वरिष्ठ शिक्षक श्री सुरेंद्र पाल के निधन पर शोक सभा

वरिष्ठ शिक्षक श्री सुरेंद्र पाल के निधन पर शोक सभा

भोपाल, 22 फरवरी 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक श्री सुरेंद्र पाल के निधन पर विश्वविद्यालय परिवार ने एक शोक सभा में उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। विश्वविद्यालय के नोएडा परिसर में सहायक प्राध्यापक पद पर कार्यरत श्री पाल लंबे समय से गंभीर बीमारी से पीड़ित थे, शनिवार सुबह उनका निधन हो गया था।

विश्वविद्यालय के कुलपति श्री दीपक तिवारी ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है। शोक सभा में विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षक अधिकारी एवं कर्मचारी गण भी उपस्थित थे।

श्री पाल के दुखद निधन पर शनिवार को विश्वविद्यालय के सभी परिसरों में दोपहर बाद अवकाश भी घोषित किया गया।

वरिष्ठ शिक्षक श्री सुरेंद्र पाल के निधन पर शोक सभा भोपाल, 22 फरवरी 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक श्री सुरेंद्र पाल के निधन पर विश्वविद्यालय परिवार ने एक शोक सभा में उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। विश्वविद्यालय के नोएडा परिसर में सहायक प्राध्यापक पद पर कार्यरत…

पूर्व आईएएस रमेश चन्द्र भंडारी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के नए कुलाधिसचिव

पूर्व आईएएस रमेश चन्द्र भंडारी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के नए कुलाधिसचिव

 कार्यभार ग्रहण किया

भोपाल, 19 फरवरी 2020: श्री रमेश चन्द्र भंडारी ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में कुलाधिसचिव के रुप में बुधवार को कार्यभार ग्रहण किया। कुलाधिसचिव (रेक्टर) के रुप में नियुक्त श्री भंडारी 2007 बैच के सेवानिवृत आईएएस अफसर हैं। श्री भंडारी अध्यापन कार्य से भी जुड़े रहे हैं।

पूर्व आईएएस रमेश चन्द्र भंडारी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के नए कुलाधिसचिव  कार्यभार ग्रहण किया भोपाल, 19 फरवरी 2020: श्री रमेश चन्द्र भंडारी ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में कुलाधिसचिव के रुप में बुधवार को कार्यभार ग्रहण किया। कुलाधिसचिव (रेक्टर) के रुप में नियुक्त श्री भंडारी 2007 बैच के सेवानिवृत आईएएस अफसर हैं। श्री भंडारी अध्यापन कार्य…

गांधी के विचार आज ज्यादा प्रासंगिकः कुलपति दीपक तिवारी

गांधी के विचार आज ज्यादा प्रासंगिकः कुलपति दीपक तिवारी

जबलपुर, 15 फरवरी, 2020: भारत  दुनिया का अनूठा देश है जहाँ भाषा, धर्म, रंग, नस्ल में इतनी विविधता के बावजूद सांप्रदायिक एकता और सौहार्द की भावना बनी है।इस देश को एकता और धर्मनिरपेक्षता  के सूत्र में पिरोने में महात्मा गांधी की विचारधारा और संविधान का महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए आज महात्मा गांधी के विचार ज्यादा प्रासंगिक हो गये हैं।नौजवानों को गांधी के विचार पढ़ना आवश्यक है।ताकि वे संविधान में बताए अनुसार भारत का निर्माण करने में सफल हों सकें।

