इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में एमसीयू दर्शन टीवी स्टुडियो का उद्घाटन

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में एमसीयू दर्शन टीवी स्टुडियो का उद्घाटन

चार देश चालीस कहानियों का हुआ विमोचन

टेलीविजन रिपोर्टिंग, स्क्रिप्टिंग और एंकरिंग पर कार्यशाला का शुभारंभ

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हुए विभिन्न आयोजन

भोपाल, 10 मई, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में बुधवार को एमसीयू दर्शन टीवी स्टुडियो का उद्घाटन कुलपति प्रो. (डॉ) केजी सुरेश ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मीडिया फील्ड में प्रायोगिक ज्ञान बहुत आवश्यक है और स्टुडियों में कार्य करने से विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल नॉलेज मिल सकेगा। प्रो. सुरेश ने कहा कि एमसीयू दर्शन टीवी स्टूडियो में विद्यार्थी एंकरिंग कला, टेलीविजन समाचार निर्माण, वीडियो कार्यक्रम निर्माण एवं टेलीविजन साक्षात्कार इत्यादि की रिकॉर्डिंग कर अपने प्रोडक्शन पोर्टफोलियो को उन्नत कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह स्टुडियो स्टेट- ऑफ -द -आर्ट टेक्नोलॉजी से युक्त डिजिटल उपकरणों से सुसज्जित होगा, जिसमें डिजिटल फिल्म मेकिंग का अभ्यास भी विद्यार्थी कर सकेंगे। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. (डॉ.) अविनाश वाजपेयी, इलेक्ट्रॉनिक विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ. संजीव गुप्ता समस्त प्रोडक्शन टीम, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, चीफ वार्डन डॉ सुनीता द्विवेदी, बालक छात्रावास अधीक्षक डॉ. गजेंद्र सिंह अवास्या, निदेशक प्रशिक्षण लाल बहादुर ओझा, समस्त प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में ही बुधवार को ही टेलीविजन रिपोर्टिंग, स्क्रिप्टिंग और एंकरिंग पर तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ भी हुआ। जिसमें वरिष्ठ टेलीविजन पत्रकार श्री सैय्यदैन जैदी ने समाचार चैनलों की कार्य संस्कृति एवं स्क्रिप्टिंग की बारीकियों से विद्यार्थियों को अवगत कराया। कार्यशाला का शुभारंभ कुलपति प्रो. (डॉ) के. जी .सुरेश की अध्यक्षता में किया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि विभाग के विद्यार्थी फील्ड में उतरकर पत्रकारिता सीखें और ग्राउंड रिपोर्टिंग करें। आभार प्रदर्शन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संजीव गुप्ता द्वारा किया गया। संचालन डॉ.अरुण खोबरे ने किया।

विश्वविद्यालय के ही पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग में बुधवार को आकाशवाणी के समाचार संपादक संजीव शर्मा के यात्रा संस्मरण पर चार देश, चालीस कहानियां पुस्तक का विमोचन किया गया। सृजन श्रृंखला के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. डॉ केजी सुरेश ने की। कार्यक्रम में लेखक संजीव शर्मा के साथ ही विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर, वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक गिरिजाशंकर, पुस्तकालय विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. आरती सारंग विभाग के शिक्षक, विद्यार्थी एवं शहर के गणमान्य लोग विशेष रुप से उपस्थित थे।

वहीं विश्वविद्यालय के ही न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग में बुधवार को तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। एक्सप्लोरिंग कंटेंट फॉरमेट्स, पब्लिसिंग प्लेटफार्म्स मार्केटिंग स्ट्रेजीस एंड मोनेटाईजेशन टेक्नीक्स विषय पर वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यशाला की अध्यक्षता कुलपति प्रो. डॉ केजी सुरेश ने की। इस अवसर पर एनएमटी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. पी. शशिकला, विभाग के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में एमसीयू दर्शन टीवी स्टुडियो का उद्घाटन चार देश चालीस कहानियों का हुआ विमोचन टेलीविजन रिपोर्टिंग, स्क्रिप्टिंग और एंकरिंग पर कार्यशाला का शुभारंभ पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हुए विभिन्न आयोजन भोपाल, 10 मई, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में बुधवार को एमसीयू दर्शन टीवी स्टुडियो का…

माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के बीच एमओयू

माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के बीच एमओयू

देश का एक मात्र विश्वविद्यालय बना एमसीयू

देश के सबसे बड़े मीडिया विश्वविद्यालय के लिए गौरव का क्षण : प्रो केजी सुरेश

यूएनएफपीए का उद्देश्य भारत के भीतर मौजूद शक्ति को खोजना :  एंड्रिया वोजनार

भोपाल, 05 मई, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) के बीच महत्वपूर्ण एमओयू (अनुबंध) हुआ। इस अनुबंध के साथ पत्रकारिता विश्वविद्यालय और यूएनएफपीए जनसंख्या की गतिशीलता, किशोर विकास कल्याण और लिंग संबंधी विषयों पर मिलकर काम करेंगे। विश्वविद्यालय के विशनखेड़ी स्थित कैंपस में हुए इस एमओयू में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. के जी सुरेश एवं यूएनएफपीए से रिप्रेजेंटेटिव भारत एवं भूटान एवं कंट्री डायरेक्टर एंड्रिया वोजनार ने अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर किए।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. के.जी. सुरेश ने प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए बहुत गर्व और सम्मान का क्षण है। उन्होंने कहा कि इससे छात्रों और संकाय सदस्यों को जनसंख्या और लैंगिक मुद्दों पर अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन तक पहुंच प्राप्त होगी।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेशन डॉक्टर के जी सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय के सतत और दीर्घकालिक विकास के क्षेत्र में यह एक मील का पत्थर साबित होगा। इसका मुख्य उद्देश्य पत्रकारिता और संचार के युवा छात्रों को उन्मुख और संवेदनशील बनाने के साथ विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में जनसंख्या की गतिशीलता, किशोर विकास और कल्याण और लिंग संबंधी चिंताओं को संस्थागत और एकीकृत करने में मदद मिलेगी। अनुबंध का मुख्य उद्देश्य इन मुद्दों को प्रभावी ढंग से रिपोर्ट करना और संप्रेषित करना है।

आपको बता दें कि माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय यूएनएफपीए द्वारा चुना गया एकमात्र विश्वविद्यालय है, जो शोधार्थियों के साथ-साथ पत्रकार एवं छात्रों, संकाय सदस्यों को प्रशिक्षित करने के लिए उनके साथ सहयोग करता है।

कंट्री डायरेक्टर यूएनएफपीए एंड्रिया वोजनर ने कहा कि पुरुष और महिलाएं समान जिम्मेदारियों और अवसरों को साझा करते हैं और नीति और संस्थागत स्तर पर एक वास्तविक स्थायी परिवर्तन व्यक्तियों के दृष्टिकोण और व्यवहार में बदलाव लाएगा। उन्होंने 8 बिलियन लाइव्स, इनफिनिट पॉसिबिलिटीज की केवल पांच प्रतियों में से एक प्रति प्रो. सुरेश को सौंपी। इस अवसर पर यूएनएफपीए के श्रीराम हरिदास (डिप्टी रिप्रेजेंटेटिव इंडिया), सुनील थॉमस जेकब (स्टेट हेड, मध्यप्रदेश), अनुराग सोनवलकर (स्टेट प्रोग्राम एनालिटिस्ट), विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी, डीन अकादमिक डॉ. पी. शशिकला विभागाध्यक्ष और संकाय सदस्य भी उपस्थित थे।

माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के बीच एमओयू देश का एक मात्र विश्वविद्यालय बना एमसीयू देश के सबसे बड़े मीडिया विश्वविद्यालय के लिए गौरव का क्षण : प्रो केजी सुरेश यूएनएफपीए का उद्देश्य भारत के भीतर मौजूद शक्ति को खोजना :  एंड्रिया वोजनार भोपाल, 05 मई, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं…

MOU between MCU and UNFPA

MOU between MCU and UNFPA

Power rests with the teachers to unlock the potential of  the young generation : Prof K.G Suresh

UNFPA will work with journalists and media institutions to change social and gender norms so that the power India has within it can be unlocked and unleashed : Ms Andrea Wojnar

Bhopal, 04 May, 2023: Makhanlal Chaturvedi University of Journalism and Communication and United Nation’s Population Fund (UNFPA) signed a MOU to establish a long term cooperation and partnership in advancing the agenda of sustainable development goals in the state. The main objective of the collaboration is to institutionalize and integrate the population dynamics, adolescent development and well-being and gender concerns in the curriculum of the University with a focus on orienting and sensitising the young students of journalism and communication and equipping them to enhance their skills in reporting and communicating these issues effectively.

