हम आपको एक संपूर्ण पत्रकार बनाएंगे – प्रो. के.जी. सुरेश, कुलपति

हम आपको एक संपूर्ण पत्रकार बनाएंगे – प्रो. के.जी. सुरेश, कुलपति

एमसीयू के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में नए विद्यार्थियों का ऑनलाईन इन्डक्शन प्रोग्राम आयोजित

पत्रकारिता ज्ञान, शिल्प और कला की त्रिवेणी – प्रो. (डॉ) श्रीकांत सिंह

आपदा के समय को अवसर में बदलें – डॉ. आशीष जोशी

भोपाल, 01 अक्टूबर, 2020: हम आपको हर विद्या में पारंगत बनाने के साथ ही आपको एक संपूर्ण पत्रकार बनाएंगे। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग द्वारा नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए आयोजित ऑनलाइन इन्डक्शन प्रोग्राम में ये बात विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के.जी. सुरेश ने कही। नए विद्यार्थियों के बैच को यादगार बैच बताते हुए उन्होंने कहा कि आप सौभाग्यशाली है कि आप विश्वविद्यालय के नए और आधुनिक परिसर में अध्ययन करेंगे। प्रो. सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों को ऐसी शिक्षा प्रदान करना है, जिससे वे मीडिया इंडस्ट्री में उभरती हुई चुनौतियाँ  का सामना कर सकें।

ऑनलाइन संवाद में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ) श्रीकांत सिंह ने कहा कि पत्रकारिता मुख्यत: ज्ञान, शिल्प और कला की त्रिवेणी है। इसमें वही डुबकी लगा सकता है जो इन तीनों विधाओं में पारंगत हो। प्रो. सिंह ने विद्यार्थियों से विश्वविद्यालय के अनुशासन के लिए प्रतिबद्ध रहने के अनुदेश दिए।

विश्वविद्यालय में डायरेक्टर (प्रोडक्शन) डॉ. आशीष जोशी ने वर्तमान समय की पत्रकारिता में विद्यार्थियों को मोबाइल जर्नलिज्म की महत्ता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि कि निसंदेश यह समय कोरोनाकाल का है, लेकिन इस आपदा के समय को आपको अवसर में बदलना है।

इस अवसर पर ऑनलाइन इन्डक्शन प्रोग्राम का संचालन करते हुए एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. संजीव गुप्ता ने भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। सहायक प्राध्यापक अरुण खोबरे ने नए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं और संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। वहीं सहायक प्राध्यापक राहुल खड़िया, प्रोड्यूसर दीपक अग्निमित्र, मनोज पटेल एवं शलभ श्रीवास्तव ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में संचालित न्यूजरुम, स्टूडियो एवं कंप्यूटर लैब के कार्यकलापों से परिचय कराया। विद्यार्थी अनंत शुक्ला ने भी नवीन विद्यार्थियों को अपने अनुभव साझा किए।

हम आपको एक संपूर्ण पत्रकार बनाएंगे – प्रो. के.जी. सुरेश, कुलपति एमसीयू के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में नए विद्यार्थियों का ऑनलाईन इन्डक्शन प्रोग्राम आयोजित पत्रकारिता ज्ञान, शिल्प और कला की त्रिवेणी – प्रो. (डॉ) श्रीकांत सिंह आपदा के समय को अवसर में बदलें – डॉ. आशीष जोशी भोपाल, 01 अक्टूबर, 2020: हम आपको हर विद्या में पारंगत…

हिन्दी को मजबूत करेगी राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020

हिन्दी को मजबूत करेगी राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020

भारत की बहुभाषिकता की ताकत को पहचानती है राष्ट्रीय शिक्षा नीति

भारतीय भाषाओं के प्रोत्साहन से बढ़ेगी हिन्दी

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति और हिन्दी का भविष्य’ विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन

भोपाल, 22 सितम्‍बर, 2020: मातृभाषा में पढ़ाने की अनुशंसा करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की प्रशंसा करनी होगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति हिन्दी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान देगी। यह बात केन्द्रीय हिन्दी संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो. नंदकिशोर पाण्डेय ने ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति और हिन्दी का भविष्य’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार में कही। ‘हिन्दी पखवाड़े’ के अवसर पर इस वेबिनार का आयोजन माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ओर से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. रजनीश शुक्ल और विशिष्ट अतिथि प्रो. रामदेव भारद्वाज ने भी वेबिनार को संबोधित किया।

वेबिनार के मुख्य वक्ता प्रो. नंदकिशोर पाण्डेय ने कहा कि आज हिन्दी का जो विस्तार हम देखते हैं, वह अहिन्दी भाषियों के कारण है। गुजराती भाषी महात्मा गांधी हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए अत्यधिक आग्रही थे। गांधीजी ने हिन्दी को राष्ट्रभाषा का नाम देने से पहले भारत का भ्रमण किया था। अंग्रेजी में संचालित होने वाले कांग्रेस के अधिवेशनों में महात्मा गांधी हिन्दी में प्रस्ताव प्रस्तुत कर हिन्दी के महत्व को स्थापित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि अकबर जब गद्दी पर बैठा तो उसके दरबारियों ने फारसी को राजकाज की भाषा बनने की सलाह दी। जबकि न तो अकबर को फारसी आती और न ही देश की जनता को। लेकिन, जबरन फारसी को राजकाज की भाषा बना दिया गया। उसके बाद फारसी को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए ईरान से लोग बुलाए गए और फारसी के शिक्षण के लिए मदरसे स्थापित किए गए। लेकिन, आज फारसी की क्या स्थिति है? इसी तरह भारत जब स्वतंत्र हो रहा था तब अंग्रेजी को राजकाज की भाषा बना दिया गया। प्रो. पाण्डेय ने कहा कि नागालैंड, सिक्कम और मिजोरम सहित अन्य राज्यों में भी अंग्रेजी को राजभाषा बना दिया गया है, जिसका परिणाम यह है कि आज वहाँ की जनता अपनी भाषाओं को बचाने के लिए प्रयत्नशील हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दी भाषी प्रदेश के विश्वविद्यालयों में भी अंग्रेजी में पत्राचार किया जाता है, यह विडम्बना है। हिन्दी भाषी प्रदेशों में उच्च शिक्षा हिन्दी में देने की व्यवस्था होनी चाहिए। प्रो. पाण्डेय ने कहा कि हिन्दी में फारसी-उर्दू शब्दों का चलन बढ़ाने वाले लोग संस्कृत के शब्द आने पर चिढ़ते हैं और कहते हैं कि हिन्दी का सरलीकरण करो। सरलीकरण के नाम पर अंग्रेजी के शब्दों को जबरन ठूंसना चाहते हैं। हिन्दी बहुत लचीली भाषा है। उसने बहुत भाषाओं के शब्दों को स्वीकार किया है। लेकिन, सरलीकरण के नाम पर हिन्दी को बिगाडऩे की प्रवृत्ति को स्वीकार नहीं किया जा सकता।

