जल संरक्षण पर युवाओं की राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता

जल संरक्षण पर युवाओं की राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता

भव्य समारोह में पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा दिए जाएंगे 15 पुरस्कार

1 मई है अंतिम तिथि

भोपाल, 26 अप्रैल, 2023: विश्व में बढ़ते जलसंकट को देखते हुए एक संवेदनशील अभियान की जरूरत है। भविष्य के संकट के लिए युवाओं को इस चेतना से जोड़ने के लिए एक राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। माखनलाल राष्ट्रीय पत्रकारिता व संचार विश्वविद्यालय व प्रहरी फाउंडेशन की ओर से आयोजित इस प्रतियोगिता में महाविद्यालय व विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी भाग ले सकेंगे। इसके मार्गदर्शक कुलपति प्रोफेसर केजी सुरेश और जल योद्धा पद्मश्री उमाशंकर पांडे हैं। प्रोफेसर सुरेश ने बताया है कि भविष्य की भीषण जल समस्या का सामना आज की युवा पीढ़ी को करना पड़ेगा इसलिए उसे संवेदनशील बनाना जरूरी है। श्री पांडे इस क्षेत्र में अपने अनुभवों का जिक्र करके बताते हैं कि युवा ऊर्जा से पर्यावरण के संकट का समाधान करना आसान होगा। उन्हें इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार करना होगा। प्रतियोगिता में जल और हमारे रोजमर्रा जीवन से संबंधित विषयों पर 2000 शब्दों का निबंध लिखना होगा। अंतिम तिथि 1 मई है। संयोजक प्रो. शिवकुमार विवेक व सहसंयोजक अंकित पांडेय ने बताया कि विद्यार्थी अपने निबंध जलशक्तिएमसीयू एट द रेट जीमेल डॉट कॉम jalshaktimcu@gmail.com पर भेज सकते हैं। प्रथम पुरस्कार के रूप में 11 हजार रुपए तथा द्वितीय में 5100 रुपए नगद दिए जाएंगे। इसके अलावा 2100 रुपए के तीन तृतीय पुरस्कार, 1100 रुपए के पांच चतुर्थ पुरस्कार व 500 रुपए के पांच पंचम पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। ये पुरस्कार एक समारोह में दिए जाएंगे।

जल संरक्षण पर युवाओं की राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता भव्य समारोह में पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा दिए जाएंगे 15 पुरस्कार 1 मई है अंतिम तिथि भोपाल, 26 अप्रैल, 2023: विश्व में बढ़ते जलसंकट को देखते हुए एक संवेदनशील अभियान की जरूरत है। भविष्य के संकट के लिए युवाओं को इस चेतना से जोड़ने के लिए एक राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन…

साहित्य और कविताएं युवाओं की वास्तविक मार्गदर्शक – प्रो केजी सुरेश

साहित्य और कविताएं युवाओं की वास्तविक मार्गदर्शक – प्रो केजी सुरेश

साहित्य में भी कैरियर के अवसर हैं – डॉ. इंदिरा दांगी

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में शिवाली श्रीवास्तव की पुस्तक ‘उलझन’ का हुआ विमोचन

भोपाल, 25 अप्रैल, 2023: साहित्य और कविताएं ही युवाओं की सच्ची मार्गदर्शक होती है, यह बात माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) के. जी. सुरेश ने पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित उलझन पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान कही। पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ के द्वारा सृजन श्रृंखला कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित सुश्री शिवाली श्रीवास्तव की पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. सुरेश ने कहा कि कविताएं युवाओं को सोच की ओर ले जाती हैं, साथ ही उनके आत्मबल को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण योगदान निभाती है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता लेखिका डॉ. इंदिरा दांगी ने उलझन पुस्तक की रचनाओं को समाज का प्रतिबिंब बताते हुए कहा कि आप जो हो आपको वही बनने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही इसके लिए कड़ी मेहनत करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि साहित्य के क्षेत्र में महिलाओं को भी पर्याप्त मौके हैं इसलिए उन्हें आगे बढ़कर मौके हासिल करने चाहिए। इस मौके पर कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी ने प्रकोष्ठ द्वारा युवाओं की रचनात्मकता को मंच देने की इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा कि इसके माध्यम से मीडिया और लेखन की प्रतिभाओं को मंच मिल सकेगा। कार्यक्रम एवं पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ के समन्वयक श्री परेश उपाध्याय ने कुलपति प्रो. केजी सुरेश द्वारा शुरू किए गए सीनियर से संवाद और सृजन श्रृंखला को मीडिया के विद्यार्थियों के लिए एक उत्कृष्ट पहल बताते हुए उनका आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर पुस्तक उलझन की लेखिका सुश्री शिवाली श्रीवास्तव ने शिक्षकों को अपनी पुस्तक समर्पित करते हुए अपनी कविताओं का पाठ किया। इस अवसर पर विद्यार्थी सुश्री श्रृष्टि श्रीवास्तव ने कविता आधारित नृत्य प्रस्तुति भी दी। कार्यक्रम में विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पवित्र श्रीवास्तव, प्रकोष्ठ के सह-समन्वयक श्री अंकित पांडे, सहित विभिन्न शिक्षक एवं बड़ी संख्या में मीडिया शिक्षक उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन डॉ अरुण खोबरे द्वारा किया गया।

