पत्रकारिता के लिए पीआर बहुत जरुरी : कुलपति प्रो. सुरेश

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस पर विशेष व्याख्यान सम्पन्न

पत्रकारिता के लिए पीआर बहुत जरुरी : कुलपति प्रो. सुरेश

डिजिटल युग में जनसंपर्क : अपर महानिदेशक प्रशांत पाथरबे

भोपाल, 22 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर गवर्नमेंट पीआर इन डिजिटल एज विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा लता मंगेशकर सभागार में आयोजित व्याख्यान की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ के.जी. सुरेश ने की। मुख्य वक्ता के रूप में पीआईबी के अपर महानिदेशक प्रशांत पाथरबे ने अपने विचार व्यक्त किए।

कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि पीआर मेरे हृदय के बहुत करीब है। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क के बिना पत्रकारिता नहीं हो सकती।  प्रो. सुरेश ने कहा कि पिछले कुछ सालों से पीआर में बहुत बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि शहरी स्तर ही नहीं ग्रामीण स्तर में भी काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। उन्होंने पीआर को बहुत जरुरी बताते हुए इसके लिए प्रशिक्षण पर बल दिया। सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर्स पर भी उन्होंने अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने डिजिटल मीडिया की बात करते हुए कहा कि चाहे रेडियो हो, चाहे टेलीविजन हो, चाहे अखबार हो हमारे पास सबसे पहले खबरें डिजिटल माध्यम, सोशल मीडिया के माध्यम से आती है। उन्होंने डिजिटल युग, डिजिटल मीडिया की बात की। साथ ही पत्रकारों के साथ लिए हेल्दी रिलेशनशिप को बहुत ही जरुरी बताया।

पीआईबी के अपर महानिदेशक एवं मुख्य वक्ता प्रशांत पाथरबे ने पीआर के लिए विश्वसनीयता और ऑनेस्टी को जरूरी गुण बताया। उन्होंने कहा कि जो भी संस्थान है, उसमें यदि कुछ भी समस्या आती है तो उस समस्या को कैसे हैंडल करें यह काम पीआर के जरिए करना होता है। उन्होंने एआई के कारण आने वाले दिनों में सब कुछ बदल जाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि इससे इको सिस्टम हिल जाएगा। उन्होंने वर्तमान समय में सोशल मीडिया में रहने को भी जरूरी बताया। पीआर पर्सन के लिए अंग्रेजी में अच्छी पकड़ होने की भी बात उन्होंने कही। श्री प्रशांत ने एआई के गुण और दोष दोनों पर प्रकाश डाला। उन्होंने फेक न्यूज़ और फेक वीडियो पर भी अपने विचार व्यक्त किए। व्याख्यान में विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित विभागीय समाचार पत्र का विमोचन भी मान कुलपति प्रो डॉ के जी सुरेश द्वारा किया गया। व्याख्यान के अंत में विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो डॉ पवित्र श्रीवास्तव ने आभार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो डॉ अविनाश वाजपेयी की विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक,कर्मचारी एवं अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस पर विशेष व्याख्यान सम्पन्न पत्रकारिता के लिए पीआर बहुत जरुरी : कुलपति प्रो. सुरेश डिजिटल युग में जनसंपर्क : अपर महानिदेशक प्रशांत पाथरबे भोपाल, 22 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर गवर्नमेंट पीआर इन डिजिटल एज विषय पर एक…

बाबा साहब की पत्रकारिता पर शोध होना चाहिए : कुलपति प्रो सुरेश

बाबा साहब की पत्रकारिता पर शोध होना चाहिए : कुलपति प्रो सुरेश

युगदृष्टा और युगपुरुष थे बाबा साहब :  हेमंत मुक्तिबोध

“बहुआयामी बाबा साहब” पर एमसीयू में विशेष व्याख्यान

भोपाल, 15 अप्रैल, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में “बहुआयामी बाबा साहब” विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित इस विशेष व्याख्यान की अध्यक्षता कुलपति प्रो. डॉ.के.जी. सुरेश ने की, वहीं मुख्य वक्ता लेखक, विचारक, चिंतक एवं समाज सेवक हेमंत मुक्तिबोध थे।

कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी अपनी कर्मठता की वजह से इस मुकाम तक पहुंचे हैं। वे सभी को स्वायत, स्वतंत्र और स्वाबलंबी बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब एक शिक्षाविद और पत्रकार भी थे। प्रो. सुरेश ने कहा कि बाबा साहब का शिक्षा को सबसे ज्यादा महत्व देते थे और शिक्षित होना उनका मूलमंत्र था। उन्होंने कहा कि व्यापक राष्ट्रहित में बाबा साहब ने पूना पैक्ट पर हस्ताक्षर किए। इसके साथ ही प्रो. सुरेश ने कहा कि बाबा साहब पत्रकार भी थे और उन्होंने अखबार भी निकाले हैं, इसलिए उनकी पत्रकारिता पर   भी शोध भी होना चाहिए।

