लिंक्डइन आधुनिक जनसंपर्क का सशक्त उपकरण : तनुष्का सिंह

लिंक्डइन आधुनिक जनसंपर्क का सशक्त उपकरण : तनुष्का सिंह

भोपाल, 12 सितंबर, आज के डिजिटल युग में जनसंपर्क केवल सूचना साझा करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह धारणा निर्माण, निवेशकों के साथ बेहतर संबंध तथा व्यक्तिगत ब्रांडिंग का एक अहम साधन बन चुका है। पीआर केवल मीडिया कवरेज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विभिन्न टूल्स के माध्यम से एक संगठन, प्रोडक्ट या व्यक्ति की सकारात्मक छवि गढ़ने का प्रयास है। किसी भी ब्रांड या संगठन की साख, उसकी विश्वसनीयता को स्थापित करने में लिंक्डइन जैसे नेटवर्क की भूमिका बहुत अहम है।

एमसीयू के विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग में लिंक्डइन एज ए टूल ऑफ पीआर, विषय पर आयोजित एक विशेष कार्यशाला में एडीजी क्राफ्ट कम्युनिकेशन, नोएडा की सीनियर लिंक्डइन कंटेंट स्ट्रैटिजिस्ट सुश्री तनुष्का सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा। उन्होंने जनसंपर्क की अवधारणा को समझाते हुए कहा कि उन्होंने लिंक्डइन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पेशेवर नेटवर्किंग के जरिए स्थायी और सार्थक संबंध स्थापित किए जा सकते हैं। निवेशकों तक सटीक और पारदर्शी जानकारी पहुँचाने में लिंक्डइन एक अहम मंच है। कॉर्पोरेट जगत और व्यक्तिगत स्तर पर विश्वसनीय पहचान बनाने का यह अनूठा साधन है।विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लिंक्डइन प्रोफाइल को केवल रिज़्यूमे के रूप में नहीं बल्कि स्वयं के ब्रांड के रूप में प्रस्तुत करना चाहिए।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लिंक्डइन केवल नौकरी खोजने का प्लेटफ़ॉर्म नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा पीआर टूल है जो व्यक्ति और संगठन दोनों के लिए ब्रांड निर्माण, निवेशक संबंध और धारणा प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कार्यशाला के प्रतिभागियों को लिंक्डइन अकाउंट को बेहतर बनाने के टिप्स भी दिए।

इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पवित्र श्रीवास्तव ने बताया कि लिंक्डइन अकादमिक संस्थानों को उद्योग जगत से जोड़ने का एक सशक्त मंच है। छात्र इसके माध्यम से इंटर्नशिप ट्रेनिंग और रोजगार के विभिन्न अवसरों को प्राप्त कर सकते हैं। लिंक्डइन व्यावसायिक जगत में काफी उपयोगी बनता जा रहा है और सशक्त जनसम्पर्क एक माध्यम बन गया है।


कार्यक्रम का संचालन डॉ. जया सुरजानी ने किया। इस आयोजन में विभागाध्यक्ष विज्ञापन एवं जनसम्पर्क विभाग प्रो. पवित्र श्रीवास्तव, एडजंक्ट प्रोफेसर श्रीमती स्मृति जोशी, डॉ. गजेंद्र अवास्या, डॉ, जया सुरजानी, डॉ.निकिता चौहान,श्री तुषार भोंसले, सुश्री नेहा मौर्य, श्री सागर सेन, श्री शुभम कुशवाह, सुश्री सोनाली राय एवं विज्ञापन एवं जनसम्पर्क विभाग के विद्यार्थी उपस्थित रहे। आभार प्रदर्शन डॉ. दीपिका सक्सेना ने किया।

प्रो. डॉ. पवित्र श्रीवास्तव
विभागाध्यक्ष
विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग

लिंक्डइन आधुनिक जनसंपर्क का सशक्त उपकरण : तनुष्का सिंह भोपाल, 12 सितंबर, आज के डिजिटल युग में जनसंपर्क केवल सूचना साझा करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह धारणा निर्माण, निवेशकों के साथ बेहतर संबंध तथा व्यक्तिगत ब्रांडिंग का एक अहम साधन बन चुका है। पीआर केवल मीडिया कवरेज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह…

एमसीयू में वीसी की पहली क्लास

 एमसीयू में वीसी की पहली क्लास

भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विवि (एमसीयू) में कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी 9 सितंबर को सुबह 11 बजे पहली क्लास लेंगे। विश्वविद्यालय का फोकस यूजी-पीजी के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों पर है, जिनके लिए बाहरी विषय विशेषज्ञों की “मास्टर क्लास’ श्रृंखला शुरू की गई है। इसके अलावा “आउटडोर कवरेज’ के लिए भी विद्यार्थियों को भेजा रहा है। कुलगुरु हर सप्ताह अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की क्लास लेंगे और फील्ड रिपोर्टिंग के अलावा भारत को जानने के लिए जरूरी किताबों और अपने यात्रा अनुभवों पर चर्चा करेंगे।
प्रो. डॉ. पवित्र श्रीवास्तव
विभागाध्यक्ष
विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग

 एमसीयू में वीसी की पहली क्लास भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विवि (एमसीयू) में कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी 9 सितंबर को सुबह 11 बजे पहली क्लास लेंगे। विश्वविद्यालय का फोकस यूजी-पीजी के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों पर है, जिनके लिए बाहरी विषय विशेषज्ञों की “मास्टर क्लास’ श्रृंखला शुरू की गई है। इसके अलावा…

