं प्रदेश ख्यात कवि अपनी कविताओं की प्रस्तुति देंगे। वहीं तृतीय दिवस सम्मान एवं समापन समारोह में पद्मश्री मालिनी अवस्थी विशेष रुप से उपस्थित होंगी। इससे पूर्व विश्वविद्यालय में इसी विषय पर एक निबंध प्रतियोगिता का 25 अप्रैल को आयोजन किया गया था, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में होगा स्वास्थ्य संसद 2023 का आयोजन 28, 29 एवं 30 अप्रैल को बिशनखेड़ी के नवीन परिसर में होगा तीन दिवसीय कार्यक्रम भोपाल, 26 अप्रैल, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित नए परिसर में 28, 29 एवं 30 अप्रैल को स्वास्थ्य संसद 2023 का आयोजन होने जा रहा…

जल संरक्षण पर युवाओं की राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता

जल संरक्षण पर युवाओं की राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता

भव्य समारोह में पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा दिए जाएंगे 15 पुरस्कार

1 मई है अंतिम तिथि

भोपाल, 26 अप्रैल, 2023: विश्व में बढ़ते जलसंकट को देखते हुए एक संवेदनशील अभियान की जरूरत है। भविष्य के संकट के लिए युवाओं को इस चेतना से जोड़ने के लिए एक राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। माखनलाल राष्ट्रीय पत्रकारिता व संचार विश्वविद्यालय व प्रहरी फाउंडेशन की ओर से आयोजित इस प्रतियोगिता में महाविद्यालय व विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी भाग ले सकेंगे। इसके मार्गदर्शक कुलपति प्रोफेसर केजी सुरेश और जल योद्धा पद्मश्री उमाशंकर पांडे हैं। प्रोफेसर सुरेश ने बताया है कि भविष्य की भीषण जल समस्या का सामना आज की युवा पीढ़ी को करना पड़ेगा इसलिए उसे संवेदनशील बनाना जरूरी है। श्री पांडे इस क्षेत्र में अपने अनुभवों का जिक्र करके बताते हैं कि युवा ऊर्जा से पर्यावरण के संकट का समाधान करना आसान होगा। उन्हें इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार करना होगा। प्रतियोगिता में जल और हमारे रोजमर्रा जीवन से संबंधित विषयों पर 2000 शब्दों का निबंध लिखना होगा। अंतिम तिथि 1 मई है। संयोजक प्रो. शिवकुमार विवेक व सहसंयोजक अंकित पांडेय ने बताया कि विद्यार्थी अपने निबंध जलशक्तिएमसीयू एट द रेट जीमेल डॉट कॉम jalshaktimcu@gmail.com पर भेज सकते हैं। प्रथम पुरस्कार के रूप में 11 हजार रुपए तथा द्वितीय में 5100 रुपए नगद दिए जाएंगे। इसके अलावा 2100 रुपए के तीन तृतीय पुरस्कार, 1100 रुपए के पांच चतुर्थ पुरस्कार व 500 रुपए के पांच पंचम पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। ये पुरस्कार एक समारोह में दिए जाएंगे।

जल संरक्षण पर युवाओं की राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता भव्य समारोह में पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा दिए जाएंगे 15 पुरस्कार 1 मई है अंतिम तिथि भोपाल, 26 अप्रैल, 2023: विश्व में बढ़ते जलसंकट को देखते हुए एक संवेदनशील अभियान की जरूरत है। भविष्य के संकट के लिए युवाओं को इस चेतना से जोड़ने के लिए एक राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन…

साहित्य और कविताएं युवाओं की वास्तविक मार्गदर्शक – प्रो केजी सुरेश

साहित्य और कविताएं युवाओं की वास्तविक मार्गदर्शक – प्रो केजी सुरेश

साहित्य में भी कैरियर के अवसर हैं – डॉ. इंदिरा दांगी

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में शिवाली श्रीवास्तव की पुस्तक ‘उलझन’ का हुआ विमोचन

भोपाल, 25 अप्रैल, 2023: साहित्य और कविताएं ही युवाओं की सच्ची मार्गदर्शक होती है, यह बात माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) के. जी. सुरेश ने पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित उलझन पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान कही। पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ के द्वारा सृजन श्रृंखला कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित सुश्री शिवाली श्रीवास्तव की पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. सुरेश ने कहा कि कविताएं युवाओं को सोच की ओर ले जाती हैं, साथ ही उनके आत्मबल को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण योगदान निभाती है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता लेखिका डॉ. इंदिरा दांगी ने उलझन पुस्तक की रचनाओं को समाज का प्रतिबिंब बताते हुए कहा कि आप जो हो आपको वही बनने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही इसके लिए कड़ी मेहनत करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि साहित्य के क्षेत्र में महिलाओं को भी पर्याप्त मौके हैं इसलिए उन्हें आगे बढ़कर मौके हासिल करने चाहिए। इस मौके पर कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी ने प्रकोष्ठ द्वारा युवाओं की रचनात्मकता को मंच देने की इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा कि इसके माध्यम से मीडिया और लेखन की प्रतिभाओं को मंच मिल सकेगा। कार्यक्रम एवं पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ के समन्वयक श्री परेश उपाध्याय ने कुलपति प्रो. केजी सुरेश द्वारा शुरू किए गए सीनियर से संवाद और सृजन श्रृंखला को मीडिया के विद्यार्थियों के लिए एक उत्कृष्ट पहल बताते हुए उनका आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर पुस्तक उलझन की लेखिका सुश्री शिवाली श्रीवास्तव ने शिक्षकों को अपनी पुस्तक समर्पित करते हुए अपनी कविताओं का पाठ किया। इस अवसर पर विद्यार्थी सुश्री श्रृष्टि श्रीवास्तव ने कविता आधारित नृत्य प्रस्तुति भी दी। कार्यक्रम में विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पवित्र श्रीवास्तव, प्रकोष्ठ के सह-समन्वयक श्री अंकित पांडे, सहित विभिन्न शिक्षक एवं बड़ी संख्या में मीडिया शिक्षक उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन डॉ अरुण खोबरे द्वारा किया गया।