ये बात आज यहाँ माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय ,भोपाल के कुलपति श्री दीपक तिवारी ने कही।वे समदडिया मॉल में “गांधी दर्शन” प्रदर्शनी सह व्याख्यान कार्यक्रम में बोल रहे थे।गांधीजी के जीवन से जुड़े अविस्मरणीय प्रसंगों पर एकाग्र 115 अभिनव पोस्टर्स की इस प्रदर्शनी का आयोजन विश्वविद्यालय द्वारा अपने संबद्ध अध्ययन संस्थाओं के विद्यार्थियों को गांधीजी के जीवन दर्शन से परिचित कराने के उद्देश्य से किया गया था।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में जानेमाने पत्रकार, गांधीवादी विचारक और वर्तमान में विश्वविद्यालय के एडजंक्ट प्रोफेसर श्री अरुण त्रिपाठी ने महात्मा गांधी के जीवन से जुड़े अनेक अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि गांधीजी के बारे में अक्सर दुष्प्रचार होता है कि उन्होंने वल्लभभाई पटेल को तवज्जो न देकर पंडित नेहरूजी को प्रधानमंत्री बनाया।लेकिन हकीकत ये थी कि वल्लभभाई पटेल नेहरु से उम्र में दस वर्ष बड़े और वयोवृद्ध थे। अतःदेश को एक युवा नेतृत्व देने की भावना से ही उन्होंने नेहरू जी का नाम आगे बढ़ाया। श्री त्रिपाठी ने बहुत रोचक ढंग से उन परिस्थितियों का भी वर्णन किया झ

जिनमें कस्तूरबा गांधी सत्याग्रह के आंदोलन में  जुड़ीं। विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव विवेक सावरीकर ने कार्यक्रम का उत्कृष्ट संचालन किया। इससे पूर्व राजीव गांधी इंस्टीट्यूट (9035), जबलपुर के संचालक श्री राजेश वर्मा और एकेडमी ऑफ कम्प्यूटर साईंस एंड टेक्नोलॉजी (9027) के संचालक श्री प्रशांत कर्मवीर और श्री राजकुमार पटेल ने कुलपतिजी और मुख्य वक्ता श्री अरुण त्रिपाठी का समस्त संचालकों की ओर से प्रातिनिधिक रूप से पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया।

कार्यक्रम के प्रथम चरण में जबलपुर, कटनी, मंडला और नरसिंहपुर के संचालकों के साथ एक बैठक भी हुई जिसे निदेशक (संबद्ध अध्ययन संस्थाएं) डॉक्टर मनीष माहैश्वरी, परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजेश पाठक, निदेशक, प्रशिक्षण डॉ अनुराग सीठा ने संबोधित किया और संचालकों के प्रश्नों और जिज्ञासाओं का समाधान किया।

गांधी के विचार आज ज्यादा प्रासंगिकः कुलपति दीपक तिवारी जबलपुर, 15 फरवरी, 2020: भारत  दुनिया का अनूठा देश है जहाँ भाषा, धर्म, रंग, नस्ल में इतनी विविधता के बावजूद सांप्रदायिक एकता और सौहार्द की भावना बनी है।इस देश को एकता और धर्मनिरपेक्षता  के सूत्र में पिरोने में महात्मा गांधी की विचारधारा और संविधान का महत्वपूर्ण…

आज न्यूज रुम में चुनौतियां बदल रही हैं – अंशुमन तिवारी

आज न्यूज रुम में चुनौतियां बदल रही हैं – अंशुमन तिवारी

नई दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार अंशुमन तिवारी का विशेष व्याख्यान

एमसीयू में विशेष व्याख्यान का आयोजन

भोपाल, 15 फरवरी, 2020: पत्रकार दो तरह के होते हैं, एक मीडियाकर्मी और दूसरे पत्रकार। आप कौन से पत्रकार बनना चाहते हैं ये आपको तय करना है। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक विभाग द्वारा आयोजित विशेष व्याख्यान में ये बात दिल्ली के सुप्रसिद्ध पत्रकार अंशुमान तिवारी ने कही। विशेष व्याख्यान में कुलाधिसचिव डॉ. श्रीकांत सिंह विशेष रुप से उपस्थित थे। संचालन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी ने किया। आभार प्रदर्शन जनसंचार विभाग के प्रो. संजय द्विवेदी द्वारा किया गया।

वरिष्ठ पत्रकार श्री तिवारी ने कहा कि आज न्यूज रुम में चुनौतियां बदल रही हैं, लोगों तक सूचना पहुंचाने वाले आप अकेले नहीं हैं। आने वाले समय में चुनौतियों और बढ़ेंगी। एक पत्रकार जो प्रतिदिन लिखता है, उससे ज्यादा आज का पाठक, श्रोता, दर्शक लिख रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि खबरों, नए ट्रैंड्स को पहचानने की शक्ति, आज एवं आने वाले कल को समझने के साथ ही तकनीकी समझ होना भी आपमें बहुत जरुरी है। कौशल एवं ज्ञान पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज के दौर में आपके पास कौशल तो होना ही चाहिए, लेकिन इसके साथ ही आपके पास ज्ञान का होना भी बहुत आवश्यक है।

वरिष्ठ पत्रकार श्री तिवारी ने भारत की अर्थव्यवस्था पर भी विशेष रुप से अपने विचार व्यक्त किए । उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि यदि आप पत्रकार बनना चाहते हैं, तो आपको अर्थव्यवस्था की जानकारी होना चाहिए। अर्थव्यवस्था कैसी चल रही है, इसका पता होना जरुरी है। इसके साथ ही उन्होंने जीडीपी, बजट, नोटबंदी, बचत, रोजगार, विज्ञापन आदि विषयों पर भी व्याख्यान के दौरान चर्चा की। अंत में विद्यार्थियों ने श्री तिवारी से सवाल भी पूछे। व्याख्यान में विश्वविद्यालय के सभी विभागों के शिक्षक,विद्यार्थी विशेष रुप से उपस्थित थे।

आज न्यूज रुम में चुनौतियां बदल रही हैं – अंशुमन तिवारी नई दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार अंशुमन तिवारी का विशेष व्याख्यान एमसीयू में विशेष व्याख्यान का आयोजन भोपाल, 15 फरवरी, 2020: पत्रकार दो तरह के होते हैं, एक मीडियाकर्मी और दूसरे पत्रकार। आप कौन से पत्रकार बनना चाहते हैं ये आपको तय करना है। माखनलाल…

एमसीयू में मीडिया शोध पर विशेष कार्यशाला सम्पन्न

एमसीयू में मीडिया शोध पर विशेष कार्यशाला सम्पन्न

भोपाल, 15 फरवरी, 2020: शोध कार्य में गुणवत्ता बढ़ाकर उत्कृष्टता लाने के उद्देश्य से माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के संचार शोध विभाग द्वारा तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विशेषज्ञ के तौर पर जॉन हापकिंस विश्वविद्यालय, दिल्ली के सलाहकार प्रो. प्रदीप कृष्णात्रे ने शोध के विविध आयामों पर व्याख्यान दिया।

विश्वविद्यालय में शोध कार्य की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए एवं विश्वविद्यालय में शोधार्थियों द्वारा किए जा रहे शोध कार्यों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया था। कार्यशाला में गुणात्मक और मात्रात्मक शोध के बारे में बताया गया। कंटेंट एनालिसिस, प्रमाणिकता और वैधता के अलावा शोध के अन्य विषयों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।

इस मौके पर संचार शोध विभाग के अध्यक्ष डॉ. संजीव गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय में शोध कार्य में गुणवत्ता लाने के लिए आगे भी इस तरह के विशेष व्याख्यान एवं कार्यशालाएं आयोजन होता रहेगा। इस तरह के आयोजन से शोध कार्य में गुणवत्ता बढ़ाने और उत्कृष्टता लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यशाला के दौरान विश्वविद्यालय में पंजीकृत पीएचडी शोधार्थियों ने अपने-अपने विषयों की समस्याओं को दूर करने के लिए भी मार्गदर्शन प्राप्त किया। विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में मीडिया शोध विषय के विद्यार्थियों ने भी अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया। प्रो. प्रदीप कृष्णात्रे पूर्व में हैदराबाद विश्वविद्यालय, उस्मानिया विश्वविद्यालय, डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर और पांडिचेरी विश्वविद्यालय में मीडिया शिक्षण कर चुके हैं।

