एमसीयू के नए कैंपस में हॉल ऑफ फेम बनेगा, इसमें विश्वविद्यालय से निकले ख्यातिनाम विद्यार्थियों के नाम होंगेः प्रो. केजी सुरेश

एमसीयू के नए कैंपस में हॉल ऑफ फेम बनेगा, इसमें विश्वविद्यालय से निकले ख्यातिनाम विद्यार्थियों के नाम होंगेः प्रो. केजी सुरेश

आज इंडस्ट्री में क्रिएटिव राइटर्स की कमी है, विश्वविद्यालय के छात्र इस कमी को पूरा करेंगे

एमसीयू में आंशिक कक्षाएं शुरू, अगले दो से तीन महीने में नियमित रूप से विवि परिसर में कक्षाएं शुरू करने की योजना

भोपाल, 7 जनवरी 2021: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में आंशिक रूप से कक्षाएं शुरू हो गई हैं। कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने गुरुवार को विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग में आये आए विद्यार्थियों का स्वागत किया। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल जैसे मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया। उन्होंने बताया कि नई व्यवस्था के तहत विद्यार्थी अभी हफ्ते में एक निश्चित दिन आएंगे। यह शंका निवारण कक्षाएं होंगी। बाकी दिन पहले की तरह ऑनलाइन क्लास चलती रहेंगी। जल्द ही विश्वविद्यालय में नियमित रूप से कक्षाएं शुरू करने की योजना है।

कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि अगले सत्र से विश्वविद्यालय नए परिसर में संचालित होगा। नए परिसर में हॉल ऑफ फेम बनाएंगे, जहाँ विश्वविद्यालय से निकले ख्यातिनाम विद्यार्थियों के नाम होंगे। उन्होंने विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज फिल्म इंडस्ट्री और एडवर्टाइजिंग इंडस्ट्री में क्रिएटिव और अच्छे कापी राइटर्स की भारी कमी है। विश्वविद्यालय के विद्यार्थी इस कमी को पूरा कर सके हैं। उन्होंने अमूल का उदाहरण देते हुए कहा कि छात्रा-छात्राओं को अमूल के कैंपेन का अध्ययन करना चाहिए। इससे आपको नया सोचने और रचने के आइडिया मिलेंगे।

प्रो. सुरेश ने कहा कि महान लोग कोई अलग काम नहीं करते, बल्कि वह हर काम को अलग ढंग से करते हैं। हमें सकारात्मकता के साथ चीजों को स्वीकार करना है। संकीर्णता और नकारात्मकता को मन से निकालना है। हम जिस भी क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उसमें अपना 100 फीसदी योगदान देना होगा। कुछ नया और अलग करना होगा। आपका लक्ष्य यह होना चाहिए, मेरा विश्वविद्यालय, मेरे नाम से पहचाना जाए। इस मौके पर कुलसचिव अविनाश बाजपेयी, विज्ञापन एंव जनसंपर्क विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) पवित्र श्रीवास्तव एवं सभी शिक्षक उपस्थित रहे।

एमसीयू के नए कैंपस में हॉल ऑफ फेम बनेगा, इसमें विश्वविद्यालय से निकले ख्यातिनाम विद्यार्थियों के नाम होंगेः प्रो. केजी सुरेश आज इंडस्ट्री में क्रिएटिव राइटर्स की कमी है, विश्वविद्यालय के छात्र इस कमी को पूरा करेंगे एमसीयू में आंशिक कक्षाएं शुरू, अगले दो से तीन महीने में नियमित रूप से विवि परिसर में कक्षाएं…

A Hall of fame will be established at the new campus of MCU, it will have the name of of renowned student’s : Prof. KG Suresh

A Hall of fame will be established at the new campus of MCU, it will have the name of of renowned student’s :  Prof. KG Suresh

currently there are very less creative writers in the industry, University students will fill this gap

Partial classes started at MCU. Regular classes will be held in next two to three months in the University campus

Bhopal 7th January 2021: Makhanlal Chaturvedi National University of journalism and communication started  their regular (offline) classes, partially from Thursday. Professor KG Suresh welcomed the students. during the same the COVID protocol was also followed like wearing the masks and social distancing. The VC announced that according to the new system, the students will be attending the University once in a week. The classes will be held to clarify the doubts of the students, if any. For the rest of the days online classes will be held as usual. There is also a plan to start regular offline classes in the university within 2 to 3 months. VC sir also announced that in the next session, the university will be shifted to the new campus. Hall of fame will be developed in the new campus. Here the name of renowned student’s of the university will be displayed.