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शब्दों को सहेजना उनको बरतना हमारा दायित्व : अशोक श्रीवास्तव

एमसीयू में सोशल मीडिया हैण्डलर प्रशिक्षण का आठवाँ दिन

शब्दों को सहेजना उनको बरतना हमारा दायित्व : अशोक श्रीवास्तव

पीएम, सीएम लिखने से बचें, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री लिखें

भोपाल, 25 अप्रैल, 2023: सोशल मीडिया पर लाघव शब्दों और अंग्रेजी शब्दों का चलन बढ़ा है। यह भाषा की सेहत के लिए अच्छा नहीं है। लेखकों-पत्रकारों का दायित्व है कि वे शब्दों को सहेजें, उनको बरतें। यह कहना है राष्ट्रीय चैनल डीडी न्यूज के वरिष्ठ सलाहकार संपादक अशोक श्रीवास्तव का। वे सोशल मीडिया हैंण्डलर्स को यूट्यूब और ट्विटर के लिए संदेश लेखन पर संबोधित कर रहे थे। मालूम हो कि सोशल मीडिया हैण्डलर्स का यह दस दिवसीय प्रशिक्षण ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये संचालित किया जा रहा है।

श्री अशोक श्रीवास्तव ने राज्य के विभिन्न जिलों के ट्विटर हैण्डल पर किये गये हालिया ट्विट का संदर्भ रखते हुए, संदेश लेखन की बारीकियों पर प्रतिभागियों के साथ चर्चा की। उनको बेहतर ढंग से प्रस्तुत करने के सुझाव दिये। उन्होंने कहा कि शासन के ट्विटर हैंडल की पहुँच प्रधान शासनाध्यक्षों से लेकर आम लोगों तक होती है। इसलिए उसकी भाषा और प्रस्तुति को लेकर सतर्कता बरतनी चाहिए। भाषा में सहजता रहनी चाहिए। अनावश्यक विस्तार से परहेज करना चाहिए और बेजान या सपाट वाक्यों से बचना चाहिए।
श्री अशोक ने कहा कि हम किसी सोशल मीडिया हैंडल पर लिखें या फिर बड़े मीडिया संस्थान के पन्ने पर पत्रकार भाषा के प्रहरी हैं। उन्होंने ध्यान दिलाया क बहुत सारे शब्द हैं जो हमारे व्यवहार से बाहर हो रहे हैंक्योंकि उनका उपयोग नहीं कर रहे हैं। भाषा के अतिरिक्त ट्विटर और यूट्यूब पर आने वाली तकनीकी कठिनाइयों को लेकर प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर उन्होंने दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि सोशल मीडिया हैंडल पर शासकीय सूचनाओं के साथ ही स्थानीय साहित्य, संस्कृति आदि को शामिल करने से उनकी पहुँच ज्यादा लोगों तक हो सकेगी।

विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण विभाग के निदेशक लाल बहादुर ओझा ने बताया कि 18 अप्रैल से-27 अप्रैल, 2023 तक चलने वाले इस प्रशिक्षण का आयोजन माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल और जनसंपर्क संचालनालय, भोपाल की ओर से संयुक्त रूप से किया जा रहा है। कल बुधवार, 26 अप्रैल को प्रशिक्षण के नौवें दिन सोशल मीडिया हैंडल कू और पब्लिक ऐप पर चर्चा होगी।

एमसीयू में सोशल मीडिया हैण्डलर प्रशिक्षण का आठवाँ दिन शब्दों को सहेजना उनको बरतना हमारा दायित्व : अशोक श्रीवास्तव पीएम, सीएम लिखने से बचें, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री लिखें भोपाल, 25 अप्रैल, 2023: सोशल मीडिया पर लाघव शब्दों और अंग्रेजी शब्दों का चलन बढ़ा है। यह भाषा की सेहत के लिए अच्छा नहीं है। लेखकों-पत्रकारों का…