एमसीयू में मीडिया शोध पर विशेष कार्यशाला सम्पन्न भोपाल, 15 फरवरी, 2020: शोध कार्य में गुणवत्ता बढ़ाकर उत्कृष्टता लाने के उद्देश्य से माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के संचार शोध विभाग द्वारा तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विशेषज्ञ के तौर पर जॉन हापकिंस विश्वविद्यालय, दिल्ली के सलाहकार प्रो. प्रदीप कृष्णात्रे…

गांधी दर्शन पर व्याख्यान एवं प्रदर्शनी आज

गांधी दर्शन पर व्याख्यान एवं प्रदर्शनी आज

डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी देंगे व्याख्यान

माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक तिवारी होंगे शामिल

 

भोपाल, 14 फरवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय द्वारा जबलपुर में शनिवार सुबह 11 बजे गांधी दर्शन पर पोस्टर प्रदर्शनी और एक व्याख्यान का आयोजन किया जा रहा है। ग्रैंड समदड़िया होटल के प्रदर्शनी हॉल में होने वाले इस व्याख्यान में प्रख्यात गांधीवादी विचारक प्रो. अरुण कुमार त्रिपाठी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के दर्शन पर अपने विचार रखेंगे। व्याख्यान के साथ ही यहां पर विश्वविद्यालय महात्मा गांधी की जीवनी और उनके दर्शन पर प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है । कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति श्री दीपक तिवारी करेंगे। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की संबंध अध्ययन संस्थाओं में अध्ययनरत् विद्यार्थी, और स्थानीय नागरिक प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे। यह अपनी तरह की देश में अनूठी प्रदर्शनी है। इसमें महात्मा गांधी की समग्र जीवन यात्रा, विचारयात्रा, भारत की राजनैतिक आर्थिक और सामाजिक स्वतंत्रता के आंदोलन में उनके मूल्यवान योगदान की झलकी मिलती है। कार्यक्रम में निदेशक संबंध अध्ययन संस्थाएं डॉ. मनीष माहेश्वरी, निदेशक प्रवेश डॉ. अनुराग सीठा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजेश पाठक  विशेष रुप से उपस्थित रहेंगे।

गांधी दर्शन पर व्याख्यान एवं प्रदर्शनी आज डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी देंगे व्याख्यान माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक तिवारी होंगे शामिल   भोपाल, 14 फरवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय द्वारा जबलपुर में शनिवार सुबह 11 बजे गांधी दर्शन पर पोस्टर प्रदर्शनी और एक व्याख्यान का आयोजन किया जा रहा है। ग्रैंड समदड़िया…

पत्रकारिता में प्रबंधन का बहुत महत्व है : शिवकुमार विवेक

पत्रकारिता में प्रबंधन का बहुत महत्व है : शिवकुमार विवेक

एमसीयू में ‘मीडिया इंडस्ट्री रिक्वायरमेंट’ व्याख्यानमाला की हुई शुरुआत

भोपाल, 12 फरवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में बुधवार से ‘मीडिया इंडस्ट्री रिक्वायरमेंट’ पर एक व्याख्यानमाला की शुरुआत हुई। व्याख्यानमाला के प्रथम वक्ता के रुप में वरिष्ठ पत्रकार शिवकुमार विवेक ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भाषा कोई भी हो, उसमें काम करने वाला पत्रकार ही होता है। इसके साथ ही उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि मोबाइल कंपनी का मैनेजर अखबार को मैनेज नहीं कर सकता है, व्यक्ति का उस विषय में विशेषज्ञ होना आवश्यक है। श्री विवेक ने कहा कि यह मल्टीटॉस्किंग का दौर है, पिछले 10 सालों में तकनीक बहुत तेजी से बदली है इसलिए आपको वर्तमान दौर के हिसाब से अपने आपको ढालना होगा। रोजगार कम नहीं बल्कि शिफ्ट होने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि व्यक्ति को अपने काम में  निपुण रहना आवश्यक है।