The Vice Chancellor of the University Prof. Dr. K.G. Suresh and Ms Andrea Wojnar, UNFPA India Representative and Country Director Bhutan signed the MOU  in a grand ceremony organised in the university campus.Makhanlal Chaturvedi University of Journalism and Communication is the only university chosen by the UNFPA to collaborate with them to train the students, Faculty members, research scholars as well as journalists. The Vice Chancellor of the University Prof. Dr. K.G. Suresh expressed his happiness and said that it is moment of great pride and honour for the university as this will give the students and the faculty members an access to international exposure on population and gender issues.

Ms. Andrea Wojnar,UNFPA India Representative and Country Director Bhutan  said that men and women should share the same responsibilities and opportunities ; journalists and media professionals play a key role in shaping public narratives and social norms and integrating gender issues in their curriculum will positively impact social norm change. She also presented the copy of  8 Billion Lives, Infinite  Possibilities  – State of the World Population Report 2023 to Prof. Dr. K.G. Suresh.Deputy Country  Representative,India,Mr. Sriram Haridass ,State head of UNFPA MP office Shri Sunil Thomas Jacob, Registrar of the University Dr Avinash Bajpai, Dean Academics Dr. P. Sashikala ,HOD’s and faculty members were also present on the occasion.

MOU between MCU and UNFPA Power rests with the teachers to unlock the potential of  the young generation : Prof K.G Suresh UNFPA will work with journalists and media institutions to change social and gender norms so that the power India has within it can be unlocked and unleashed : Ms Andrea Wojnar Bhopal, 04 May,…

आम नागरिक संचारक हो सकते हैं पत्रकार नहीं : प्रो के.जी सुरेश

एमसीयू में जनसंपर्क अधिकारियों का दक्षता उन्नयन कार्यक्रम

आम नागरिक संचारक हो सकते हैं पत्रकार नहीं : प्रो के.जी सुरेश

राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया साक्षरता अभियान की आवश्यकता

भोपाल, 04 मई, 2023: आम नागरिक संचारक हो सकते हैं पत्रकार नहीं। सोशल मीडिया के कारण हर व्यक्ति के पास कंटेंट तो है परंतु उसमें से क्या और कैसे साझा करना है यह विवेक हो कोई जरूरी नहीं। एक पत्रकार को आइपीसी, सीआरपीसी, मानहानि, अश्लीलता संबंधित कानून और सर्वोपरि संविधान का ज्ञान होना आवश्यक है। यह कहना है माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ) केजी सुरेश का। वे विश्वविद्यालय में आयोजित जनसंपर्क अधिकारियों के दो दिवसीय दक्षता उन्नयन प्रशिक्षण कार्यक्रम में सोशल मीडिया के समय में जनसंपर्क विषय पर बोल रहे थे। विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण कार्यक्रम के निदेशक लाल बहादुर ओझा ने बताया कि इसमें प्रदेश के कई जिलों से जनसंपर्क अधिकारी, सूचना अधिकारियों ने सहभागिता की।

प्रोफेसर सुरेश ने कहा कि सोशल मीडिया ने परंपरागत सूचना स्रोतों और सूचना के प्रसारण के तरीकों को पूरी तरह से बदल दिया है। ऐसे में जनसंपर्क अधिकारियों की चुनौती बढ़ गयी है। सोशल मीडिया के जरिये संचार की सहजता हुई है परंतु इसका अर्थ यह नहीं कि संचार करनेवाला हरेक  पत्रकार हो गया। पत्रकारिता अभी भी जिम्मेवारी का काम है। इसके लिए तथ्यों की पुष्टि, वस्तुनिष्ठता जैसे बुनियादी पत्रकारीय धर्म का ज्ञान होना आवश्यक है। यह मीडिया साक्षरता के जिरये संभव होगा। उन्होंने कहा मीडिया को सिर्फ पढ़ना, सुनना और देखना काफी नहीं है उसको समझना जरूरी है। ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया साक्षरता का अभियान चलाये जाने की जरूरत है।