साहित्य और कविताएं युवाओं की वास्तविक मार्गदर्शक – प्रो केजी सुरेश साहित्य में भी कैरियर के अवसर हैं – डॉ. इंदिरा दांगी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में शिवाली श्रीवास्तव की पुस्तक ‘उलझन’ का हुआ विमोचन भोपाल, 25 अप्रैल, 2023: साहित्य और कविताएं ही युवाओं की सच्ची मार्गदर्शक होती है, यह बात माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) के.…

शब्दों को सहेजना उनको बरतना हमारा दायित्व : अशोक श्रीवास्तव

एमसीयू में सोशल मीडिया हैण्डलर प्रशिक्षण का आठवाँ दिन

शब्दों को सहेजना उनको बरतना हमारा दायित्व : अशोक श्रीवास्तव

पीएम, सीएम लिखने से बचें, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री लिखें

भोपाल, 25 अप्रैल, 2023: सोशल मीडिया पर लाघव शब्दों और अंग्रेजी शब्दों का चलन बढ़ा है। यह भाषा की सेहत के लिए अच्छा नहीं है। लेखकों-पत्रकारों का दायित्व है कि वे शब्दों को सहेजें, उनको बरतें। यह कहना है राष्ट्रीय चैनल डीडी न्यूज के वरिष्ठ सलाहकार संपादक अशोक श्रीवास्तव का। वे सोशल मीडिया हैंण्डलर्स को यूट्यूब और ट्विटर के लिए संदेश लेखन पर संबोधित कर रहे थे। मालूम हो कि सोशल मीडिया हैण्डलर्स का यह दस दिवसीय प्रशिक्षण ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये संचालित किया जा रहा है।

श्री अशोक श्रीवास्तव ने राज्य के विभिन्न जिलों के ट्विटर हैण्डल पर किये गये हालिया ट्विट का संदर्भ रखते हुए, संदेश लेखन की बारीकियों पर प्रतिभागियों के साथ चर्चा की। उनको बेहतर ढंग से प्रस्तुत करने के सुझाव दिये। उन्होंने कहा कि शासन के ट्विटर हैंडल की पहुँच प्रधान शासनाध्यक्षों से लेकर आम लोगों तक होती है। इसलिए उसकी भाषा और प्रस्तुति को लेकर सतर्कता बरतनी चाहिए। भाषा में सहजता रहनी चाहिए। अनावश्यक विस्तार से परहेज करना चाहिए और बेजान या सपाट वाक्यों से बचना चाहिए।
श्री अशोक ने कहा कि हम किसी सोशल मीडिया हैंडल पर लिखें या फिर बड़े मीडिया संस्थान के पन्ने पर पत्रकार भाषा के प्रहरी हैं। उन्होंने ध्यान दिलाया क बहुत सारे शब्द हैं जो हमारे व्यवहार से बाहर हो रहे हैंक्योंकि उनका उपयोग नहीं कर रहे हैं। भाषा के अतिरिक्त ट्विटर और यूट्यूब पर आने वाली तकनीकी कठिनाइयों को लेकर प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर उन्होंने दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि सोशल मीडिया हैंडल पर शासकीय सूचनाओं के साथ ही स्थानीय साहित्य, संस्कृति आदि को शामिल करने से उनकी पहुँच ज्यादा लोगों तक हो सकेगी।

विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण विभाग के निदेशक लाल बहादुर ओझा ने बताया कि 18 अप्रैल से-27 अप्रैल, 2023 तक चलने वाले इस प्रशिक्षण का आयोजन माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल और जनसंपर्क संचालनालय, भोपाल की ओर से संयुक्त रूप से किया जा रहा है। कल बुधवार, 26 अप्रैल को प्रशिक्षण के नौवें दिन सोशल मीडिया हैंडल कू और पब्लिक ऐप पर चर्चा होगी।

एमसीयू में सोशल मीडिया हैण्डलर प्रशिक्षण का आठवाँ दिन शब्दों को सहेजना उनको बरतना हमारा दायित्व : अशोक श्रीवास्तव पीएम, सीएम लिखने से बचें, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री लिखें भोपाल, 25 अप्रैल, 2023: सोशल मीडिया पर लाघव शब्दों और अंग्रेजी शब्दों का चलन बढ़ा है। यह भाषा की सेहत के लिए अच्छा नहीं है। लेखकों-पत्रकारों का…