मुख्य वक्ता लेखक, विचारक, चिंतक एवं समाज सेवक हेमंत मुक्तिबोध ने कहा कि बाबा साहब समकालीन भारत के महापुरुष थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब अनेक लोगों को प्रकाशित करने वाला व्यक्तित्व था। श्री मुक्तिबोध ने कहा कि बाबा साहब युगदृष्टा और युगपुरुष थे। इस अवसर पर शॉर्ट फिल्म और विभिन्न क्षेत्रों में विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया।

विशेष व्याख्यान का संयोजन डॉ. बबिता अग्रवाल ने किया, जबकि विषय की प्रस्तावना प्रो शिवकुमार विवेक ने रखी। कुलसचिव प्रो डॉ अविनाश वाजपेयी ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

बाबा साहब की पत्रकारिता पर शोध होना चाहिए : कुलपति प्रो सुरेश युगदृष्टा और युगपुरुष थे बाबा साहब :  हेमंत मुक्तिबोध “बहुआयामी बाबा साहब” पर एमसीयू में विशेष व्याख्यान भोपाल, 15 अप्रैल, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में “बहुआयामी बाबा साहब” विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के स्वामी…

बाबा साहब पूरे देश, पूरे विश्व और समाज के प्रतीक हैं : कुलपति प्रो. सुरेश

बाबा साहब पूरे देश, पूरे विश्व और समाज के प्रतीक हैं : कुलपति प्रो. सुरेश

एमसीयू में एससी-एसटी सेल ने मनाई बाबा साहब की जयंती

भोपाल, 14 अप्रैल, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के एमपी नगर स्थित विकास भवन के संविधान पार्क में भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर पुष्पांजलि एवं आदरांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अनुसूचित जाति-जनजाति प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. के.जी. सुरेश ने की। कार्यक्रम में एससी एसटी सेल के संयोजक प्रदीप डहेरिया, सह-संयोजक ज्ञानेश्वर ढोके विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. सुरेश ने बाबा साहब को समरसता, भ्रातत्व का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब की विचारधारा प्रगतिशील, प्रगतिवादी रही है। प्रो. सुरेश ने कहा कि बाबा साहब किसी वर्ग विशेष के प्रतीक नहीं है, बल्कि वे पूरे देश, पूरे विश्व और पूरे समाज के प्रतीक हैं।

प्रो. सुरेश ने कहा कि अब हर साल विकास भवन परिसर में डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी जयंती का मुख्य कार्यक्रम होगा, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि व्याख्यान का कार्यक्रम विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर माखनपुरम में होगा।  प्रो. सुरेश ने अपने उद्बोधन में कहा कि बाबा साहब पाकिस्तान के सृजन के विरोधी थे और विभाजन के खिलाफ थे। उन्होंने संविधान में गौ-संवर्धन और समान नागरिक संहिता के बारे में भी लिखा है। इसके साथ ही उन्होंने संविधान में समय-समय पर संशोधन किए जाने की भी बात कही थी। आज के दिन को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने इसे भविष्य की पीढ़ी की ओर ले जाने के बारे में भी अपने विचार व्यक्त किए।

प्रो. सुरेश ने बाबा साहब को समरसता, भ्रातत्व का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब प्रगतिवादी, प्रगतिशील विचारधारा के थे। उन्होंने विद्यार्थियों एवं कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को बाबा साहब के रास्ते पर चलने की बात कही। कुलपति प्रो. सुरेश ने इसके साथ ही मुंबई में विश्वविद्यालय को प्राप्त चार बड़े पुरस्कारों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि हमारा विश्वविद्यालय इतना नाम कमा रहा है कि उसे मुंबई में चार पुरस्कार प्राप्त हुए है। उन्होंने इसका श्रेय सभी संकाय सदस्यों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दिया।