सूचनाओं की महामारी के इस समय में मीडिया साक्षरता जरूरी : प्रो शशिकला

सूचनाओं की महामारी के इस समय में मीडिया साक्षरता जरूरी : प्रो शशिकला

आलोचनात्मक दृष्टिकोण, मीडिया की समझ और तथ्यों की जाँच के लिए आवश्यक टूल से परिचित होना आवश्यक

भोपाल, 22 अप्रैल, 2023: यह सूचनाओं की महामारी का समय है। इसमें सच क्या है और झूठ क्या है इसको पता लगाना कठिन है। मीडिया साक्षरता के जरिये इस महामारी से लड़ा जा सकता है। यह कहना है माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में अकादेमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर पी. शशिकला का। वे प्रदेश के विभिन्न जिलों में जनसंपर्क और कलेक्टर कार्यालय के सोशल मीडिया हैंडल के संभालने वाले कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही थीं। सोशल मीडिया हैँण्डलर का दस दिवससीय ऑनलाइन प्रशिक्षण विश्वविद्यालय और जनसंपर्क संचालनालय के संयुक्त तत्वावधान चल रहा है। आज उसका पाँचवा दिन था। 

फेक कंटेंट की जाँच-परख विषय पर चर्चा करते हुए प्रोफेसर शशिकला ने फेक कंटेंट, मिस इन्फॉर्मेशन और डिस्इन्फॉर्मेशन जैसे पदों को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि कुछ तथ्यों के बारे में जानकारी नहीं होने के कारण गलत बोलते हैं परंतु जब जानबूझकर तथ्यों को गलत ढंग से प्रस्तुत किया जाता  है तो वह डिस्इन्फॉर्मेशन है। सोशल मीडिया की सर्वव्यापकता और सहज उपलब्ध टूल के कारण सूचनाओं और तथ्यों के साथ छेड़छाड़ कर बहुत आसान हो गया है। गलत सूचनाओं के कारण समाज में कई तरह के अनावश्यक तनाव पैदा हो रहे हैं, गलतफहमियाँ पैदा हो रही हैं। सोशल मीडिया पर पर प्रकाशित और प्रसारित हर सूचना सच हो जरूरी नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सूचनाओं के प्रति आलोचनात्मक दृष्टिकोण, मीडिया की समझ और तथ्यों को जाँचने के लिए आवश्यक टूल से परिचित होना जरूरी है। यह काम मीडिया साक्षरता के जरिये किया जा सकता है। 

गूगल न्यूज इनीशिएटिव और डेटा लीड्स की ओर से फेक कंटेंट को पहचानने में विशेष रूप से प्रशिक्षित प्रोफेसर शशिकला ने गलत टेक्स्ट, फोटो और वीडियो की पहचान करने के तरीकों से प्रतिभागियों को परिचित कराया। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फेक कंटेंट के विरुद्ध अभियान में लगी संस्थाओं और व्यक्तियों के संपर्क भी साझा किये। सावधानियाँ बताईं।

इस दस दिवसीय प्रशिक्षण के संयोजक और माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में प्रशिक्षम विभाग के निदेशक लाल बहादुर ओझा ने कहा कि यह आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) केजी सुरेश की दूरदृष्टि का परिणाम है। यह ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रतिभागियों की कार्य दक्षता बढ़ायेगा।

सूचनाओं की महामारी के इस समय में मीडिया साक्षरता जरूरी : प्रो शशिकला आलोचनात्मक दृष्टिकोण, मीडिया की समझ और तथ्यों की जाँच के लिए आवश्यक टूल से परिचित होना आवश्यक भोपाल, 22 अप्रैल, 2023: यह सूचनाओं की महामारी का समय है। इसमें सच क्या है और झूठ क्या है इसको पता लगाना कठिन है। मीडिया…

जनसंपर्क चौबीस घंटे, सातों दिन का काम : कुलपति प्रो. केजी सुरेश

जनसंपर्क चौबीस घंटे, सातों दिन का काम : कुलपति प्रो. केजी सुरेश

फिल्में भी जनसंपर्क का काम करती हैं – लाजपत आहूजा

जनसंपर्क में सिनेमा की भूमिका पर विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग का आयोजन

भोपाल, 21 अप्रैल, 2023: जनसंपर्क दस से छह की नौकरी नहीं है बल्कि चौबीस घंटे, सातों दिन का काम है। ये कहना है माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ केजी सुरेश का। विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित सेमीनार में उन्होंने विद्यार्थियों को जनसंपर्क के टिप्स दिए। जनसंपर्क में सिनेमा की भूमिका विषय पर जनसंपर्क विभाग के पूर्व संचालक एवं विश्वविद्यालय के पूर्व कुलाधिसचिव श्री लालपत आहूजा ने मुख्य वक्ता के रुप में कहा कि फिल्में जनसंपर्क का भी काम करती हैं। फिल्मी पर्दे पर अभिनेताओं के अभिनय जनसंपर्क का ही काम करते हैं। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों के जरिए बताया कि फिल्मों से किस तरह से सकारात्मक एवं नकारात्मक छबि पेश की जाती है और आम जन के मन में इसका प्रभाव पड़ता है। श्री आहूजा ने मंथन, संतोषी मां, आदि बहुत सी फिल्मों का उदाहरण देते हुए जनसंपर्क में सिनेमा की भूमिका पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर विभाग द्वारा एक जनरल जेपीआरे के तृतीय अंक का विमोचन किया गया। साथ ही इसके आईआईएसएल नंबर का सर्टिफिकेट भी विश्वविद्यालय को प्राप्त हुआ है। कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी, विभागाध्यक्ष डॉ. पवित्र श्रीवास्तव विभाग के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित हुए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अरुण खोबरे द्वारा किया गया।

जनसंपर्क चौबीस घंटे, सातों दिन का काम : कुलपति प्रो. केजी सुरेश फिल्में भी जनसंपर्क का काम करती हैं – लाजपत आहूजा जनसंपर्क में सिनेमा की भूमिका पर विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग का आयोजन भोपाल, 21 अप्रैल, 2023: जनसंपर्क दस से छह की नौकरी नहीं है बल्कि चौबीस घंटे, सातों दिन का काम है। ये कहना है…

एक्टिंग एवं डारेक्शन में डिप्लोमा कोर्स भी शुरु होगा – कुलपति प्रो. केजी सुरेश

एक्टिंग एवं डारेक्शन में डिप्लोमा कोर्स भी शुरु होगा – कुलपति प्रो. केजी सुरेश

फिल्म रिपोर्टिंग के लिए जुनून के साथ ज्ञान भी जरुरी है – अजीय राय

पांचवे चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल के पोस्टर का हुआ विमोचन

चलचित्र विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म रिपोर्टिंग पर कार्यशाला सम्पन्न

भोपाल, 21 अप्रैल, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के चलचित्र विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म रिपोर्टिंग पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय जल्द ही एक्टिंग एवं डारेक्शन में डिप्लोमा कोर्स भी शुरु करेगा। उन्होंने फिल्मी समाचार पर कहा कि चटपटे एवं गॉसिप जो हैं वह समाचार नहीं है। प्रो. सुरेश ने कहा कि फिल्म समीक्षा गंभीर दर्शक पढ़ता है। इसके साथ ही उन्होंने फिल्मों के हिट होने पर कहा कि इसका कोई फार्मूला नहीं है। प्रो. सुरेश ने कहा कि फिल्म को देखना नहीं बल्कि समझना जरुरी है। इस अवसर पर वरिष्ठ फिल्म समीक्षक अजीत राय ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय फिल्म रिपोर्टिंग पर कहा कि इसके लिए एक जुनून एवं ज्ञान की तैयारी की जरुरत होती है। उन्होंने 1952 से 1965 के दौर को फिल्मों का स्वर्ण काल बताते हुए उस समय के फिल्मी समारोह के बारे में बताया। उन्होंने माया नगरी मुंबई की फिल्मों पर कहा कि आजकल केरल, बंगाल, कर्नाटक, पंजाब, आसाम और मनिपुर में भी बेहतरीन फिल्में बन रही हैं। श्री राय ने कान फिल्म समारोह क्यों खास है इसके बारे में भी विद्यार्थियों को बताया। इस अवसर पर अगले साल फरवरी में हरियाणा के पंचकुला में होने वाले पांचवे चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल के पोस्टर का भी विमोचन किया गया। विमोचन अवसर पर सतपुड़ा चलचित्र समिति के अध्यक्ष लाजपत आहूजा एवं सचिव आशीष भवालकर एवं अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी, चलचित्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पवित्र श्रीवास्तव विभाग के शिक्षक  एवं विद्यार्थी उपस्थित हुए।

एक्टिंग एवं डारेक्शन में डिप्लोमा कोर्स भी शुरु होगा – कुलपति प्रो. केजी सुरेश फिल्म रिपोर्टिंग के लिए जुनून के साथ ज्ञान भी जरुरी है – अजीय राय पांचवे चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल के पोस्टर का हुआ विमोचन चलचित्र विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म रिपोर्टिंग पर कार्यशाला सम्पन्न भोपाल, 21 अप्रैल, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता…

