पत्रकारिता विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ

प्राप्त अंकों की मैरिट सूची एवं ऑनलाइन साक्षात्कार से होगा एडमिशन : कुलपति प्रो. सुरेश

एमपी ऑनलाइन के माध्यम से फॉर्म भर सकते हैं विद्यार्थी

भोपाल, 27 अप्रैल, 2024: पत्रकारिता, जनसंचार, मीडिया, प्रबंधन, कम्प्यूटर, सिनेमा, विज्ञापन एवं जनसंपर्क में रुचि रखने वाले युवाओं के लिए एक अच्छी खबर है। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. के. जी. सुरेश ने बताया कि विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर माखनपुरम के विभिन्न विभागों एवं रीवा, खंडवा, दतिया परिसर में प्राप्त अंकों की तैयार मैरिट सूची एवं ऑनलाइन साक्षात्कार के आधार पर होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय पहली बार स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए सीयूईटी-यूजी में शामिल हुआ है। प्रो. सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय का पचास एकड़ का हराभरा आवासीय परिसर है, जहां एमपी ऑनलाइन के माध्यम से फार्म भरकर विद्यार्थी प्रवेश ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी युवा मीडिया, जनसंचार, कम्प्यूटर, सिनेमा आदि क्षेत्रों में रुचि रखते हैं, एवं जिनमें कुछ खास करने एवं आगे बढ़ने की ललक है वे 31 मई है तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

प्रवेश निदेशक श्री शलभ श्रीवास्तव ने बताया कि स्नातक पाठ्यक्रम में 12 वीं के प्राप्त अंक का 70 प्रतिशत एवं साक्षात्कार का 30 प्रतिशत वैटेज दिया जाएगा। इसी तरह स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में भी स्नातक के प्राप्त अंक का 70 प्रतिशत एवं साक्षात्कार का 30 प्रतिशत वैटेज दिया जाएगा। भोपाल कैंपस में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों जिसमें पत्रकारिता, जनसंचार, विज्ञापन एवं जनसंपर्क,प्रसारण पत्रकारिता, डिजिटल जर्नलिज्म, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, मीडिया रिसर्च, फिल्म प्रोडक्शन, न्यू मीडिया, मीडिया बिजनेस मैनेजमेंट, एमसीए, एम.लिस में स्नातक परीक्षा में निर्धारित योग्यताधारी विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। वहीं बीबीए ई-कामर्स, बीएससी ग्राफिक्स एनिमेशन,बीटेक प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग, बी.लिस पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान में भी 12 वीं परीक्षा में निर्धारित योग्यताधारी विद्यार्थी फार्म भर सकते हैं।

कुलपति प्रो. सुरेश ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम तीन साल पहले से ही शुरु किए जा चुके हैं। जिनमें बीए एमसी, बीएजेसीडब्ल्यू, बीए एपीआर, बीए इंग्लिश जर्नलिज्म, बीएससी मीडिया शोध, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, फिल्म एंड कम्युनिकेशन स्टडीज, मल्टी मीडिया, बीकॉम मैंनेजमेंट एवं बीसीए कम्प्यूटर एप्लीकेशन ऑनर्स शामिल हैं, इन पाठ्यक्रमों के लिए विद्यार्थी एमपी ऑनलाइन के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं।

कुलपति प्रो. सुरेश ने बताया विश्वविद्यालय के भोपाल स्थित माखनपुरम परिसर के साथ ही विवि. के स्वयं के तीन परिसर रीवा,खंडवा एवं दतिया में भी संचालित है। उन्होंने कहा कि रीवा परिसर में विद्यार्थी एमए जर्नलिस्म, एमए जनसंचार, एमएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, बीए एमसी ऑनर्स, बीएससी ईएम ऑनर्स, बीसीए कम्प्यूटर एप्लीकेशन ऑनर्स, पीजीडीआरजे ग्रामीण पत्रकारिता, पीजीडीसीए  डीसीए पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन फार्म भर सकते हैं। इसके अलावा खंडवा परिसर में एमए पत्रकारिता, बीए एमसी ऑनर्स, पीजीडीसीए, डीसीए पाठ्यक्रम एवं दतिया परिसर से एमए जनसंचार, बीए जनसंचार,बीबीए ई-कामर्स, पीजीडीसीए एवं डीसीए पाठ्यक्रमों में विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। कुलपकि प्रो. डॉ. केजी सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय में स्वयं का सामुदायिक रेडियो स्टेशन, रेडियो कर्मवीर है, जो भोपाल एवं आसपास के गांवों में बड़े चाव से सुना जा रहा है, इसके कार्यक्रमों के निर्माण एवं प्रोग्राम के संचालन में विद्यार्थियों का बहुत बड़ा योगदान है। वहीं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में एमसीयू दर्शन टीवी स्टुडियो भी है, जहां विद्यार्थी प्रायोगिक रुप से एंकरिंग, न्यूज रीडिंग, प्रोग्राम, इंटरव्यू आदि का अभ्यास करते हैं। जनसंपर्क अधिकारी डॉ. अरुण खोबरे ने बताया विद्यार्थियों के लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम बालक छात्रावास एवं मां नर्मदा बालिका छात्रावास की सुविधा भी परिसर में ही उपलब्ध है, जिसमें अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित सर्वसुविधायुक्त जिम भी है। अधिक जानकारी के लिए पत्रकारिता विश्वविद्यालय की अधिकृत वेबसाइट mcu.ac.in को देखा जा सकता है।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ प्राप्त अंकों की मैरिट सूची एवं ऑनलाइन साक्षात्कार से होगा एडमिशन : कुलपति प्रो. सुरेश एमपी ऑनलाइन के माध्यम से फॉर्म भर सकते हैं विद्यार्थी भोपाल, 27 अप्रैल, 2024: पत्रकारिता, जनसंचार, मीडिया, प्रबंधन, कम्प्यूटर, सिनेमा, विज्ञापन एवं जनसंपर्क में रुचि रखने वाले युवाओं के लिए एक अच्छी खबर है।…

सशक्त लोकतंत्र के लिए जागरुक पत्रकार अनिवार्य : कुलपति प्रो. सुरेश

सशक्त लोकतंत्र के लिए जागरुक पत्रकार अनिवार्य : कुलपति प्रो. सुरेश

पत्रकारों के लिए डिजिटल मीडिया पर कौशल उन्नयन कार्यशाला सम्पन्न

भोपाल, 26 अप्रैल, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के नवीन परिसर माखनपुरम बिशनखेड़ी में पत्रकारों के लिए डिजिटल मीडिया पर कौशल उन्नयन कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.डॉ. के.जी. सुरेश ने की। विक्रमशिला स्थित स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित इस कार्यशाला में छिंदवाड़ा, सिवनी एवं बालाघाट जिलों के लगभग 60 पत्रकारों, मीडियाकर्मियों ने भाग लिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार गयाप्रसाद सोनी, कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी, डीन अकादमिक प्रो. डॉ. पी. शशिकला,  प्रभारी निदेशक प्रशिक्षण डॉ. जया सुरजानी, विषय विशेषज्ञ डॉ. अनीता सोनी, श्री बापू बाघ, जनसंपर्क अधिकारी डॉ. अरुण खोबरे एवं अन्य संकाय सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे।

अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो.डॉ. के.जी. सुरेश ने कहा कि सशक्त लोकतंत्र के लिए जागरुक पत्रकार अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि जब पत्रकार मजबूत होता है तो, लोकतंत्र मजबूत होता है। प्रो. सुरेश ने कहा कि मैं आज भी अपने आपको मीडिया का एक विद्यार्थी मानता हूं और रोज सीखता हूं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वे विद्यार्थी भाव से सीखने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि पारंपरिक पत्रकारिता एवं वर्तमान पत्रकारिता में काफी बदलाव आ गया है। आज मोजो मोबाइल जर्नलिस्म ,ड्रोन पत्रकारिता के साथ ही एआई जैसी नई तकनीकें आ गई है, जिसने मीडिया को बहुत बदल दिया है। प्रो. सुरेश ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन ने पत्रकारिता विश्वविद्यालय को पत्रकारों के प्रशिक्षण का दायित्व सौंपा है। मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार गयाप्रसाद सोनी ने कहा कि वे और उनके पत्रकार मित्र पत्रकारिता के साथ ही सामाजिक क्षेत्र में भी बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं। उनके क्षेत्र के पत्रकारों के लिए आयोजित कार्यशाला के लिए उन्होंने कुलपति प्रो.सुरेश का आभार जताया।

एक दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी ने किया, वहीं समापन कुलपति प्रो.डॉ. के.जी. सुरेश द्वारा किया गया। तकनीकि सत्रों में विषय विशेषज्ञ, प्रो. डॉ. पी. शशिकला, डॉ. अनीता सोनी, श्री बापू बाघ ने पत्रकारों को विषय से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं। समापन सत्र में कार्यशाला में उपस्थित सभी पत्रकारों को कुलपति प्रो. सुरेश ने प्रमाण पत्र प्रदान किए। कार्यशाला का संचालन अतिथि अध्यापक सुश्री अंकिता त्रिपाठी ने एवं प्रभारी निदेशक प्रशिक्षण डॉ. जया सुरजानी ने आभार व्यक्त किया।

सशक्त लोकतंत्र के लिए जागरुक पत्रकार अनिवार्य : कुलपति प्रो. सुरेश पत्रकारों के लिए डिजिटल मीडिया पर कौशल उन्नयन कार्यशाला सम्पन्न भोपाल, 26 अप्रैल, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के नवीन परिसर माखनपुरम बिशनखेड़ी में पत्रकारों के लिए डिजिटल मीडिया पर कौशल उन्नयन कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय कार्यशाला…

न्यू मीडिया टैक्नोलॉजी विभाग में स्थापित होगी डिजिटल मीडिया लैब : कुलपति प्रो. सुरेश

न्यू मीडिया टैक्नोलॉजी विभाग में स्थापित होगी डिजिटल मीडिया लैब : कुलपति प्रो. सुरेश

मीडिया लिटरेसी पर कुलपति प्रो. सुरेश ने ली मास्टर क्लास

भोपाल, 25 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग में मीडिया लिटरेसी पर मास्टर क्लास का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ.के. जी. सुरेश ने मास्टर क्लास में विद्यार्थियों से स्वयं संवाद किया एवं उन्हें सफलता के टिप्स भी दिए। स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित मास्टर क्लास में एनएमटी की विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. पी. शशिकला ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया।

कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग में डिजिटल मीडिया लैब स्थापित की जाएगी। विद्यार्थियों के साथ मास्टर क्लास में उन्होंने मीडिया साक्षरता और मीडिया शिक्षा के बीच अंतर समझाया। उन्होंने विभाग के विद्यार्थियों को कहा कि मीडिया साक्षरता के लिए एक गांव को गोद लेना चाहिए और वहां जाकर उन्हें इस विषय में शिक्षित करना चाहिेए। साथ ही उन्होंने फेक न्यूज, दुष्प्रचार एवं गलत सूचनाओं के बीच अंतर को उदाहरणों के साथ समझाया। प्रो. सुरेश ने एनएमटी में ड्रोन पत्रकारिता को भी शामिल किए जाने की बात कही। इसके साथ प्रो. सुरेश ने भविष्य में फेक कंटेंट आईडेंटीफिकेशन युनिट (नकली सामग्री पहचान इकाई) स्थापित किए जाने की भी बात कही, जिसमें सामाजिक, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि मुद्दों से संबंधित नकली सामग्री के विषय में बताया जाएगा।

न्यू मीडिया टैक्नोलॉजी विभाग में स्थापित होगी डिजिटल मीडिया लैब : कुलपति प्रो. सुरेश मीडिया लिटरेसी पर कुलपति प्रो. सुरेश ने ली मास्टर क्लास भोपाल, 25 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी विभाग में मीडिया लिटरेसी पर मास्टर क्लास का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ.के.…

हिंदी पत्रकारिता के बाद अंग्रेजी पत्रकारिता का पाठ्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा : कुलपति प्रो. सुरेश

हिंदी पत्रकारिता के बाद अंग्रेजी पत्रकारिता का पाठ्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा : कुलपति प्रो. सुरेश

एमसीयू के पत्रकारिता विभाग में डिजिटल दौर में समाचार एजेंसी की पत्रकारिताविषय पर कुलपति प्रो. सुरेश ने ली स्पेशल क्लास

भोपाल, 24 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग में ‘डिजिटल दौर में समाचार एजेंसी की पत्रकारिता’ विषय पर कुलपति प्रो. सुरेश ने  स्पेशल क्लास ली। विशेष कक्षा में उन्होंने समाचार एजेंसी की पत्रकारिता’ एवं समाचार एजेंसी में कार्य के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया । उन्होंने कहा कि पत्रकारिता विभाग के पाठ्यक्रम ‘बीए इन इंग्लिश जर्नलिज्म’ से प्रशिक्षित विद्यार्थी अंग्रेजी पत्रकारिता जगत में भी अपनी छाप छोड़ेंगे । इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव गुप्ता भी उपस्थित रहे।

कुलपति प्रो. सुरेश ने विशेष कक्षा में कहा कि नए विद्यार्थियों एवं मीडिया क्षेत्र की माँग को ध्यान में रखकर पत्रकारिता विश्वविद्यालय में पिछले सत्र से ‘बीए इन इंग्लिश जर्नलिज्म’ पाठ्यक्रम प्रारंभ किया गया, जो सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है। उन्होंने कहा कि स्नातक स्तर पर अंग्रेजी में पत्रकारिता का पाठ्यक्रम प्रारंभ करके एमसीयू ने शासकीय क्षेत्र के विश्वविद्यालयों के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। समाचार एजेंसी की पत्रकारिता की बारीकियां बताते हुए कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि डिजिटल मीडिया के समय में समाचार एजेंसी की चुनौतियां बढ़ने के साथ-साथ अवसर भी बढ़ गए हैं। आज समाचार एजेंसियों के ग्राहक केवल समाचार पत्र-पत्रिकाएं एवं न्यूज चैनल्स ही नहीं है,अपितु बड़ी संख्या में वेबसाइट भी एजेंसियों की सेवाएं ले रही हैं। न्यूज ब्रेक करने के मामले में एक समय में समाचार एजेंसियों का वर्चस्व था, लेकिन आज न्यूज चैनल्स और डिजिटल माध्यम भी न्यूज ब्रेक कर रहे हैं। समाचार एजेंसी के रिपोर्टर की जिम्मेदारी बहुत अधिक होती है, उसे सभी प्रकार के मीडिया को ध्यान में रखकर कवरेज करना होता है। किसी भी मीडिया संस्थान की अपनी सीमाएं हैं, वे सब जगह रिपोर्टर नियुक्त नहीं कर सकते। ऐसी स्थिति में समाचार एजेंसियां उनको समाचार उपलब्ध कराने का काम करती हैं। विदेशी समाचारों के लिए भी ज्यादातर संस्थान समाचार एजेंसियों पर निर्भर रहते हैं। कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने पीटीआई के अपने व्यवहारिक अनुभव भी विद्यार्थियों के साथ साझा किए।

इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव गुप्ता ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया और विभाग की उपलब्धियों से कुलपति को अवगत कराया। विशेष कक्षा के बाद कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने पत्रकारिता विभाग के शिक्षकों के साथ भी संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नए सत्र के लिए प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शिक्षक ध्यान रखें कि पत्रकारिता जगत को उत्कृष्ट पत्रकार देने के लिए संख्या की अपेक्षा गुणवत्ता के आधार पर नए शैक्षणिक सत्र में विद्यार्थियों का चयन किया जाए।

हिंदी पत्रकारिता के बाद अंग्रेजी पत्रकारिता का पाठ्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा : कुलपति प्रो. सुरेश एमसीयू के पत्रकारिता विभाग में ‘डिजिटल दौर में समाचार एजेंसी की पत्रकारिता’ विषय पर कुलपति प्रो. सुरेश ने ली स्पेशल क्लास भोपाल, 24 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग में ‘डिजिटल दौर…

पत्रकारिता के लिए पीआर बहुत जरुरी : कुलपति प्रो. सुरेश

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस पर विशेष व्याख्यान सम्पन्न

पत्रकारिता के लिए पीआर बहुत जरुरी : कुलपति प्रो. सुरेश

डिजिटल युग में जनसंपर्क : अपर महानिदेशक प्रशांत पाथरबे

भोपाल, 22 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर गवर्नमेंट पीआर इन डिजिटल एज विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा लता मंगेशकर सभागार में आयोजित व्याख्यान की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ के.जी. सुरेश ने की। मुख्य वक्ता के रूप में पीआईबी के अपर महानिदेशक प्रशांत पाथरबे ने अपने विचार व्यक्त किए।

कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि पीआर मेरे हृदय के बहुत करीब है। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क के बिना पत्रकारिता नहीं हो सकती।  प्रो. सुरेश ने कहा कि पिछले कुछ सालों से पीआर में बहुत बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि शहरी स्तर ही नहीं ग्रामीण स्तर में भी काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। उन्होंने पीआर को बहुत जरुरी बताते हुए इसके लिए प्रशिक्षण पर बल दिया। सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर्स पर भी उन्होंने अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने डिजिटल मीडिया की बात करते हुए कहा कि चाहे रेडियो हो, चाहे टेलीविजन हो, चाहे अखबार हो हमारे पास सबसे पहले खबरें डिजिटल माध्यम, सोशल मीडिया के माध्यम से आती है। उन्होंने डिजिटल युग, डिजिटल मीडिया की बात की। साथ ही पत्रकारों के साथ लिए हेल्दी रिलेशनशिप को बहुत ही जरुरी बताया।

पीआईबी के अपर महानिदेशक एवं मुख्य वक्ता प्रशांत पाथरबे ने पीआर के लिए विश्वसनीयता और ऑनेस्टी को जरूरी गुण बताया। उन्होंने कहा कि जो भी संस्थान है, उसमें यदि कुछ भी समस्या आती है तो उस समस्या को कैसे हैंडल करें यह काम पीआर के जरिए करना होता है। उन्होंने एआई के कारण आने वाले दिनों में सब कुछ बदल जाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि इससे इको सिस्टम हिल जाएगा। उन्होंने वर्तमान समय में सोशल मीडिया में रहने को भी जरूरी बताया। पीआर पर्सन के लिए अंग्रेजी में अच्छी पकड़ होने की भी बात उन्होंने कही। श्री प्रशांत ने एआई के गुण और दोष दोनों पर प्रकाश डाला। उन्होंने फेक न्यूज़ और फेक वीडियो पर भी अपने विचार व्यक्त किए। व्याख्यान में विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित विभागीय समाचार पत्र का विमोचन भी मान कुलपति प्रो डॉ के जी सुरेश द्वारा किया गया। व्याख्यान के अंत में विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो डॉ पवित्र श्रीवास्तव ने आभार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो डॉ अविनाश वाजपेयी की विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक,कर्मचारी एवं अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस पर विशेष व्याख्यान सम्पन्न पत्रकारिता के लिए पीआर बहुत जरुरी : कुलपति प्रो. सुरेश डिजिटल युग में जनसंपर्क : अपर महानिदेशक प्रशांत पाथरबे भोपाल, 22 अप्रैल, 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर गवर्नमेंट पीआर इन डिजिटल एज विषय पर एक…

बाबा साहब की पत्रकारिता पर शोध होना चाहिए : कुलपति प्रो सुरेश

बाबा साहब की पत्रकारिता पर शोध होना चाहिए : कुलपति प्रो सुरेश

युगदृष्टा और युगपुरुष थे बाबा साहब :  हेमंत मुक्तिबोध

“बहुआयामी बाबा साहब” पर एमसीयू में विशेष व्याख्यान

भोपाल, 15 अप्रैल, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में “बहुआयामी बाबा साहब” विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित इस विशेष व्याख्यान की अध्यक्षता कुलपति प्रो. डॉ.के.जी. सुरेश ने की, वहीं मुख्य वक्ता लेखक, विचारक, चिंतक एवं समाज सेवक हेमंत मुक्तिबोध थे।

कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी अपनी कर्मठता की वजह से इस मुकाम तक पहुंचे हैं। वे सभी को स्वायत, स्वतंत्र और स्वाबलंबी बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब एक शिक्षाविद और पत्रकार भी थे। प्रो. सुरेश ने कहा कि बाबा साहब का शिक्षा को सबसे ज्यादा महत्व देते थे और शिक्षित होना उनका मूलमंत्र था। उन्होंने कहा कि व्यापक राष्ट्रहित में बाबा साहब ने पूना पैक्ट पर हस्ताक्षर किए। इसके साथ ही प्रो. सुरेश ने कहा कि बाबा साहब पत्रकार भी थे और उन्होंने अखबार भी निकाले हैं, इसलिए उनकी पत्रकारिता पर   भी शोध भी होना चाहिए।

मुख्य वक्ता लेखक, विचारक, चिंतक एवं समाज सेवक हेमंत मुक्तिबोध ने कहा कि बाबा साहब समकालीन भारत के महापुरुष थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब अनेक लोगों को प्रकाशित करने वाला व्यक्तित्व था। श्री मुक्तिबोध ने कहा कि बाबा साहब युगदृष्टा और युगपुरुष थे। इस अवसर पर शॉर्ट फिल्म और विभिन्न क्षेत्रों में विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया।

विशेष व्याख्यान का संयोजन डॉ. बबिता अग्रवाल ने किया, जबकि विषय की प्रस्तावना प्रो शिवकुमार विवेक ने रखी। कुलसचिव प्रो डॉ अविनाश वाजपेयी ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

बाबा साहब की पत्रकारिता पर शोध होना चाहिए : कुलपति प्रो सुरेश युगदृष्टा और युगपुरुष थे बाबा साहब :  हेमंत मुक्तिबोध “बहुआयामी बाबा साहब” पर एमसीयू में विशेष व्याख्यान भोपाल, 15 अप्रैल, 2024:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में “बहुआयामी बाबा साहब” विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के स्वामी…