कार्यक्रम में एससी-एसटी सेल के सह-संयोजक ज्ञानेश्वर ढोके ने बाबा साहेब के बाल्यकाल से लेकर उनकी शिक्षा दीक्षा एवं उनके संघर्ष पर प्रकाश डाला। वहीं सेल के संयोजक प्रदीप डहेरिया ने बाबा साहब के उल्लेखनीय योगदान एवं कार्यों के बारे में बताया। कुलसचिव प्रो.डा अविनाश वाजपेयी ने कहा कि बाबा साहब  अंतिम पंक्ति के लोगों बहुत चिंता करते थे एवं उनका ध्यान ऐसे लोगों पर रहता था। बाबा साहब का लक्ष्य इन्हें मुख्य धारा में लाना था। इस अवसर पर प्रोडक्शन निदेशक डॉ.आशीष जोशी, प्रोडक्शन सहायक प्रियंका सोनकर एवं छात्रा आयुषी गजभिए ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम का संचालन सहायक कुलसचिव विवेक शाक्य एवं आभार प्रदर्शन उपयंत्री मुकेश चौधरी ने किया। इस अवसर पर संचार शोध विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी, निदेशक एएसआई डॉ. बबीता अग्रवाल, सहायक कुलसचिव एवं निदेशक विकास भवन परिसर विवेक सावरीकर विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी,कर्मचारी एवं विद्यार्थी विशेष रुप से उपस्थित थे। कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात विकास भवन परिसर से बोर्ड ऑफिस चौराहे पर स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा तक सभी अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने एक रैली निकाली। रैली को कुलपति प्रो. सुरेश ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बोर्ड ऑफिस चौराहे पर स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा पर सभी ने पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया।

बाबा साहब पूरे देश, पूरे विश्व और समाज के प्रतीक हैं : कुलपति प्रो. सुरेश एमसीयू में एससी-एसटी सेल ने मनाई बाबा साहब की जयंती भोपाल, 14 अप्रैल, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के एमपी नगर स्थित विकास भवन के संविधान पार्क में भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती…

एमसीयू को प्रतिष्ठित एडुटेनमेंट 2024 अवार्ड्स के 10 वें संस्करण में मिले कई सम्मान

एमसीयू को प्रतिष्ठित एडुटेनमेंट 2024 अवार्ड्स के 10वें संस्करण में मिले कई सम्मान

कुलपति प्रो. सुरेश को क्रिएटिव एजुकेशन लीडरशिप के लिए किया गया सम्मानित

भोपाल, 13 अप्रैल, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल ने शुक्रवार शाम मुंबई में आयोजित प्रतिष्ठित एडुटेनमेंट अवार्ड्स 2024 के 10वें संस्करण में कई शीर्ष सम्मान हासिल किए। पुरस्कारों में वैल्यू फॉर मनी क्रिएटिव एजुकेशन स्कूल के लिए स्वर्ण पुरस्कार और डिजिटल मीडिया स्कूल की श्रेणी में कांस्य पुरस्कार शामिल हैं। मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित भव्य समारोह में कुलपति प्रो. (डॉ.) के.जी. सुरेश को क्रिएटिव एजुकेशन लीडरशिप (रचनात्मक शिक्षा नेतृत्व) के क्षेत्र में उत्कृष्ट मेंटरशिप के लिए सम्मानित किया गया, जबकि डीन (अकादमिक) प्रो. पी. शशिकला रविचंद्रन को मीडिया प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट मेंटरशिप के लिए सम्मानित किया गया। कुलपति प्रो. सुरेश ने विश्वविद्यालय की ओर से सभी पुरस्कार प्राप्त किये। प्रो.के.जी. सुरेश ने कहा कि पिछले महीने टाइम्स नाउ द्वारा एमसीयू को देश के शीर्ष सात मीडिया संस्थानों में स्थान दिए जाने के बाद यह एक बड़ा सम्मान है । प्रो. सुरेश ने आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एमसीयू के पास नैक की मान्यता सहित भविष्य के लिए महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं और विश्वविद्यालय आने वाले दिनों में उत्कृष्टता के लिए प्रयास करना जारी रखेगा।

एमसीयू को प्रतिष्ठित एडुटेनमेंट 2024 अवार्ड्स के 10वें संस्करण में मिले कई सम्मान कुलपति प्रो. सुरेश को क्रिएटिव एजुकेशन लीडरशिप के लिए किया गया सम्मानित भोपाल, 13 अप्रैल, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल ने शुक्रवार शाम मुंबई में आयोजित प्रतिष्ठित एडुटेनमेंट अवार्ड्स 2024 के 10वें संस्करण में कई शीर्ष सम्मान हासिल…

MCU bags many honours @ 10th Edition of prestigious Edutainment 2024 Awards

MCU bags many honours @ 10th Edition of prestigious Edutainment 2024 Awards

VC Prof Suresh honoured for Creative Education Leadership

Bhopal, 13th April, 2024: Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal bagged several top honours @ the 10th Edition of the prestigious Edutainment Awards 2024 held in Mumbai on Friday evening. The awards included Gold Award for Value for Money Creative Education School & Bronze in the category of Digital Media School. This apart,  Vice Chancellor Prof. (Dr.) K G Suresh was awarded for Excellent Mentorship in the field of Creative Education Leadership while Dean (Academics) Prof P Sasikala Ravichandran was honoured for Excellent Mentorship in the field of Media Technology @ a gala ceremony @ Jio World Convention Centre, Mumbai, last night. Prof Suresh received all the awards on behalf of the university. Expressing gratitude to the organisers, Prof Suresh said after Times Now ranked MCU among the top seven media institutes of the country last month, this is a great honour. He said MCU has ambitious plans for the future including NAAC Accreditation & the university shall continue to strive for excellence in the days ahead.

MCU bags many honours @ 10th Edition of prestigious Edutainment 2024 Awards VC Prof Suresh honoured for Creative Education Leadership Bhopal, 13th April, 2024: Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal bagged several top honours @ the 10th Edition of the prestigious Edutainment Awards 2024 held in Mumbai on Friday evening. The awards…

राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए : कुलपति प्रो. के.जी. सुरेश

राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए : कुलपति प्रो. के.जी. सुरेश

भारत को पुनर्राष्ट्रीकरण करना है तो औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्ति पाना होगी : प्रफुल्ल केतकर

एमसीयू में वेस्टर्न मीडिया ऑन इंडिया : इश्यू एंड साल्युशन्स पर विशेष व्याख्यान

मीडिया प्रबंधन एवं पत्रकारिता विभाग द्वारा निकाले गए समाचार पत्र का हुआ विमोचन

भोपाल, 05 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में वेस्टर्न मीडिया ऑन इंडिया : इश्यू एंड साल्युशन्स विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। मीडिया प्रबंधन विभाग द्वारा स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित इस विशेष व्याख्यान की अध्यक्षता विवि. के कुलपति प्रो.डॉ.केजी.सुरेश ने की, वहीं मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रुप में ऑर्गेनाईजर वीकली के एडीटर प्रफुल्ल केतकर थे। व्याख्यान में कुलसचिव एवं विभागाध्यक्ष मीडिया प्रबंधन विभाग प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी विशेष रुप से उपस्थित थे। इस अवसर पर मीडिया प्रबंधन विभाग एवं पत्रकारिता विभाग द्वारा निकाले गए समाचार पत्र का विमोचन भी किया गया।

माखनपुरम के स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित व्याख्यान में कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि विदेशी मीडिया ने भारत को लगातार गरीब, लाचार दिखाया है। कोरोना में हमने वैक्सिन बनाया और विश्व के कई देशों तक पहुंचाया। हमारी सोच वसुधैव कुटुम्बकम की रही है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवाद को पश्चिम मीडिया पहले नहीं दिखाता था और इसे दो देशों तक ही सीमित रखता था, लेकिन 9/11 में अमेरिका के ट्वीन टॉवर पर हुए आतंकी हमले के बाद उन्हें आंतकवाद समझ में आया। प्रो. सुरेश ने कहा कि मतभेद, एवं मनभेद अलग हो सकते हैं, विचारधारा भी अलग हो सकती है, लेकिन जब बात व्यापक राष्ट्रहित की आती है तो राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पश्चिमी मीडिया को समझना आवश्यक है।

मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता ऑर्गेनाईजर वीकली के एडीटर प्रफुल्ल केतकर ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादियों को मार दिया जाता है तो वहां का मीडिया आतंकवादियों के मरने की खबर की जगह उसे पाकिस्तान में हस्तक्षेप की खबर बताता है। उन्होंने पुर्तगालियों को धूल चटाने वाली कर्नाटक की रानी अब्बक्का, अंग्रेजों से लोहा लेने वाली रानी लक्ष्मीबाई एवं देवी अहिल्या बाई की वीरता के बारे में भी बताया। श्री केतकर ने बताया कि एक विदेशी यात्री ने भारत को देखने के बाद कहा था कि भारत विश्व का ऐसा पहला देश है, जिसमें राजा ही नहीं रानियों ने भी राज किया है। भारत की मूल अवधारणा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत को पुनर्राष्ट्रीकरण करना है तो हमें औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्ति पाना होगी। संचालन विद्यार्थी श्रृष्टि द्वारा किया गया, जबकि आभार प्रदर्शन कुलसचिव एवं विभागाध्यक्ष मीडिया प्रबंधन विभाग प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी ने किया। विशेष व्याख्यान में विवि. के शिक्षक, विद्यार्थी उपस्थित थे।

राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए : कुलपति प्रो. के.जी. सुरेश भारत को पुनर्राष्ट्रीकरण करना है तो औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्ति पाना होगी : प्रफुल्ल केतकर एमसीयू में वेस्टर्न मीडिया ऑन इंडिया : इश्यू एंड साल्युशन्स पर विशेष व्याख्यान मीडिया प्रबंधन एवं पत्रकारिता विभाग द्वारा निकाले गए समाचार पत्र का हुआ विमोचन भोपाल, 05 अप्रैल, 2024: माखनलाल…

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में मनाई गई दादा माखनलाल चतुर्वेदी की जयंती

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में मनाई गई दादा माखनलाल चतुर्वेदी की जयंती

दादा माखनलाल की जन्मभूमि से लेकर कर्मभूमि तक बनेगी डॉक्यूमेंट्री : कुलपति प्रो. सुरेश

देवर्षि नारद भारतीय ज्ञान खंड एवं छत्रपति शिवाजी महाराज क्रीडांगन2  का हुआ लोकार्पण

भोपाल, 04 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में गुरुवार को दादा माखनलाल चतुर्वेदी जी की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित माखनपुरम परिसर के विक्रमशिला परिसर के स्वामी विवेकानन्द सभागार में व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान की अध्यक्षता कुलपति प्रो.(डॉ.) के.जी. सुरेश ने की। मुख्य वक्ता पूर्व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एवं साहित्यकार मनोज श्रीवास्तव थे। इसके साथ ही जयंती पर नालंदा पुस्तकालय में देवर्षि नारद भारतीय ज्ञान खंड एवं छत्रपति शिवाजी महाराज क्रीडांगन-2  का लोकार्पण भी कुलपति प्रो. सुरेश द्वारा किया गया।

व्याख्यान की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि दादा माखनलाल हमारे प्रेरणापुंज हैं। उन्होंने कहा कि दादा की स्मृति को जीवंत रखने के लिए हमने सामुदायिक रेडियो स्टेशन का नाम उनके द्वारा निकाले गए समाचार पत्र कर्मवीर के नाम पर रखा। प्रो. सुरेश ने कहा कि दादा के बाल्यकाल से लेकर युवा अवस्था एवं अंतिम क्षणों में वे जहां-जहां भी रहे हैं, उन स्थानों जिनमें, बाबई (माखननगर) नर्मदापुरम, खंडवा, भोपाल) आदि में जाकर डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जी ने दादा को एक भारतीय आत्मा कहा था। प्रो. सुरेश ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा को और आगे ले जाने के लिए  भारतीय भाषा विभाग आगामी सत्र से सिंधी भाषा में डिप्लोमा कोर्स शुरु करने जा रहा है, इसके साथ ही अगले साल मराठी भाषा में डिप्लोमा कोर्स शुरु किया जाएगा। देवर्षि नारद भारतीय ज्ञान खंड का लोकार्पण करते हुए उन्होंने कहा कि यहां भारतीय ज्ञान परंपरा में देवर्षि नारद से लेकर अन्य ग्रंथ उपलब्ध हैं।

मुख्य वक्ता पूर्व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एवं साहित्यकार मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि दादा सकर्म साहित्यकार थे। उन्होंने सागर के रतौना आंदोलन का भी विशेष उल्लेख किया, जिसमें देश का एक बड़ा कसाईखाना खोला जा रहा था। जहां हर साल दो लाख गौवध होते, लेकिन दादा माखनलाल चतुर्वेदी जी की धारदार पैनी पत्रकारिता ने इसे बनने नहीं दिया। व्याख्यान का संचालन विशाखा राजुरकर एवं आभार प्रदर्शन भारतीय भाषा विभाग की विभाग अध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी ने किया। प्रस्तावना प्रो. शिवकुमार विवेक द्वारा रखी गई। विद्यार्थी नमन अटोलिया एवं अनन्या ने दादा की कविता पुष्प की अभिलाषा की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. डॉ अविनाश वाजपेयी, विभिन्न विभागों के विभाग अध्यक्ष, शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में मनाई गई दादा माखनलाल चतुर्वेदी की जयंती दादा माखनलाल की जन्मभूमि से लेकर कर्मभूमि तक बनेगी डॉक्यूमेंट्री : कुलपति प्रो. सुरेश देवर्षि नारद भारतीय ज्ञान खंड एवं छत्रपति शिवाजी महाराज क्रीडांगन-2  का हुआ लोकार्पण भोपाल, 04 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में गुरुवार को दादा माखनलाल चतुर्वेदी जी…