विधायिका के कार्य में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका : सिंह

विधायिका के कार्य में मीडिया की महत्‍वपूर्ण भूमिका : सिंह

पत्रकारिता विवि के छात्रों ने किया विधानसभा का भ्रमण

भोपाल, 11 सितंबर 2019: मध्‍यप्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री ए.पी.सिंह ने कहा है कि विधायिका लोकतंत्र का महत्‍वपूर्ण अंग है और वह अपनी जवाबदेही को बखूबी निभा रही है। मध्‍यप्रदेश विधानसभा का स्‍वर्णिम इतिहास रहा है और इस गौरवमयी यात्रा में मध्‍यप्रदेश के विधायकों एवं मीडिया का अभूतपूर्व योगदान रहा है।

प्रमुख सचिव श्री सिंह आज विधानसभा अवलोकन हेतु पहुंचे माखनलाल चतुर्वेदी राष्‍ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। उन्‍होंने पत्रकारिता के विद्यार्थियों को भारतीय संविधान में प्रदत्‍त अभिव्‍यक्ति की स्‍वतंत्रता, संवैधानिक प्रावधान एवं संसदीय रिपोर्टिंग से रूबरू कराया। श्री सिंह का कहना था कि मध्‍यप्रदेश की विधानसभा का इतिहास गौरवपूर्ण रहा है। यहां ज्‍यादातर विषयों पर सत्‍ता पक्ष और विपक्ष जन हित को देख कर निर्णय लेते हैं तथा विधायिका भी उसी अनुसार कार्य करती है। उन्‍होंने पत्रकारिता के दौरान सदन में होने वाली कार्यवाही की रिपोर्टिंग, पत्रकार दीर्घा एवं अवमानना को लेकर बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी बताया। विश्‍वविद्यालय के कुलपति श्री दीपक तिवारी की पहल पर पत्रकारिता के विद्यार्थियों को प्रायोगिक प्रशिक्षण देने एवं संसदीय ज्ञान से परिचय कराने हेतु विद्यार्थियों द्वारा आज मध्‍यप्रदेश विधानसभा का भ्रमण किया गया। छात्रों के इस दल का नेतृत्‍व पत्रकारिता विभाग की विभागाध्‍यक्ष डॉ राखी तिवारी, प्रो. अरुण कुमार त्रिपाठी, डॉ रामदीन त्‍यागी ने किया। विधानसभा के प्रोटोकॉल ऑफीसर श्री संजय शर्मा ने बताया कि विधानसभा भवन (इंदिरा भवन) का डिजाइन प्रसिद्ध आर्किटेक्‍ट चाल्‍स कोरिया द्वारा तैयार किया गया है, जो ईको सिस्‍टम युक्‍त है तथा पूरे सदन में प्राकृतिक रोशनी रहती है। विधानसभा भ्रमण के दौरान पत्रकारिता के विद्यार्थियों ने मुख्‍य सभा कक्ष, बैठक व्‍यवस्‍था, गर्वनर दीर्घा, पत्रकार दीर्घा, गणमान्‍य नागरिक दीर्घा का अवलोकन किया तथा परिसर में स्थित अशोक स्‍तंभ एवं राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की प्रतिमा के साथ फोटोग्राफी भी की।

विधायिका के कार्य में मीडिया की महत्‍वपूर्ण भूमिका : सिंह पत्रकारिता विवि के छात्रों ने किया विधानसभा का भ्रमण भोपाल, 11 सितंबर 2019: मध्‍यप्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री ए.पी.सिंह ने कहा है कि विधायिका लोकतंत्र का महत्‍वपूर्ण अंग है और वह अपनी जवाबदेही को बखूबी निभा रही है। मध्‍यप्रदेश विधानसभा का स्‍वर्णिम इतिहास रहा…

हमें 85 प्रतिशत लोगों तक अच्छी शिक्षा पहुंचाना है – सदगोपाल

हमें 85 प्रतिशत लोगों तक अच्छी शिक्षा पहुंचाना है सदगोपाल

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में विशेष व्याख्यान

शिक्षाविद् प्रो. अनिल सदगोपाल का व्याख्यान

भोपाल, गुरुवार, 05 सितम्‍बर, 2019: हमें देश को वहां लेकर जाना है, जहां भारत की अच्छी शिक्षा व्यवस्था हो। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस पर आयोजित विशेष व्याख्यान में ये बात प्रख्यात शिक्षाविद् प्रो. अनिल सदगोपाल ने कही । संविधान और शिक्षा विषय पर बोलते हुए  उन्होंने भारत की शिक्षा व्यवस्था में बाजारीकरण के हावी होने पर चिंता जताई । पत्रकारिता के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमें देश 85 प्रतिशत लोगों तक अच्छी शिक्षा पहुंचाना है। संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की देश की शिक्षा पर सोच की तारीफ करते हुए प्रो. सदगोपाल ने कहा कि 25 नवंबर 1949 को संविधान का मसौदा पेश करते हुए बाबा साहेब ने ऐतिहासिक भाषण दिया था। सदगोपाल ने संविधान की प्रस्तावना के तीन शब्दों बंधुता, आजादी एवं बराबरी का अर्थ भी समझाया। उन्होंने कहा ये तीनों मिलकर एक त्रिमूर्ति बनती है। प्रो. सदगोपाल ने शिक्षानीति, शिक्षा आयोग, शिक्षा परिषदों, एवं शिक्षा के क्षेत्रों में विदेशी पूंजी निवेश पर भी अपने बहुमूल्य विचार रखे । शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए उन्होंने ज्योतिबा फुले, सावित्री बाई फुले को उन्होंने विशेषतौर पर याद किया । उन्होंने सावित्री बाई फुले को देश की पहली शिक्षाविद् बताया। भारत के संविधान की प्रशंषा करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा संविधान दूसरे देशों के संविधान से ज्यादा मजबूत है, इसलिए दुनिया हमसे खौफ खाती है।

इस अवसर पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति श्री दीपक तिवारी ने प्रो. अनिल सदगोपाल के विशेष व्याख्यान को सदियों तक याद रखा जाने वाला व्याख्यान बताया। शिक्षा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए श्री तिवारी ने सब तरह के विमर्श के होते रहने की बात कही । उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में लागू हुए युक्तियुक्तकरण एवं शिक्षा गारंटी पर भी अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलाधिसचिव डॉ. श्रीकांत सिंह, विभागाध्यक्ष कम्प्यूटर डॉ. सी.पी. अग्रवाल, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी विशेष रुप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन  पत्रकारिता विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी ने किया।

हमें 85 प्रतिशत लोगों तक अच्छी शिक्षा पहुंचाना है – सदगोपाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय में विशेष व्याख्यान शिक्षाविद् प्रो. अनिल सदगोपाल का व्याख्यान भोपाल, गुरुवार, 05 सितम्‍बर, 2019: हमें देश को वहां लेकर जाना है, जहां भारत की अच्छी शिक्षा व्यवस्था हो। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस पर आयोजित विशेष व्याख्यान…

संविधान है तो पत्रकारिता है – चौबे

संविधान है तो पत्रकारिता है – चौबे

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में विशेष व्याख्यान

म.प्र. स्टेट ज्यूडिशियल अकादमी के निदेशक रामकुमार चौबे का व्याख्यान

भोपाल, दिनांक 24 अगस्‍त, 2019: पत्रकारिता के विद्यार्थियों में पत्रकार पहले से रहता है, महाविद्यालय व विश्वविद्यालय सिर्फ इसे उकेरने का काम करते हैं। मध्यप्रदेश स्टेट ज्यूडिशियल अकादमी जबलपुर के निदेशक श्री रामकुमार चौबे ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में पत्रकारिता के विद्यार्थियों के बीच ये विचार व्यक्त किये। संविधान एवं पत्रकारिता विषय पर आयोजित विशेष व्याख्यान में श्री चौबे ने कहा कि प्रेस प्रजातंत्र का चौथा स्तम्भ है, लेकिन संविधान का नहीं। उन्होंने कहा कि संविधान है इसलिए स्वतंत्र पत्रकारिता है। संविधान पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमारा संविधान, उद्देशिका से प्राणवायु लेता है और यह पूरे संविधान की आत्मा है।

वाक् एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर श्री चौबे ने अनुच्छेद 19 (1) ए पर बोलते हुए कहा कि सिर्फ बोलना एवं लिखना ही स्वतंत्रता नहीं है। पत्रकारिता के विद्यार्थियों को इसे विस्तार एवं गहराई से समझने की कोशिश करनी चाहिए। गांधी जी के तीन बंदरों का उदाहरण, बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो, बुरा मत कहो का उदाहरण देते हुए उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए। अंत में श्री चौबे ने मीडिया ट्रायल, फेक न्यूज, इच्छामत्यु जैसे विद्यार्थियों के कुछ प्रश्नों के उत्तर भी दिए। कार्यक्रम में कुलपति श्री दीपक तिवारी, कुलाधिसचिव प्रो. श्रीकांत सिंह, डीन अकादमिक प्रो. पवित्र श्रीवास्तव, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं विद्यार्थी विशेष रुप से उपस्थित रहे।

संविधान है तो पत्रकारिता है – चौबे पत्रकारिता विश्वविद्यालय में विशेष व्याख्यान म.प्र. स्टेट ज्यूडिशियल अकादमी के निदेशक रामकुमार चौबे का व्याख्यान भोपाल, दिनांक 24 अगस्‍त, 2019: पत्रकारिता के विद्यार्थियों में पत्रकार पहले से रहता है, महाविद्यालय व विश्वविद्यालय सिर्फ इसे उकेरने का काम करते हैं। मध्यप्रदेश स्टेट ज्यूडिशियल अकादमी जबलपुर के निदेशक श्री रामकुमार…