एमसीयू के सांध्यकालीन पाठ्यक्रमों में प्रवेश अब 15 सितम्बर तक

एमसीयू के सांध्यकालीन पाठ्यक्रमों में प्रवेश अब 15 सितम्बर तक

भोपाल, 2 सितम्बर। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के एम.पी. नगर स्थित परिसर में कंप्यूटर, मीडिया और योग विषयों के सांध्यकालीन पी.जी. डिप्लोमा में प्रवेश अब 15 सितम्बर तक होंगे। विद्यार्थियों के सुविधा के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने  प्रवेश के लिए अंतिम तिथि में वृद्धि की है।
किसी भी विषय में स्नातकोत्तर (पीजी) कर रहे विद्यार्थी अंशकालीन-सांध्यकालीन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। वर्ष 2025-26 अकादमिक सत्र के लिए अभी प्रवेश जारी है। विश्वविद्यालय द्वारा योगिक स्वास्थ्य प्रबंधन (योग), सोशल मीडिया मैनेजमेंट, फिल्म जर्नलिज्म, मोबाइल जर्नलिज्म, ग्रामीण पत्रकारिता,  वीडियो प्रोडक्शन, इवेंट मैनेजमेंट, ड्रामा एंड एक्टिंग एवं सायबर सिक्योरिटी में पी.जी. डिप्लोमा कोर्स संचालित किये जा रहे हैं। विस्तृत जानकारी हेतु विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.mcu.ac.in पर विजिट करें या मोबाईल नंबर 7974265226, 9827555014 पर सम्पर्क कर सकते है। विद्यार्थी वेबसाईट https://mcrpv.mponline.gov.in/portal/  पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

एमसीयू के सांध्यकालीन पाठ्यक्रमों में प्रवेश अब 15 सितम्बर तक भोपाल, 2 सितम्बर। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के एम.पी. नगर स्थित परिसर में कंप्यूटर, मीडिया और योग विषयों के सांध्यकालीन पी.जी. डिप्लोमा में प्रवेश अब 15 सितम्बर तक होंगे। विद्यार्थियों के सुविधा के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने  प्रवेश के लिए अंतिम तिथि…

एमसीयू में मीडिया और पुलिस विषय पर विषय पर मास्टर क्लास

फेक न्यूज का वाहक न बने मीडियाः हरिनारायणचारी

एमसीयू में मीडिया और पुलिस विषय पर विषय पर मास्टर क्लास

*भोपाल,1 नवंबर*। भोपाल के पुलिस आयुक्त श्री हरिनारायणचारी मिश्रा का कहना है कि घटनाएं कई बार जैसी दिखती हैं वैसी नहीं होतीं। अक्सर उनकी पड़ताल करने कुछ अलग ही सच उजागर होता है। वस्तुनिष्ठता के बजाए भावनाओं के आधार पर लिखने से चीजें बिगड़ सकती हैं। श्री मिश्रा आज यहां माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल में जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित ‘मीडिया और पुलिस’ विषय आयोजित पर मास्टर क्लास को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलगुरु श्री विजय मनोहर तिवारी, कुलसचिव प्रो. पी. शशिकला, विभागाध्यक्ष प्रो.संजय द्विवेदी मौजूद रहे।
श्री हरिनारायणचारी ने कहा कि तकनीक के कारण अपराध का तरीका बदला है, भौगोलिक सीमाएं भी टूट गयी हैं। ऐसे में सूचना के प्रवाह के विनियमित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि तर्कसंगत ढंग से घटना को न देखें तो जांच की दिशा बदल जाती है। ऐसे में लोगों के जागरूक करने में मीडिया की भूमिका बहुत महत्व की है। उन्होंने बताया की कई बार अपराध को ग्लैमराइज्ड करके दिखाया जाता है। इससे समाज में गलत चलन का खतरा पैदा होता है। देखा गया है कि आत्महत्या की खबरों को बढ़ा- चढ़ा कर पेश करने से आत्महत्याओं की संख्या बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्टिंग की कसौटी है जनहित और राष्ट्रहित। उनका कहना था कि मीडिया की सक्रियता के चलते कई कानून बदले और कई कानूनों को और कड़ा बनाया गया। इसके साथ ही अनेक मामले मीडिया के दबाव में खुले और सामने आए।
कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने कहा कि लगातार गांवों से शहरों की तरफ पलायन से पुलिस पर दबाव बढ़ा है। पत्रकारिता के विद्यार्थियों पर दुहरा दवाब है कि वे अच्छे नागरिक भी बनें और अच्छे पत्रकार भी। राष्ट्रीय सुरक्षा के सवालों को रिपोर्ट करते समय हमें ध्यान रखना है कि क्या देना और क्या नहीं देना।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षक और विद्यार्थी मौजूद रहे।

फेक न्यूज का वाहक न बने मीडियाः हरिनारायणचारी एमसीयू में मीडिया और पुलिस विषय पर विषय पर मास्टर क्लास *भोपाल,1 नवंबर*। भोपाल के पुलिस आयुक्त श्री हरिनारायणचारी मिश्रा का कहना है कि घटनाएं कई बार जैसी दिखती हैं वैसी नहीं होतीं। अक्सर उनकी पड़ताल करने कुछ अलग ही सच उजागर होता है। वस्तुनिष्ठता के बजाए…