मित्रतापूर्ण मुकाबले में एमसीयू एकादश ने एलुमिनी एकादश को 10 विकेट से हराया

मित्रतापूर्ण मुकाबले में एमसीयू एकादश ने एलुमिनी एकादश को 10 विकेट से हराया

एमसीयू एकादश की ओर से मनोज पटेल ने 56 रन की आतिशी पारी खेली और मुन्नालाल ने हैट्रिक ली

भोपाल, 21 अप्रैल, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ओर से वार्षिक उत्सव प्रतिभा के अंतर्गत एमसीयू एकादश और एमसीयू एलुमिनी एकादश के बीच मित्रतापूर्ण क्रिकेट मैच खेला गया। 112 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एमसीयू एकादश ने मनोज पटेल और गोपाल वर्मा की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की मदद से केवल 7 ओवर में ही विजय प्राप्त कर ली। मनोज पटेल ने 56 और गोपाल वर्मा ने 44 रन की पारी खेली। एमसीयू एकादश की ओर से कप्तान लोकेंद्र सिंह और एलुमिनी एकादश की ओर से कप्तान अजय मौर्या ने अपनी टीमों का परिचय कुलपति प्रो. (डॉ) केजी सुरेश, कुलसचिव प्रो. (डॉ) अविनाश वाजपेयी एवं आइकॉनिक विद्यालय की प्राचार्य डॉ. सुमन पुरोहित दास से कराया। प्राचार्य डॉ. पुरोहित ने कहा कि खेल जीवन का हिस्सा है। वहीं, कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि खेल मित्रता के भाव को बढ़ाते हैं। विश्वविद्यालय परिवार की दोनों ही टीमों को खेलते देखना अच्छा अनुभव है। हम सदैव ही अपने शिक्षकों, कर्मचारियों, अधिकारियों और विद्यार्थियों को खेलने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी एमसीयू एलुमिनी एकादश ने शुरुआत धीमी की और जल्दी 4 चार विकेट खो दिए। कप्तान अजय मौर्या ने पारी को संभाला और 41 रन का योगदान दिया। एमसीयू एलुमिनी की ओर से अशेष प्रधान ने 21 और आदित्य तिवारी ने 19 रन का योगदान दिया। पूर्व विद्यार्थियों की टीम ने 12 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 112 रन का लक्ष्य विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मचारियों की टीम के सामने रखा। एमसीयू एकादश की ओर से गेंदबाजी करते हुए मुन्नालाल नापित ने चार विकेट लिए, जिसमें हैट्रिक भी शामिल है। वहीं, अरविंद राजपूत ने 2, राहुल और राकेश ने एक–एक विकेट लिया। वहीं, एमसीयू एकादश की ओर से ओपनिंग करने उतरे मनोज पटेल और गोपाल वर्मा ने शुरुआत से ही तेज बल्लेबाजी कर अपने इरादे जता दिए थे। वासु के पहले ही ओवर मनोज पटेल ने 5 चौके जड़ दिए। वहीं, अशेष प्रधान के दूसरे ओवर में गोपाल वर्मा ने 3 छक्के लगाकर मैच का रुख एक ओर कर दिया। दोनों बल्लेबाजों ने चौके–छक्कों की सहायता से तेजी से रन बनाते हुए केवल 7 ओवर 2 गेंद में लक्ष्य को प्राप्त कर लिया।

मित्रतापूर्ण मुकाबले में एमसीयू एकादश ने एलुमिनी एकादश को 10 विकेट से हराया एमसीयू एकादश की ओर से मनोज पटेल ने 56 रन की आतिशी पारी खेली और मुन्नालाल ने हैट्रिक ली भोपाल, 21 अप्रैल, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ओर से वार्षिक उत्सव प्रतिभा के अंतर्गत एमसीयू एकादश और एमसीयू एलुमिनी एकादश के बीच…

पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग में बुक डिस्कशन

पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग में बुक डिस्कशन

भोपाल, 21 अप्रैल, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग द्वारा शुक्रवार को बुक डिस्कशन का आयोजन किया गया। जिसमें वरिष्ठ पत्रकार गिरिजा शंकर एवं वरिष्ठ फिल्म समीक्षक अजीत राय ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. केजी सुरेश ने की। इस अवसर पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ. आरती सारंग, कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग में बुक डिस्कशन भोपाल, 21 अप्रैल, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग द्वारा शुक्रवार को बुक डिस्कशन का आयोजन किया गया। जिसमें वरिष्ठ पत्रकार गिरिजा शंकर एवं वरिष्ठ फिल्म समीक्षक अजीत राय ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के…