इसके पूर्व कुल दस सत्रों में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रिंट और आडियो-वीडियो सूचनाओं को कैसे व्यस्थित करना है इस विषय पर डॉ आरती सारंग और डॉ गजेन्द्र अवास्या ने प्रतिभागियों से संवाद किया।  प्रेस एक्ट एवं डिजीटल मीडिया संबंधी कानूनों की बारीकियों पर डॉ संजीव गुप्ता ने प्रकाश डाला। शासकीय जनसंपर्क में डेटा एनालिटिक्स, डेटा प्रबंधन की भूमिका को प्रोफेसर पवित्र श्रीवास्तव ने समझाया। वरिष्ठ पत्रकार विवेक त्रिवेदी ने सोशल मीडिया और ब्लॉग के महत्व पर चर्चा की। इसके पूर्व सूचना के अधिकार, डिजीटल मीडिया के रचनात्मक उपयोग, जिला और संभागीय स्तर पर प्रचार रणनीति की निर्माण प्रक्रिया, मीडिया प्रबंधन एवं शासकीय जनसंपर्क आदि विषयों पर चर्चा हुई। इन सत्रों को  राज्य के सूचना आयुक्त विजय मनोहर तिवारी, पूर्व जनसंपर्क संचालक लाजपत आहूजा, वरिष्ठ पत्रकार गिरीश उपाध्याय और  प्रोफेसर पी शशिकला ने संबोधित किया। इस दो दिवसीय प्रशिक्षण का संयोजन विश्वविद्यालय के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक एवं प्रशिक्षण विभाग के निदेशक लाल बहादुर ओझा ने किया। कुलसचिव प्रोफेसर अविनाश वाजपेयी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

एमसीयू में जनसंपर्क अधिकारियों का दक्षता उन्नयन कार्यक्रम आम नागरिक संचारक हो सकते हैं पत्रकार नहीं : प्रो के.जी सुरेश राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया साक्षरता अभियान की आवश्यकता भोपाल, 04 मई, 2023: आम नागरिक संचारक हो सकते हैं पत्रकार नहीं। सोशल मीडिया के कारण हर व्यक्ति के पास कंटेंट तो है परंतु उसमें से क्या…

युवा पीढ़ी की क्षमता को अनलॉक करने की शक्ति है शिक्षकों के पास : प्रो केजी सुरेश

युवा पीढ़ी की क्षमता को अनलॉक करने की शक्ति है शिक्षकों के पास : प्रो केजी सुरेश

यूएनएफपीए का उद्देश्य भारत के भीतर मौजूद शक्ति को खोलना और उजागर करना : एंड्रिया वोजनार

पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के बीच एमओयू

भोपाल, 04 मई, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) ने राज्य में सतत् विकास लक्ष्यों के एजेंडे को आगे बढ़ाने में दीर्घकालिक सहयोग और साझेदारी स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। सहयोग का मुख्य उद्देश्य पत्रकारिता और संचार के युवा छात्रों को उन्मुख और संवेदनशील बनाने और उन्हें बढ़ाने के लिए पर ध्यान देने के साथ विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में जनसंख्या की गतिशीलता, किशोर विकास और कल्याण और लिंग संबंधी चिंताओं को संस्थागत और एकीकृत करना है। इन मुद्दों को प्रभावी ढंग से रिपोर्ट करना और संप्रेषित करना है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. के.जी. सुरेश, यूएनएफपीए के कंट्री डायरेक्टर सुश्री एंड्रिया वोजनार ने विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित एक भव्य समारोह में एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय यूएनएफपीए द्वारा चुना गया एकमात्र विश्वविद्यालय है, जो शोधार्थियों के साथ-साथ पत्रकार एवं छात्रों, संकाय सदस्यों को प्रशिक्षित करने के लिए उनके साथ सहयोग करता है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. के.जी. सुरेश ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए बहुत गर्व और सम्मान का क्षण है क्योंकि इससे छात्रों और संकाय सदस्यों को जनसंख्या और लैंगिक मुद्दों पर अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन तक पहुंच प्राप्त होगी। सुश्री एंड्रिया वोजनर, कंट्री डायरेक्टर यूएनएफपीए ने कहा कि पुरुष और महिलाएं समान जिम्मेदारियों और अवसरों को साझा करते हैं और नीति और संस्थागत स्तर पर एक वास्तविक स्थायी परिवर्तन व्यक्तियों के दृष्टिकोण और व्यवहार में बदलाव लाएगा। उन्होंने 8 बिलियन लाइव्स, इनफिनिट पॉसिबिलिटीज की केवल पांच प्रतियों में से एक प्रति प्रो. सुरेश को सौंपी। इस अवसर पर यूएनएफपीए के राज्य प्रमुख श्री सुनील थॉमस जैकब, उप प्रतिनिधि श्रीराम हरिदास, विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी, डीन अकादमिक डॉ. पी. शशिकला, विभागाध्यक्ष एवं संकाय सदस्य भी उपस्थित थे।

युवा पीढ़ी की क्षमता को अनलॉक करने की शक्ति है शिक्षकों के पास : प्रो केजी सुरेश यूएनएफपीए का उद्देश्य भारत के भीतर मौजूद शक्ति को खोलना और उजागर करना : एंड्रिया वोजनार पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के बीच एमओयू भोपाल, 04 मई, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार…