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भोपाल, 19 अगस्त, 2021: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के प्रोड्यूसर मनोज पटेल की फिल्म ‘सरकार : डॉ. एमएल सरकार’ ने स्वतंत्रता के विज्ञान फिल्मोत्सव में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है। वहीं, सहायक प्राध्यापक राहुल खड़िया की फिल्म ‘रामानुजन द मैन हु न्यू इनफिनिटी’ को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इस फिल्म फेस्टिवल का आयोजन भारत सरकार के विज्ञान प्रसार विभाग एवं फिल्म्स डिवीज़न ने स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अवसर पर किया।
प्रोड्यूसर मनोज पटेल की फिल्म ‘सरकार’ आधुनिक विज्ञान में भारत के महान वैज्ञानिक डॉ. महेंद्र लाल सरकार के योगदान को बताती है। उन्होंने एलोपैथी और होमियोपैथी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया। डॉ. सरकार राष्ट्रीय विचारों से ओत-प्रोत थे और ब्रिटिश शासन से भारत को मुक्त देखना चाहते थे। वह चाहते थे कि भारत के नागरिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बने। भारतीय नागरिक स्वयं को स्वस्थ रखते हुए ब्रिटिश सरकार से मुकाबला करें। इस फिल्म को आवाज़ दी है एमसीयू की ही पूर्व विद्यार्थी अदिति पौराणिक। जबकि सहायक प्राध्यापक राहुल खड़िया की फिल्म ‘रामानुजन द मैन हु न्यू इनफिनिटी’ एक एक्सपेरिमेंटल साइंस फिल्म है। यह एक डोक्युड्रामा फिल्म है, जिसमें भारत के जिनियस गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की कहानी और उनकी उपलब्धियों को दिखाया गया है। फिल्म की सह-निदेशक परिधि परमार हैं। फिल्म में अभिनय किया है विआन मोदिया और रॉकी अन्थोनी ने। कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की है और दोनों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म एक सशक्त माध्यम है, इसका उपयोग समाज में जाग्रति लाने के लिए करना चाहिए। विज्ञान विषय को फिल्म के लिए चुनना अपने आप में एक सराहनीय बात है।



स्वतंत्रता के विज्ञान फिल्मोत्सव में एमसीयू के प्रोड्यूसर मनोज पटेल की फिल्म ‘सरकार’ ने जीता पहला पुरस्कार, सहायक प्राध्यापक राहुल खड़िया की फिल्म ‘रामानुजन द मैन हु न्यू इनफिनिटी’ को मिला तृतीय पुरस्कार भारत सरकार के विज्ञान प्रसार विभाग और फिल्म्स डिवीज़न की ओर से स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित हुआ फिल्मोत्सव भोपाल,…
भोपाल, 18 अगस्त, 2021: डाक्युमेंट्री फिल्म निर्माण को करियर के रूप में अपनाया जा सकता है। इस क्षेत्र में काम करने के लिए बहुत अवसर हैं। देश-दुनिया में अनेक संस्थाएं हैं, जो डाक्युमेंट्री फिल्में बनवाती हैं और खरीदती भी हैं। इस क्षेत्र में प्रसिद्धि और पैसा, दोनों हैं। यह बात प्रख्यात फिल्म निर्माता-निर्देशक श्री अशोक शरण ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में ‘वृत्तचित्र निर्माण कला’ पर आयोजित विशेष व्याख्यान में कही। कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि डाक्युमेंट्री फिल्में समाज का प्रबोधन करती हैं। फिल्म के लिए विषय का चयन बहुत सावधानी से करना चाहिए।
डाक्युमेंट्री फिल्म (वृत्तचित्र) निर्माण की बारीकियों के संदर्भ में बताते हुए फिल्मकार श्री अशोक शरण ने कहा कि डाक्युमेंट्री फिल्म एक दस्तावेज की तरह होती है। इसमें तथ्यों के आधार पर फिल्म बनती है। इसलिए अच्छी डोक्युमेंट्री बनाने के लिए शोध पर अधिक समय लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले वृत्तचित्र दिखाना बहुत कठिन होता था। लेकिन अब अनेक माध्यम आ गए हैं जिनके माध्यम से हम अपने काम को समाज तक ले जा सकते हैं। आज डॉक्युमेंट्री फिल्म बनाकर आप उसे यूट्यूब या फेसबुक पर अपलोड कर सकते हैं।
टीमवर्क है डाक्युमेंट्री फिल्म निर्माण:
श्री शरण ने कहा कि डाक्युमेंट्री फिल्म निर्माण टीमवर्क है। अच्छी डाक्युमेंट्री फिल्म बनाने के लिए टीम में निर्देशक, संपादक, कैमरापर्सन, पटकथा लेखक और अध्ययन/शोध करने वाला व्यक्ति होना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि आजकल बायोपिक बनाने और देखने का चलन बढ़ा है। प्रमुख लोगों के बायोपिक खूब पसंद किए जा रहे हैं। बायोपिक बनाते समय हमारे पास दोनों विधाएं हैं- फीचर फिल्म और डाक्युमेंट्री। फीचर फिल्म में हम रचनात्मक स्वतंत्रता लेकर कुछ बातों को बदल सकते हैं। जबकि डाक्युमेंट्री में हमें फैक्ट पर ही बताना होता है।
फरवरी 2022 में भोपाल में राष्ट्रीय फिल्मोत्सव का आयोजन:
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि डाक्युमेंट्री फिल्म निर्माण के लिए हमें ऐसे विषयों का चयन करना चाहिए, जो समाज को प्रेरणा दें। डाक्युमेंट्री फिल्म निर्माण एक गंभीर काम है। इसके लिए अध्ययन और सामाजिक दृष्टि चाहिए। फिल्म के माध्यम से हम समाज को एक सार्थक दिशा दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि डाक्युमेंट्री फिल्में समाज का प्रबोधन करती हैं। प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि भोपाल में 18 से 20 फरवरी, 2022 को चित्र भारती राष्ट्रीय शॉर्ट फिल्मोत्सव का आयोजन होना है। इस फिल्मोत्सव में अपनी फिल्में 30 नवंबर तक भेजी जा सकती हैं। डॉक्युमेंट्री फिल्म निर्माताओं के साथ ही पत्रकारिता एवं संचार क्षेत्र के विद्यार्थियों को इस फिल्मोत्सव में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए। कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से किया गया। कार्यक्रम का संचालन एवं समन्वयन विभाग के अध्यक्ष प्रो. पवित्र श्रीवास्तव ने किया। आभार ज्ञापन कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजपेयी ने किया। कार्यक्रम में शिक्षकों के साथ विद्यार्थी भी जुड़े। फिल्म निर्माता श्री अशोक शरण ने इस अवसर पर विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया।



डाक्युमेंट्री फिल्म निर्माण में है अच्छा करियर : श्री अशोक शरण समाज का प्रबोधन करती हैं डाक्युमेंट्री फिल्म : प्रो. केजी सुरेश एमसीयू में ‘वृत्तचित्र निर्माण कला’ पर विशेष व्याख्यान का आयोजन, डाक्युमेंट्री निर्माण की बारीकियों पर की चर्चा भोपाल, 18 अगस्त, 2021: डाक्युमेंट्री फिल्म निर्माण को करियर के रूप में अपनाया जा सकता है। इस क्षेत्र में काम…
भोपाल, 17 अगस्त, 2021: विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के वाग्देवी भवन में स्थित हिन्दी अध्ययनशाला में आयोजित समारोह में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, भोपाल और विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के मध्य एमओयू साइन किया गया है। जनसंचार एवं विविध विषयों के शिक्षण, शोध एवं बहुआयामी अकादमिक गतिविधियों के विस्तार की दृष्टि से यह एमओयू किया गया है। एमसीयू के कुलपति प्रो. केजी सुरेश और विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालयों की सार्थकता इस बात में है कि समाज में वैज्ञानिक सोच का विकास हो। एमओयू के माध्यम से दोनों विश्वविद्यालयों के शिक्षकों, विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को पर्याप्त सहयोग मिलेगा। विज्ञान एवं संचार दोनों ही क्षेत्रों में कार्य करने के लिए गति मिलेगी। आने वाले दौर में दोनों विश्वविद्यालय विज्ञान संप्रेषण एवं विज्ञान पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करेंगे। कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि एमसीयू ने वर्षभर स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहा है। अमृत महोत्सव की श्रृंखला में अब दोनों विश्वविद्यालय मिलकर कार्य करेंगे। भारत की स्वतंत्रता से जुड़े समाचारपत्रों, पत्रिकाओं और पत्रकारों का अध्ययन एवं उनसे सम्बंधित साहित्य का प्रकाशन विक्रम विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के साथ मिलकर किया जायेगा।
वहीं, कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा कि दोनों विश्वविद्यालयों के बीच हुआ यह एमओयू अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके माध्यम से माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा संचालित अनेक पाठ्यक्रमों का लाभ विक्रम विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को मिलेगा। जनसंचार के साथ ही अनेक विषय क्षेत्रों के विद्यार्थी एवं शोधार्थी इसके माध्यम से लाभान्वित होंगे। जब हम समूह के रूप में कार्य करते हैं, तब बहुत सार्थक परिणाम सामने आते हैं। इस दिशा में यह एमओयू सार्थक सिद्ध होगा। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रशांत पुराणिक, कुलानुशासक प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा, प्रो. प्रेमलता चुटैल, प्रो. गीता नायक, डॉ. जगदीश चंद्र शर्मा, माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय भोपाल के श्री राजेश शर्मा सहित अनेक अधिकारी एवं शिक्षकगण उपस्थित थे। इस अवसर पर कुलपतिद्वय ने वाग्देवी भवन में जनसंचार पाठ्यक्रम के लिए स्टूडियो, फोटोग्राफ एवं मीडिया प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।


माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय और विक्रम विश्वविद्यालय के बीच एमओयू एमओयू से लाभान्वित होंगे जनसंचार एवं विविध क्षेत्रों के विद्यार्थी भोपाल, 17 अगस्त, 2021: विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के वाग्देवी भवन में स्थित हिन्दी अध्ययनशाला में आयोजित समारोह में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, भोपाल और विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के मध्य…
भोपाल, 16 अगस्त, 2021: एशिया के पहले पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के रूप में प्रतिष्ठित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया जारी है। आप 21 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। एमसीयू ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप 7 ग्रेजुएट ऑनर्स पाठ्यक्रम भी शुरू किये हैं। इन पाठ्यक्रमों में विद्यार्थियों को मल्टीपल एग्जिट-एंट्री सिस्टम सहित अन्य सुविधा भी मिलेगी। इसके साथ ही फिल्म और ग्रामीण पत्रकारिता में दो नए पी.जी. डिप्लोमा भी शुरू किए गए हैं।
एमसीयू के परिसर रीवा, खंडवा और दतिया में भी संचालित हैं। विद्यार्थी यहाँ संचालित पाठ्यक्रमों के लिए भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की प्रक्रिया एवं ऑनलाइन आवेदन फॉर्म विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है। एमपी ऑनलाइन के माध्यम से भी आवेदन किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि एमसीयू के भोपाल सहित रीवा, खंडवा और दतिया परिसर में 29 पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं। इनमें प्रिंट पत्रकारिता, जनसंचार, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, न्यू मीडिया, फिल्म प्रोडक्शन, विज्ञापन, जनसंपर्क, मीडिया मैनेजमेंट, कंप्यूटर साइंस तथा लाइब्रेरी एवं इंफॉर्मेशन साइंस से संबंधित स्नातकोत्तर एवं स्नातक पाठ्यक्रम शामिल हैं।
एमसीयू में संचालित पाठ्यक्रमों एवं प्रवेश प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.mcu.ac.in से प्राप्त की जा सकती है।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ई-बुक्स का विमोचन
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार श्री सतीश एलिया की पुस्तक ‘चुनाव एवं जनमत सर्वेक्षण’ और डॉ. बीएस नागी और डॉ. एएम खान की पुस्तक ‘समाज विज्ञान संचार एवं प्रबंधन में अनुसंधान कौशल’ का विमोचन किया गया। ये पुस्तकें ई-वर्जन में उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही शोध पत्रिका ‘मीडिया मीमांसा’ के आगामी अंक के आवरण पृष्ठ का भी लोकार्पण किया गया, जो ‘भारत@75: मीडिया और जनसंचार के बदलते आयाम’ विषय पर केन्द्रित है।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि समूचा देश भारत की स्वतंत्रता को 75 वर्ष पूर्ण होने पर स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहा है। यह अवसर है कि हम अपने इतिहास का सिंहावलोकन करें और नये भारत के निर्माण में सब अपना योगदान दें। वरिष्ठ पत्रकार श्री सतीश एलिया ने कहा कि एमसीयू ने पत्रकारिता में अनेक बड़े नाम दिए हैं। नये विद्यार्थी भी अच्छा काम कर रहे हैं। लगभग 30 वर्ष में यात्रा में विश्वविद्यालय ने उल्लेखनीय विकास किया है। ई-बुक्स के विमोचन अवसर पर कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजपेयी, डीन अकादमिक प्रो. पी. शशिकला, प्रकाशन निदेशक डॉ. कंचन भाटिया, प्रभारी डॉ. राकेश पाण्डेय, मीडिया मीमांसा की संपादक डॉ. राखी तिवारी, सह-संपादक लोकेन्द्र सिंह, डॉ. रामदीन त्यागी, डॉ. उर्वशी परमार और मनीषा वर्मा भी उपस्थित रहीं।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में एनसीसी की 4एमपी बटालियन ने परेड का प्रदर्शन किया, सांस्कृतिक इकाई ने लघु नाटिका का प्रदर्शन किया। लघु नाटिका में 75 वर्ष में भारत की विकास यात्रा को दिखाया गया। इस अवसर पर सभी विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारियों के साथ ही पूर्व एवं वर्तमान विद्यार्थी उपस्थित रहे।





माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए अंतिम तिथि 21 अगस्त मीडिया, संचार एवं कंप्यूटर के पाठ्यक्रमों में प्रवेश का अवसर, स्नातक स्तर पर 7 पाठ्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप भोपाल, 16 अगस्त, 2021: एशिया के पहले पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के रूप में प्रतिष्ठित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय द्वारा संचालित…