Addressing the students of advertising and Public Relations department, he said that currently there is a shortage of creative and good copywriters in the advertising and film industry. The students of the University May fill in the void. VC Sir cited the example of Amul to the student’s and said that they must study the Amul campaign. It will help them to think new and create new.

Professor KG Suresh said that successful people do not do different work, rather they do work in a different manner. We will have to accept everything with optimism an should throw away narrowness and negativity from within. We will have to put it in our 100% efforts in the field of our work. we will have to do something innovative and something different. the goal of the students must be that my university must be remembered for me. At this occasion, the registrar of the university professor Avinash Bajpai dean academics and head, department of advertising and Public Relations professor Pavitra Srivastava were also present along with all the other faculties.

A Hall of fame will be established at the new campus of MCU, it will have the name of of renowned student’s :  Prof. KG Suresh currently there are very less creative writers in the industry, University students will fill this gap Partial classes started at MCU. Regular classes will be held in next two…

सामाजिक सरोकार पहली प्राथमिकता – कुलपति प्रो. सुरेश

सामाजिक सरोकार पहली प्राथमिकता कुलपति प्रो. सुरेश

माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में यूनिसेफ के सहयोग से जनस्वास्थ्य और तथ्यपरक पत्रकारिताविषय पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्रामका आयोजन

भोपाल, 06 जनवरी, 2021: विश्वविद्यालय का काम विद्यार्थियों को शिक्षित करना मात्र नहीं है, बल्कि विश्वविद्यालयों को सामाजिक सरोकारों से भी जुड़े रहना चाहिए। इसलिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में तथ्य पत्रकारिता को बढ़ावा देना एवं उसके प्रति जागरूकता लाना हमारी प्राथमिकता होना चाहिए। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने ‘जनस्वास्थ्य और तथ्यपरक पत्रकारिता’ विषय पर आयोजित फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में ये बात कही। यूनिसेफ के साथ मिलकर आयोजित हुए इस कार्यक्रम में अमर उजाला के कार्यकारी संपादक श्री संजय अभिज्ञान, वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रमोद जोशी, यूनिसेफ के संचार विशेषज्ञ श्री अनिल गुलाटी की एवं यूनिसेफ की संचार विशेषज्ञ सुश्री सोनिया सरकार ने भी भाग लिया।

कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि आजकल सोशल मीडिया ही नहीं बल्कि मुख्यधारा की मीडिया में भी फेक कन्टेंट आ जाता है। जन स्वास्थ्य पत्रकारिता का महत्व समझाते हुए उन्होंने कहा कि इससे पाठक एवं दर्शक भ्रमित हो रहे हैं। प्रो. सुरेश ने कहा कि चूंकि स्वास्थ्य पत्रकारिता से सीधे-सीधे आम व्यक्ति प्रभावित होता है, इसलिए इसकी रिपोर्टिंग करते हुए बहुत सावधानी रखनी चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य पत्रकारिता पर विश्वविद्यालय के रीवा, खंडवा एवं नोएडा कैंपस के साथ ही प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाने की बात कही।

यूनिसेफ के संचार विशेषज्ञ श्री अनिल गुलाटी ने कहा कि स्वास्थ्य पत्रकारिता के लिए साक्ष्य का होना बहुत जरूरी है। आमजन तक सूचना पहुंचने के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि यह निश्चित ही बहुत आवश्यक है, क्योंकि मिस-कम्युनिकेशन से बहुत बुरा असर लोगों पर पड़ता है। श्री गुलाटी ने कहा कि मीडिया का कर्तव्य है कि वह लोगों तक सही जानकारी पहुंचाए।

अमर उजाला के कार्यकारी संपादक श्री संजय अभिज्ञान ने स्वास्थ्य पत्रकारिता पर कहा कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में वैक्सीन से बड़ी कोई उम्मीद नहीं है। इसलिए वैक्सीन पर आ रही नकारात्मक खबरें एवं अन्य फेक कन्टेंट पर स्वास्थ्य पत्रकारिता करते समय अधिक सावधानी रखनी होगी। श्री अभिज्ञान ने कहा कि सही सूचना देने का मतलब है कि आप लोगों की जान बचा रहे हैं।

वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रमोद जोशी ने मीडिया कवरेज के बारे में कहा कि आजकल वैक्सीन का बनना खबर नहीं है, बल्कि वैक्सीन के पीछे की राजनीति बड़ी खबर है। उन्होंने कहा कि इस तरह की खबरों से आमजन के मन-मतिष्क पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। श्री जोशी ने कहा कि स्वास्थ्य पत्रकारिता का दायित्व है कि वह सामाजिक स्वास्थ्य की बात करे। पहले खबर को जांचा जाए, परखा जाए, फिर छापा जाए। उन्होंने कहा कि विज्ञान की कठिन भाषा को भी पत्रकारिता में सरल भाषा में लिखना चाहिए ताकि आम पाठक भी उसे समझ सके। यूनिसेफ की संचार विशेषज्ञ सुश्री सोनिया सरकार ने कहा कि स्वास्थ्य पत्रकारिता के लिए यह जरूरी है कि शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को मेंटर्स द्वारा जागरूक किया जाना भी आवश्यक है। फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के अंत में कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजपेयी ने आभार प्रदर्शन व्यक्त किया। संकाय सदस्यों के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के पत्रकारिता,इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, विज्ञापन एवं जनसंपर्क, संचार शोध और कम्प्यूटर विभाग के शिक्षक, प्रोड्यूसर एवं ट्यूटर्स ने भाग लिया।

सामाजिक सरोकार पहली प्राथमिकता – कुलपति प्रो. सुरेश माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में यूनिसेफ के सहयोग से ‘जनस्वास्थ्य और तथ्यपरक पत्रकारिता’ विषय पर ‘फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम’ का आयोजन भोपाल, 06 जनवरी, 2021: विश्वविद्यालय का काम विद्यार्थियों को शिक्षित करना मात्र नहीं है, बल्कि विश्वविद्यालयों को सामाजिक सरोकारों से भी जुड़े रहना चाहिए। इसलिए स्वास्थ्य के…

Educational institutions should have concern for the society: Prof. K G Suresh

Educational institutions should have concern for the society: Prof. K G Suresh

Bhopal, 06 January 2021. “Educational institutions should have concern for the society” said Prof. KG Suresh while addressing the FDP on ‘Public Health and Evidence based Reporting (Critical Appraisal Skill)’, organised by Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal and UNICEF. Vice Chancellor, Prof. KG Suresh inaugurated the Faculty Development Programme on health communication. He said Media educational institutions should promote social empowerment activities. This programme aimed to sensitize media educators on health issues and reporting based on facts and evidences. He also emphasized on the challenges for mainstream media especially related to misinformation and disinformation being spread on Covid-19 vaccine.

The keynote speaker Sh. Sanjay Abhigyan said that in present time , Covid-19 is one of the major challenges and its vaccine is the only hope. For this purpose, information has to be communicated regularly to the masses that can further help in creating a positive environment in the society. Addressing the faculty members, he quoted that aspiring media professionals must understand that while working in health sector, they are writing for “life”. In the present ecosystem, the challenge is not just about the individual health but public health actually. It is very necessary that students who want to work in health journalism, they must have the knowledge of basic terminology of medical field. This will help them to understand the things with clarity and then they can communicate it in easy and simple language to the people. The resource person used various case studies related to misinformation and explained about evidence based reporting with the help of examples.

Eminent Journalist Sh. Pramod Joshi threw light on the significance of verification of data and information in media sector. He explained in detailed manner how media education fraternity can inculcate health related issues in curriculum. He also emphasized that a teacher must always be ready to learn new things, new techniques. Ms. Sonia Sarkar, Communication officer, UNICEF, said that these type of programmes can start bringing changes in society. She said it’s a challenge for media sector to provide authentic information to the masses as there are many threats , and there is a need to check and verify the evidences . Communication expert, Sh. Anil Gulati, said that media can play a very important rule in communicating positive stories to the masses. Evidence based reporting is essentially needed while writing for health related issues.

Dr. Manikanthan Nair welcomed the Chairperson Prof. KG Suresh in the beginning of the programme. Faculty members, tutors, producers of Department of Journalism, Electronic media, Advertising and Public Relations, Communication research and Computer Application attended the programme. Sh. Lalbahadur Ojha compered the programme. Registrar Prof. Avinash Bajpai proposed the vote of thanks.

Educational institutions should have concern for the society: Prof. K G Suresh Bhopal, 06 January 2021. “Educational institutions should have concern for the society” said Prof. KG Suresh while addressing the FDP on ‘Public Health and Evidence based Reporting (Critical Appraisal Skill)’, organised by Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal and UNICEF.…

एनएसएस देता है देश के प्रतिनिधत्व का अवसर : राहुल सिंह परिहार

एनएसएस देता है देश के प्रतिनिधत्व का अवसर : राहुल सिंह परिहार

एमसीयू में राष्ट्रीय सेवा योजना के नये विद्यार्थियों के लिए उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन

भोपाल, 05 जनवरी, 2020: राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं को देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर देता है। इसके साथ ही यह युवाओं को समाज में बदलाव लाने के लिए तैयार करता है। यह विचार राष्ट्रीय सेवा योजना की मुक्त इकाई के कार्यक्रम अधिकारी श्री राहुल सिंह परिहार ने व्यक्त किये। वे माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के उन्मुखीकरण कार्यक्रम बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने की।

अपने अनुभवों को साझा करते हुए मुख्य वक्ता श्री परिहार ने मध्यप्रदेश को नवाचारों की जननी बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को राष्ट्रीय सेवा योजना का इतिहास भी बताया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक श्री अनंत सक्सेना ने कहा कि एनएसएस वह माध्यम है, जो विद्यार्थियों के व्यक्तित्व को निखारता है। एनएसएस के स्वयंसेवक विद्यार्थियों ने देश की उन्नति में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

एनएसएस और पत्रकारिता का लक्ष्य एक ही है : प्रो. केजी सुरेश

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि सामाजिक सरोकार राष्ट्रीय  सेवा योजना और पत्रकारिता दोनों का लक्ष्य है। एक अच्छा पत्रकार होने के लिए एक अच्छा इंसान होना आवश्यक है और राष्ट्रीय सेवा योजना एक अच्छा इंसान बनने में सहायता करती है। वर्तमान समय में जमीनी पत्रकारिता लुप्त हो गई है। हमारे समाज में इन्फोडेमिक फैल रहा है, जो पैन्डेमिक से भी ज्यादा खतरनाक है। आज वैक्सीन से संबंधित भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। पत्रकारिता और एनएसएस के माध्यम से इन अफवाहों को रोकने के प्रयास होने चाहिए। कुलपति ने कहा कि हम अपने नए परिसर में एनएसएस के लिए अलग से प्रशिक्षण की व्यवस्था करेंगे। इसके अलावा गांवों में भी राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से मीडिया जागरूकता अभियान भी चलाएंगे।

कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के छात्र सौरभ चौकसे, प्रतीक मिश्रा और प्रवीण कुशवाह ने कोरोना काल में किए गए कार्यों के अनुभव साझा किए। कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. गजेंद्र सिंह अवास्या ने किया।

एनएसएस देता है देश के प्रतिनिधत्व का अवसर : राहुल सिंह परिहार एमसीयू में राष्ट्रीय सेवा योजना के नये विद्यार्थियों के लिए उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन भोपाल, 05 जनवरी, 2020: राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं को देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर देता है। इसके साथ ही यह युवाओं को समाज में बदलाव लाने के लिए तैयार…

आज विशेषज्ञता का जमाना है, कुछ हटकर करें : कुलपति प्रो. केजी सुरेश

आज विशेषज्ञता का जमाना है, कुछ हटकर करें : कुलपति प्रो. केजी सुरेश

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के नवागत विद्यार्थियों को मास्क देकर कुलपति ने किया स्वागत

भोपाल, 05 जनवरी, 2020: पत्रकारिता के विद्यार्थियों को ज्यादा जागरूक होना चाहिए। इसके साथ ही आपको विशेषज्ञ होना भी बहुत आवश्यक है। आज विशेषज्ञता का जमाना है, इसलिए कुछ हटकर करें। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के नवागत विद्यार्थियों से यह बात कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कही। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में कुलपति के आने पर सर्वप्रथम विभागाध्यक्ष प्रो. श्रीकांत सिंह ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इसके बाद कुलपति प्रो. सुरेश ने सभी विद्यार्थियों को पुष्प एवं मास्क भेंट करके स्वागत किया।

इस सुअवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप मीडिया के विद्यार्थी हैं और इसलिए फेक न्यूज से सावधान रहें। प्रो. सुरेश ने कहा कि आपको अपना कोर एरिया पता होना चाहिए। विद्यार्थियों को अच्छा प्रोफाइल तैयार करने की बात कहते हुए उन्होंने नए क्षेत्रों के बारे में भी बात करने की सलाह दी । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आप इलेकट्रॉनिक मीडिया में सृजनात्मक कार्य करें। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजपेयी एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के शिक्षक, कर्मचारी भी उपस्थित थे।

आज विशेषज्ञता का जमाना है, कुछ हटकर करें : कुलपति प्रो. केजी सुरेश इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के नवागत विद्यार्थियों को मास्क देकर कुलपति ने किया स्वागत भोपाल, 05 जनवरी, 2020: पत्रकारिता के विद्यार्थियों को ज्यादा जागरूक होना चाहिए। इसके साथ ही आपको विशेषज्ञ होना भी बहुत आवश्यक है। आज विशेषज्ञता का जमाना है, इसलिए कुछ हटकर करें।…

स्वामी विवेकानंद के आदर्श को जीवन में उतारें विद्यार्थी : प्रो. केजी सुरेश

स्वामी विवेकानंद के आदर्श को जीवन में उतारें विद्यार्थी : प्रो. केजी सुरेश

पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थियों की विशेष कक्षा को कुलपति ने किया संबोधित

भोपाल, 05 जनवरी, 2020:  स्वामी विवेकानंद का जीवन साधारण नहीं था, उनका व्यक्तित्व सभी युवाओं को प्रेरणा देता है। उनके विचार युवाओं को राह दिखाते हैं। विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानंद के आदर्श को अपने जीवन में उतरना चाहिए। यह विचार माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थियों की विशेष कक्षा को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।

कोरोना महामारी के कारण लम्बे समय से बंद कक्षाएं प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए शुरू हो रहीं हैं। लम्बे समय बाद विभाग में आये विद्यार्थियों का स्वागत कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने किया। पत्रकारिता विभाग की ओर से पहले दिन एमए(पत्रकारिता) के तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए विशेष कक्षा आयोजित की, जिसमें कुलपति ने विद्यार्थियों को कहा कि स्वामी विवेकानंद कहते थे कि जब भी आप कोई नया काम करोगे तो लोग हँसेंगे, उसके बाद लोग आपके काम का विरोध करेंगे लेकिन आप इस सबकी परवाह किये बिना ईमानदारी और समर्पण से कार्य करते रहे तो लोग आपके काम का समर्थन करेंगे। इसलिए आप जब भी नयी शुरुआत करें तो लोगों की नकारात्मक प्रतिक्रियाओं से हतोत्साहित न हों। स्वामी विवेकानंद के इस विचार को सदैव ध्यान रखें।

दिया कलम की सार्थकता का मंत्र:

कुलपति प्रो. सुरेश ने विद्यार्थियों से कहा कि संचार का बहुत महत्व है। संचार, सभी समस्याओं का समाधान है। यदि कहीं कोई समस्या है तो उसकी जड़ में कहीं न कहीं संवादहीनता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता यदि निजी स्वार्थों के लिए इस्तेमाल हो तो पत्रकारिता और दूसरे व्यवसाय में बहुत फर्क नहीं। अगर हम अपनी लेखनी से अपने परिवार के अलावा किसी और जरूरतमंद की मदद कर सकें और उसके जीवन में परिवर्तन ला सकें तो यह हमारी कलम की सार्थकता है। उन्होंने कहा कि पत्रकार को संवेदनशील होना चाहिए। विशेष कक्षा को विभागाध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी ने भी संबोधित किया। विशेष कक्षा का संचालन प्रोड्यूसर डॉ. रामदीन त्यागी ने किया। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक डॉ. मणिकंठन नायर, डॉ. रंजन सिंह, श्री सतेन्द्र डेहरिया और लोकेन्द्र सिंह सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे।

स्वामी विवेकानंद के आदर्श को जीवन में उतारें विद्यार्थी : प्रो. केजी सुरेश पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थियों की विशेष कक्षा को कुलपति ने किया संबोधित भोपाल, 05 जनवरी, 2020:  स्वामी विवेकानंद का जीवन साधारण नहीं था, उनका व्यक्तित्व सभी युवाओं को प्रेरणा देता है। उनके विचार युवाओं को राह दिखाते हैं। विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानंद…

‘जनस्वास्थ्य और तथ्यपरक पत्रकारिता’ पर कार्यशाला आज

जनस्वास्थ्य और तथ्यपरक पत्रकारितापर कार्यशाला आज

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय और यूनिसेफ का संयुक्त आयोजन

भोपाल, 05 जनवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, यूनिसेफ के साथ मिलकर ‘जनस्वास्थ्य और तथ्यपरक पत्रकारिता’ विषय पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन करने जा रहा है। इस श्रृंखला में पहली कार्यशाला 6 जनवरी को आयोजित है, जिसमें संचार के अध्यापन से जुड़े प्राध्यापक एवं अन्य शैक्षिक संवर्ग शामिल होगा। स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता को लेकर आयोजित इस कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के रूप में वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रमोद जोशी, अमर उजाला के कार्यकारी संपादक श्री संजय अभिज्ञान, यूनिसेफ की संचार विशेषज्ञ सुश्री सोनिया सरकार एवं श्री अनिल गुलाटी भाग लेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश करेंगे।

शिक्षक संवर्ग की इस कार्यशाला में विश्वविद्यालय के भोपाल परिसर के पत्रकारिता, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, विज्ञापन एवं जनसंपर्क, संचार शोध और कम्प्यूटर विभाग के शिक्षक, प्रोड्यूसर एवं ट्यूटर भाग लेंगे। कार्यशाला का समन्वय सहायक प्राध्यापक श्री लालबहादुर ओझा करेंगे। शिक्षक संवर्ग के लिए कार्यशाला के लिए दो समूह बनाए गए हैं। द्वितीय समूह की कार्यशाला का आयोजन 13 जनवरी को होगा, जिसमें जनसंचार, मीडिया प्रबंधन, नवीन मीडिया तकनीकी विभाग के साथ ही विश्वविद्यालय के खंडवा, नोएडा, और रीवा परिसर के सभी शिक्षक, प्रोड्यूसर एवं ट्यूटर शामिल होंगे। अगली कड़ी में ‘जनस्वास्थ्य और तथ्यपरक पत्रकारिता’ विषय पर विद्यार्थियों, पत्रकारों और फोटोग्राफर्स के लिए भी कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।

‘जनस्वास्थ्य और तथ्यपरक पत्रकारिता’ पर कार्यशाला आज माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय और यूनिसेफ का संयुक्त आयोजन भोपाल, 05 जनवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, यूनिसेफ के साथ मिलकर ‘जनस्वास्थ्य और तथ्यपरक पत्रकारिता’ विषय पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन करने जा रहा है। इस श्रृंखला में पहली कार्यशाला 6…

FDP in MCU on ‘Public Health and Evidence based Reporting’

FDP in MCU on ‘Public Health and Evidence based Reporting’ 

Bhopal, 5 January, 2020: Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal and UNICEF shall be jointly organizing a faculty development programme on ‘Public Health and Evidence Based Reporting (Critical Appraisal Skill)’ on 06 January. Experts in the health and communication sectors from various parts of country are expected to join the event, which would primarily be organized for the faculty members of the university. The objective of the programme is to sensitize media educators on reporting health-related issues, especially misinformation and disinformation regarding the COVID-19 vaccine. Prof. K.G. Suresh, Vice-Chancellor, MCU, shall be chairing the event.

Senior journalist Sh. Pramod Joshi, Sh. Sanjay Abhigyan, Communication Officer, UNICEF, Ms. Sonia Sarkar, communication specialist and Mr. Anil Gulati are the key speakers.  

Media education institutions can play an important role in sensitizing the media educators and training them to communicate trustworthy and authentic information to the masses. This event has been organized for all the faculty members of the Bhopal, Rewa, Khandwa and Noida campuses of the university.  The programme shall be coordinated by Lal Bahadur Ojha. Similar events shall be planned for students and for media persons as well in the near future.

FDP in MCU on ‘Public Health and Evidence based Reporting’  Bhopal, 5 January, 2020: Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal and UNICEF shall be jointly organizing a faculty development programme on ‘Public Health and Evidence Based Reporting (Critical Appraisal Skill)’ on 06 January. Experts in the health and communication sectors from various parts…