वरिष्ठ पत्रकार श्री विवेक ने विद्यार्थियों को अपडेट रहने की बात करते हुए कहा कि आपको सिर्फ अपडेट ही नहीं रहना चाहिए बल्कि अपने पाठकों को भी समझना जरुरी है। उन्होंने भाषा के ज्ञान को अति आवश्यक बताते हुए कहा कि यह आपको मजबूत करने का कार्य करती है। व्याख्यान के बाद बाद श्री विवेक ने विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब भी दिए। व्याख्यानमाला में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की विभागाध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी, विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन दीपशिखा हर्ष एवं आभार प्रदर्शन मनीषा वर्मा द्वारा किया गया।

पत्रकारिता में प्रबंधन का बहुत महत्व है : शिवकुमार विवेक एमसीयू में ‘मीडिया इंडस्ट्री रिक्वायरमेंट’ व्याख्यानमाला की हुई शुरुआत भोपाल, 12 फरवरी, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में बुधवार से ‘मीडिया इंडस्ट्री रिक्वायरमेंट’ पर एक व्याख्यानमाला की शुरुआत हुई। व्याख्यानमाला के प्रथम वक्ता के रुप में वरिष्ठ पत्रकार शिवकुमार विवेक ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा…

गंगा मर रही है : राजेंद्र सिंह

माखनलाल विवि. में व्याख्यान

गंगा मर रही है : राजेंद्र सिंह

जलपुरुष ने कहा – मध्यप्रदेश में पानी पर सरकार और समाज की साझा पहल स्वागत योग्य

भोपाल, 10 फरवरी, 2020: मैग्सेसे पुरस्कार विजेता जलपुरुष राजेन्द्र सिंह ने कहा है कि गंगा आईसीयू में है। हमारी इस पवित्र नदी की मौत किसी भी वक्त हो सकती है। उन्होंने ‘गंगा को आजादी’ की मांग करते हुए कहा कि अब तक चार महापुरुषों ने मां गंगा के लिए प्राण त्याग दिए। अब पांचवीं कड़ी में साध्वी पद्मावती 58 दिन से अनशन पर हैं। लेकिन अब तक उनसे किसी ने वार्ता तक नहीं की है।

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में आज विशेष व्याख्यान का आयोजन हुआ। विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक तिवारी ने श्री सिंह के योगदान को देश के लिए अनमोल बताया। इस दौरान मध्यप्रदेश में ‘राइट टू वाटर’ के प्रयोग पर भी चर्चा हुई।

जलपुरुष राजेंद्र सिंह ने मध्यप्रदेश को ‘प्रकृति का लाड़ला बेटा’ का नाम देते हुए कहा कि यहां की उपजाऊ मिट्टी और पांचों क्षेत्र में अच्छी बारिश एक बड़ी देन है। लेकिन अभी यहां 84 फीसदी खेती भूमिगत जल से होना चिंताजनक है। श्री सिंह ने मध्यप्रदेश के जल प्रबंधन में सरकार और समाज के साझा प्रयास को स्वागतयोग्य बताया।

श्री सिंह ने कहा कि भारतीय संस्कृति में हम पानी का संस्कार और सम्मान जानते आए हैं। इसीलिए भारत अब तक पानीदार बना रहा। लेकिन अब हम बेपानी होते जा रहे हैं, क्योंकि हमने पानी का संस्कार और सम्मान छोड़ दिया है।

उन्होंने कहा कि हमारी पारंपरिक शिक्षा प्रणाली हमें प्रकृति का दोहन नहीं, बल्कि पोषण करना सिखाती थी। लेकिन अब इंजीनियरिंग और तकनीकी शिक्षा सिर्फ प्रकृति का दोहन सिखाती है। व्यावसायिक प्रबंधन पाठ्यक्रम में भी सिर्फ ‘लाभ’ सिखाया जाता है और ‘शुभ’ की परिकल्पना भुला दी गई है। श्री सिंह ने कहा कि भारतीय ज्ञानतंत्र के रास्ते पर चलकर प्रकृति और मानवता का सम्मान करना ही एकमात्र विकल्प है।

इस दौरान श्री सिंह ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों और अधिकारियों के सवालों का जवाब भी दिया। उन्होंने देश में पत्रकारिता की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि पर्यावरण के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर करने वालों खबरें मीडिया नहीं दिखा रहा। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे के नाम पर 20 हजार करोड़ खर्च के बावजूद गंगा की स्वच्छता के गंभीर प्रयास के बजाय महज घाट निर्माण किया जा रहा है।

माखनलाल विवि. में व्याख्यान गंगा मर रही है : राजेंद्र सिंह जलपुरुष ने कहा – मध्यप्रदेश में पानी पर सरकार और समाज की साझा पहल स्वागत योग्य भोपाल, 10 फरवरी, 2020: मैग्सेसे पुरस्कार विजेता जलपुरुष राजेन्द्र सिंह ने कहा है कि गंगा आईसीयू में है। हमारी इस पवित्र नदी की मौत किसी भी वक्त हो…

नशा मुक्ति में पत्रकार की बड़ी भूमिका – एडीजी शर्मा

नशा मुक्ति में पत्रकार की बड़ी भूमिका  – एडीजी शर्मा

नशे से युवा हमेशा बचें – दीपक तिवारी

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में ‘नशा मुक्ति विविध कानून’ विषय पर व्याख्यान

भोपाल, 07 फरवरी, 2020: ड्रग्स बीमारियों के ईलाज के लिए है, जिससे लोग ठीक हो सकें लेकिन आजकल युवा नशे के रुप में इसका इस्तेमाल करने लग गए हैं। आप पत्रकारिता विश्वविद्यालय के भावी पत्रकार हैं, इसलिए इस विषय पर जागरुक करने की आपकी जिम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ जाती है। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में ये विचार अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अजय कुमार शर्मा ने व्यक्त किए। ‘नशा मुक्ति विविध कानून’ विषय पर आयोजित व्याख्यान में बोलते हुए उन्होंने कहा कि ड्रग्स के नशे से परिवार, समाज एवं राष्ट्र की अपूर्णनीय छति होती है। उन्होंने कहा कि ड्रग्स एडिक्ट का ईलाज संभव है और सामाजिक पुनर्वास केंद्र से परामर्श लेकर इस लत से छुटकारा पाया जा सकता है। श्री शर्मा ने इसके कानूनी पहलुओं पर भी बारिकी से प्रकाश डाला।

श्री शर्मा ने मंदसौर एवं नीमच में पुलिस अधीक्षक रहते हुए अपने अनुभव भी विद्यार्थियों के साथ साझा किए। लोग क्या कहेंगे इस सोच को छोड़ने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि न खुद इसकी आदत लगाएं और ना ही दूसरों को लगने दें ।  श्री शर्मा ने कहा कि आप जागरुक रहें और जो मित्र, परिचित या अपरिचित इस ड्रग्स के नशे में फंस गये हैं, उन्हें इससे बाहर निकालने में मदद करें। उन्होंने पत्रकार की भूमिका पर बोलते हुए कहा कि नशा मुक्ति जैसे कार्य में एक पत्रकार का बहुत बड़ा रोल होता है। पत्रकार और पुलिस के काम को चुनौतीपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि यह 24 घंटे का काम है।

विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक तिवारी ने कहा कि नशे की लत बहुत खराब होती है एवं युवाओं को इससे हमेशा बचना चाहिए। उन्होंने युवाओं से आव्हान किया कि वे नशे की किसी भी लत में न लगें। श्री तिवारी ने विद्यार्थियों से इसकी गंभीरता को समझते हुए खुशहाल जिंदगी जीने की बात कही। कार्यक्रम का संचालन प्रो. संजय द्विवेदी ने किया।

नशा मुक्ति में पत्रकार की बड़ी भूमिका  – एडीजी शर्मा नशे से युवा हमेशा बचें – दीपक तिवारी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में ‘नशा मुक्ति विविध कानून’ विषय पर व्याख्यान भोपाल, 07 फरवरी, 2020: ड्रग्स बीमारियों के ईलाज के लिए है, जिससे लोग ठीक हो सकें लेकिन आजकल युवा नशे के रुप में इसका इस्तेमाल करने लग…