वेबिनार के मुख्य अतिथि एवं महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने कहा कि भाषा को लेकर चिंता प्रकट करने वाली यह पहली शिक्षा नीति है। यह शिक्षा नीति भारत की बहुभाषिकता की ताकत को पहचानती है। दुनिया में सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा हिन्दी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति इस मानसिकता पर चोट करती है कि ज्ञान-विज्ञान की भाषा अंग्रेजी है। हिन्दी और भारतीय भाषाओं के विस्तार में यही मानसिकता बाधा है। शिक्षा नीति का उद्देश्य भारत को पिछलग्गूपन से मुक्त करा कर अग्रणी भूमिका में लाना है। यह अपनी भाषा के बिना संभव नहीं। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि एवं अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रामदेव भारद्वाज ने कहा कि हमें अपनी भाषा पर गर्व होना चाहिए। उसका उपयोग करने में किसी प्रकार का संकोच नहीं करना चाहिए। हिन्दी को व्यापार और अंतरराष्ट्रीय संवाद की भाषा बनाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस दिशा में एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हिन्दी को सम्मान दिलाया है। हिन्दी को सम्मान दिलाना सिर्फ सरकारों या संस्थाओं की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह हमारी जिम्मेदारी अधिक है। भारतीय भाषाओं को समृद्ध करने के लिए हमें हिन्दी के अलावा अन्य किसी भारतीय भाषा को भी सीखना चाहिए।

भारतीय भाषाओं के प्रोत्साहन में है हिन्दी का भविष्य:

कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि संस्थागत स्तर पर भारत में अंग्रेजी नहीं बोल पाने पर हिन्दी भाषियों के मन में हीन भावना पैदा की गई। इस कारण यह स्थिति बन गई है कि हम अंग्रेजी बोलने वाले व्यक्तियों को विद्वान समझते हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में हिन्दी के लिए विशेष प्रावधान नहीं है, इसलिए हमने आज यह चर्चा रखी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भारतीय भाषाओं पर जोर दिया गया है। हमें यह समझ लेना चाहिए कि भारतीय भाषाओं के विकास से ही हिन्दी का विकास एवं विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय भाषाओं में समन्वय की आवश्यकता है। हिन्दी भाषियों को कोई एक दूसरी भारतीय भाषा सीखने का प्रयास करना चाहिए। अंग्रेजी की अपेक्षा हमें भारतीय भाषाओं के शब्दों को हिन्दी में लेना चाहिए। भले ही तमिलनाडु से हिन्दी विरोध के स्वर उठते हैं लेकिन वहाँ अब बड़ी संख्या में लोग हिन्दी सीख रहे हैं। आभार प्रदर्शन कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजपेयी और संचालन पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी ने किया।

हिन्दी को मजबूत करेगी राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 भारत की बहुभाषिकता की ताकत को पहचानती है राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारतीय भाषाओं के प्रोत्साहन से बढ़ेगी हिन्दी माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति और हिन्दी का भविष्य’ विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन भोपाल, 22 सितम्‍बर, 2020: मातृभाषा में पढ़ाने की अनुशंसा करने के…

National Education Policy-2020 to strengthen Hindi

National Education Policy-2020 to strengthen Hindi

NEP to recognise India’s strength in multi-languages

National webinar on ‘National Education Policy and future of Hindi’ organised by MCU

Bhopal, 22nd September 2010: The National Education Policy (NEP) will be lauded for facilitating teaching in mother tongue. The policy will strengthen Hindi language. Former Director of Central Institute for Hindi, Prof Nandkishore Pandey said this in a national webinar on ‘National Education Policy and Future of Hindi’, organised by Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal. University Vice Chancellor Prof KG Suresh chaired the programme. Chief Guest Prof Rajneesh Shukla and special invitee Prof Ramdev Bhardwaj also addressed the webinar.

In his keynote address, Prof Pandey said that Hindi’s present status is because of non-Hindi speaking people. Gujarati speaking, Mahatma Gandhi made efforts to make Hindi a national language. Gandhi Ji, who toured the country during the freedom struggle, tabled proposals in Hindi at the conventions of the Congress party, proceedings of which were basically in English at that time. Akbar, during his tenure, forcefully made Persian as an official language. People were invited from Iran to publicise the language and Madrasas were opened for teaching it. Similarly, English language was made language for officials working at the time of the Independence. Prof Pandey said English is the official language in Nagaland, Sikkim, Mizoram and other states. Public there have launched movements to save their mother tongue. Correspondence in universities in Hindi states is made in English, which is unfortunate. Higher education should be imparted in Hindi in the states.

Chief Guest and Vice Chancellor of Mahatma Gandhi Antarrashtriya Hindi Vishwavidyalaya, Wardha, Prof Rajneesh Kumar Shukla said this is the first education policy, which highlights concern for the languages. This policy recognises the strength of being multi-lingual. Hindi is the language of the highest number of people. We generally believe that English is a language of knowledge and science and that mentality is an obstacle in development and expansion of Hindi and other Indian languages. The NEP aims at taking the country ahead. This is not possible without development of our own language. Vice Chancellor of Atal Bihari Vajpayee Hindi Vishwavidyalaya, Prof Ramdev Bhardwaj said we should feel proud of our language and not hesitate in using our mother tongue. Hindi should be made the language of trade and international dialogue. The Prime Minister Shri Narendra Modi in this regard set an example. He earned respect for Hindi on international fora. This is the responsibility of all to give and get respect for Hindi.

Future of Hindi lies in promotion of Indian languages

Vice Chancellor Prof KG Suresh, chairing the session, said inferiority complex was developed in Hindi speaking people for not being able to speak English at institutional level. Because of this mindset, we consider only English speaking persons as intellectual. No special provision has been made for Hindi in the NEP and that’s why we have organised the discussion on it. The policy emphasizes on importance of Indian languages. We should understand that expansion and development of Hindi will be done through development of Indian languages. Prof Suresh said there is a need for better coordination among Indian languages. Hindi speaking people should learn other Indian languages and we should adopt words from other languages in Hindi in the place of English. People in Tamil Nadu are learning Hindi despite political opposition. University Registrar Prof Avinash Bajpayee proposed the vote of thanks and Head of Journalism Department Dr Rakhi Tiwari conducted the webinar.

National Education Policy-2020 to strengthen Hindi NEP to recognise India’s strength in multi-languages National webinar on ‘National Education Policy and future of Hindi’ organised by MCU Bhopal, 22nd September 2010: The National Education Policy (NEP) will be lauded for facilitating teaching in mother tongue. The policy will strengthen Hindi language. Former Director of Central Institute for…

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति और हिन्दी का भविष्य’ पर वेबिनार आज

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति और हिन्दी का भविष्य’ पर वेबिनार आज

भोपाल, 21 सितम्‍बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ओर से 22 सितंबर को दोपहर 2:30 बजे  ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति और हिन्दी का भविष्य’ विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है। वेबिनार में केंद्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा के निदेशक प्रो. नंदकिशोर पाण्डेय मुख्य वक्ता होंगे। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल मुख्य अतिथि और अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति प्रो. रामदेव भारद्वाज विशिष्ट अतिथि के रूप में वेबिनार में शामिल होंगे। इस वेबिनार की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश करेंगे। कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी करेंगी। कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजपेयी ने बताया कि वेबिनार का सजीव प्रसारण विश्वविद्यालय के फेसबुक पेज पर किया जाएगा।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति और हिन्दी का भविष्य’ पर वेबिनार आज भोपाल, 21 सितम्‍बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ओर से 22 सितंबर को दोपहर 2:30 बजे  ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति और हिन्दी का भविष्य’ विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है। वेबिनार में केंद्रीय हिन्दी संस्थान,…

एमसीयू के नये परिसर में बनेगा राष्ट्रीय मीडिया संग्रहालय

एमसीयू के नये परिसर में बनेगा राष्ट्रीय मीडिया संग्रहालय

कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने किया निरीक्षण, निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के दिए निर्देश

भोपाल, 21 सितम्‍बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने सोमवार को बिशनखेड़ी में तैयार हो रहे नये परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शैक्षणिक सुविधाएं एवं वातावरण उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश गृह निर्माण मंडल के अधिकारियों को दिए हैं। नये परिसर में राष्ट्रीय मीडिया संग्रहालय, फैकल्टी एवं मीडिया प्रोफेशनल्स के लिए प्रशिक्षण केंद्र, आधुनिक सुविधाओं से सम्पन्न कक्षाएं एवं उच्च स्तरीय स्टूडियो बनाने के निर्देश भी दिए हैं। इस अवसर पर कुलपति ने प्रशासनिक भवन के सामने पौधरोपण भी किया।

कुलपति प्रो. सुरेश सोमवार को नये परिसर के निर्माण कार्य की प्रगति का निरीक्षण करने के लिए बिशनखेड़ी पहुँचे। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजयेपी, डायरेक्टर प्रोडक्शन डॉ. आशीष जोशी के साथ ही गृह निर्माण मंडल के उपायुक्त एमके साहू एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कुलपति ने इस दौरान प्रशासनिक, अकादमिक भवनों सहित आवासीय परिसर का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नये परिसर में पठन-पाठन की उच्च स्तरीय व्यवस्थाएं की जाएंगी। परिसर को प्रकृति के अनुकूल विकसित किया जाएगा। नये परिसर में सौर ऊर्जा का उपयोग किया जाएगा और वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था रहेगी। परिसर के मध्य में महान कवि, यशस्वी संपादक एवं स्वतंत्रतासेनानी माखनलाल चतुर्वेदी की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी।

कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि मीडिया के इतिहास को प्रदर्शित करने के लिए यहाँ देश का अनूठा राष्ट्रीय मीडिया संग्रहालय विकसित किया जाएगा। इसके माध्यम से भारतीय संवाद पद्धति को समझाने का भी प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही विद्यार्थियों के लिए ओपन क्लास रूम की व्यवस्था भी की जाएगी, जहाँ विद्यार्थी चारदीवारी से बाहर निकलकर मीडिया का अध्ययन करेंगे। केंद्रीय पुस्तकालय में विद्यार्र्थियों के लिए ‘लाइब्रेरी कैफेटेरिया’ भी विकसित की जाएगी, जहाँ विद्यार्थी चाय-कॉपी के साथ किताबें पढऩे का आनंद ले सकेंगे। डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर आधुनिक तकनीक एवं सुविधाओं से सम्पन्न स्टूडियो के निर्माण के निर्देश भी कुलपति ने दिए हैं। प्रो. सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय को निकट भविष्य में मीडिया के शिक्षण के साथ ही प्रशिक्षण के उत्क्रष्ट केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना है। यहाँ फैकल्टी डेवलेपमेंट, तकनीकी प्रशिक्षण और मीडिया प्रोफेशनल्स का प्रशिक्षण केंद्र भी बनाया जाएगा। नये परिसर में महिला कर्मियों एवं शोधार्थियों की सहूलियत के लिए क्रेच की सुविधा भी रहेगी।

50 एकड़ में बना है नया परिसर:

एमसीयू का नया परिसर लगभग 50 एकड़ में विकसित हो रहा है। इसे ग्रीन कैम्पस के तौर पर तैयार किया जा रहा है। नये परिसर में छात्र-छात्राओं के लिए 150-150 की क्षमता के दो अलग-अलग छात्रावास तैयार हो रहे हैं। रिसर्च स्कॉलर के लिए 46 बेड का छात्रावास बन कर तैयार है। विश्वविद्यालय में 850 की क्षमता का सभागार और 450 की क्षमता का एम्पीथियेटर भी बन रहा है। विद्यार्थियों के लिए जिम, खेल मैदान, ध्यान केंद्र सहित अन्य सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं।

एमसीयू के नये परिसर में बनेगा राष्ट्रीय मीडिया संग्रहालय कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने किया निरीक्षण, निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के दिए निर्देश भोपाल, 21 सितम्‍बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने सोमवार को बिशनखेड़ी में तैयार हो रहे नये परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यार्थियों…

National Medium Museum to be established in new campus of MCU

National Medium Museum to be established in new campus of MCU

Vice Chancellor Prof KG Suresh inspects site, issues instructions to expedite construction work

Bhopal, 21 September, 2020: Vice Chancellor of Makhanlal Chaturvedi National University of journalism and Communication Prof KG Suresh on Monday undertook a review of ongoing construction work at the upcoming new campus of the University at Bishankhedi. He issued instructions to provide world class facilities and environment to students including a National Medium Museum, Training Centre for faculty and media professionals, classrooms equipped with modern facilities and a state-of-the art studio.

Prof Suresh was accompanied by University Registrar Prof Avinash Bajpayee, Director (Production) Dr Ashish Joshi, MP Housing Board Deputy Commissioner MK Sahu and other officers. The Vice-Chancellor took stock of progress of completion of administrative, academic block and residential campus. He said it will be developed as a green campus. Solar energy will be used and water harvesting will be done.

Prof Suresh said that an innovative National Medium Museum will be established here to display the history of the media and portray Indian communication system. Open classroom facility, as in ‘Gurukul’ concept will be organised. Central library will have cafeteria, where students can enjoy tea-coffee while studying.

Prof Suresh also issued instruction for setting up a life size statue of late Pundit Makhanlal Chaturvedi, in whose memory the University has been established.

The Vice Chancellor issued instructions to setup studio equipped with modern technology for digital and electronic media. Suresh said that University will be developed as a Centre of Excellence for training along with media education. Creche will be opened for children of working parents and research scholars.

Sprawling new campus

New upcoming campus of the University is being developed in 50 acres in Bishankheri. This will be developed as a green campus. Two hostels – each with 150 seater capacity for girls and boys, 46-bed hostel for research scholars and 850-seat auditorium and amphitheatre of 450 seating capacity will be developed there. Facilities like gym, sports field, meditation centre will be provided to students.

National Medium Museum to be established in new campus of MCU Vice Chancellor Prof KG Suresh inspects site, issues instructions to expedite construction work Bhopal, 21 September, 2020: Vice Chancellor of Makhanlal Chaturvedi National University of journalism and Communication Prof KG Suresh on Monday undertook a review of ongoing construction work at the upcoming new…

विशेष संस्थान के रूप में प्रतिष्ठित होगा पत्रकारिता विश्वविद्यालय : मुख्यमंत्री

विशेष संस्थान के रूप में प्रतिष्ठित होगा पत्रकारिता विश्वविद्यालय : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से भेंट कर कुलपति प्रो. सुरेश ने विश्वविद्यालय की गतिविधियों की जानकारी दी, विश्वविद्यालय की प्रगति में सहयोग करेगी सरकार

भोपाल, 20 सितम्‍बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने विश्वविद्यालय की महापरिषद के माननीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से सौजन्य भेंट की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को विश्वविद्यालय की वर्तमान प्रगति, भविष्य की योजनाओं एवं विस्तार के विषय में जानकारी दी। अकादमिक विकास के संबंध में किए जा रहे कार्यों का ब्योरा भी उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया। इस पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विश्वविद्यालय की प्रगति के लिए शासन की ओर से सभी प्रकार का सहयोग उपलब्ध कराने का विश्वास दिया है। इस भेंट एवं चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की है कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय देश के अनूठे पत्रकारिता शिक्षण केंद्र के रूप में पहचान बनाएगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री, विश्वविद्यालय की सर्वोच्च इकाई महापरिषद के अध्यक्ष हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ट्वीट कर कहा कि प्रो. सुरेश को पत्रकारिता का लंबा अनुभव रहा है। वे जिस भी संस्थान में रहे, उसे अपनी कर्तव्यपरायणता और कर्मठता से उसे प्रगति की राह पर आगे बढ़ाया है। उनके सान्निध्य में विद्यार्थियों का उन्नयन होगा। विद्यार्थियों को उनसे पत्रकारिता के विभिन्न आयामों के बारे में नई जानकारी प्राप्त होगी, जो उन्हें उनके करियर को गढऩे में लाभ देगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जब सांसद थे, तब नईदिल्ली में प्रो. सुरेश एक पत्रकार के रूप में उनसे भेंट करते थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के मीडिया जगत, जनसंपर्क विभाग, देश के समाचारपत्रों और अन्य संस्थानों को इस विश्वविद्यालय से शिक्षित-प्रशिक्षित विद्यार्थियों की सेवाएं मिलेंगी। प्रो. सुरेश के कार्यकाल में यह विश्वविद्यालय विशेष संस्थान के रूप में महत्वपूर्ण केंद्र बनकर उभरेगा।

विशेष संस्थान के रूप में प्रतिष्ठित होगा पत्रकारिता विश्वविद्यालय : मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से भेंट कर कुलपति प्रो. सुरेश ने विश्वविद्यालय की गतिविधियों की जानकारी दी, विश्वविद्यालय की प्रगति में सहयोग करेगी सरकार भोपाल, 20 सितम्‍बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने विश्वविद्यालय की महापरिषद…

Journalism University to be developed further as Institute of Excellence: Chief Minister

Journalism University to be developed further as Institute of Excellence: Chief Minister

Vice-Chancellor Prof Suresh apprise CM Shri Shivraj Singh Chouhan of varsity activities, Govt to extend full support for varsity programme

Bhopal, 20 September 2020: Vice Chancellor of Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Prof KG Suresh met chairman of General Council and Chief Minister Shri Shivraj Singh Chouhan. He apprised the Chief Minister of University’s present status, future and expansion plan. He also briefed about the ongoing works of academic development. Chief Minister Shri Chouhan assured to extend full support for the university’s progress. During the discussion, the Chief Minister hoped that the Journalism University will be developed further as an Institute of Excellence in journalism education. Chief Minister is ex-officio Chairman of General Council of the university.

On the occasion, Chief Minister Shri Chouhan, in a message on twitter, said that Prof Suresh has a long experience in journalism. He made advancement in the institutions wherever he worked, with his dedication and devotion. The students will certainly get benefit of him. They will gain new knowledge from him, which will help in building their career.  The Chief Minister also said that Prof Suresh used to meet him as a journalist when he was a Member of Parliament. Chief Minister Shri Chouhan said that media institutions of Madhya Pradesh, Department of Public Relations, newspaper organisations and other institutions will get services of students passing out from the University. The University will emerge as an Institute of Excellence during Prof Suresh’ tenure.

Journalism University to be developed further as Institute of Excellence: Chief Minister Vice-Chancellor Prof Suresh apprise CM Shri Shivraj Singh Chouhan of varsity activities, Govt to extend full support for varsity programme Bhopal, 20 September 2020: Vice Chancellor of Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Prof KG Suresh met chairman of General Council and…

एमसीयू के नये परिसर में स्थापित होगा कम्युनिटी और इंटरनेट रेडियो : प्रो. केजी सुरेश

एमसीयू के नये परिसर में स्थापित होगा कम्युनिटी और इंटरनेट रेडियो : प्रो. केजी सुरेश

कुलपति ने न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग में स्नातक पाठ्यक्रम बीएससी (ग्राफिक एंड एनिमेशन) को दोबारा शुरू करने और एमएससी (न्यू मीडिया) में सीट वृद्धि के दिए निर्देश

भोपाल, 18 सितम्बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखकर बिशनखेड़ी स्थित नये परिसर में कम्युनिटी रेडिया और इंटरनेट रेडियो की स्थापना करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व में संचालित पाठ्यक्रम बीएससी (ग्राफिक एंड एनिमेशन) को फिर से प्रारंभ करने और एमएससी (न्यू मीडिया) में सीट वृद्धि के निर्देश दिए हैं। डिजिटल मीडिया में करियर बनाने की चाह रखने वाले विद्यार्थी इसी वर्ष इस पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं।

विश्वविद्यालय के अकादमिक स्टॉफ के साथ बैठक के दौरान कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि हम जल्द ही बिसनखेड़ी में तैयार हो रहे नये परिसर में कम्युनिटी रेडियो और इंटरनेट रेडियो शुरू करेंगे। इस क्षेत्र में विद्यार्थियों के लिए स्वरोजगार एवं करियर की असीम संभावनाएं हैं। विश्वविद्यालय में स्थापित होने वाले सामुदायिक और इंटरनेट रेडियो के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जाएगा और स्थानीय निवासियों के लिए जागरूकता कार्यक्रमों का निर्माण भी विद्यार्थियों के द्वारा किया जाएगा।

कुलपति के निर्देश पर कम्युनिटी रेडियो की स्थापना के लिए एक समिति बनाई गई है, जिसके अध्यक्ष इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के अध्यक्ष डॉ. श्रीकांत सिंह होंगे। इस समिति में देश के पहले कम्युनिटी रेडियो ‘अन्ना’ की स्थापना करने वाले डॉ. श्रीधर राममूर्ति मानद सलाहकार होंगे और शारदा रेडियो के प्रमुख श्री रमेश हंगलू और विश्वविद्यालय के प्रोडक्शन निदेशक डॉ. आशीष जोशी सदस्य होंगे।

बीएससी (ग्राफिक एंड एनिमेशन) में विद्यार्थी ले सकते हैं प्रवेश :

कुलपति प्रो. सुरेश ने विद्यार्थियों की ओर से आ रही माँग को देखते हुए न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग के प्रचलित पाठ्यक्रम बीएससी (ग्राफिक एंड एनिमेशन) को फिर से शुरू कर दिया है। विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। डिजिटल मीडिया, ग्राफिक और एनिमेशन के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की चाह रखने वाले विद्यार्थी इस पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं। इसके साथ ही कुलपति ने स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम एमएससी (न्यू मीडिया) की सीट वृद्धि के निर्देश भी दिए हैं।

एमसीयू के नये परिसर में स्थापित होगा कम्युनिटी और इंटरनेट रेडियो : प्रो. केजी सुरेश कुलपति ने न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग में स्नातक पाठ्यक्रम बीएससी (ग्राफिक एंड एनिमेशन) को दोबारा शुरू करने और एमएससी (न्यू मीडिया) में सीट वृद्धि के दिए निर्देश भोपाल, 18 सितम्बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति…

MCU to launch community and internet radio in new Campus

MCU to launch community and internet radio in new Campus

B.Sc. (Graphic and Animation) course to be revived, seats increased in M. Sc. (New Media)

 

Bhopal, 18 September, 2020: The Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal will soon establish a community radio at its upcoming new campus at Bishankhedi in Bhopal. New Vice Chancellor Prof KG Suresh announced here today.

 

Addressing the university leadership team, Prof Suresh said an internet radio would also be established soon along with the community radio to provide hands-on training to students and create awareness on various issues among the local community.

 

A committee chaired by Dr Shrikant Singh, Head of Department of Electronic Media, with Dr Shreedhar Rammurthy, who established India’s first community radio ‘Radio Anna’ as honorary advisor, has been set up for the purpose. The other members of the panel are Shri Ramesh Hangloo (Head of Radio Sharda), Shri Ashish Joshi (Director, Production, MCU).

 

Prof Suresh said, it has been decided to revive the popular course B. Sc. (Graphic and Animation) from this academic session itself. Similarly, number of seats in M. Sc. (New Media) has been increased. Prof Suresh took a review of activities of different departments.

MCU to launch community and internet radio in new Campus B.Sc. (Graphic and Animation) course to be revived, seats increased in M. Sc. (New Media)   Bhopal, 18 September, 2020: The Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal will soon establish a community radio at its upcoming new campus at Bishankhedi in Bhopal.…